कोचिंग की दोस्त की और उसकी मां की चुदाई
(Hotx Girl Fucking Story)
Hotx गर्ल फकिंग स्टोरी में मेरे पड़ोस की लड़की मुझे अपने घर बुला लेती थी पढ़ाई के लिए. लेकिन उसकी जवानी पर मेरी वासनामयी निगाहें बार बार टिक जाती थी.
सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार!
मेरा नाम शेखर है और मैं दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक उदयपुर, राजस्थान से हूँ.
मैं अभी 30 साल का हूँ, दिखने में ठीक-ठाक हूँ और बॉडी भी ठीक ही है.
मैं अन्तर्वासना का पिछले 8 साल से नियमित पाठक हूँ.
इसमें बहुत-सी कहानियां काल्पनिक होती हैं, और बहुत सी सच्ची.
मुझे सबसे बड़ा सुख तो अपने लौड़े का है जिससे मैंने 20 लड़कियों और औरतों की चूत में ठंडक पहुँचाई है.
अब मैं शादीशुदा हूँ लेकिन वे सभी मुझे अभी तक याद करती हैं और कॉन्टैक्ट में भी हैं.
अगर आपको मेरा पहला वाकिया पसंद आया तो मैं एक-एक करके सभी की चुदाई की कहानियां आपके साथ शेयर करूँगा.
आज मैं सबसे पहले एक माँ-बेटी की Hotx गर्ल फकिंग स्टोरी आपके साथ शेयर करना चाहूँगा जिनको मैंने पहले अलग अलग चोदा.
हालांकि अभी तक उन दोनों को यह नहीं पता कि मैं दोनों को अपने लंड के मजे दे चुका हूँ!
लड़की का नाम रश्मि (बदला हुआ नाम) है, जो मेरे साथ फिजिक्स कोचिंग में थी.
वह दिखने में बहुत ही सुंदर, तीखे नैन-नक्श, पतली कमर … और उसके उरोज तो ऐसे कड़क कि एक ही बार देखने में किसी के भी पैंट में हलचल मचा दें.
मैं पढ़ने में होशियार था तो फिजिक्स के कॉन्सेप्ट समझाने में उसकी मदद करता था.
इसी बहाने उसके घर जाना शुरू हुआ.
जिस दिन मैं पहली बार उसके घर गया, मैंने उसकी माँ को देखा तो देखता ही रह गया!
माँ-बेटी को साथ में कोई देखे तो बहनें लगेंगी.
पहले कम उम्र में शादी हो जाती थी तो उम्र का अंतर कम हो जाता था.
माँ, बेटी से कई गुना ज्यादा खूबसूरत थी.
उन पति-पत्नी में लगभग 8 साल से ज्यादा का अंतर था.
रश्मि के पापा एक इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट कंपनी में काम करते थे तो घर बहुत देर से आते थे.
शायद इस वजह से उन पति पत्नी के बीच हमेशा अनबन रहती थी.
मैं इधर आपको रश्मि की माँ का फिगर बता देता हूँ.
साड़ी में उनकी पतली-सी कमर और उस पर बड़े-बड़े स्तन, साइज 38 से कम नहीं होगा!
मुझे उनकी ब्रा और ब्लाउज पर दया आई कि वे इतना वजन कैसे उठाते होंगे!
मैंने उन्हें देखा और देखता ही रह गया. मन में अब बस उन्हें चोदने के सपने आने लगे.
मैं इसी मौके की तलाश में उनके घर जाने लगा.
धीरे-धीरे मैं उनसे बहुत घुल-मिल गया.
मैं इधर रश्मि की माँ को चोदने के सपने देख रहा था और उधर रश्मि धीरे-धीरे मेरे करीब आने लगी.
एक दिन ठंड के मौसम में कोचिंग के बाद मैं रश्मि के घर उसे पढ़ाने गया.
रश्मि ने एक छोटा टॉप पहन रखा था जिसमें उसके स्तनों की लकीर साफ नजर आ रही थी.
जिस तरह से वह अपने हाथ टिकाकर बैठी थी उससे उसके उभार और साफ बाहर आ रहे थे.
अब मेरे पजामे में हलचल होने लगी.
शब्द भी इधर-उधर होने लगे.
समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ.
इतने में उसने मेरी यह चोरी पकड़ ली और बोली- तुम्हारा ध्यान आज किताब में नहीं लग रहा! अगर कुछ और पढ़ना चाहते हो, तो पढ़ सकते हो!
उस समय उसकी माँ ऊपर के कमरे में सोने गई थीं.
रश्मि जानती थी कि वे दो घंटे से पहले नीचे नहीं आएंगी.
बस फिर क्या था … मैंने टॉप के ऊपर से ही उसके स्तनों को दबाना शुरू कर दिया.
उसके दूध पकड़ते ही मुझे जन्नत सा अहसास होने लगा.
वह भी ऊँह आह करने लगी थी और उसे देख कर साफ समझ आ रहा था कि यह सब उसके मन का हो रहा है.
अब तो मेरा एक हाथ रश्मि की पैंटी के ऊपर भी आ गया और मैं उसकी पैंटी के ऊपर से ही चुत को मसलने लगा.
अब तक हमारे होंठ भी मिल चुके थे और हम एक-दूसरे को ऐसे चूम रहे थे जैसे जन्मों के प्यासे हों.
मैंने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लौड़े पर रख दिया तो वह मेरी पैंट के ऊपर से मेरा लंड सहलाने लगी थी.
कुछ देर बाद वह बोली- अब मुझसे और रुका नहीं जा रहा है … जल्दी से कपड़े खोल दो!
मैंने उसका टॉप पूरी तरह से उतार दिया और उसने भी एक झटके में मेरी टी-शर्ट को उतार फेंका.
हम ऊपर से दोनों नंगे हो गए थे और एक-दूसरे को बेतहाशा चूम रहे थे.
कभी मेरा हाथ उसकी चूचियों पर, तो कभी चूत पर घूम रहा था.
मैंने अपनी पैंट को खोल दिया और उसने पैंट नीचे सरका दिया.
उसके बाद उसने अपनी पैंट भी उतार दी.
हम दोनों सिर्फ चड्डी में रह गए थे.
चूमाचाटी अपने चरम पर थी.
मैं उसके दूध मस्त मसल रहा था … निप्पल कड़क हो गए थे.
इस सबके बीच कब हमने अपनी चड्डियां भी निकाल फेंकी, पता ही नहीं चला.
अब वह लेट गई और मैं उसके ऊपर चढ़ गया था.
मेरे होंठ उसके गले से होते हुए उसकी चूचियों को चूम रहे थे.
हमसे रुका नहीं जा रहा था.
वह नीचे से उचक कर अपनी चूत को मेरे लंड से मिलाना चाह रही थी.
मैंने भी देर न करते हुए एक झटके में लंड का सुपाड़ा उसकी चूत में घुसेड़ दिया.
उसके मुँह से आवाज निकलने से पहले मैंने अपने होंठों से उसके होंठ बंद कर दिए.
उसकी आंखों में हल्के से आंसू आ गए.
मैं एक बार रुक गया लेकिन धीरे-धीरे मैंने हल्के झटके लगाने शुरू किए.
कुछ ही झटकों के बाद वह मेरे साथ मदहोश होने लगी.
मुझे धीरे धीरे करने में मजा नहीं आ रहा था तो मैंने अब जोर के धक्के लगाना शुरू कर दिया.
उसका दर्द खत्म हो गया था तो वह भी पूरे मजे लेने लगी थी.
सच बता रहा हूँ भाई कि इतनी खूबसूरत लड़की को चोदने का मजा ही अलग था.
मैंने उसे कस कर पकड़ लिया और तेज झटके मारने शुरू कर दिए.
उसने भी पूरे मजे लेकर चुदना शुरू कर दिया.
जब मैं झड़ने वाला था, तो मैंने उसे बताया.
उसने कहा- अन्दर ही झड़ना … मैं इस लावा को अन्दर तक महसूस करना चाहती हूँ.
मैंने कई दिनों से मुठ भी नहीं मारी थी तो बहुत माल जमा था.
Hotx गर्ल फकिंग करते हुए मैंने झटके तेज कर दिए और उसकी चूत में ही झड़ गया.
मेरे साथ-साथ वह भी झड़ गई.
उसके बाद मैं उसे कसकर पकड़ कर सो गया.
थोड़ी देर बाद उठकर हमने अपने आप को साफ किया और साथ बैठकर चाय पी.
उस दिन के बाद से यह होने लगा था कि जब उसकी माँ सोने चली जाती थी तब वह मुझे फोन करती और मैं तभी उसके पास आ जाता.
एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि रश्मि ने मुझे फोन नहीं किया.
मैंने भी लगाया तो नेटवर्क बिजी आता रहा.
मुझे लगा कि यह उसकी मम्मी के सोने का समय है, तो चला चलता हूँ और रश्मि की जवानी का रस चूस कर मजा ले लूँगा.
मैं घर गया और मैंने रश्मि को धीमी आवाज में पुकारा और बाहर वाले कमरे में बैठ गया.
जब वह कुछ देर तक नहीं आई तो मैं वाशरूम में चला गया और पेशाब करके अपने लौड़े को पानी से धोने लगा.
चूंकि रश्मि मेरा लंड चूसती है तो मैंने अपने लौड़े से पेशाब के बिन्दुओं को साफ करना उचित समझा.
मैंने वाशरूम का दरवाजा भी बंद नहीं किया था क्योंकि उस समय रश्मि की मम्मी नीचे रहती नहीं थी.
मैं एकदम बिंदास था और अपने लौड़े को झटकार रहा था. मेरा लंड रश्मि की चुत चुदाई की सोच कर कड़क होने लगा था और वह काफी मस्त दिख रहा था.
उस दिन न जाने क्या हुआ कि उसकी मम्मी की नींद खुल गई और वह नीचे आ गई.
उस वक्त मैं वाशरूम में ही था और अपना लंड हिलाते हुए साफ कर रहा था.
रश्मि की मम्मी ने मेरे लौड़े का आकार देख लिया और वह छिप कर मुझे लौड़े के साथ खेलती हुई देखने लगी.
कुछ पल बाद मुझे अहसास हुआ कि शायद रश्मि बाहर आ गई है.
तो मैंने धीमी आवाज में कहा- अन्दर आ जाओ न … बाहर क्यों खड़ी हो … लो लंड एकदम रेडी है, चूस लो इसे!
मेरा यह कहना हुआ और वह यानि रश्मि की मम्मी वाशरूम में आ गई और सीधे नीचे अपने घुटनों पर बैठ कर मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
मुझे मजा आने लगा तो मैं अपनी आंखें बंद करके लंड चुसाई का मजा लेने लगा.
वह तो गनीमत यह रही कि मैंने अपने मुँह से रश्मि का नाम नहीं लिया.
बस अपने हाथ बढ़ा कर उसके एक दूध को पकड़ लिया.
अब रश्मि की चूचियों में और उसकी मम्मी की चूचियों का फर्क बहुत ज्यादा था, तो मुझे एक पल में ही समझ में आ गया कि आज लंड चूसने वाली कोई और है.
मैंने आंखें खोलीं तो पहले तो मेरी फट गई कि साला यह क्या बवाल हो गया.
फिर अचानक से अहसास हुआ कि साली जब खुद से लौड़े को चूस रही है तो इसका मतलब यह हुआ कि यह भी चुदासी है.
मैंने अब उसकी चूचियों को पकड़ा और मस्ती से मसलने लगा.
कुछ पल बाद उसने मुझे देखा और मुस्कुरा दी.
उसने खड़ी होकर मुझसे कहा- आज आखिर तुमने मुझे बुला ही लिया!
मैं अभी भी गफलत में था कि साला कहीं इसको अपनी लड़की की चुदाई की जानकारी न हो!
मैंने उसे अपनी बांहों में भरा और कहा- मैं तो कबसे आपकी राह देख रहा था. बस एक अनजाना सा डर था, जिसके कारण मैंने कभी पहल करने की हिम्मत ही नहीं की!
वह मुझे चूमने लगी.
मैंने उससे पूछा- आज रश्मि किधर गई है?
वह बोली- आज वह अपनी दादी के घर गांव गई है और दो दिन बाद वापस आएगी. उसने मुझसे कहा भी था कि मैं तुमसे कह दूं कि दो दिन बाद आना.
मैंने कहा- उसका फोन भी नहीं आया?
वह बोली- उसका फोन पानी में गिर गया था तो वह फोन नहीं कर पाई थी.
अब मैंने समझ लिया था कि ये दोनों लंड की प्यासी रंडियां हैं.
इसके बाद मैंने बिना कुछ बात किए रश्मि की मम्मी को अपनी गोदी में उठाया और बाहर ले जाने लगा.
उसने कहा- तुम ऊपर मेरे कमरे में चलो, मैं दरवाजा लगा कर आती हूँ.
मैं ऊपर चल दिया और वह दरवाजा लगा कर जब ऊपर आई तो उसके सारे कपड़े उतर चुके थे.
वह सिर्फ ब्रा पैंटी में ही थी.
उसी वक्त उसके फोन पर किसी अनजान नंबर से घंटी आई.
उसने फोन उठाया तो रश्मि बोल रही थी.
उसने कहा- मैं गांव आ गई हूँ मम्मी और आपने शेखर को फोन कर दिया होगा!
उसने कहा- हां कह दिया था … अब तुम मुझे फोन नहीं करना मैं सो रही हूँ.
उसने जब यह कहा तो मैंने भी अपना फोन बंद कर लिया.
अब वह खुश होकर मेरे ऊपर गिर गई और हम दोनों सेक्स का मजा लेने लगे.
मैंने रश्मि की मम्मी को तबीयत से रगड़ा, वह मेरे लौड़े से चुद कर खुश हो गई.
उसकी चुदाई किस तरह से हुई और बाद में मैंने उन दोनों को एक ही बिस्तर पर एक साथ किस तरह से पेला … यह सब मैं आपको अपनी अगली सेक्स कहानी में विस्तार से लिखूँगा.
आप सभी का इस सेक्स कहानी को पढ़ने का बहुत बहुत धन्यवाद.
Hotx गर्ल फकिंग स्टोरी पर प्लीज अपने विचार मुझे मेल से अवश्य भेजें.
मेरी ईमेल आईडी है
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