चाची की दो भानजियों की चुदाई की कहानी- 3

(Jawan Ladki Ka Sex Jagaya)

जवान लड़की का सेक्स जगाकर मैंने उसे गांड चुदाई के लिए तैयार कर लिया. पर वो मेरे बड़े लंड को देखकर डर रही थी. तो मैंने उसकी अम्मी को बुला लिया.

फ्रेंड्स, मैं जीशान, आपको अपनी चाची की भानजी अंजुमन और आलिया की चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.

कहानी के दूसरे भाग
चाची की बहन को भाई से चुदवाया
में अभी तक आपने पढ़ा था कि मैं आलिया को चोदने के चक्कर में था और उस जवान लड़की का सेक्स जगाने में लगा था.
चूंकि उसकी शादी तय हो गई थी और मुझे उसकी सीलपैक चूत की चुदाई का मजा लेना था.

इसलिए मैं उससे शादी की तैयारी की जुल देकर कसरत आदि करवाने लगा व उसके साथ खुल कर बात करने लगा.

आलिया- इतने गंदे शब्द कभी नहीं सुने हैं मैंने!
मैं- अरे इसमें क्या गंदगी है, इसके बिना न तुम पैदा हुई, न मैं.

आलिया- अच्छा, ये बता कि मैं अपने फिगर को ठीक कैसे कर सकती हूँ?
मैं- एक्सरसाइज करना होगा.

मैंने आलिया को 20 पुशअप्स और 50 सिट अप्स करवाया. इससे आलिया थक गई.
आलिया- बाप रे, इतना सब करना पड़ेगा, मुझसे नहीं होगा रे बाबा.

मैं- धीरे धीरे आदत हो जाएगी कल शाम को आ जाना.

अब आगे :

आलिया पसीने में भीग गयी थी, थोड़ी देर रुकने के बाद वो चली गई.
चाची और मेरा भाई अन्दर मजे ले रहे थे.
मैं चुपचाप अन्दर चला गया.
चाची मेरे भाई के ऊपर चढ़ गई थीं.

‘आआह ऊऊ …’ की सिसकारियां रूम में गूंज रही थीं.
मैंने पीछे से चाची को कसके पकड़ लिया.

चाची- तेरा भाई तो अब मस्त चोद रहा है.
मैं- इसको भी एक बार फार्महाउस लेकर जाना पड़ेगा.

जीलान- फार्महाउस क्यों?
चाची- क्योंकि फार्महाउस में बहुत सारा मज़ा आएगा.

मैं- मैंने इन तीनों को वहां ले जाकर एक पूरा दिन चोदा है.
जीलान- बाप रे, कैसे? इतना टाइम तक कैसे खड़ा रहेगा?

मैं- उसके लिए दवाई भी है.
जीलान- भाई, तूने जिंदगी में क्या नहीं किया है, सारे मजे ले चुका है. मुझे भी फार्म हाउस लेकर चलो.

मैं- इतना जल्दी नहीं, इस बार इन तीनों के सात अंजुमन, आलिया को भी साथ लेकर जाएंगे.
चाची- वाह रे … पांच औरतें और तुम 2 मर्द, शांत कर पाओगे?

मैं- मेरी चाची जान, मैं अकेला काफी हूँ. अब तो मेरा भाई भी आ गया, अब तो चूत गांड सब पेलेंगे.
चाची- पेल दो, अब मुझे भी पेल दो.

मैं- कुछ नया ट्राई करते हैं.
चाची- नया क्या?

मैं- थ्री-सम. मैं गांड में डालूंगा, अभी आप वैसे ही रहो.

मैं पीछे से गांड में लंड डालने की कोशिश कर रहा था. जैसे वीडियो में दिखाते हैं. हालांकि थ्री-सम इतना आसान नहीं है. गांड में लंड अन्दर जा नहीं रहा था. बहुत कोशिश के बाद छेद में थोड़ा सा अन्दर गया.

चाची की गांड फट गई.
वो विरोध करने लगीं और चीखने लगीं- नहीं जीशान, मुझसे नहीं होगा … आंह निकालो. मैं तुम्हें बाद में मजा दूंगी, प्लीज निकालो.
मैं- मजा आएगा, बस थोड़ी देर दर्द होगा.

मैं चाची की कहां कुछ सुनने वाला था. मैंने और ज़ोर लगाया और एक करारे धक्के से पूरा लंड अन्दर पेल दिया.
चाची हिलने लगीं, मैंने कसके पकड़ा हुआ था.

चाची- आआह … मादरचोद, तुम दोनों मुझे मार दोगे … निकालो यहां से. मुझे पहले रंडी बनाया, फिर अपना गुलाम बनाया … आह तेरे भाई की रंडी भी बना दिया. अब दोनों मिल कर पेल रहे हो. याल्ला मुझे बचा ले.

जीलान डर गया और लंड बाहर निकालने लगा.
मैं- तू बाहर क्यों निकाल रहा है. अन्दर डाल ना … आज चाची को जन्नत दिखाएंगे.

जीलान- लेकिन चाची को इतना दर्द हो रहा है, इतनी गाली दे रही हैं.
मैं- ये सब नाटक है, अभी मजे भी लेंगी.

चाची- भोसड़ी के नाटक नहीं है, मेरी तो फट गई.

भाई को इशारा करते हुए हम दोनों एक बार फिर से लग गए और धीरे धीरे चोदने लगे.

चाची- आआह ऊऊह मैं मर गई … मुझसे नहीं होगा अब … प्लीज बेटा मुझे छोड़ दे … तेरा बड़ा भाई नहीं सुनेगा, तू तो सुन ले.
मैं- अरे धक्के ज़ोर से कर ना … अब मजा आएगा.

दोनों जोरदार धक्के मारने लगे.
रूम चाची की चीखों से और फक फक की आवाज से गूंज रहा था.
चाची की आंखों में आंसू आने लगे.

मैं- चाची जान, मजे ले लो ना, रो क्यों रही हो?
चाची- साले मादरचोद यहां मेरी फटी पड़ी है, तेरी नहीं … आंह जल्दी निकाल अब.

चाची की आवाज़ भी धीमी हो गई थी दर्द बहुत ज़्यादा हो रहा होगा.
बिना देर किए हम दोनों ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगे.

जीलान का जल्दी हो गया क्योंकि वो बहुत देर से कर रहा था और एक बार पहले ही झड़ चुका था.

जीलान- मेरा हो गया.
मैं- चाची नीचे आ जाऊँ?
चाची- साला इतनी देर में एक अच्छी बात बोला है … चल नीचे ही आ जा.

जीलान वाशरूम गया और मैं चाची को प्यार से चोदने लगा.

चाची- ऐसा हर दिन तो नहीं करेगा? इतना बेरहमी से चोदता है ना, मुझे तो मेरा जबरदस्ती जैसा सेक्स लगता है.
मैं- तुम्हें मजा नहीं आता है?

चाची- मजा आता है, मजे के साथ दर्द भी तो होता है.
मैं- मजा चाहिए तो दर्द भी तो सहन पड़ेगा.

ये कह कर मैंने तेज झटका दे मारा.
चाची- अब आराम से कर ले … आआह ऊम्म्म.

दस मिनट मजेदार चुदाई के बाद मैं चाची की चूत में ही झड़ गया.
चाची बहुत खुश हुईं. उनके मम्मों को मैं थोड़ी देर तक चूसता रहा था.

चाची- इतना बेरहमी से चोदने वाला भी बच्चे की तरह दूध पी रहा है.
मैं- मैं तुम्हारा बच्चा ही तो हूँ.

चाची- ये बता, आलिया का किस्सा कहां तक आया है?
मैं- एक वीक लगेगा. अभी तो शुरू किया है.

चाची- और अंजुमन?
मैं- पहले आलिया का होने दो.

चाची- फार्महाउस का प्लान कब है?
मैं- 15 दिन बाद.

फिर ऐसे ही प्यार से चाची को बाय कह दिया और मैं वहां से निकल गया.
दूसरे दिन शाम को उसी टाइम पर चाची के घर आया.

आलिया इन्तजार कर रही थी.
मैं डम्बल्स, वेटलिफ्टिंग रॉड, स्किपिंग रोप, बॉडी बेल्ट, ग्लव्स सब लेकर आया था.

आलिया- मेरा बदन पूरा बहुत दर्द हो रहा है.
मैं- आज और मजा आएगा.

चाची- ये जिम कब से करना शुरू किया है?
मैं- सेहत के लिए अच्छा है, आप भी करो ना.

चाची- नहीं बाबा, मैं अभी ठीक हूँ.

कल की तरह जीलान चाची के साथ मज़े करने अन्दर चला गया और मैं आलिया के साथ सैटिंग कर रहा था.
आलिया को डम्बल्स दे दिए, वो उठा नहीं पा रही थी क्योंकि वो 10 किलो के डम्बल थे.

मैं मदद करने लगा और डम्बल के बहाने में उसके बूब्स को बार बार टच करने लगा था.

एक एक्सरसाइज पीठ के बल लेट कर डम्बल दोनों हाथ से ऊपर नीचे करना, ये करने के वक़्त तो मैंने उसके दोनों बूब्स के ऊपर दोनों हाथ रख दिए.

वर्कआउट के कारण वो पसीने से पूरा भीग गयी थी.

मैं- अगर पसीना ज़्यादा आ रहा है तो टी-शर्ट निकाल दो.
आलिया- नहीं, ऐसे ही रहने दो.

मैं- ऐसे छोटे बच्चों की तरह शर्म ना करो. क्या डेवलपमेंट हुआ है, वो दिखना भी तो चाहिए.
आलिया- लेकिन, मैंने ऐसे किसी के सामने नहीं किया है.

मैं- अरे कोई नहीं, मैं किसी को नहीं बताऊंगा … हम एक फैमिली हैं.

बहुत देर तक समझाने के बाद उसने टी-शर्ट निकाल दी.
उसके बूब्स इतने भी छोटे नहीं थे, ब्लू कलर वाली ब्रा पहनी थी और गोरा बदन था.
उसकी ब्रा भी काफी लूज़ थी.

मैं- ऐसी ब्रा में वर्कआउट नहीं कर पाओगी. तुमको स्पोर्टज़ ब्रा पहनना होगा.
आलिया- स्पोर्टज़ ब्रा क्या होती है, ब्रा तो ब्रा होती है.

मैं- अरे वो काफी टाइट रहेगी, उसकी वजह से पसीना और ज़्यादा आएगा और बॉडी का शेप भी बनेगा.
आलिया- मैं अब कहां से लेकर आऊं?

मैं- मैं चाची को बोलूंगा, वो तुम्हें हेल्प करेंगी.
आलिया- नहीं, आंटी को कुछ मत बताओ यार.

मैं- अरे कोई नहीं, चाची समझ जाएंगी, मैं बताऊंगा.
आलिया- ठीक है.

मैं- आज के लिए काफी है, घर जाकर रेस्ट करो.
आलिया- ठीक है, बाई.

ऐसे ही एक हफ्ता हर दिन ऐसे ही चलता था, हर दिन मैं वर्कआउट करवाता था और शाम को चाची के साथ मज़ा.

लेकिन एक हफ्ते के बाद वर्कआउट के समय कुछ ऐसा हुआ.

आलिया- जीशान ऐसे नहीं होगा, एक हफ्ते से कुछ बदल नहीं है, तू भी तो देख रहा है. इंगेजमेंट 2 महीने में है और शादी 4 महीने में, कोई शॉर्टकट है?
मैं- हां, है ना … ये तुम्हें एक साल पहले ही करना था. एक शॉर्टकट है, लेकिन …

आलिया- लेकिन क्या?
मैं- उसमें कुछ प्रॉब्लम है.

आलिया- क्या प्रॉब्लम है, ठीक से बताओ?
मैं- बूब्स को चूसना पड़ेगा.

आलिया- क्या?
मैं- चूसने और दबाने से बढ़ते हैं.

आलिया- सच्ची?
मैं- हां. इसीलिए ही तो दूध पिलाने वाली मां के बूब्स बड़े होते हैं.

आलिया- अच्छा.
आलिया- फिर ये गांड का?

मैं- वो फिर बताता हूँ.
आलिया- तेरे साथ रहकर मैं भी गंदे शब्द बोलने लगी हूँ.

मैं- अरे अपने बीच क्या अच्छा क्या बुरा और क्या शर्म?
आलिया- और कोई ऑप्शन नहीं है क्या?

मैं- बहुत सारे टेबलेट्स आदि सब हैं, लेकिन बहुत सारे साइड इफेक्ट्स हैं. यही एक बेस्ट तरीका है.
आलिया- ठीक है.

मैं- ये ब्रा निकाल दो.
आलिया बहुत शर्म से धीरे धीरे ब्रा निकालने लगी.

क्या मस्त नज़ारा था यार, उसके गोरे बूब्स और सख्त निप्पल्स.
उसने जैसे ब्रा निकाली, मैंने दोनों हाथ मम्मों पर रख दिए और ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा.

आलिया- आह धीरे से कर ना … दर्द हो रहा है.
मैं- पहली बार है ना, इसलिए.

उसके निप्पल्स सख्त होने लगे, उसको भी मजा आने लगा लेकिन वो डर भी रही थी.

मैं करीब 15 मिनट दूध मसलता रहा.

फिर मैंने उसके मम्मों को चूसना शुरू कर दिया.
मैं मम्मों को ऐसे चूस रहा था, जैसे कोई बच्चा दूध पी रहा हो.

धीरे धीरे आलिया सिसकारियां लेने लगी- ऊऊम्म्म्म आआह.
मैं- तुम मजे लो, मैं कुछ नहीं समझूँगा … खुल कर मजे लो.

मैं ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था.
अब मेरे पास मौका था, मैं बूब्स के साथ उसका बदन पूरा चूमने लगा.

वो एकदम गर्म हो गयी- जीशान, क्या कर रहा है?
मैं- मुझे भी थोड़ा मज़े लेने दो न!

मैंने उसको कसके पकड़ लिया, वो विरोध करने लगी.

मैं- अब देखो तुम्हारे बूब्स.

करीब आधा घंटा मसलने के बाद और आधा घंटा चूसने के बाद बूब्स एकदम टाइट हो गए थे और निप्पल्स एकदम सख्त थे.
इसके कारण बूब्स थोड़ा बड़े दिख रहे थे.

आलिया- हां यार, इसका असर हुआ है. अब गांड का क्या करना है?
मैं- इसके लिए गांड में कुछ करना होगा.

आलिया- क्या?
मैं- लंड डालना होगा.

आलिया- क्या? मतलब सेक्स. नहीं नहीं बिल्कुल नहीं.
मैं- सेक्स नहीं, तुम वर्जिन ही रहोगी.

आलिया- वो कैसे?
मैं- क्योंकि मैं चूत में कुछ नहीं करूँगा.

आलिया- मैं अभी कुछ नहीं कह सकती. कल सोचकर बताती हूँ और कल तुम घर आ जाना, मम्मी बाहर जा रही हैं. वहीं ये सब करेंगे.
मैं- ठीक है.

दूसरे दिन मैंने सलमा आंटी को कॉल किया.

मैं- हैलो आंटी, मैं कल शाम आ रहा हूँ.
सलमा- हां आलिया बोली थी. वैसे कहां तक पहुंच गया?

मैं- कल कैसे भी करके उसकी गांड मारूंगा.
सलमा- पहले ही गांड क्यों?

मैं- मैं सब कल बताऊंगा, पहले ये सुनो, कल मेरे कॉल करते ही अन्दर आ जाना, मैं लॉक नहीं डालूंगा.
सलमा- ठीक है.

मैं- और तुम अपना ड्रामा शुरू कर लेना.

शाम को मैं आलिया के घर गया, कोई नहीं था.
आलिया ने दरवाजा खोला.

मैं- क्या सोचा?
आलिया- मुझे ये सब बिल्कुल पसंद नहीं है.

मैं- तो?
आलिया- लेकिन मैं मान गयी, ये बात किसी को पता नहीं चलना चाहिए.

मैं- लेकिन एक शर्त पर!
आलिया- क्या है वो?

मैं- ये हम दोनों मज़ेदार करेंगे, तुम्हें सहयोग करना होगा.
आलिया- ठीक है.

बस मैं शुरू हो गया, आलिया को ज़ोर ज़ोर से चूमने लगा.
वो पहले सहयोग नहीं कर रही थी, लेकिन धीरे धीरे सहयोग करने लगी.

मैं लिपकिस करने लगा. उसके मुँह में मुँह डालकर उसके होंठ चूसने लगा.

आलिया- इतना मस्त किस करना कैसे सीखा?
मैं- बैंगलोर में रहता हूँ. इतना तो आता ही है.

फिर मैं धीरे धीरे उसके कपड़े निकलने लगा.
वो बस अब ब्रा और पैंटी में थी.
मैं ज़ोर ज़ोर से चूम रहा था, चूस रहा था.

अब रहा नहीं जा रहा था, मैंने उसकी पैंटी उतार दी.

आलिया ने शर्म के मारे आंखें बंद कर लीं.
क्या मस्त थी यार उसकी चूत … एकदम गुलाबी चुत, गोरा बदन … उसके ऊपर एक भी झांट का बाल नहीं था, उसने शायद आज ही शेविंग की हुई थी.

मैं चूत के ऊपर उंगली फेरने लगा.

आलिया- तुमने बोला था कि चूत को टच नहीं करोगे?
मैं- तुमको ही मजे दे रहा हूँ.
आलिया- नहीं, तुम बस गांड का देखो.

मुझे गुस्सा आ गया, मैंने सलमा आंटी को आने के लिए मैसेज कर दिया.

मैं- मुझे सहयोग नहीं करोगी तो मैं कुछ नहीं कर सकता.
आलिया- बोलो मैं क्या करूँ?
मैं- मुझे चूमो और मेरे कपड़े उतारो.

उसने मुझे चूमना शुरू किया.
क्या मस्त चूम रही थी यार, मेरे मुँह के अन्दर मुँह डालकर मेरा जल पी रही थी.

चूमते चूमते वो मेरे कपड़े उतारने लगी. मैं अभी सिर्फ अंडरवियर में था.
उसने मेरा अंडरवियर भी नीचे खींच दिया.

आलिया- बाप रे इतना बड़ा, क्या ये मेरी गांड में जाएगा? नहीं नहीं, नहीं होगा.

इतने में बिना कोई आवाज किए सलमा आंटी आ गईं.
उन्हें आया देख कर आलिया शॉक हो गई.

सलमा- आलिया, ये क्या कर रही है तू? जीशान, तुमसे ये उम्मीद नहीं थी?

अब आगे आलिया की सीलतोड़ चूत चुदाई का मजा लिखूंगा.

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जवान लड़की का सेक्स कहानी का अगला भाग:

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