घर से भागी दो बहनों को चोद कर बीवी बनाया- 2

(Sexy Bengali Girl Sex Story)

रंगरेज़ 2025-12-15 Comments

यंग बेंगाली गर्ल सेक्स स्टोरी में मुझे दो बहनें मिली. पहली रात ही बड़ी बहन चुद गयी और उसने मुझे उसकी छोटी बहन को भी चोदने को कहा.

कहानी के पहले भाग
कुंवारी बंगालन लड़की की सील तोड़ी
में आपने पढ़ा कि ट्रेन में चेकिंग करते हुए मुझे दो बहनें बिना टिकेट मिली, बेसहारा देख मुझे उन पर तरस आ गया और मैं उन्हें अपने घर ले आया. बड़ी वाली ने खुद से पहल करके मेरे साथ सेक्स कर लिया.

अब आगे यंग बेंगाली गर्ल सेक्स स्टोरी:

मैं जब सो कर उठा तो देखा हिना बिस्तर पर नहीं थी।
रसोई से चाय की खुशबू आ रही थी और नीचे नगमा टकटकी भरी निगाह से मेरे खुले लंड को देख रही थी।

मैं नंगा था और मेरा लंड मुरझाने के बावजूद किसी घोड़े के लंड की तरह दिख रहा था।

मैंने अपनी लुंगी उठायी और नगमा के सामने अपने कमर में लपेटा और बनियान पहनते हुए किचन में घुस गया।

हिना चाय बना रही थी तो मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसके कान में बोला, “शादी करोगी मुझसे?”

हिना के आँखों में आंसू आ गए और वो बोली, “मेरी इतनी कहाँ औकात साहब की आपकी बीवी बन सकूं, आप रखैल बना कर भी रखोगे तो शिकायत नहीं करूंगी!”
मैंने बोला, “तुमको रानी बनाकर रखूंगा पगली रखैल नहीं!”

कहकर मैंने उसके समीज़ के ऊपर से ही उसकी चूचियां मसल दी।

“साहब आप बुरा न मानें तो एक बात कहूँ?” हिना ने पूछा।
मैंने एक हाथ को उसके पैंटी में बुर सहलाते हुए कहा, “पूछो!”

“क्या आप हम दोनों बहनों से शादी करोगे?” हिना ने पूछा।
“क्यों?” मैंने हैरान होकर पूछा।

“साहब हम दोनों ने एक साथ तकलीफ बांटी है तो मैं चाहती हूँ खुशियां भी एक साथ बांटूं!” हिना ने कहा।
“वो छोटी है अभी!” मैंने मुस्कुराते हुए कहा।

“मेरी बहन है साहब, छोटी ज़रूर है पर तुम्हारे हर धक्के का जबाब मुस्तैदी से देगी। आज रात के सुहागरात के लिए तैयार हो जाओ!” हिना ने मेरा लंड सहलाते हुए आँख मारते हुए कहा।

मैंने उसके कंधे चूमते हुए कहा, “और तुम क्या दोगी आज रात मुझे?”
“छोटी बहन के अलावा?” हिना ने पूछा।

“मैं पंजाबी हूँ.” मैंने अपना लौड़ा उसके गांड के दरारों में घिसते हुए कहा।

“आपको जो चाहिए वो सब दूँगी!” कहते हुए हिना ने चाय का कप मेरी तरफ बढ़ा दिया।

मैं फ्रेश होकर नीचे एटीएम गया और अपने खाते से बीस हज़ार निकाल कर ले आया और अपने काम वाली आंटी के साथ हिना और नगमा को शॉपिंग के लिए भेज दिया।

मैं भी तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल गया।

मैंने स्टेशन मास्टर को बताया की मैं शादी करने वाला हूँ इसलिए मुझे छुट्टी चाहिए।
स्टेशन मास्टर भले आदमी थे उन्होंने तुरंत मेरी दरख्वास्त मंजूर कर ली और 20 दिन के लिए मेरी छुट्टी मंजूर कर ली।

मैं शाम को जब घर पहुंचा तो वहां का मंजर देखकर मेरी बाछें खिल गईं।

19 साल की नगमा साड़ी में सजधज कर एक दम दुल्हन की तरह सज कर तैयार बैठी थी।
मेरे अंदर आते ही हिना ने नगमा की साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और मुझे ऊँगली से अपनी तरफ आने का इशारा करने लगी।

क्या चुदास माहौल था।

मैंने अपना शर्ट खोला और अपनी पैंट को उतार फेंका।

बिस्तर तक पहुंचते हुए मैंने अपनी चड्डी भी उतार फेंकी।

हिना ने बड़े प्यार से मेरे लंड को देखा और बोली, “साहब आज से मेरी छोटी बहन भी तुम्हारी हुई!”

उसने बिस्तर पर छाती के बल लेटते हुए मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।

नगमा अपनी बहन की हरकतें देख रही थी।

मैंने नगमा को हाथ पकड़ कर ऊपर उठाया.
तो वो घुटनों के बल खड़ी हो गई और मेरे करीब आ गई।

मैंने हौले से उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
वो अभी कच्ची थी पर धीरे धीरे उसे चूमने और चूसने की कला समझ में आने लगी।

इसी बीच मैंने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए।
उसने अंदर ब्रा नहीं पहन रखी थी, ब्लाउज खोलते ही उसके दोनों चूचे बाहर आ गए।

एक दम संतरे के आकार के चूचे, आह क्या मस्त दृश्य था, बड़ी बहन हिना मेरे लंड को चूसे जा रही थी और छोटी बहन नगमा के जीभ को मैंने दांतों और जीभ की मदद से लड़े जा रहा था।

नगमा का चूचियां इतनी बड़ी भी नहीं थी कि मेरे हाथों से निकल पायें।

मैंने दोनों हाथों से उसकी चूचियां मसलना शुरू कर दिया।
कड़े निप्पल सख्त होकर तन चुके थे जैसे मुझे काट खाने के लिए चिढ़ा रही हों।

हिना के मुँह में मेरे लंड का सुपाड़ा फंसा हुआ था जिसे वो जीभ से चुभलाकर मुझे उत्तेजित किये जा रही थी।

नगमा ने मेरे मुँह से अपना मुँह हटते हुए हिना से कहा, “दीदी खाला को देखकर लगता था वो अब्बा को क्या कर रही हैं. पर अब मालूम हुआ इसमें इतना मज़ा कैसे आता था उनको। दीदी मेरे सुसु में आग जलती हुई महसूस हो रही है!”

हिना ने अपने मुँह से मेरा लंड निकलते हुए बोला, “छोटी, जब आज साहब तेरी बुर चोद देंगे तो तू जन्नत भूल जाएगी। रात को साहब ने मेरी सारी नस खोल दी। अब्बा के हाथों बिक गयी होती तो हम दोनों रंडी की तरह चोद दी जाती लेकिन साहब ने मुझे बड़े प्यार से एकदम रानी की तरह चोदा जैसे अब्बा खाला की चुदाई करते थे!”

हिना ने नगमा को बिस्तर के सर की तरफ लिटा दिया और फिर उसके पेटीकोट का नाड़ा खींच कर उसे नंगा कर दिया और फिर मेरी तरफ देखकर बोला, “इसे भी चूस कर जन्नत दिखा दो जान!”
उसे जान कहने पर मुझे बहुत खुशी हुई।

मैं घुटने मोड़ कर बिस्तर पर चढ़ गया और हिना को होंठों पर चुम्बन लेने लगा।
हिना ने खुद ही अपनी ब्लाउज निकल कर फेंक दी और अपने पेटीकोट का नाड़ा खोल कर नंगी हो गई।

मैं उसके स्तनों को भींच रहा था कभी उसके निप्पल अमेठ देता तो वो छटपटाने लगती।

उसकी बुर सूजी हुई थी और पपेटें मोटी हो गई थीं।
मैंने जैसे ही उसके बुर पर हाथ लगाया उसने होंठ छुड़ाकर एक दर्द भरी सिसकारी ली तो मैं समझ गया कि पहली बार चुदाई के कारण उसे बेहद दर्द हो रहा होगा इसलिए मैंने हाथ खींच लिया।

मैं नगमा की जांघों के बीच आ गया।

हिना ने उसके गांड के नीचे दो तकिये लगाकर उसकी चूत ऊँची कर दी और उसके घुटने मोड़ दिए ताकि मुझे आराम से उसकी बुर को चूसने या चोदने में कोई परेशानी न हो।

मैंने उसके जांघों पे जैसे ही उँगलियाँ घुमाई वो कसमसाने लगी, मैंने बिना देर किये उसके जांघों को चूमना शुरू कर दिया वो तो मानो बिना पानी के मछली के जैसे उछलने लगी।

मैंने एक हाथ से उसकी बुर के चीरे को सहलाते हुए उसपे उँगलियाँ फिराई तो उसने चादर को जोर से भींच कर अपने को धनुष की तरह मोड़ लिया.

इधर हिना मेरे जांघों के बीच आ कर लेट गई और मेरे सख्त खड़े लंड से अपना मुँह चुदवाने लगी।

मैं कभी कभी थोड़ा झुक कर अपने लौड़े को एकदम उसके कंठ तक पेल देता जिससे वो छटपटाने लगती तो मैं खींच कर अपना लंड बाहर निकल लेता।

मैंने आराम से नगमा की बुर पर होंठ लगा दिये और जीभ उसके बुर के चीरे पर चलाने लगा।
नगमा की आँख बंद थे और बीच बीच में वो अजीब अजीब आवाज़ें निकालती थी।

मैंने जीभ को उसके योनि भाग में ठेलना और उसके मदनमाणि के दाने को चूसना जारी रखा।
मैंने ऐसे किसी समय की कल्पना भी नहीं की थी अपने जीवन में!

थोड़ी देर में नगमा ने मेरे सर को पकड़ लिया और मेरे बाल नोचने लगी।
उसने पहली बार झड़ने का सुख प्राप्त कर लिया।
वो इतना झड़ी कि मेरे मुँह में तो जैसे उसके रज की बाढ़ आ गई.

इधर मैं भी हिना के मुँह में झड़ गया।

हिना आराम से उठी और अपनी बहन के मुँह को खोल कर उसमे मेरा आधा वीर्य उगल दिया और फिर दोनों ने उसे अपने कंठ के नीचे उतार लिया।

हिना बोली, “छोटी आज से साहब जितने मेरे हैं उतने तुम्हारे, जो भी प्रसाद ये देंगे वो हम दोनों का बराबर होगा!”

मैं अभी अभी झड़ा था इसलिए सुस्त होकर नीचे लेट गया।

बुर का नमकीन कुंवारा स्वाद मेरे जबान पे था जिसने मुझे मदहोश कर दिया था।

मेरे मुरझाये लंड को देखकर नगमा ने उसके सुपाडे को चमड़ी से अंदर बाहर निकालना शुरू कर दिया और थोड़ी देर में वो नीचे आकर उसे चूसने लगी।

कामुकता में दोनों बहनें रति से भी ज्यादा चंचल थीं।

मेरे लंड ने फिर से फुफकारना शुर कर दिया था इसी बीच हिना मुझे बोली, “साहब अब इसे चोद लो नहीं तो ये आपको चोद लेगी!”
कहकर वो हंसने लगी।

लंड करीब 10 मिनट के बाद अपने वास्तविक स्वरूप में आ गया था और उसके नस के खिंचावट से लग रहा था कि वो इस कच्ची काली को फूल बनाने को आतुर था।
मैंने नगमा को लिटा दिया और उसके सर को हिना की नंगी गोद में रख दिया।

मैंने उसकी बुर के चीरे पर अपना लंड रगड़ना शुरू कर दिया और उसके छोटे छोटे निप्पल को मुँह में भरकर दांत से दबा लिया।

जैसे ही नगमा मेरे दांतों के वजह से चीखी मैंने उसके कौमार्य की झिल्ली फाड़ते हुए अपना लंड उसके बुर में पेल दिया।
वो दर्द के मारे चीखने लगी और मुझे धकेलने लगी।

कम उम्र की वजह से उसके कौमार्य की झिल्ली जोर से टूटी थी इसलिए खू.न से मेरा लंड लथपथ हो गया था।

नगमा ने चीखते हुए कहा, “दीदी साहब को बोलो न इसे निकाल लेने को … नहीं तो मैं मर जाऊंगी!”
हिना ने उसे समझाकर कहा, “थोड़ा दर्द होगा छोटी बस बर्दास्त कर ले फिर तो इतना मज़ा आएगा की तू सोच भी नहीं सकती!”

मैंने इसी बीच अपना लंड थोड़ा खींचा और दूसरे ही झटके में पूरी की पूरी उसके बुर में उतार दी।
दर्द के मारे नगमा का पूरा चेहरा लाल हो गया था, उसके आंसू निकलने लगे।

मैंने उसके दोनों स्तनों को हाथ में लिया और मसलते हुए उसके होंठों तक गया और उसे चूसने लगा।

यंग बेंगाली गर्ल सेक्स करते हुए मेरा पूरा लौड़ा उसकी बच्चेदानी में था।

मैंने अब हौले हौले धक्का लगाना शुरू कर दिया।
धीरे धीरे उसका शरीर भी मेरे धक्कों का स्वागत करने लगा।

मैं शुरू में धीरे धीरे धक्के लगा रहा था.
पर जैसे ही मैंने महसूस किया वो ठीक महसूस कर रही है मैंने धक्के तेज़ कर दिए और बीस मिनट तक उसे उसी तरह चोदते हुए उसके बुर के अंदर उसके साथ ही ढह गया।

एक घंटे के अंदर दो बार मैं काफी दिनों के बाद ढहा था।
मेरे दोनों बगलों में दोनों बहनें मेरे बाजू पर सर रखकर लेट गईं।

हम तीनों बातें करते हुए यों ही नंगे बदन सो गए।

इस यंग बेंगाली गर्ल सेक्स स्टोरी के हरएक भाग पर आप अपनी राय बताएं.

लेखक के आग्रह पर मेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.

यंग बेंगाली गर्ल सेक्स स्टोरी का अगला भाग: घर से भागी दो बहनों को चोद कर बीवी बनाया- 3

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