चूत शृंगार-4
काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।
काफी बना कर मैं भाई के पास गई और काफी मेज पर रख दी। वो सोफे पर बैठा था और मैं उसके सामने खड़ी थी जिससे मेरी चूत का उभार ठीक उसके मुँह के सामने था।
ओह तो मेरे ही कान बज रहे थे। जब उसने अपना नाम चंदू बताया तो मुझे ‘चोदू’ सुनाई दिया। चुदने के लिए तरस गई थी, शायद इसीलिए मुझे चोदू सुनाई दिया।
भैया बोले- मैंने तेरी चूची सिर्फ एक बार देखी है और मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि तेरी चूची दुनिया की सबसे सुंदर चूची है। यहाँ चूची दिखाना गैरकानूनी नहीं होता तो मैं तुझे मना भी नहीं करता।
चूत में ऊँगली डाल कर सिसकारियाँ भरने लगी, “भैया चोद ले मुझे, मार ले मेरी !” और उसी को याद कर-कर के रात को अपने जिस्म की आग को ठंडा किया।
रोहित पुणे वाले दोस्तो, मैं फिर से आ गया हूँ अपनी कहानी ‘मेरी दीदी के कारनामे’ का अगला हिस्सा लेकर ! इस भाग ‘चाची का राज़’ जानने के लिए के लिए मुझे हज़ारों मेल आए, उन सभी मेल्स के लिए मैं आप सब का शुक्रगुजार हूँ। यह कहानी सौ प्रतिशत सच्ची है। तो बात तब […]
प्रेषक : नयन जोशी सहयोगी : अंकिता यादव अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मैं अंकिता एक बार फिर आपके सामने एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ। मेरी पहली कहानी के बाद मुझे कई सारी मेल मिली। उनमें से एक ने मुझसे कहा कि मैं उसकी कहानी अन्तर्वासना पर लिखूँ। तो उसकी कहानी […]
आधी रात को दो नंगे जिस्म एक साथ जब होते हैं तो आप खुद ही अंदाजा लगा लो कि कितनी जबर्दस्त चुदाई होती है। मदहोशी का आलम दोनों के सर चढ़ कर बोल रहा था।
सर्दी का मौसम था, मैं रजाई में घुस कर अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर बात कर रहा था। वो बहुत सेक्सी थी। बात करते-करते चुदाई का विषय शुरु हो गया। मैंने कहा- आ जाओ ना जान मेरी बाँहों में।
दोस्तो, नमस्कार, मेरा नाम चित्रेश है, आपने मेरी कहानी चाँद की चांदनी में चाची की चूत चाटी का पहला भाग पढ़ा जिसमें मैंने आपको बताया था कि मैं अपने चाचा के साथ ही रहता था। मेरे चाचा की नई-नई शादी हुई थी, चाची 26 साल की थीं और दिखने में भी खूबसूरत थी, चाची के […]
एक बार सन्ता की बीवी प्रीतो अपने घर पर नहा रही थी तो इरफ़ान ने चुपके से उसे देख लिया। अगले दिन सन्ता जब इरफ़ान से मिला तो इरफ़ान बोला- मैंने कल तुम्हारी बेगम को नहाते हुए देखा। सन्ता को यह सुन बहुत गुस्सा आया और उसने भी कभी मौका मिलने पर बदला लेने की […]
प्रेषक : देशमुख तभी मेरे शैतानी दिमाग ने एक योजना बनाई, मैंने फट से अपने हाथ सहारा खातून की गांड के साइड में रख दिए, मैं बोला- अरे ऊपर कहाँ चढ़ी हैं आप? कहीं गिर विर ना जाएँ ! “देशमुख जी, हमारा तो रोज का है यह सब, कहीं पर भी चढ़ना उतरना पड़ता है।” […]
प्रेषक : देशमुख ढाका से मेरा ट्रांसफर रंगपुर हुआ और मैंने मन ही मन में कम्पनी के सभी बॉस की ढेरों गालियाँ दी। साले पूरी पिलाई कर देते हैं आप की, खालिदा के चूतड़ों जैसे बड़े इलाके में सेल्स बनाओ और फ़िर वो कहेगा कि चल अब यहाँ की चुदाई छोड़ो और कहीं और जाकर […]
एक रात को मेरी नींद खुली तो मैंने महसूस किया कि चाची ने मुझे अपनी बाहों से जकड़ रखा है। शायद वो मुझे नींद में चाचा समझ रही थीं।
मैं रिक्की हूँ, मेरी मोबाइल की दुकान है। मैं पहली बार कहानी पोस्ट कर रहा हूँ। मेरी कहानी बिल्कुल सत्य है। अजय और उनकी बीवी अंजलि मेरे घर के पास रहते हैं, उनका और हमारे परिवार में काफी आना-जाना है। उनके घर कोई काम होता तो हमें अवश्य बुलाते थे। अजय एक फैक्ट्री मैं काम […]
आप सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार मैं अमित नेहरा गाज़ियाबाद से फिर से आप सभी के लिए आज कुछ अपने दिल की ऐसी बात बताने जा रहा हूँ, जो आज तक किसी को नहीं बताई है। यह कहानी कोई वास्तविकता नहीं है, बस मेरे मन और दिल की तमन्ना है। आशा करता हूँ आपको पसंद […]
दर्द पर आनन्द हावी होने लगा, मैं महसूस कर रही थी कि उसका XL साइज़ का लिंग लगातार योनि के संकुचित मार्ग को धीरे-धीरे फैलाता अन्दर सरक रहा है। मैंने आँखे भींच ली थी और खुद को उसके हवाले कर दिया था। फिर शायद आधा अन्दर घुसाने के बाद, वो ऊपर से हट कर अन्दर […]
फिर नहाने के वक़्त भी दिमाग अपनी जगह नहीं था, झटका तब लगा जब किसी के दरवाज़े पर जोर देने से वो खुल गया। मैंने पीछे घूम कर देखा तो सामने ही रफीक खड़ा उलझी-उलझी साँसों से मुझे देख रहा था। “क्या है? तुम अन्दर कैसे आये?” मुझे एकदम से तो गुस्सा आया पर साथ […]
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को आदाब ! आपकी सेवा में मैं अपनी एक ऐसी दोस्त की कहानी लेकर हाज़िर हूँ, जिसके पास बताने को कहानियाँ तो कई हैं मगर लिखने का हुनर नहीं। शब्दों का गढ़न भी एक कला है, जो हर एक के पास नहीं होती। बहरहाल उनकी कहानी उन्हीं के शब्दों में लिख […]
आपने मेरी पिछली दो कहानियाँ ‘गेहूँ की सिंचाई’ और ‘गेहूँ की सिंचाई का फल’ पढ़ी और सराहा, उसके लिए बहुत-2 धन्यवाद। आपने पिछली कहानियों में पढ़ा कि सिंचाई के दौरान ट्यूबवेल मालिक वर्मा ताऊ की बहू को मैंने खूब चोदा जिसका फल यह मिला कि भाभी की माहवारी बंद हो गई जिसकी चिंता भाभी और […]
आपने मेरी पिछली कहानियाँ ‘यौन साथियों की अदला-बदली’ और ‘सोनाली भाभी और उनकी उलझन’ पढ़ी और अच्छे सुझाव प्राप्त हुए। मैं सोनाली के साथ सेक्स करके खुश था और शर्माजी भी। अब मैं उनके घर हमेशा आता-जाता रहता था और हमारे सम्बन्ध भी अच्छे हो गए थे, पर मैं सोनाली के साथ सेक्स नहीं कर […]