बड़े भाई ने मेरी बुर की सीलतोड़ चुदाई की- 1

(Hot Xxx Behan Sex Kahani)

हॉट Xxx बेहन सेक्स कहानी में पढ़े कि जब जवान लड़की कि बुर लंड मांगने लगी तो उसे अपने बड़े भाई में उसका चोदू नजर आया. उसने अपने भाई को पटाने के लिए क्या किया?

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, मेरा नाम अनुष्का है. मैं एक 21 साल की जवान, हसीन लौंडिया हूँ.

मैं उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ और मेरी हाइट 5 फुट 3 इंच है.
मेरे फिगर का साइज़ 28-26-32 का है.
मेरे दूध से सफेद और कोमल जिस्म पर मेरा फिगर एकदम मस्त है.

मैंने काफ़ी बार भाई बहन के बीच होने वाली चुदाई कहानी पढ़ी हैं और उनको पढ़ कर मजा भी लिया है.

मुझे दूसरी अन्य सेक्स कहानी पढ़ना भी काफ़ी पसंद है.
इस सबके चलते मैंने सोचा कि क्यों ना आज मैं अपनी चुदाई की कहानी लिख कर आपको भी मजा दे दूँ.

मेरी ये हॉट Xxx बेहन सेक्स कहानी भी ऐसी ही एक भाई बहन सेक्स स्टोरी की वजह से पूरी हो पाई.
आपको इस सेक्स कहानी को पढ़ कर पता लग जाएगा कि ये मेरी एक सच्ची चुदाई कहानी है.

ये बात 3 साल पहले शुरू हुई थी. मैं तब 19 साल की हो चुकी थी.

उस समय मेरी एक बेस्ट फ्रेंड थी, जिसका नाम वर्णिका था.
वो भी बिल्कुल मेरे जैसी दिखती थी. उसका और मेरा साइज़ भी एक जैसा ही था.

मैं उस वक़्त तक लड़कों की तरह रहती थी. लड़कों की तरह कपड़े पहनने से मैं एकदम चिकना लौंडा लगती थी.
यहां तक कि वर्णिका भी मुझे अपना बॉयफ्रेंड मानती थी और उसने काफ़ी बार मेरे साथ बिना कपड़ों के वक्त गुजारा था.

उस समय नई नई जवानी चढ़ी थी तो हम दोनों लेस्बियन सेक्स करके मजे करते थे क्योंकि हमारे पास लंड तो था नहीं.
हम दोनों काफी देर देर तक कमरे में घुसे रहती थी जिससे मेरी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी.

मेरे घर वालों ने मुझे काफ़ी बार समझाया कि मैं वर्णिका के साथ ना रहूँ, पर मुझे किसी की कोई बात समझ नहीं आती थी.

मैं आपको बता दूँ कि उस वक़्त एक लड़का, मेरा दोस्त था या यूं कहूँ कि वो मेरा बॉयफ्रेंड था.
मगर मैं उससे ज़्यादा नहीं बोलती थी और ना ही हम दोनों ने कभी सेक्स किया था.

वैसे मेरी फैमिली में मैं, मम्मी-पापा और मेरे दो भाई (एक छोटा और एक बड़ा भाई) हैं.
मेरा छोटा भाई मेरे साथ का ही है और बड़ा भाई मुझसे 4 साल बड़ा है.
एक बड़ी दीदी भी हैं पर उनकी शादी 4 साल पहले हो गई थी, इसलिए वो अब अपनी ससुराल में रहती हैं.
उनकी और मेरे बड़े भाई की काफ़ी बनती है.

मेरी अपने दोनों भाइयों से बिल्कुल नहीं बनती थी.
यदि थोड़ी बहुत बातचीत होती भी थी तो बड़े भाई से हो जाती थी. वो भी कुछ काम के लिए ही होती थी.

खैर … छोड़ो इस बात को.

तो मेरे घरवालों ने मुझे काफ़ी समझाया कि वर्णिका के साथ ज्यादा मत रहा करो, तुम्हारी पढ़ाई का नुकसान होता है.
मगर मेरी और वर्णिका की कुछ ज़्यादा ही गहरी दोस्ती थी.
मैं उसे हर बात बताती थी.
हर बात को लेकर सबसे पहले उससे ही बात करना पसंद करती थी इसलिए मैंने अपने घर में किसी की बात नहीं मानी.

ऐसे ही टाइम बीतता गया.

एक दिन मैं फालतू थी तो गूगल पर कुछ पॉर्न वगैरह सर्फ कर रही थी.
तभी मुझे एक सेक्स कहानी की लिंक दिखी.
मैंने उस पेज को खोला और स्टोरी पढ़ने लगी.

वो सेक्स कहानी मुझे काफी अच्छी लगी.
मैं उस साईट में दूसरी सेक्स कहानी पढ़ने लगी.

अचानक से मेरे सामने एक भाई बहन की चुदाई की कहानी आ गई.
पहले तो मुझे थोड़ा अजीब सा लगा कि भाई बहन में सेक्स कैसे हो सकता है, फिर मैंने वो कहानी पढ़ना शुरू की.

मुझे देखना था कि क्या वाकयी में ऐसा भी कुछ होता है.
मैं धीरे धीरे कहानी पढ़ती गई और मेरी दिलचस्पी उस मस्त सेक्स कहानी में बढ़ती चली गई.

वो इतनी अधिक कामुक कहानी थी कि मेरी चुत में चुनचुनी होने लगी.
जब मैंने वो कहानी पूरी पढ़ ली, तब मेरा मन सेक्स करने का करने लगा.

मैंने उसी वक़्त बाथरूम में जाकर अपनी चुत में उंगली करनी शुरू कर दी.
उस समय मुझे अपने ख्यालों में एक चेहरा नज़र आने लगा. वो चेहरा और कोई नहीं, मेरे बड़े भाई का चेहरा था.

उसको याद करते ही मेरी चुत फड़क उठी और मैं झड़ गई.
मैंने बाथरूम में अपने कपड़े ठीक किए और बाहर आ गई.

अब मैं उसी बारे में सोचने लगी कि क्या ऐसा होता है, क्या एक भाई अपनी ही सग़ी बहन के साथ सेक्स कर सकता है, क्या ये सही है.
मैं ये सब सोचने लगी.

वैसे मैं आपको अपने दोनों भाइयों के बारे में बताऊं, तो जो मेरा छोटा भाई है उसका नाम उज्ज्वल है. वो 20 साल का है और दिखने में ठीक-ठाक है.
जबकि मेरा बड़ा भाई मुझसे 4 साल बड़ा है उसका नाम अंकित है.
वो दिखने में काफी स्मार्ट है और उसने अपनी बॉडी भी बना रखी है.

अगले दिन मुझे वो स्टोरी फिर से याद आने लगी कि कैसे एक भाई ने बहन के साथ सेक्स किया था.

मैं सोचने लगी और मैंने ये बात अपनी एक सीनियर लड़की से पूछी. मैं वर्णिका के अलावा उन दीदी से भी अपनी काफी बातें साझा करती थी.

मैंने जब उनसे इस बारे में पूछा, तब उन्होंने बताया कि हां ऐसा होता तो है … और इसमें बुरा भी कुछ नहीं है. जब तक किसी को ना पता चले. इससे फायदा ये है कि घर की बात घर में ही रहती है.
उन दीदी ने मुझे ये भी बताया कि उनकी कोई सहेली है, जो अपने सगे भाई के साथ सेक्स करती है.

मुझे दीदी के मुँह से ये बात सुनकर कुछ अच्छा सा लगने लगा था कि चलो भाई के साथ ये होता है.
फिर उन्होंने आगे बताया कि बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करने में ख़तरा भी है कि कभी वो ब्लैकमेल ना करने लगे.

दीदी की बातें सुनकर मैं घर आ गई और इस विषय को लेकर सोचने लगी.
तभी मेरे दिमाग में एक कीड़ा कुलबुलाने लगा कि मेरे बड़े भाई अंकित का मेरी बड़ी दीदी के साथ कुछ चक्कर तो नहीं है.

जब मैंने इस मुद्दे पर सोचना शुरू किया, तो मुझे कुछ कुछ लगने लगा था कि मेरी बड़ी दीदी की अंकित से इतनी ज्यादा क्यों बनती है.
मुझे उन पर शक़ होने लगा और फिर मुझे ये भी शक़ हुआ कि अंकित और दीदी भी शायद आपस में सेक्स करते हैं.
पर मुझे अभी कुछ भी पक्का नहीं था.

फिर मैंने इससे आगे सोचना शुरू किया कि मान लेती हूँ कि दीदी और अंकित के जिस्मानी रिश्ते हैं.
जब उनके रिश्ते हैं तो मैं अपने भाई के साथ सेक्स कर सकती हूँ.

मैंने ये सब बड़ी गम्भीरता से सोचा.

मुझे अपने बॉयफ्रेंड का भी ध्यान आया. उसने मुझे काफ़ी बार सेक्स के लिए मनाने की कोशिश भी की थी पर मैंने मना कर दिया था.
पिछली बार जब उसने मेरे साथ चुदाई की बात कही थी तो मैंने उससे ऐसा ही कहा- मुझे तेरे साथ सेक्स नहीं करना.

मेरे जबाव पर वो उदास भी हो गया था, पर मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया था.
अब आज मैं अपने भाई के बारे में सोचने लगी थी.

मैंने और भी भाई बहन की सेक्स स्टोरी सर्च की और उनको पढ़ कर मजा लिया.
अब हर बार जब भी मैं अपनी चुत में उंगली करती, तो मुझे अपना बड़ा भाई ही नज़र आता.

मुझे कभी भी छोटा भाई नज़र नहीं आया था. शायद मेरा बड़ा भाई यानि अंकित ज़्यादा हैंडसम है इसलिए वो ही मेरे ख्यालों में आने लगा था.

मुझे ये डर भी था कि कहीं अंकित गुस्सा ना हो जाए या उसने मेरी इस चाहत को घर में किसी को बता दिया तो मेरी क्या हालत होगी.
फिर एक दिन मैंने एक स्टोरी पढ़ी जिसमें एक बहन ने अपने भाई का टेस्ट लिया था कि वो भी उसके साथ सेक्स करना चाहता है या नहीं.
मुझे ये आइडिया सही लगा.

अब मैं भी उसी स्टोरी की तरह अपने भाई का टेस्ट लेने की कोशिश करने लगी और उस स्टोरी में बताई गई बातों को फॉलो करने लगी.
फिर अगले दिन से मैंने उस स्टोरी के हिसाब से सब काम करना शुरू कर दिए.

जैसे कि सबसे पहले तो मैं रूम में थी और मेरा भाई बाहर से आया.
तो मैं एकदम से उठी और उसके सामने जाकर उससे जानबूझ कर टकरा गई.
मैं उससे टच होने लगी.

मैंने देखा कि वो खुद भी मुझसे हल्का हल्का टच होने की कोशिश कर रहा था.
पर अभी मुझे कुछ पक्का नहीं था कि वो भी मेरे जैसा ही सोच रहा है.

उस दिन के बाद से मैं अब ऐसे ही उससे टच हो जाती और वो भी मुझसे टच हो जाता था.
फिर ऐसे ही एक दिन मैंने कपड़े चेंज करने के लिए रूम का गेट बंद किया, पर लॉक नहीं किया था.

तभी अंकित एकदम रूम में आ गया और उसने मुझे सिर्फ़ अंडरगार्मेंट्स में देखा.
पहले तो वो मुझे देखता ही रहा और फिर अचानक बाहर चला गया.

मुझे समझ नहीं आया कि ये उसने जानबूझ कर किया था या अंजाने में.

फिर उस सेक्स कहानी के मुताबिक मुझे अपने भाई को रिझाना था.
इसके लिए मैं कभी भी उसके सामने जाती और उससे लिपटने की कोशिश करने लगती.
वो भी मुझे अपने से लिपटने देता.

मैं उसे देखती, पर वो अनजान बना रहता.

फिर मैंने उसे अपनी पैंटी दिखाना शुरू किया.
मैं जो भी कपड़े या ज़्यादातर लोवर पहनने लगी.

अब जैसे ही वो मेरे पास आता, मैं अपना हल्का सा लोवर नीचे कर देती, जिससे मेरी पैंटी दिख जाए.
मैं उसकी नज़रों को देखती, तो मैंने पाया कि वो भी मेरी पैंटी को काफ़ी ध्यान से देखता.

अब मुझे कुछ कुछ लगने लगा कि मेरा भाई भी मुझमें रूचि रखने लगा है.
पर मैं अभी कुछ नहीं कर सकती थी.

फिर उस स्टोरी के हिसाब से अगला कदम था कि मैं बाथरूम में अपनी पैंटी छोड़ कर आऊं और अपने भाई को देखूं कि वो मेरी पैंटी के साथ क्या करता है.

मैंने ऐसा ही किया.
मैं नहाने के लिए जाती और अपनी उतरी हुई पैंटी वहीं छोड़ आती.

मैंने देखा कि मेरे बाद मेरा भाई भी बाथरूम में नहाने घुस जाता.
वो मेरे बाद ही नहाने जाने लगा था.

मुझे ये कुछ अजीब सा लगा पर मैं जब भी अपनी पैंटी देखती, वो ज्यों की त्यों मिलती.
फिर एक दिन मैंने अपनी पैंटी को बिना गीली किए ही उतार दिया और उसे बाथरूम में टांग कर आ गई.

मेरा भाई नहाने गया और जब वो वापिस आया, तब मैं उसके बाद बाथरूम में गई.
मैंने देखा कि मेरी पैंटी कुछ गीली थी.

अब मुझे यकीन हो गया कि मेरा भाई मेरी पैंटी पर लंड हिला कर मुठ मारता है और अपना पानी उसी में छोड़ देता है.

वो शायद पहले भी ऐसा करता था मगर मुझे अब तक इसलिए पता नहीं चला था क्योंकि मैं हमेशा गीली पैंटी बाथरूम में छोड़ कर आती थी.

फिर ऐसे ही थोड़ा वक्त निकला.

अब जब भी मम्मी और मेरा छोटा भाई उज्ज्वल बाजार जाते और अंकित घर पर होता तो मैं उसके पास जाकर लेट जाती.

वैसे तो अंकित अपने रूम में ही रहता पर मैं उसी के रूम में चली जाती या उसे दूसरे रूम में बुला लेती कि मैं अकेली हूँ.

मैं उसके पास लेट कर उससे अपने जिस्म को निहारने देती और खुद अनजान बन कर उसके जिस्म को निहारती.

उसका लोअर मुझे कुछ फूला हुआ सा दिखाई देता.
मैं मन ही मन मुस्कुरा देती कि मेरे भाई को मुझमें एक मस्त लौंडिया दिखाई देने लगी है.

दोस्तो, आपको सेक्स कहानी के अगले भाग में बताऊंगी कि किस तरह से मेरे भाई ने मेरी कुंवारी चुत की सील तोड़ दी और मुझे अपना बना लिया.
यह हॉट Xxx बेहन सेक्स कहानी आपको कैसी लगी? आप मुझे अच्छे अच्छे मेल और कमेंट्स करें.
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हॉट Xxx बेहन सेक्स कहानी का अगला भाग: बड़े भाई ने मेरी बुर की सीलतोड़ चुदाई की- 2

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