मेरी मॉम है या रांड-4

(Mom Hai Ya Rand Part-4)

सोनू वत्स 2018-05-29 Comments

मेरी मॉम की चुदाई की स्टोरी के पिछले भाग
मेरी मॉम है या रांड-3

में आपने पढ़ा था कि मेरी मॉम की चुदाई होते न देख पाने के कारण मैंने एक स्पाई कैमरा किचन में लगा दिया था, जहां हमारे घर का नौकर नवीन सोता था. रात को मॉम ने किचन में आकर नवीन के साथ अपनी चुदाई करवा ली थी और वे दोनों झड़ कर किचन के फर्श पर ही पड़े हांफ रहे थे.
अब आगे..

किचन में ख़ामोशी फ़ैल गई. कुछ देर तक दोनों खामोश ज़मीन पर पड़े रहे. थोड़ी देर में मॉम नवीन की तरफ मुड़ीं.

मॉम- गांव जाने के लिए बहुत खुश है तू??
नवीन- नहीं ऐसी बात नहीं है मालकिन.. लेकिन हमारा वहां रहना ज़रूरी है.
मॉम धीमे स्वर में ‘हम्म..’ बोल कर चुप हो गईं

नवीन- मालकिन, आप इतना बिंदास अन्दर करवाती हैं, कभी आप को बच्चा हो गया तो?
मॉम सुन कर हंसने लगीं और बोलीं- सुन अभी चार महीने पहले मैं तेरे लंड से प्रेग्नेंट हो गई थी. पर वक़्त से पहले ही मैंने सही करा लिया.
ये सुन कर नवीन की आंखें फटी की फटी रह गईं.

मॉम- मुझे अपनी चुत में अन्दर ही रस गिरवाना अच्छा लगता है.
नवीन कुछ नहीं बोला.

फिर अचानक से मॉम गुस्से के स्वर में बोलीं- वैसे तू आज कल बहुत बढ़ गया है.. उस दिन मुझे गालियां क्यों बक रहा था?
नवीन- हम आपको गालियां नहीं देना चाहते थे. वो बस अनजाने में निकल गईं. वो असल में मैं अपनी लुगाई को ऐसे ही गन्दी गन्दी गलियां दे दे के चोदता हूँ.. तो बस उसी मस्ती में आपके लिए भी गालियां निकल गईं.. हमें माफ़ कर दीजिये.

मॉम हंसने लगीं- अच्छा तो तू अपनी औरत को गालियां देकर चोदता है.. और क्या करता है?
नवीन- और कुछ नहीं मालकिन. वहां कुछ काम तो होता नहीं है, तो दिन भर बस जब टाइम मिलता है उसी को चोदते रहते हैं. पर उसकी बुर आपकी तरह सुन्दर नहीं है.
मॉम ने इतराते हुए कहा- बस कर बस कर..

इतना कहकर मॉम नवीन के पास सरक कर आ गईं. मॉम नवीन का लंड हाथ से पकड़ कर हिलाने लगीं और बोलीं- उस दिन तू मुझे गलियां दे रहा था, मुझे बहुत मज़ा आया. चल दिखा ज़रा तू अपनी जोरू को कैसे चोदता है.

ये कह कर मॉम नवीन को किस करने लगीं और दूसरी तरफ नवीन के लंड को हिला हिला कर खड़ा कर रही थीं. तभी नवीन ने अपने हाथ से मॉम के चुचे पकड़ लिए और मसलने लगा.
उसके चूचे मसलने से मॉम कराहने लगीं और बोलीं- आह धीरे धीरे नवीन.
तभी नवीन थोड़ा तेज़ स्वर में बोला- चुप साली.. मुँह बंद कर..

ये कह कर नवीन झट से मॉम के चुचों को मुँह में भर के दशहरी आम की तरह चूसने लगा.
मॉम ज़ोर ज़ोर से सीत्कारने लगीं- आह ओह.. उफ़ उफ़.. खा जाएगा क्या कमीने..

इसी तरह करीब दस मिनट चूची चुसाई का खेल चलता रहा. फिर नवीन ने मॉम की पोनी टेल को मुठ्ठी में पकड़ लिया और उठ कर खड़ा हो गया. वो बोला- चल रंडी कहीं की.. साली आज तुझे रंडी की तरह चोद कर दिखाते हैं.
यह कहकर नवीन ने मॉम को खड़ा कर दिया. उसने अगले ही पल मॉम की पैंटी खींच कर निकाल दी और मॉम को उठा कर किचन के काउंटर पे बिठा कर चुचों को दोबारा चूसने लगा.

अब नवीन अपना एक हाथ मॉम की चुत पर ले जाकर मॉम की चुत को मसलने लगा. थोड़ी देर आराम आराम से मॉम की चुत मसलने के बाद नवीन ने अपनी तीन उंगलियां एक साथ मॉम की चुत में घुसा दीं.. जिससे मॉम एकदम से थर्रा उठीं.. और एक ज़ोर की आह की आवाज़ उसके मुँह से निकली.

नवीन मॉम के चुचों को बहुत कस कस कर चूस रहा था. थोड़ी ही देर में मॉम की चुत भी पानी पानी हो गई थी. नवीन अपनी उंगलियों से मॉम को चोदे जा रहा था. जैसे जैसे नवीन उंगलियां चोद रहा था. वैसे वैसे मॉम को गालियां भी बक रहा था.

नवीन- साली छिनाल कहीं की.. रंडी.. बहुत खुजलाती है तेरी बुर.. मादरचोदी आज दिखाता हूँ तुझे.. साली बहन की लौड़ी.
यह कहते हुए नवीन तेज़ तेज़ अपनी उंगलिया मॉम की चुत में पेलने लगा. मॉम की चुत इतना पानी छोड़ चुकी थी कि फच फच की आवाज़ आने लगी थी. वहां मॉम अपना मुँह खोले ‘आह आह..’ चिल्ला रही थीं.

तभी अचानक ही मॉम ने नवीन का सर पकड़ लिया और नवीन का सर ले जाकर अपनी चुत पर रख दिया और उम्म्ह… अहह… हय… याह… करके चिल्लाने लगीं.

मैंने देखा कि मॉम नवीन के मुँह में मूत रही थीं. मॉम की चुत से गोल्डन फव्वारा निकल कर नवीन के मुँह में जा रहा था. नवीन भी गट गट करके मॉम का मूत पिए जा रहा था.
मॉम नवीन के बालों को मुठ्ठी में पकड़ कर ‘आह आह.. किए जा रही थीं.

जब मॉम की मूत की धार थोड़ी कम हुई तो मॉम ने नवीन का सर अपनी चुत पर दबा लिया. जिससे मॉम का मूत सीधा नवीन के मुँह में जा रहा था. नवीन मॉम का पूरा मूत पी गया.

नवीन चटखारे लेता हुआ बोला- मज़ा आ गया मालकिन.. आपके मूत का स्वाद अद्भुत है.
मॉम- हम्म.. मैंने सोचा जाते जाते इनाम दे देती हूँ.
यह कह कर मॉम हंसने लगीं.

‘हाँ…’ में सर हिलाकर नवीन मॉम की चुत चाटने लगा.

मॉम के मुँह से ज़ोर का ‘ओह..’ निकला और मॉम ने अपने पैर हवा में फैलाकर अपनी आँखें बंद कर लीं और ‘ऊह आह..’ करके कामुक सिसकारियां लेने लगीं. मॉम के दोनों हाथ नवीन के सर पर थे. मॉम अपनी उंगलियों को नवीन के बालों में घुमा रही थीं. कभी कभी उसके बालों को मुठ्ठी में पकड़ कर अपनी चुत पे दबा देती थीं.

कुछ देर तक चुत चटवाने के बाद मॉम कराहते हुए बोलीं- आह.. छोड़ दे न.. अब चुत ही चाटता रहेगा या कुछ और भी करेगा.. ओह ओह..
यह सुन कर नवीन खड़ा हुआ और उसने अपनी लुंगी निकाल कर फेंक दी. नवीन का लंड एकदम से खड़ा था और मॉम की चुत भी पूरी गीली हुई पड़ी थी. तभी नवीन ने अपने हाथ से अपना लंड पकड़ कर मॉम की चुत पर टिकाया और एक ही झटके में पूरा लंड मॉम की चुत में घुसा दिया. मॉम एकदम से दबी आवाज में चिल्ला उठीं.
तभी नवीन ने अपना एक हाथ मॉम के मुँह पर रख कर मुँह बंद कर दिया- चुप छिनाल.. जगाएगी क्या कुतिया सबको..

दर्द से मॉम की आंखें बड़ी हो गई थीं. नवीन ने मुँह पे से हाथ हटाया और मॉम की गर्दन दोनों हाथों से पकड़ कर मॉम को चोदने लगा. मॉम उत्तेजना से चिल्लाये जा रही थीं- ओह ओह आह आह.. हाँ हाँ.. चोद चोद.. दिखा कितना दम है तेरे लंड में हरामी..

मॉम के उकसाने पर नवीन और तेज़ तेज़ चोदने लगा था और गालियां बके जा रहा था- चुप रंडी कहीं की.. भैन की लौड़ी.. चुदवा चुदवा कर भोसड़ा बना लिया है. अभी भी तेरी आग नहीं बुझ रही.. कितना और चुदवायेगी तू?
मॉम- हाँ कमीने.. जा तेरे बाप से पूछ.. दिखा तेरे अन्दर कितना दम है, अगर तू अपने बाप की औलाद है तो अपना दम दिखा.

यह सुन कर नवीन पे मानो शैतान सवार हो गया और एकदम से कस कस कर मॉम को चोदने लगा. मॉम ने भी एकदम से पैरों को हवा में ही मोड़ लिया, जिससे मॉम की चुत एकदम बाहर निकल आई.

मॉम मस्ती में कराह रही थीं- आह आह आह.. फ़क मी बास्टर्ड.. फ़क मी हार्ड.. ये कहकर मॉम अपने दोनों हाथ से नवीन की गांड पकड़ कर तेज़ तेज़ उसे अपनी तरफ धकेल रही थी- यस फ़ास्ट फ़ास्ट फ़ास्ट.. आह.. ओ माय गॉड.. आह..

क़रीब बीस मिनट घमासान चुदाई के बाद मॉम का बदन अकड़ने लगा.. और मॉम के कंठ से झड़ते वक्त जैसी आवाजें आने लगीं- आह.. मैं गई.. आई ओह ओह आह..
ये कहते हुए मॉम झड़ने लगीं.

नवीन अपनी चोदने की स्पीड और तेज़ करते हुए मॉम को चोदे जा रहा था. तभी नवीन का बदन भी अकड़ने लगा- ओह ओह.. मालकिन हम भी झड़ने वाले हैं.. ओह आह..
यह कहते हुए नवीन ने मॉम के चुचों को कस कर पकड़ लिया और तेज़ तेज़ झड़ने लगा.

मॉम ने नवीन की गांड पकड़ कर अपनी चुत पे कसके दबा लिया. जिससे नवीन का लंड मॉम की चुत में एकदम अन्दर तक पानी छोड़ रहा था.

मॉम कराह रही थीं और चिल्लाये जा रही थीं- हाँ हाँ और अन्दर डाल हाँ.. भर दे मेरी चुत को.. हाँ हाँ हाँ और अन्दर तक आह..

ये कहते हुए मॉम और नवीन तेज़ी के साथ झड़ने लगे. करीब दो मिनट तक झड़ने के बाद दोनों सुस्त पड़ गए और इसी अवस्था में दोनों स्थिर पड़े रहे. नवीन इसी तरह अपना लंड मॉम की चुत में घुसाए हुए मॉम के चुचों को चूसने लगा और मॉम आंखें मूंदे हुए उसके बालों में उंगलियां घुमाने लगीं.

थोड़ी देर इसी अवस्था में पड़े रहने के बाद नवीन ने अपना लंड मॉम की चुत से बाहर निकाला.. तो साथ ही में मॉम की चुत से नवीन के लंड का ढेर सारा पानी भी बहने लगा.

लंड बाहर निकाल कर नवीन टॉयलेट की ओर चला गया और मॉम वहीं किचन काउंटर पर ही लेट गईं. नवीन लौट कर आया तो मॉम नीचे उतर चुकी थीं और अपनी ब्रा ठीक करके अपना गाउन पहन रही थीं.

तभी नवीन की आवाज़ आई- मालकिन एक बात पूछें?
मॉम- क्या पूछो??
नवीन- आप पिताजी का नाम क्यों ले रही थीं?
मॉम लड़खड़ाते स्वर में बोलीं- क.क..कुछ नहीं.. बस ऐसे ही निकल गया होगा. तू ज्यादा दिमाग मत चलाया कर.
यह कहते हुए मॉम ने अपने गाउन की डोरी बांधी और दरवाज़े की तरफ जाने लगीं. तभी नवीन ने पीछे से आवाज़ दी

नवीन- मालकिन आपकी चड्डी रह गई.
मॉम- तू रख ले.. ले जाकर अपनी बीवी को दे देना.
नवीन- खाली चड्डी ले जाकर क्या करेंगे मालकिन.

यह सुन कर मॉम हंसने लगीं. मॉम ने अपना गाउन नीचे उठाया अपना हाथ पीछे ले जाकर ब्रा का हुक खोला और गाउन के अन्दर से अपनी ब्रा बाहर निकाल कर नवीन की ओर उछाल दिया.
मॉम- ले.. ये भी ले जाके दे देना साथ में…
मॉम हंसने लगीं और दरवाज़ा खोलकर बाहर चली गईं.

नवीन भी अपने कपड़े सही करके अपनी तैयारी में जुट गया.

अब तक मैं भी बेड पे बैठा बैठा मुठ मार चुका था. मैं भी लैपटॉप वगैरह बंद करने लगा और बाकी की ब्लेंक रिकॉर्डिंग फ़ास्ट फॉरवर्ड करने लगा. उसी ब्लेंक रिकॉर्डिंग के बीच कुछ और भी रिकॉर्ड हो गया था. जिसको देख कर मेरे होश उड़ गए और मैं दोबारा मुठ मारने पर मजबूर हो गया.

वो घटना मैं आपको आगे की स्टोरी में बताऊंगा. आपको मेरी मॉम की चुदाई स्टोरी अच्छी लगी? ईमेल करके कमेंट करें!
अन्तर्वासना हिन्दी कॉम पर ये चुदाई की कहानी आपके मनोरंजन के लिए ही लिखी जाती है ना कि इसलिए कि आप लेखक को गालियां बकें और गन्दी बातें कहें. आपके अच्छे मेल के लिए आपको धन्यवाद.
अगली सेक्स स्टोरी तक के लिए नमस्कार.
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आगे की कहानी: मेरी बहन की कामुकता

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