दोस्त की मदद से मिली कमसिन देसी चूत

(Nangi Bur Desi Kahani)

नंगी बुर देसी कहानी में मेरे दोस्त के कमरे के पास एक लड़की रहती थी. पहली बार मैंने उसे देखा तो उसकी चूत मारने का सोचने लगा. दोस्त ने मेरी मदद की.

दोस्तो, मेरा नाम लोकेश है और मैं हमीरपुर जिले के एक छोटे से गांव से हूँ।

ये मेरी पहली कहानी है, तो अगर कोई गलती हो जाए तो माफ करना। तो चलिए, मैं अब कहानी सुनाता हूँ।

सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में कुछ बता देता हूँ।

ये कहानी अब से 6 साल पुरानी है, जब मेरी उम्र करीब 19 साल थी और मेरे लंड का साइज 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था।

अब ये नंगी बुर देसी कहानी शुरू करते हैं।

एक समय की बात है, गर्मी के दिन थे।
मैं उरई शहर में कमरा लेकर रह रहा था।

मुझे गुटखा खाने की आदत थी इसलिए मैं गुटखा लेने दुकान पर गया।
मेरे कमरे से दुकान करीब 100 मीटर की दूरी पर थी।

मैं दुकान पर गया, गुटखा लिया और वहाँ देखा कि मेरा दोस्त सत्यम खड़ा था।
मैं उसके पास गया और उससे बात करने लगा।

मैंने दोस्त से पूछा, “भाई, तू यहाँ क्या कर रहा है?”
सत्यम बोला, “अरे भाई, तू यहाँ कैसे? चल, रूम पर चल के बात करते हैं!”

तो मैं सत्यम के साथ उसके रूम पर चला गया।
वहाँ हमारी ढेर सारी बातें हुईं.

लेकिन बात करते समय मेरी नजर पास में खड़ी एक लड़की पर गई।

लड़की का फिगर 28, 30, 34 का था।
वो देखने में हूर की परी लग रही थी।
ऐसा लग रहा था कि उसे अभी पकड़कर चोद दूँ, लेकिन मैं वहाँ कुछ न कह सका।

सत्यम से बात करते समय मैंने उससे पूछा, “भाई, ये लड़की कौन है?”
सत्यम ने बताया, “इस लड़की का नाम काजल है और ये कानपुर जिले की है। इसके मम्मी-पापा यहीं काम करते हैं, इसलिए ये उनके साथ रहती है।”

सत्यम ने फिर पूछा, “तू ये क्यों पूछ रहा है?”
मैंने कहा, “भाई, मुझे ये लड़की बहुत पसंद है!”

सत्यम बोला, “चल भाई, ठीक है। अभी कुछ मत कर, तू शाम को आ जाना!”

सत्यम के कहने पर मैं शाम होने का इंतजार करने लगा।
शाम होने के बाद मैं फिर से दोस्त के पास चला गया।

जैसे ही मैं वहाँ पहुँचा, वो लड़की मुझे फिर से वही खड़ी मिली।
उसकी नजर मुझ पर पड़ी और वो मुझे एकटक देखने लगी।
मैं भी उसे एकटक देखने लगा।
हम दोनों करीब 5 मिनट तक एक-दूसरे को देखते रहे।

उसके बाद मैं अपने दोस्त के रूम में चला गया।

मेरा दोस्त बोला, “लड़की को देखा?”
मैंने कहा, “हाँ भाई, अभी बाहर खड़ी थी, देखा!”

दोस्त ने कहा, “जा, उससे बात कर ले!”
मैंने कहा, “भाई, पागल है क्या? मरवाएगा!”

दोस्त ने फिर कहा, “भाई, कुछ नहीं होगा! मैंने लड़की से बात कर ली है, तू जा और बात कर ले!”

दोस्त के कहने पर मैं लड़की से बात करने चला गया, लेकिन मेरी गांड फट रही थी।

लड़की के पास जाकर मैंने उससे उसका नाम पूछा।
लड़की बोली, “मेरा नाम काजल है!”

फिर लड़की ने मुझसे पूछा, “क्या मैं आपको पसंद हूँ?”
मैंने कहा, “हाँ!”

लड़की बोली, “तो ठीक है, आप कल आना, अभी रात हो चुकी है। कल बात करेंगे!”
मैंने कहा, “ठीक है!”

उसके बाद मैं अपने रूम पर आ गया।
रूम पर आने के बाद मैंने खाना खाया और लेट गया।
लेकिन दोस्तो, मैं आपको क्या बताऊँ, उसकी गांड मुझे सोने नहीं दे रही थी।
लग रहा था कि कब इसकी गांड मारने को मिलेगी।

यही सोचते-सोचते मेरी आँख कब लग गई, पता ही नहीं चला।

जब सुबह मेरी आँख खुली, तो मैंने देखा कि सुबह के 9:46 हो चुके थे।
मैं जल्दी से उठा, नहाया, खाना खाया और अच्छे से तैयार होकर लड़की से मिलने चला गया।

लड़की के पास पहुँचा तो मैंने देखा कि वो दरवाजे पर खड़ी थी।
मैंने उसे इशारा किया कि दोस्त के रूम में आ जाओ।

जैसे ही मैं रूम में गया, वो लड़की मेरे पीछे से रूम में आ गई।

जैसे ही लड़की रूम में आई, मैंने उसे पकड़कर अपनी बाहों में भर लिया।
फिर उसके रसीले होठों को देखा और उन पर अपने होठ रख दिए।
वो मेरे होठों को चूसने लगी।

फिर मैंने धीरे से उसकी गांड पर हाथ रखा।

ऐसा लगा जैसे मैंने किसी मखमली चीज पर हाथ रख दिया हो।

मैंने उससे पूछा, “ये तेरी गांड है या आइसक्रीम की दुकान?”
लड़की बोली, “क्या तुम आइसक्रीम चाटना चाहोगे?”

मैंने कहा, “क्यों नहीं!”

फिर लड़की ने अपने हाथों से अपनी सलवार उतार दी।
मैं उसकी गांड देखकर पागल सा हो गया।

लड़की बोली, “लो, चाट लो आइसक्रीम!”
मैंने उसकी गांड चाटनी शुरू कर दी।

दोस्तो, मैं क्या बताऊँ, क्या नमकीन स्वाद था साली की गांड का! मैंने कुल मिलाकर 5 मिनट तक काजल की चूत चाटी।

फिर काजल कहने लगी, “बाबू, बस करो! मुझसे अब रहा नहीं जाता! फाड़ दो इस चूत को, बना दो इस चूत का भोसड़ा!”

मैंने जल्दी से अपना पैंट उतारा।
काजल बोली, “जल्दी करो बाबू!”

मैंने जल्दी से अपनी चड्डी भी निकाल दी।
मेरा 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड काजल के सामने आकर सलामी देने लगा।

जैसे ही काजल ने इतना लंबा और मोटा लंड देखा, वो डर गई।

काजल बोली, “बाबू, इतना बड़ा और मोटा लंड मैं नहीं ले पाऊँगी!”
मैंने कहा, “कुछ नहीं होगा!”

काजल बोली, “प्लीज, आराम से करना, नहीं तो मैं मर जाऊँगी!”
मैंने कहा, “ठीक है!”

फिर मैंने काजल को अपने दोस्त के बेड पर लिटाया और काजल की दोनों टाँगों के बीच में गया।
मैंने काजल की देसी बुर में अपना 6 इंच लंबा लंड फिराना शुरू किया।

जैसे ही मैंने उसकी नंगी बुर में लंड रखा, वो उछल गई।

मैंने पूछा, “क्या हुआ?”
काजल बोली, “कुछ नहीं, डर लग रहा है!”

मैंने कहा, “कुछ नहीं होगा, बस थोड़ा दर्द होगा, एडजस्ट कर लेना! चिल्लाना नहीं!”
काजल बोली, “ठीक है!”

मैंने थोड़ी देर और काजल को गर्म किया और एक जोरदार धक्का दिया, जिससे मेरा आधा लंड काजल की नंगी बुर में घुस गया।
काजल की चीख निकलने ही वाली थी कि मैंने अपने होठ उसके होठों पर रख दिए और किस करने लगा।

मैं थोड़ी देर रुक गया।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि काजल का दर्द कम हो गया है।

फिर मैंने एक और जोरदार धक्का दे दिया, जिससे मेरा पूरा लंड काजल की चूत में समा गया।
मैं अब उसके दर्द की परवाह किए बिना लगातार धक्के मारता रहा।

थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि काजल का दर्द कम हो गया था और वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी।

वो अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा पूरा लंड अपनी देसी बुर में ले रही थी, जिससे उसे भी मजा आ रहा था।

थोड़ी देर धक्के मारने के बाद काजल एक बार झड़ चुकी थी।
उसी समय मेरा भी होने वाला था।

मैंने काजल से पूछा, “कहाँ गिराऊँ?”
काजल बोली, “चूत में ही डाल दो!”

मैंने जल्दी-जल्दी धक्के लगाने शुरू कर दिए।
3-4 धक्कों के साथ मैं झड़ गया और काजल के ऊपर ही लेट गया।

थोड़ी देर बाद मैंने काजल से पूछा, “कैसा लगा?”
वो एक स्माइल देकर अपने कपड़े पहनकर चली गई।

उसके बाद जब भी मुझे टाइम मिलता है, मैं अपने दोस्त के कमरे में जाकर देसी लड़की की चूत चुदाई कर देता हूँ।

तो दोस्तो, ये थी मेरी और काजल की पहली चुदाई की कहानी।
नंगी बुर देसी कहानी आपको कैसी लगी, कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताना।
धन्यवाद!

[email protected]

What did you think of this story

Comments

Scroll To Top