पापा के बॉस ने गोवा में धकापेल चोदा- 1

(Indian girl X Kahani)

इंडियन गर्ल X कहानी में मैं अपने बॉयफ्रेंड से चुदाई का मजा ले चुकी थी. मेरे भाई की शादी में पापा के बॉस भी आये थे. उनकी नजर मेरे जिस्म पर ही घूमती रहती थी.

यह कहानी सुनें.

नमस्कार दोस्तो, मैं सोनम अपनी एक नई सेक्स कहानी में आप सभी का स्वागत करती हूँ.

हमेशा की तरह ये सेक्स कहानी भी एक सत्य घटना पर आधारित एक सच्ची कहानी है.
मेरे पास बहुत सी कहानियां इस बात के लिए आती हैं कि मैं उन्हें प्रकाशित करने के हिसाब से लिख कर पाठकों तक भेज दूं.
लेकिन मैं उन्हीं कहानियों को आप लोगों के साथ साझा करती हूँ, जो बेहद कामुक और सच्ची कहानी हों.

मुझे यह कहानी नेहा जी ने भेजी है और ये उनकी खुद की चुदाई की सच्ची सेक्स कहानी है.
उम्मीद है कि आप लोगों को इंडियन गर्ल X कहानी पसंद आएगी.

दोस्तो, मेरा नाम नेहा है और मेरी उम्र 22 साल है.
मेरा फिगर 34-30-36 का है और मेरा बदन गोरा है.
मेरा वजन 47 किलो है.

आज आपको जो इंडियन गर्ल X कहानी मैं बताने जा रही हूँ … वह जनवरी 2022 की है.

मैं सोनम जी से पिछले साल से बात कर रही हूँ और अपनी भाभी की कहानी भी उन्हें बता चुकी हूँ.
लेकिन उन्हें मेरी ये कहानी बेहद पसंद आई इसलिए मैंने उन्हें यही कहानी बताई है.

एक साल पहले मेरी कॉलेज की पढ़ाई पूरी हुई थी और अब मैं फिलहाल घर पर ही रहती हूँ.

मेरी जिंदगी की पहली चुदाई कॉलेज के दूसरे साल में ही हो गई थी.
मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे कई बार चोदा था.

उसने शुरुआत में ही मेरी गांड भी मार कर खोल दी थी.
लेकिन उसके बाद से मैंने अपनी गांड नहीं मरवाई थी.

आज की यह चुदाई की कहानी इसलिए खास है क्योंकि मुझे इसके बाद ही पता चला था कि असली चुदाई क्या होती है.

मेरे बॉयफ्रेंड ने भले ही मुझे कई बार चोदा था लेकिन वह मुझसे 2 साल छोटा था और उसे चुदाई का अनुभव न होने के साथ साथ उसके लौड़े का साइज़ भी छोटा था.

यह मेरी जिंदगी की अभी तक की सबसे बेहतरीन और दर्दनाक चुदाई है, कैसे हुई … आइए जानते हैं.

दोस्तो, मेरे घर में मम्मी पापा, दो भाई, एक भाभी और मैं खुद हूँ.
मेरे पापा बेंगलोर में जॉब करते हैं और तीन चार महीनों में एक बार ही घर आते हैं.

मेरे बड़े भाई की शादी हो गई है और वह भाभी के साथ दूसरे शहर में रहता है.
बीच वाले भाई के बाद मैं घर में सबसे छोटी हूँ.

जनवरी 2022 में मेरे दूसरे भाई की शादी हुई और मेरी ये चुदाई ठीक उसके बाद हुई.
लेकिन शादी के दौरान ही मेरी सैटिंग हो गई थी और भाई की शादी के कुछ दिनों बाद ही मेरी जबरदस्त तरीके से चुदाई हुई.

भाई की शादी को एक हफ्ते बचे थे और घर में शादी की तैयारियां जोरों पर थीं.
हमारा घर छोटा होने के कारण हमने एक होटल बुक कर लिया था जहां हम सभी को 3 दिन तक रहना था और शादी की सभी रस्में वहीं होनी थीं.

धीरे धीरे मेहमानों का आना शुरू हो गया और जब शादी के 3 दिन बचे तो हम सभी लोग पहले से बुक किए गए होटल में चले गए.
होटल में काफ़ी सारे कमरे थे, जहां पर सभी को अलग अलग कमरा दिया गया था.

मेरे पापा ने 4 कमरे अलग रिजर्व रखे थे क्योंकि उनके ऑफिस के दोस्त आने वाले थे.

होटल में पहला दिन सामान्य ही गुजरा और सभी लोगों ने उत्साह के साथ शादी की रस्मों को एन्जॉय किया.

हम लोगों को होटल में एक ही दिन हुआ था और रात में देर से सोने के कारण सुबह मेरी नींद जल्दी नहीं खुली.
सुबह के साढ़े आठ बजे का समय हो रहा था और मेरे पापा जल्दी जल्दी मेरे कमरे में आए.

उन्होंने मुझे उठाया और जल्दी फ्रेश होने के लिए कहा.
उन्होंने मुझे बताया कि मेरे ऑफिस के गेस्ट आ रहे हैं और तुम्हें ही उनके रहने खाने का प्रबंध करना है.

मैं जल्द ही तैयार हो गई और पापा ने मुझे कार लेकर रेल्वे स्टेशन जाने के लिए कहा.

पापा ने मुझे किसी अंकल का मोबाइल नंबर दिया और उन सभी को स्टेशन से होटल लाने के लिए बोले.
मैं कार लेकर रेल्वे स्टेशन चली गई.

सुबह दस बजे ट्रेन आ गई और सभी यात्री स्टेशन से बाहर निकलने लगे.

मैंने उस नंबर पर फोन किया और अंकल लोगों को अपनी कार का लोकेशन बताई.
जल्द ही वे सभी मेरी कार तक पहुंच गए.

वे 4 लोग थे और मैं उन्हें लेकर होटल की तरफ चल दी.

कार में पीछे की तरफ 3 अंकल और सामने सीट पर एक अंकल बैठे हुए थे.
मेरे बगल वाले अंकल मुझसे बातें करने लगे.

मेरे बारे में उन्होंने जानकारी ली और अपने बारे में बताया कि वे मेरे पापा के बॉस हैं.
पीछे बैठे हुए सभी अंकल शांत थे और पापा के बॉस लगातार मुझसे बातें कर रहे थे.

बेंगलोर के होने के कारण उनकी हिंदी थोड़ी कमजोर थी लेकिन मुझे समझ आ रही थी.
उनका नाम माधव रेड्डी था.

ऐसे ही बात करते हुए हम लोग होटल पहुंच गए और मैं उन सभी को उनके कमरों में ले गई.
इसके बाद मैंने रेड्डी अंकल से कहा- आप लोग फ्रेश हो लीजिये और किसी भी चीज की आवश्यकता हो, तो मुझे कॉल कर लीजिएगा.

इसके बाद मैं मम्मी के साथ मिलकर शादी का काम करने लगी.

उसी शाम को होटल में ही संगीत का कार्यक्रम था और सभी लोग उसकी तैयारियां कर रहे थे.

कुछ देर बाद रेड्डी अंकल का फोन आया और उन्होंने नाश्ते के लिए कहा.
होटल में सभी लोग व्यस्त थे तो मैं ही उन सबके लिए नाश्ता लेकर चली गई.

बारी बारी से मैंने उन सभी के कमरों में नाश्ता दिया और आखिर में मैं रेड्डी अंकल के कमरे में पहुंची.

दरवाजा खोलते ही मेरी नजर रेड्डी अंकल पर पड़ी, जो केवल हाफ लोवर पहने हुए बिस्तर पर बैठे हुए थे.
शायद अभी अभी वह नहा कर आए थे.

उनका खुला हुआ बदन देखकर मुझे अन्दर से ही अच्छा नहीं लगा और मैं जल्दी से नाश्ता देने के बाद वहां से चली गई.

इसके बाद मैं शादी के काम में व्यस्त हो गई लेकिन उस दिन शाम तक उन्होंने मुझे कई बार फोन किया और कुछ न कुछ काम के बहाने मुझे अपने कमरे में बुलाते रहे.

मैं जितनी बार उनके पास जाती वह बिल्कुल उसी स्थिति में ही मिले … हाफ लोवर और ऊपर कुछ भी नहीं.

दोपहर में जब मैं उन्हें खाने के लिए बोलने गई तो उन्होंने मुझसे कहा- अगर तुम यहीं खाना भिजवा दो तो बड़ी मेहरबानी होगी.
उस वक़्त उनके कमरे में शराब की महक से मुझे पता चल गया कि इन्होंने ड्रिंक की हुई है.

ये सब बात मैंने किसी से नहीं कही और उनके कमरे में खाना भिजवा दिया.

शाम को मेंहदी और संगीत का कार्यक्रम था.
तो हम सभी लोग तैयार होकर होटल के बड़े से हॉल में मौजूद थे.

उस दिन मैंने लहंगा चोली पहनी हुई थी.
हम सभी फैमिली के लोग संगीत के कार्यक्रम का मजा ले रहे थे और नाच गाना चल रहा था.

उसी वक़्त पापा के चारों दोस्त भी तैयार होकर वहां पहुंच गए और सामने की तरफ बैठ गए.
मैं भी मंच में मौजूद थी और सभी के साथ नाच रही थी.

पापा के बॉस की नजर बिल्कुल मेरे ऊपर ही टिकी हुई थी और वे किसी और ही धुन में लग रहे थे.
वे मेरे अलावा किसी और को नहीं देख रहे थे.

कुछ देर बाद मैंने गौर किया कि उनकी नजर मेरी नाभि पर थी क्योंकि लहंगा चोली के बीच में मेरा पेट खुला हुआ था और मेरी गहरी नाभि सामने ही दिख रही थी.

उनके इस तरह से देखने के कारण मुझे काफ़ी गंदा फील हो रहा था क्योंकि उम्र में वे मेरे पापा से भी बड़े थे और इसके बाद भी वे मुझे गंदी नजर से देख रहे थे.

ऐसा नहीं था कि मुझे कुछ पता नहीं था, मैं सब कुछ समझ रही थी और अपने बॉयफ्रेंड के साथ मैंने हर तरह से मजे लिए थे.

जब तक संगीत का कार्यक्रम चला, पापा के बॉस बस मुझे ही देखते रहे.

उसके बाद सभी लोग खाना खाने के लिए चल दिए.
सभी मेहमान खाना खा रहे थे लेकिन मैं और मेरा भाई उनकी सेवा में लगे हुए थे.

इतने में पापा मेरे पास आए और मुझसे बोले- बेटा जरा देखना, रेड्डी साहब कहां गए क्योंकि सभी मेहमान खाना खा रहे है … लेकिन उनका कहीं पता नहीं है!

पहले तो मैंने उनके नंबर पर फोन किया लेकिन उनका फोन नहीं लगा तो मैं उनके कमरे की तरफ चल दी.

मैंने उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया.
रेड्डी साहब ने दरवाजा खोला और मैंने उनसे कहा- अंकल, खाना शुरू हो गया है … और पापा आपको बुला रहे हैं.

वे मुस्कुराते हुए बोले- अरे बस बस तुम दो मिनट रुको, मैं साथ ही चलता हूँ.

मैं उनके कमरे में अन्दर चली गई और उधर देखा कि रेड्डी साहब ड्रिंक कर रहे थे.

रेड्डी अंकल- अरे नेहा बुरा मत मानना लेकिन मुझे खाने से पहले पीने की आदत है … प्लीज ये सब किसी को मत बताना.
मैं बोली- नहीं नहीं अंकल आप चिंता न करें … मैं किसी को नहीं बताऊंगी.

मैं वहीं पर खड़ी थी और अंकल मेरे सामने ही जल्दी जल्दी दो पैग पी गए.

इसके बाद उन्होंने मुझसे कहा- चलो अब चलते हैं खाना खाने!
हम दोनों वहां से चल दिए और रास्ते में रेड्डी अंकल ने मुझसे बात करने लगे.

‘नेहा तुमने खाना खा लिया क्या?’
‘नहीं अंकल, अभी नहीं.’

‘तो फिर आज हम आपके साथ ही खाना खाएंगे!’
‘जी जरूर अंकल, क्यों नहीं!’

इसके बाद हम दोनों ने खाने की जगह पर जाकर अपनी अपनी प्लेट में खाना लिया और अलग अलग कुर्सी पर जाकर बैठ कर खाना खाने लगे.

ज्यादातर लोगों ने खाना खा लिया था और वहां ज्यादा लोग नहीं थे.
रेड्डी अंकल लगातार मुझसे बातें किए जा रहे थे और बीच बीच में मेरी सुंदरता की तारीफ किए जा रहे थे.

शराब के न/शे का असर साफ साफ उन पर दिखाई दे रहा था.

खाना खाते हुए भी उनकी निगाहें बार बार मेरे सीने पर जा रही थीं क्योंकि मेरे बूब्स बिल्कुल तने हुए थे.

मैं सब समझ रही थी कि रेड्डी अंकल की नजर कहां जा रही है और मुझे उनकी नीयत का भी अहसास हो गया था.
उनकी जगह अगर कोई मेरे उम्र का लड़का होता तो शायद मैं उसे लाइन देने लगती लेकिन वे उम्र में मेरे पापा से भी बड़े थे. उनके बारे में तो सोचकर ही गंदा लग रहा था.

खाना खाने के बाद हम लोग अपने अपने कमरे में चले गए और रात में मैं अपनी एक मौसी की बेटी के साथ सो रही थी.

मुझे काफ़ी देर तक नींद नहीं आ रही थी और मुझे बार बार रेड्डी अंकल की नजर याद आ रही थी.

जिस प्रकार से वह मेरे बदन को देख रहे थे, उसे याद करके मुझे कुछ कुछ हो रहा था.

अगले दिन शादी थी और किसी तरह से मैं सो गई.

अगली सुबह जल्दी उठने के बाद मैं शादी के काम में लग गई.
उस वक्त मैं नाईट गाउन पहनी हुई थी.

मम्मी मेरे पास आईं और मुझसे बोलीं- जल्दी से नहाकर तैयार हो जाओ, कुछ सामान लेने बाजार जाना है.
मैं जल्दी से रूम में नहाने के लिए गई लेकिन मेरे रूम का बाथरूम खाली नहीं था.

मैंने अगल बगल के सारे रूम के बाथरूम देखे लेकिन कहीं भी बाथरूम खाली नहीं था.
तभी मेरी नजर रेड्डी अंकल पर पड़ी, जो अपने रूम के बाहर टहल रहे थे.

मैं उनके पास गई और बोली- अंकल आपके रूम का बाथरूम खाली है क्या? मुझे नहाना है!

उन्होंने कहा- हां हां, चली जाओ कोई प्रॉब्लम नहीं है.
मैं उनके बाथरूम में गई और नहाने लगी.

नहाने के बाद मैंने अपनी ब्रा पैंटी वहीं बाथरूम में रख दी और सोचा कि बाद में ले जाऊंगी.
इसके बाद मैं बाजार चली गई.

दोपहर में बाजार से आने के बाद मैं अपनी ब्रा पैंटी लेने रेड्डी अंकल के बाथरूम में गई.

वहां मैंने देखा कि मेरी ब्रा पैंटी नीचे फर्श पर पड़ी हुई है जबकि मैं उसे हुक में टांग कर गई थी.

मैंने ब्रा पैंटी उठाई तो देखा कि मेरी पैंटी पर चिपचिपा सा कुछ लगा था.
ध्यान से देखने के बाद मैं जान गई की ये तो वीर्य है.

अब मैं सब कुछ समझ गई कि रेड्डी अंकल ने मेरी पैंटी पर मुट्ठ मारी थी और अपना वीर्य पैंटी पर गिराया है.

मैं जान गई की रेड्डी अंकल मेरे प्रति कितनी गंदी सोच रखते हैं जबकि मैं उनकी बेटी जैसी हूँ.

उनके कमरे से आने के बाद मैंने उस ब्रा पैंटी को डस्टबिन में डाल दिया क्योंकि मैं उसे साफ नहीं करना चाहती थी.
ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी लेकिन मैं उस बात को किसी से बता भी नहीं सकती थी.

फिर मैं अपने काम में व्यस्त हो गई.
शाम को शादी के दौरान भी रेड्डी अंकल की निगाहें मुझ पर ही टिकी हुई थीं.

उस दिन मैंने साड़ी पहनी हुई थी और मेरी नाभि, कमर और पेट दिखाई दे रहा था.

बार बार रेड्डी अंकल मेरी नाभि पर अपनी नजर टिका रहे थे और मैं उन्हें अनदेखा करती हुई अपनी नाभि को साड़ी के पल्लू से ढक रही थी.

किसी तरह शादी हुई और अगली सुबह वे लोग बेंगलोर के लिए रवाना हो गए.
हम लोग भी होटल से अपने घर आ गए और कुछ दिन में सारे मेहमान भी चले गए.
हमारी लाइफ सामान्य ढंग से चलने लगी.

कुछ दिन में मेरा भाई और भाभी हनीमून के लिए चले गए और पापा भी अपने काम पर वापस चले गए.
अब घर पर मैं और मेरी मम्मी ही थे.

फिर एक दिन सुबह सुबह मेरे मोबाइल पर एक मैसेज आया.

मैंने देखा तो रेड्डी अंकल ने मुझे गुडमॉर्निंग का मैसेज भेजा था.
शादी के दौरान ही उनके पास मेरा नंबर चला गया था और उन्होंने नंबर सेव कर लिया होगा.

मैंने मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया और रेड्डी अंकल रोज सुबह और रात में मुझे गुडमॉर्निंग गुडनाइट का मैसेज भेजने लगे.
लेकिन मैंने कभी उनके मैसेज का जवाब नहीं दिया.

करीब एक महीने तक ऐसा ही चलता रहा.
एक रात मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी.

नींद नहीं आने के कारण मैं मोबाइल चला रही थी और रोमांटिक वीडियो देख रही थी जो कि मुझे काफ़ी पसंद हैं.

रोमांटिक वीडियो देखते हुए ही मैं ब्लू फ़िल्म देखने लगी क्योंकि मैं उस वक़्त गर्म हो चुकी थी.

एक हाथ से मोबाइल पकड़ी हुई थी और मेरा दूसरा हाथ सलवार के अन्दर जाकर चूत को सहला रहा था.
दो साल से मैंने चुदाई नहीं करवाई थी और मेरे अन्दर जवानी की गर्मी भरी हुई थी.

उस वक़्त रात के 11 बज रहे थे और तभी मेरे मोबाइल पर रेड्डी अंकल का गुडनाइट मैसेज आया.
मैंने मैसेज देखा और सोचने लगी कि आज इनको जवाब दूं या न दूं!

उस वक़्त मैं एक बात सोच रही थी कि अगर जवाब देती हूँ तो इनको बढ़ावा मिल जाएगा और ये आगे भी मैसेज करेंगे.

फिर मैंने सोचा कि क्यों न इनसे मोबाइल पर ही टाइम पास किया करूं. वैसे भी अभी मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है और कौन सा ये इतनी दूर बेंगलोर से यहां आने वाले हैं.

बस मेरी यही सोच मेरे लिए गलत साबित हुई और ऐसा मैं क्यों कह रही हूँ … यह आपको आगे पता चलेगा.

तो दोस्तो, पापा के दोस्त रेड्डी अंकल ने किस तरह से मुझे सैट किया और मेरी जवानी का रस दबा कर चूसा … वह सब आपको आगे मालूम पड़ेगा.

अब तक की इंडियन गर्ल X कहानी पर आपके क्या विचार हैं, प्लीज मुझे जरूर बताएं.
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