शादी में मिले दो नए लंड- 2
(Horny Ladki Sex Kahani)
हॉर्नी लड़की सेक्स कहानी में मेरी सहेली के बॉयफ्रेंड ने मुझे उसके दोस्त से चुदती देखा तो अब वह मेरी चूत भी मारना चाहता था. मुझे एक नया लंड और मिलने वाला था और मेरी सहेली को भी कोई ऐतराज नहीं था.
यह कहानी सुनें.
हाय फ्रेंड्स! मैं आपकी प्यारी फ्रेंड अंकिता, फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर!
कहानी के पहले भाग
सहेली के बॉयफ्रेंड के दोस्त से चुद गयी
में अपने पढ़ा कि कि सुरेश ने कैसे मेरी चूत मार ली।
अब आगे हॉर्नी लड़की सेक्स कहानी:
चुदाई के बाद हम हॉल में आए।
हर्ष और मधु हमें देख रहे थे।
मैं सोफे पर अपनी चूत और बूब्स को छुपाते हुए बैठी।
सुरेश नंगा ही बैठा था।
मधु बोली, “अंकिता, ये सब?”
मैंने कहा, “कुछ नहीं, बस हो गया!”
सुरेश बोला, “यार, गजब का माल हो अंकिता तुम!”
दोपहर के 1:30 बज रहे थे।
सुरेश ने कुछ खाने के लिए ऑर्डर किया।
मधु मेरे पास आकर बैठ गई और बात करने लगी।
हर्ष भी मुझे घूर रहा था।
मैं जानती थी कि अब ग्रुप सेक्स का चांस ज्यादा है!
ऑर्डर किया हुआ खाना आया।
हम सबने खाया।
मैं और सुरेश दोनों ही नंगे थे।
सुरेश ने हर्ष से कहा, “छत पर अंकिता के कपड़े हैं, ले आ!”
वो गया और कपड़े ले आया।
फिर सुरेश बोला, “अंकिता, एक राउंड और हो जाए!”
मैं कुछ नहीं बोली।
इधर हर्ष और मधु का भी दूसरा राउंड था।
सुरेश बोला, “चलो, साथ में करते हैं! क्या बोलता है, हर्ष?”
हर्ष तो बिल्कुल रेडी था पर मधु नखरे कर रही थी।
सुरेश ने मुझे गोद में उठाकर कमरे के पलंग पर पटक दिया।
इधर हर्ष भी मधु को उठाकर ले आया।
सुरेश बोला, “तुमने हमारी चुदाई देख ली, अब तुम्हारी हमें देखनी है!”
हर्ष ने तुरंत कपड़े उतारकर नंगा हो गया।
पर मधु नखरे कर रही थी।
मैंने मधु से कहा, “उतार कपड़े!”
वो बोली, “नहीं!”
हर्ष जैसे ही उसके पास आया, मधु बाहर की तरफ भागने लगी।
तभी सुरेश ने दौड़कर मधु को पीछे से पकड़ लिया और बोला, “शरमाने की जरूरत नहीं है, मधु!”
हर्ष बोला, “इसके कपड़े उतारो पहले!”
मैं उठी और बोली, “रुको, मैं आती हूँ!”
मैंने मधु की सलवार का नाड़ा खोला और हर्ष से कहा, “इसे खींचकर धीरे से उतारो!”
वो हंसती हुई पैर चला रही थी।
हमने उसकी सलवार उतार दी।
फिर सुरेश ने उसे पलंग पर लेटा दिया।
हर्ष ने मधु के हाथ पकड़ लिए, सुरेश ने पैर पकड़े।
अब मधु हिल नहीं सकती थी।
मैंने देर न करते हुए उसकी कमीज़ को खिसकाकर हर्ष के हाथों तक दे दिया।
हर्ष ने उसे निकाल दिया।
अब मधु ब्रा और पैंटी में थी।
सुरेश उसकी छाती पर बैठ गया और ब्रा के ऊपर से ही मधु के बूब्स को दबाने लगा।
मधु छटपटा रही थी।
सुरेश ने मधु की ब्रा को खींचा तो ब्रा का हुक टूट गया।
फिर उसकी पैंटी को भी फाड़ दिया।
मधु अब शांत हो गई थी और बोली, “सुरेश, कुत्ते, कमीने! मैं घर कैसे जाऊँगी?”
सुरेश बोला, “नखरे क्यों कर रही थी? मैंने इसकी पैंटी भी फाड़ी है! मुझे ऐसे ही सेक्स पसंद है!”
हर्ष मेरे पास आया।
मुझे बिस्तर पर लेटाया और मेरे हाथों को अपने हाथों से पकड़ लिया।
वो मुझे जंगलियों की तरह किस करने लगा; कभी कान को काटता, कभी गर्दन को।
फिर उसने मुझसे कहा, “69 पोजीशन में आओ!”
उसका लंड मेरे मुँह में, मेरी चूत उसके मुँह में थी।
हर्ष बोला, “सुरेश, अंकिता के हाथ पकड़ना प्लीज!”
सुरेश ने मेरे हाथ पकड़ लिए।
फिर हर्ष मेरे मुँह को धीरे-धीरे चोदने लगा, ताकि मैं विरोध न कर सकूँ।
मेरे मुँह की ऐसी-तैसी करने के बाद उसने मुझे घुमाकर उल्टा कर दिया।
मुझे कुतिया बना दिया और लंड को एक झटके में अंदर डाल दिया और तेजी के साथ मेरी चूत के अंदर-बाहर करने लगा।
वह कुतिया बनाकर मेरी चूत में पीछे से लंड डालकर मेरी गोरी पीठ पर चुम्बन करने लगा।
पीठ पर चुम्बन के एहसास से मैं और गर्म होने लगी।
चुम्बन के साथ वो मेरे बूब्स को भी कसकर दबाता, जिससे मैं सिसकारियाँ लेती।
अब उसके दबाने की स्पीड बढ़ गई। वो जोर-जोर से दबा रहा था।
मैं “आआ आहआ आआ … अह्ह ह्हह … ऊऊ ऊऊम्म्म!” जैसी आवाजें निकालकर मजे लूट रही थी।
दोस्तो, जब हम कामुकता में गर्म होते हैं तो हॉर्नी लड़की सेक्स माँ मजा लेती हुई “आआआ … अह्ह… ऊऊऊ… फ़फ़… उउउ!” जैसी सेक्सी आवाजें निकालती ही है!
ये सब देखकर सुरेश और मधु रुक गए और हमें देखने लगे।
फिर हर्ष उसी पोजीशन में खड़ा हुआ और मेरे पैरों को अपने हाथों में ले लिया।
अब मैं अपने हाथों के सहारे थी और पैर हवा में थे।
वो मुझे चोदे जा रहा था।
कुछ देर चोदने के बाद वो बोला, “अब तुम मेरे ऊपर आओ!”
वो लेट गया और मैं उसके लंड के ऊपर बैठकर उठक-बैठक करने लगी।
वो मेरे बूब्स को दबाता और निप्पल के साथ खेलता, जिससे मैं और उत्तेजित हो जाती।
इसी बीच मैं झड़ गई।
उसके लंड पर मेरी चूत का पानी रिसने लगा।
लेकिन पानी निकलने के बाद मैं हाँफने लगी।
फिर हर्ष ने मुझे लेटाया और दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख लिया।
उसकी स्पीड बरकरार थी।
गीली चूत होने के बाद मादक सीत्कारें फूटने लगीं।
इसी तरह चुदने पर मैं फिर गर्म होने लगी।
अब मैं कमर को जल्दी-जल्दी हिलाकर सेक्स करने लगी।
मैं “उंह उंह उंह… हूँ हूँ हूँ… हम्म … अहह्ह … अई अई!” की आवाजें निकालते हुए चुद रही थी।
मेरी चूत से पट-पट की तेज आवाजें आने लगीं।
मेरा मुझ पर कोई कंट्रोल नहीं था।
मेरी चूत का पानी मेरी गांड के छेद तक आ रहा था।
हर्ष की बॉल्स मेरी गांड से टकरा रही थीं, जिससे पट-पट की आवाजें निकलतीं।
फिर हर्ष ने मुझे ऊपर की ओर और उसी पोजीशन में थोड़ा और ऊपर उठाया।
मेरे घुटने मेरे बूब्स से टकरा रहे थे।
वो अब तेजी से मुझे चोदे जा रहा था।
अब वो भी झड़ने वाला था और वो घड़ी आ गई!
उसने लंड निकालकर मेरे मुँह और बूब्स के ऊपर सारा निकाल दिया।
लेकिन मैं अभी भी गर्म थी और वो झड़ गया था।
मैंने कहा, “मेरा पानी अभी नहीं निकला है!”
मेरे इतना कहते ही सुरेश ने तुरंत अपने लंड को मेरी चूत में डाला और मेरी टाँगों को अपने कंधे पर लेकर शुरू हो गया।
फिर 5 मिनट बाद मैं भी झड़ गई।
सुरेश ने मधु को इशारा किया।
अब मधु की चूत की बारी थी।
मैं बाथरूम गई और मेरे पीछे हर्ष भी आ गया।
हम दोनों साथ में नहाए।
फिर बाहर आए तो सुरेश और मधु अभी एक-दूसरे को चूम रहे थे।
हम दोनों भी वही सामने बैठ गए।
सुरेश ने मधु के लबों को तसल्ली से चूसा, उसके होंठों को काटते हुए उसके मम्मों को बेदर्दी से मसला।
वह उसके होंठों को काटता रहा।
सुरेश ने उसके पैर के तलवे को चूमना शुरू किया।
चूमते हुए ऊपर आया, उसकी जाँघ की तरफ।
जांघ चूमते हुए उसने उसकी चूत के आसपास चूमना शुरू किया।
आखिर में सुरेश ने उसकी चूत को चूमा।
चूत हमारी चुदाई देखकर गीली थी।
उसने उसकी चूत को खाना शुरू किया।
इस बार ज्यादा जोर से … मम्मों को दबाते हुए बेदर्दी से निप्पल को नींबू की तरह निचोड़ रहा था।
वह खूब गहराई तक मुँह घुसाकर चाटता, चूसता … कभी-कभी दाँत से भी काट लेता।
हॉर्नी लड़की सेक्स का मजा लेती हुईकसमसा जाती।
सुरेश ने अपनी जीभ मधु की चूत में डाल दी और चूत की अंदर की दीवारों को चाट लिया।
“उफ्फ!” जब उसकी जीभ ने मधु की चूत को अंदर से छुआ, तो मधु के मुँह से “आह आह!” निकलने लगा।
वो मधु की चूत को अपनी जीभ से चोदने लगा।
मधु ने उसके सिर पर हाथ रखकर सिर को अंदर की तरफ धक्का मारने लगी।
साथ में वह अपने चूतड़ों को भी बराबर ऊपर उठा रही थी ताकि उसकी पूरी जीभ चूत के अंदर जाए।
मधु उसकी पूरी जीभ अंदर समेट लेना चाहती थी।
सुरेश लगातार अपनी जीभ को मधु की चूत में अंदर-बाहर करने लगा।
मधु सिसकने लगी।
फिर सुरेश ने लंड मधु के मुँह में दिया।
वो जोर-जोर से चूसने लगी।
मधु के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं।
अब सुरेश उसकी चूत में लंड डालने के लिए तैयार था।
सुरेश लेट गया और मधु उसके ऊपर से अपनी चूत में धक्के लगाते हुए पेलना शुरू कर दिया।
उसकी चूचियाँ उछल-कूद करने लगीं।
वो सुरेश के लंड पर कूदते हुए लंड को अंदर तक लेकर आनंदित होने लगी।
दस-पंद्रह मिनट बाद ही मधु की चूत ने पानी फेंक दिया।
फच-फच की आवाज के साथ चुदाई करते हुए सुरेश मधु को चोदता रहा।
सुरेश ने मधु को पलटकर कुतिया बना दिया।
वह पूरा लंड निकालता और एक झटके में पूरा अंदर पेल देता।
एक हाथ से उसकी गांड पर मार-मारकर लाल कर रहा था।
दूसरे हाथ से उसके बाल खींचकर दर्द दे रहा था।
मधु बोली, “आह्ह! बाल नहीं प्लीज! बाल छोड़ो! आह्ह! बाल नहीं!”
सुरेश बोला, “मुझे चुदाई में दर्द देना पसंद है! आक्रामक रुख रखना, हल्की-हल्की बातों पर डाँटना और मारना, एक रखैल की तरह रखना! मुझे रफ सेक्स करना पसंद है!
फिर मधु को लेटाकर उसके पैरों को अपने कंधे पर रखकर सुरेश लंड से मधु की चूत को चीरते हुए चोदने लगा।
मधु भी अपनी गांड उठाकर उसे सपोर्ट कर रही थी।
फिर सुरेश ने पोजीशन चेंज कर लिया और मधु को कुतिया बना दिया।
सुरेश बोला, “आजा रंडी! डॉगी स्टाइल में तुझे और तेरी चूत को जन्नत की सैर कराता हूँ!”
मधु के मुँह से “आह… आह… आह!” की आवाजें निकल रही थीं।
पूरे रूम में ठप-ठप की आवाज बहुत तेज सुनाई दे रही थी।
फिर सुरेश खड़ा हुआ और वही पास की कुर्सी पर मधु को अपनी गोद में बैठा लिया।
मधु भी उसकी ओर भूखी शेरनी की तरह देखने लगी।
उसने उसके लंड को अपनी चूत में सेट कर लिया।
फिर क्या था! रूम में फिर से ठप-ठप, पट-पट की आवाज! मधु की आहें निकल रही थीं।
सुरेश मधु की गांड पर थप्पड़ मार रहा था और अपने लंड से मधु की चूत को फाड़ रहा था।
इधर मधु भी पागलों की तरह चुद रही थी।
उसने सुरेश की गर्दन पर काटा और नाखूनों के निशान उसकी पीठ पर दे दिए।
सुरेश ने उसे गोद में उठाया और खड़े-खड़े चोदने लगा।
इसी तरह कुछ देर में सुरेश भी झड़ने वाला था।
मधु बोली कि वो भी अब झड़ने वाली है।
और एक बार फिर मधु का पानी निकल गया।
फिर सुरेश ने उसे घुटनों के बल बैठाकर उसके मुँह में लंड दे दिया और सारा पानी उसके मुँह में भर दिया।
मधु को शायद अच्छा नहीं लगा।
उसने उसे नहीं पिया।
उसके मुँह से पानी निकलते हुए बूब्स से होते हुए पेट तक आ रहा था।
वो बाथरूम गई और नहाकर आई।
फिर सुरेश गया और बाहर आया।
मधु बोली, “सुरेश, मेरी ब्रा-पैंटी तूने फाड़ दी! अब घर कैसे जाऊँ?”
वो बोला, “तुम्हें नई दिलवा देते हैं! चलो, सेम कलर और ब्रांड की! अंकिता को भी पैंटी दिलवानी है!”
फिर हमने कपड़े पहने और चारों मार्केट गए।
शादी का सामान भी लिया और ब्रा-पैंटी भी ली।
वापस आए तो वापस आकर कपड़े उतारने के बाद मैंने पैंटी पहनी।
मधु पहन ही रही थी कि सुरेश उसके पास जाकर किस करने लगा।
मधु ने उसे धक्का देते हुए बोली, “मुझे रफ सेक्स नहीं पसंद! मेरी गांड मार-मारकर लाल कर दी!”
वह गुस्से में थी।
फिर कपड़े पहनकर हम दोनों घर की तरफ निकल गए।
रास्ते में मधु बोली, “अंकिता, तू कैसे चुदने को रेडी हो गई?”
मैंने उसे सब बताया कि कैसे कोल्डड्रिंक गिरी और उसने मुझे मनाया।
मधु बोली, “सुरेश ने बहुत लड़कियों की चूत ली है! वो चुड़क्कड़ किस्म का लड़का है। उसने तुझे जानबूझकर फँसाया!”
मैंने कहा, “कोई नहीं! वैसे भी अब तो वो मेरा बॉयफ्रेंड है। और मैं भी कई लंड का स्वाद ले चुकी हूँ!”
मधु को मैंने सब कुछ बताया।
फिर मधु बोली, “मैं सिर्फ हर्ष के साथ ही चुदती थी। सुरेश तो कब से मेरी लेने के चक्कर में था। आज उसे मौका मिल गया। कोई नहीं!”
हम दोनों एक-दूसरे से खुल गए थे।
हम घर पहुँचे, घर पहुँचकर नॉर्मल रहे।
शादी में और क्या-क्या हुआ, आपको कहानी के अगले भाग में बताऊँगी।
दोस्तो, आपको ये हॉर्नी लड़की सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताएँ!
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हॉर्नी लड़की सेक्स कहानी का अगला भाग: शादी में मिले दो नए लंड- 3
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