जवान लड़की की चूत चुदाई की शुरुआत-3
(Jawan Ladki Ki Chut Chudai Ki Shuruat- Part 3)
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अब तक आपने पढ़ा था कि मुझे डिल्डो से अपनी चूत की खुजली मिटवाने की आदत पड़ चुकी थी.
अब आगे..
इसी तरह से लंच के समय लड़कियों के बीच में इस किस्म की बातें होती रहती थीं. कुछ दिनों बाद मुझे एक केस दिया गया, जिसकी रिपोर्ट बना कर मुझे देनी थी.
मैंने एक लड़की से पूछा कि इस तरह की छानबीन किस तरह से करनी होती है?
वो लड़की शादीशुदा थी, मगर उसका जवाब सुन कर मैं हैरान हो गई. उसने मुझे बताया कि इसकी रिपोर्ट बनाने के लिए तुम्हें 3-4 दिन शहर से दूर जा कर गांव में निरीक्षण करना पड़ेगा और वहां जाकर लोगों से पूछना पड़ेगा कि वो इस बारे में क्या सोचते हैं और उनसे लिखवाना भी होता है ताकि रिपोर्ट को कोई ग़लत ना कह सके. मगर तुम क्यों चिंता करती हो.
उसने एक लड़के का नाम बताया और बोली- ये तुम्हारी सारी सहायता कर देगा तुम्हें कहीं जाना भी नहीं पड़ेगा. हां मगर उसके साथ थोड़ा समय देना पड़ेगा और घूमने का मतलब तो आप जानती ही होंगी कि किसी लड़के के साथ जाने का मतलब क्या होता है.
मैंने कहा- आपको कैसे पता कि वो यह सब करता है.
तब उसने जवाब दिया- किसी से कहना नहीं.. मैं भी उसके नीचे पड़ चुकी हूँ और मेरी रिपोर्ट भी वो ही बना कर देता है. मैं अपने पति से कह देती हूँ आज इंस्पेक्शन पर जाना है और बस मैं उसके लंड के साथ पूरी रात बिता देती हूँ. वो मेरी रिपोर्ट तैयार करके अगले दिन दे देता है. दिखावे के लिए मैं घर पर अपने पीसी पर कुछ इधर की चैटिंग करके पति को बता देती हूँ कि मुझे सुबह इस रिपोर्ट का प्रिंट आउट निकाल कर दे देना. मेरा पति समझता है कि मैं बहुत मेहनत कर रही हूँ.. जबकि मेहनत मेरी चूत करती है.
मैंने उस लड़की से पूछा कि जब तुम पूरी तरह से चुद कर आती हो तो तुम्हारा पति तुमको फिर से चोदता होगा?
वो बोली- नहीं रे.. मैं उसको हाथ भी नहीं लगाने देती.. यह कह कर कि मैं काम से बहुत थकी हुई हूँ, आज मुझे हाथ ना लगाओ. बस वो मान जाता है. इस तरह से नौकरी भी आराम से चलती है और चूत को भी दो लंड का मज़ा मिल जाता है. हां यह बात किसी से ना कहना. वैसे एक बात तुमको बता दूं, यहां सभी इसी तरह की ही हैं.. कोई नहीं जो गंगा में डुबकी ना लगा चुकी हो. जिनकी शादी नहीं हुई वो तो खुल्लम खुल्ला जाती हैं बिना झिझक के चुदवाती हैं.
मुझे ये तो पता लग गया था कि यहां पर लड़कियां अपनी चूत के बल पर ही नौकरी को निभा रही हैं वरना काम करने में तो इन सबकी माँ चुदती है. अब मुझे उन लड़कियों का भी थोड़ा देखना था, जिन की शादी नहीं हुई और वो कैसे काम करती हैं.
कुछ देर बाद मैं एक लड़की के पास गई और उससे बोली- मुझे तुमसे कुछ पूछना है.. जब समय मिले तो मुझे बुला लेना या मेरे पास आ जाना.
शायद वो खुद मुझसे कुछ पूछना चाहती थी, इसलिए बोली- तुम अपनी सीट पर चलो.. मैं अभी आती हूँ क्योंकि यहां पर तो कोई ना कोई आता ही रहेगा, वरना यह फोन तंग करेगा.
कुछ देर बाद वो आई तो बोली- चलो हम लोग बाहर जाकर कहीं कॉफी पी कर आते हैं.. कैंटीन में भी कोई आ जाएगा.
मैं तो चाहती ही थी कि इससे अकेले में पूरी तरह से बात करूँ इसलिए मैं भी जल्दी से तैयार हो गई.
थोड़ी देर बाद हम दोनों ऑफिस से कुछ दूर किसी होटल में बैठे हुए थे, तब उसका फोन बजा. उसने फोन पर जो कहा वो लिख सकती हूँ, पर उस तरफ से क्या कहा गया वो तो मुझे सुनाई ही पड़ा.
फोन देख कर वो उठाते हुए बोली- यार टाइम देख कर तो बात किया करो.. बस एक ही बात तुम्हें तो सूझती है. मैंने कहा तो है कि रात को मिलती हूँ… हां हां यार पूरी रात.. नहीं यार घर पर सभी हैं… फिर क्या. फिर उनसे कुछ ना कुछ बहाना बनाना पड़ेगा.. हां हां पूरी साफ़ करी हुई है… कब का क्या मतलब आज सुबह ही की है.. नहीं मैं जल्दी नहीं निकल सकती… तुम ऑफिस के बाहर नहीं बल्कि दूसरे बस स्टॉप पर… अच्छा ठीक है.
फिर उस का फोन बंद हो गया. मैंने ऐसे शो किया, जैसे मैं किसी और तरफ देख रही थी. उसकी कोई बात नहीं सुनी.
मगर चोर की दाड़ी में तिनका वाली बात, वो खुद ही बोली- साला पीछे ही पड़ जाता है.
मैंने कहा- कौन?
“वो ही जो मुझे चोदता है और कौन.. साला हर बार यही कहता है कि चूत को साफ़ करके आना, जैसे वो मेरी चूत को अपनी प्रॉपर्टी समझता है.”
इससे पहले की मैं कुछ बोलती, वो मुझसे बोली कि यार सच सच बताना कि तुमने वाकयी कभी कोई लंड नहीं लिया?
मैंने कहा- लिया है.. मगर किसी लड़के का नहीं.
यह सुन कर वो उछल पड़ी और बोली- क्या तुमने इस काम के लिए कोई कुत्ता पाला हुआ है?
मैंने कहा- नहीं.. उससे तो मुझे बहुत डर लगता है. मैंने एक हार्ड रबर का लंड रखा हुआ है, जो मुझे चोदता है या जिस से मैं खुद को चोदती हूँ.
वो- यार मुझे भी दिलाओ ना कैसा है वो.. एक बार मैं भी टेस्ट करना चाहती हूँ. सुना है बहुत मज़ा मिलता है उससे?
मैंने कहा- ठीक है दिखा दूँगी मगर किसी से ना बोलना.. वरना सब माँगेगे और मैं नहीं चाहती कि मेरा पति सबको दिखे.
उसने वादा किया तो मैंने भी उससे वायदा कर दिया कि कल उसको दिखला भी दूँगी और एक दिन के लिए दे भी दूँगी.
इस पर वो बहुत खुश हो गई और बोली- यार दोस्त हो तो कोई तुम्हारे जैसा, वरना यहां तो सब साली हरामजादियां ही हैं. एक दूसरे की टाँगें खींचने में लगी रहती हैं.
फिर मैं असली बात पर आई कि जो रिपोर्ट मुझे देनी है, उसे कैसे बनाना होता है.
उसने कहा- तुम यह फाइल मुझे दे दो.. मैं तुमको बनवा कर दे दूंगी. तुम्हें कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है.
मैंने उससे कहा- अगर तुमको ही बनानी है तो मुझे बताओ ना.. मैं बना लूँगी ताकि आगे से भी कोई प्राब्लम ना हो.
उसका जवाब तो उस शादीशुदा वाली से भी ऊंचा था. उसने कहा- मैं कल जाकर एक ऑफीसर से बोलूँगी कि आपके रहते हुए मुझे यह काम करना पड़ रहा है. जब जब मुझे कहते हो तेरी लेनी है, मैं हाज़िर हो जाती हूँ. फिर यह काम भी मुझे ही करना हैं.. तो फिर आगे से मुझे ना बुलाया करो.
उसने मुझे बतलाया कि वो हर वीक में उससे दो बार चुदवा कर आती है. जिसकी वजह से वो खुद ही उसकी रिपोर्ट बना कर देता है. रिपोर्ट पर मेरे साइन होते हैं और मेहनत उसकी होती है. मुझे यह भी पता है कि मेरी जल्दी ही प्रमोशन हो जाएगी. तब देखना सभी कैसे उछलती हैं, जैसे किसी मछली को पानी से बाहर निकाल दिया गया हो. सबकी सब बोलेंगी कि प्रमोशन तो इसकी चूत की हो गई है.. वरना यह क्या कर सकती है.
मैंने उसे फाइल दे दी और उसने कहा- मगर मेरा काम जरूर करना.. कल अपना डिल्डो, जिसे तुम अपना पति बोलती हो.. लाकर मुझे देना ताकि मैं भी उसका मज़ा चख सकूं.
मैंने कहा- एक बार वायदा कर दिया तो कर दिया. मेरी रिपोर्ट बनवा दो, मैं तुम्हें कल ही ला कर दूँगी. तुम उससे पूरी रात चुदवा लेना.
अब अगले ही दिन शाम को वो मेरे पास आई और बोली- लो तुम्ह़ारी रिपोर्ट तैयार है.. मगर तुम मेरे पास नहीं आईं, इसका मतलब है कि मेरा काम नहीं हुआ.
मैंने कहा- यह कैसे हो सकता है, जब मैंने वायदा किया तो उसको निभाना भी मेरा ही काम है. यहां सबके सामने तुम्हें कैसे दिखलाती या देती. तुम शाम को जाने से पहले मुझसे ले लेना.
वो खुश हो गई, उसकी ख़ुशी ठीक वैसी ही थी, जैसे चुदाई की कहानी की किताब मिल गई हो.
अब चूंकि रिपोर्ट तो 4 दिनों में तैयार करना था और दो दिन के लिए बाहर भी जाना था. इसलिए में अगले दिन ऑफिस नहीं गई और उस लड़की से फोन पर बात की.
जैसे ही मैंने उसको हैलो किया तो वो बोली- मीता, तुम्हारा पति तो चूत को भोसड़ा बनाने वाला है. हालांकि मेरा दिल इससे अभी नहीं भरा है. मगर मुझे वापिस करना है इसलिए मैं कल वापिस कर दूँगी.
मैंने कहा- मैं कल ऑफिस नहीं आऊंगी क्योंकि मुझे इंस्पेक्शन के लिए जाना है, जैसे कि फाइल में लिखा था. क्योंकि रिपोर्ट तैयार है.. इसलिए मैं कल घर पर ही रहूंगी. अगर तुमको अच्छा लगे तो मेरे घर पर आ जाना, खूब बातें करेंगे. हां एक बात और वो मेरे पति हैं ना.. उन्हें तुम अभी आज के दिन भी रखो और उनसे मज़े लो, मुझे परसों दे देना. अगर दिल भर जाए वरना मुझ एक दिन देने के बाद फिर से ले लेना.
यह सुन कर वो बहुत खुश हो गई.
उसने ऑफिस पहुँचते ही फोन किया- और सुनाओ मीता रानी, क्या हो रहा है?
मैंने कहा- बस आराम कर रही हूँ तुम्हारी बदौलत.. वरना में धूप में कहीं सड़ रही होती.
उसने कहा- धूप से सड़ें तुम्हारे दुश्मन. तुम चिंता ना करो तुम्हें कोई कष्ट नहीं होने का.. बस मेरी प्रमोशन होने वाली है क्योंकि जितनी भी रिपोर्ट मैंने लिखी है, वो सबकी सब बहुत ही अच्छी मानी गई हैं. जब मेरी प्रमोशन होगी, तब मैं तुमे अपने साथ ही रखूँगी और तुम्हारी रिपोर्ट किसी से कह कर बनवाया करूँगी. तुम किसी किस्म की चिंता ना करना.
मैंने कहा- जब तुम्हारे जैसे दोस्त हों, तो फिर चिंता किस बात की.
उसका नाम श्यामा था. श्यामा ने कहा- आज तुम्हारे घर पर कौन कौन हैं?
मैंने कहा- कोई नहीं.. बिल्कुल भूतिया घर है आज तो.
“फिर मैं आ जाऊं?”
मैंने कहा- यह भी कोई पूछने की बात है.
श्यामा- ठीक है.. मैं एक घंटे के बाद तुम्हारे घर पर होऊंगी, तुम कोई अच्छा सा खाने को मंगवा लो या फिर मैं ही लेती आऊं?
मैंने कहा- क्यों शर्मिंदा करती हो यार. तुम आओ तो सही.
ठीक एक घंटे के बाद वो मेरे घर पर थी.
मैंने उससे कहा- सुनो मेरी एक दोस्त है, जो पूरी एक नंबर की चुदक्कड़ है, उसका नाम मालती है. अगर तुम कहो तो उसको भी बुला लूँ.
उसने कहा- क्यों नहीं.. ऐसा सुनहरा मौका फिर कब मिलेगा.
मैंने मालती को फोन किया तो वो बोली- आज कैसे याद कर लिया.
मैंने कहा- दीदी अगर टाइम है तो जल्दी से आ जाओ मेरे घर पर.
उसने कहा- ठीक है थोड़ी देर में आती हूँ. मैंने उससे कहा- दीदी अपना रिमोट वाला डिल्डो जो अन्दर जाकर उछल कूद करता है.. उसे साथ लेकर आना.
उसने कहा- ठीक है.. लगता है आज पूरे मूड में हो.
मैंने कहा- आओ तो सही फिर पता लगेगा.
फिर मैंने श्यामा से कहा- अब देखना असली डिल्डो जो चुदाई में पूरा एक्सपर्ट है. साला 5 मिनट में ही चूत की धज्जियां उधेड़ देगा.
श्यामा ये सुन कर बहुत खुश हुई और फिर हम लोगों ने डीवीडी पर एक ब्लू फिल्म लगा कर देखनी शुरू कर दी और साथ में बियर भी पीनी चालू कर दी.
अभी पिक्चर तो चले 5 मिनट भी नहीं हुए थे कि घण्टी बज गई. मैंने मन में कहा कि पता नहीं कौन साला आ गया है रंग में भंग डालने. जब दरवाजा खोला तो सामने मालती खड़ी थी. उसे देख कर मैं उछल पड़ी और बोली- दीदी, तुम्हें देख कर ऐसा लग रहा है.. जैसे पता नहीं क्या मिल गया.
जब वो अन्दर आई तो उसने धीरे से कहा- यह मैडम कौन हैं?
मैंने कहा- सॉरी दीदी, मैं आप लोगों की मुलाकात करवाना भूल गई. यह श्यामा है, मेरी ऑफिस की दोस्त.. पूरी तरह से खेली खाई हुई है. इसे पूरा ज्ञान है कि किसी लंड से अपना काम कैसे निकलवाया जाता है.. और श्यामा ये हैं मेरी सबसे अच्छी फ्रेंड.. जिसे मैं दीदी कहती हूँ. जिसने मुझे चूत की महिमा समझाई थी. इसने ही सबसे पहले मेरी कॉलेज में रेंगिंग की और पूरी नंगी ही कर दिया था. साथ में समझाया था कि चूत बिना लंड के बिल्कुल बेकार होती है. मिला लंड तो चुत को चोद चोद कर पूरी काली बना देता है.. चुत को देखते ही साला पूरी तरह से अकड़ जाता है और चुत में जाकर अच्छी तरह से उछल कूद करता है और चूत को पूरे मज़े देता है. जो मेरा पति तुम्हारे पास है, वो पहले इनका पति ही था, जिससे इन्होंने तलाक़ देकर मुझसे शादी करवा दी है. इन्होंने मेरे पति का नाप मँगवाया हुआ है जो एक बार टेस्ट करोगी, तो किसी लड़के का लंड लेना भूल जाओगी.
मेरी जवानी की सेक्स स्टोरी का मजा लेते रहें और मुझे ईमेल करें.
कहानी जारी रहेगी.
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