गर्लफ्रेंड की शादी के बाद गांड और चूत चुदाई

(Married GF Xxx Kahani)

GF Xxx कहानी मेरी गर्लफ्रेंड की चुदाई की है जो मैंने उसकी शादी के बाद की थी. उससे पहले मैंने उसे नहीं चोदा था. उसने शादी के बाद एक दिन मुझे फोन किया।

दोस्तो, मेरा नाम अमन है और मैं 27 साल का हूं। मेरा लंड 5 इंच का है।

आज जो मैं GF Xxx कहानी सुनाने जा रहा हूं, वह मेरे प्यार संगीता की है।
मैं उसे संगु बुलाता हूं।

संगीता की दो साल पहले शादी हो चुकी है।
उसकी ससुराल में ही जब शादी के बाद मैंने उसकी पहली चुदाई की, ये उसी की कहानी है।

ज्यादा समय न लेते हुए मैं सीधा कहानी पर आता हूं।

संगु का जिस्म गदराया हुआ है। उसके चूचे 32 के साइज के एकदम गोल गोल हैं। उसकी 28 की पतली कमर है और 34 की उठी हुई गांड एकदम कहर ढहाती है।

यह बात कुछ समय पहले लगे लॉकडाउन के बाद की है।

एक दिन अचानक उसका कॉल मेरे पास आया।
वो कुछ परेशान सी लग रही थी।

उसने मुझे अपनी समस्या बताई।
उस दिन के बाद हम रोज ही बात करने लगे।
हम लोगों के बीच में गंदी बातें भी होने लगीं।

मुझे चुदाई की वो सारी बातें बताती थी कि कैसे उसका पति उसकी चुदाई करता है, कितना टाइम लगता है।

इस तरह से उत्तेजित होकर मैं भी उसको चोदने की बात कह देता था।
वो भी फोन पर तैयार हो जाती थी लेकिन घर बुलाने से डरती थी।

उसने बताया था कि उसका पति दिन का ज्यादातर समय अपने दोस्तों के साथ बिताता था, घर में वो बहुत कम रुकता था और रात को ही घर आता था।

एक बार की बात है कि उसका फोन खराब हो गया।
उसने अपने पति के फोन से मुझे कॉल किया और उसके लिए नया फोन लाने को कहा।

उसने दो दिन बाद मुझे उसके वहां आने को कहा क्योंकि उसके सभी घरवाले उस दिन कहीं बाहर जाने वाले थे।

वो दिन मेरे लिए बहुत खास था क्योंकि मैं दो साल बाद उससे मिलने वाला था और पहली बार उसके साथ चुदाई करने वाला था।
ये सोचकर मैंने उन दो दिनों में खूब मुठ मारी।

फिर वो दिन आ ही गया जिसका मुझे बेसब्री इंतजार था।
गर्मी का दिन था मैं लोअर टीशर्ट में उसके घर के लिए निकल गया, मैं उसके बताये पते पर पहुंच गया।

उसने दरवाजा खोला तो मैं देखकर दंग रह गया। वो नेवी ब्लू रंग की साड़ी में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।

वो मेरा ही इंतजार कर रही थी।
मुझे देखकर वो मुस्करायी और फिर जल्दी से अंदर ले गई।

उसने दरवाजा बंद किया और फिर हम लोग हॉल में आ गए।

हमने कुछ देर बात की और फिर वो मेरे लिए मिल्कशेक बनाकर ले आई।

फिर मुझे अपने हाथ से वो पिलाने लगी तो मुझसे रुका नहीं गया।
मैंने उसे खींचकर अपनी जांघ पर बिठा लिया।
फिर उसको बांहों में कसकर मैं उसे चू्मने लगा। वो भी विरोध नहीं कर रही थी.

मैंने कमर में हाथ डालकर दूसरे हाथ से उसके रसीले बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया।
वो भी अब मेरा साथ देने लगी थी।

दस मिनट तक ये सब चला और फिर मुझसे रुका न गया।
मैंने संगु को अपनी गोद में उठा लिया और उसको बेड वाले रूम में ले गया।

फिर उसको बेड पर लिटाकर किस करने लगा और उसके चूचों को जोर जोर से दबाने लगा।

एक हाथ से मैं उसकी साड़ी को ऊपर करने लगा तो वो रोकने लगी।
लेकिन मैं रुकने वाला नहीं था।
मैंने जांघ से हाथ हटा लिया लेकिन ब्लाउज के बटन खोल लिए। मैंने उसके चूचों को नंगा कर लिया और दोनों पर टूट पड़ा।

बारी बारी से मैं उसकी चूचियों को पीने लगा।
मेरा लंड भी अब फटने को हो रहा था।

इतने में ही किसी ने दरवाजा खटखटाया तो हम दोनों डर गए।

वो तुरंत कपड़े ठीक करके दरवाजे पर गई तो बाहर पड़ोस की कोई औरत आई थी जिसको उसने जल्दी ही वापस भेज दिया।

इसी बीच मैं बाथरूम में गया। वहां पर मुझे उसकी पैंटी दिख गई, उसमें काफी सारे बाल लगे थे।
मैं देखकर समझ गया कि इसने आज चूत साफ की होगी।

इतने में वो मुझे ढूँढती हुई बाथरूम में आ गयी. उसने मुझे उसकी पैंटी को हाथ में लेकर देखते हुए पाया तो वो शर्मा गई।
मैंने पैंटी को बाथरूम में ही रख दिया और संगु को गोद में उठाकर फिर अंदर ले आया।

वो भी जान गई थी कि मैं आज उसको बिना चोदे छोड़ने वाला नहीं हूं।

बेडरूम में अंदर आकर हम दोनों ने एक एक करके एक दूसरे के कपड़े उतार दिए।
अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था।

मैंने उसको जल्दी से पूरे बदन पर चूमा और उसको बेड पर लिटाकर उसकी चूत चाटने लगा।
उसकी चूत एकदम से चिकनी थी जिसमें अब हल्का पानी रिसना शुरू हो चुका था।

मैंने उसकी चूत को चाटकर चूतरस का स्वाद लेना शुरू किया।
कुछ ही मिनटों में वो मछली की तरह तड़पने लगी।

मैं उससे लंड भी चुसावना चाहता था लेकिन अब मैं चुदाई के लिए मरा जा रहा था इसलिए मैंने उसके घुटनों को मुड़वा दिया और उसकी चूत पर लंड को टिका दिया।

मैंने लंड डालना शुरू किया तो उसकी चूत बहुत टाइट महसूस हुई।
पति से चुदवाने के बाद भी उसकी चूत काफी कसी हुई थी।
उसे दर्द होने लगा और उसने आँखें बंद कर लीं।

आधा लंड ही अभी चूत में जा पाया था।
धीरे धीरे मैं लंड को अंदर बाहर करने लगा तो वो भी सामान्य होने लगी।
कुछ ही देर में वो आराम से लंड को लेने लगी।

दस मिनट की चुदाई में ही उसकी चूत से पानी निकलने लगा।
फिर उसको पेशाब भी लग आया था। उसने रुकने के लिए कहा तो मैंने लंड बाहर निकाल लिया।

मैंने लंड निकाला तो पूरा तना हुआ था और उसकी चूत के रस में भीगा हुआ था।
वो लंड को ऐसी हालत में देखकर शर्मा गई।

फिर अपनी नाइटी उठाकर पहनने लगी तो मैं मना कर दिया कि नंगी ही बाथरूम में जाए।
वो बोली- शर्म आ रही है।

तो मैंने उसको गोद में उठा लिया और खुद ही बाथरूम में ले गया।
वहां पर वो मेरे सामने ही पेशाब करने लगी।

पेशाब करने के बाद मैं उसे रूम में ले आया और उसको बेड पर लिटा दिया।
उसको चूमते हुए मैं उसके बूब्स को दबाने लगा।

फिर एक हाथ से लंड पकड़ कर उसकी चूत में सेट कर दिया।
मैं फिर से उसे चोदने लगा.

और वो भी मजे से आवाजें करने लगी- आह्ह … आह्ह … ओह्ह … अमन … स्स्स … आह्ह … आईई आह्ह।
उसकी ये कामुक आवाजें सुनकर मैं भी जोश में आ गया- हाय संगु … आह्ह … मेरी जान … तेरी चूत … ओह्ह … मेरी रानी … आह्ह।

जल्दी ही उसने मुझे ऊपर खींच लिया और नीचे से गांड उठाकर चुदवाने लगी।
15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों ही एक साथ झड़ गए।

कुछ देर हम एक दूसरे से चिपके पड़े रहे और फिर मैंने अपने कपड़े पहन लिए।

मैं जाने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया।
वो बोली- इतनी क्या जल्दी है?
मैंने कहा- तुम्हारे घर अकेले रहना ज्यादा देर ठीक नहीं है।
वो बोली- कोई बात नहीं, अगर कुछ बात उठी तो मैं कह दूंगी कि दूर की रिश्तेदारी का भाई मिलने आया हुआ था।

फिर उसने मुझे अपनी बांहों में कस लिया।
मैं भी उससे लिपट गया और एक बार फिर से उसकी गांड को दबाने सहलाने लगा।
वो भी अब मेरे लंड पर हाथ फिराने लगी।

कुछ ही देर में मेरा लंड फिर से तन गया।
मैं एक बार फिर से नंगा हो गया।

हम दोनों किस करने लगे और संगु भी जल्दी ही फिर से गर्म हो गई।

मैंने उसको बेड पर लिटा लिया और उसकी चूचियों को पीने लगा।
अब मैं एक हाथ से उसकी चूत में उंगली भी चला रहा था।

उसको भी चूत में उंगली करवाने में काफी उत्तेजना महसूस हो रही थी और वो अपनी चूत को बार बार मेरी उंगलियों की ओर चला रही थी।

जल्द ही संगु की चूत से रस टपकने लगा।
उसकी चूत झड़ने के कारण अब बहुत ज्यादा चिपचिपी हो चुकी थी।

मैं तेजी से उसकी चूत में उंगली करने लगा तो मेरी Xxx GF बोली- बस चोद दो अब … आह्ह … आईई ई … चोद दो … बहुत मजा आ रहा है तुम्हारे साथ … आह्ह!

मैंने कहा- जान, मैं अब तुम्हारी गांड चोदना चाहता हूं।
वो बोली- मैंने कभी पीछे नहीं लिया।
मैंने कहा- तो लेकर देखो, मजा आएगा। फिर खुद ही लेने के लिए कहा करोगी।

वो कुछ सोचकर तैयार हो गई।
मैंने उससे तेल की शीशी लाने को कहा।

फिर मैंने अपनी उंगली पर तेल लगाया और उसकी गांड के छेद पर भी तेल लगा लिया।

मैंने पहली बार उंगली डाली तो वह उचक गई।
उसने मेरा हाथ हटा दिया।

मैंने कहा- मुझे कुछ करने तो दो, तभी तो कुछ हो पाएगा!
उसने फिर अपना हाथ हटा लिया।

अब मैंने फिर से उंगली पर तेल लगाया और उंगली का टोपा उसकी गांड के छेद पर घुमाया और थोड़ा अंदर भी सरका दिया।
धीरे धीरे मैंने उसकी गांड के छेद को बाहर से चिकना किया और एक इंच तक अंदर से भी चिकना कर दिया।

अब मैंने अपनी पूरी उंगली पर तेल लगाया और उसकी गांड में उंगली सरका दी।
मैं पूरी उंगली अंदर देने लगा तो वो रोकने लगी।
फिर मैंने उंगली वहीं पर रोक दी।

जब वो नॉर्मल सी होने लगी तो उसने खुद ही गांड को ढीली छोड़ दिया।
अब मेरी उंगली उसकी गांड में पूरी की पूरी अंदर जा रही थी।

मैं धीरे धीरे उंगली का मजा उसको दे रहा था।
उसे भी उंगली से गांड मरवाने में शायद मजा आ रहा था।

धीरे धीरे लगभग 10 मिनट तक मैंने उसकी गांड में उंगली से काफी सारा तेल अंदर पहुंचा दिया।

अब मैंने अपने लंड पर तेल लगा लिया और फिर टोपा उसकी गांड के छेद पर सेट कर दिया।
मैंने टोपा अंदर डाला तो एकदम से वो फिसलकर अंदर घुस गया।

संगु एकदम से तिलमिला गई। उसकी गांड की सील टूट गई थी। वो छटपटा कर छूटने लगी लेकिन मैंने उसको पहले ही पकड़ कर रखा हुआ था।

वो चीखी- छोड़ो अमन … आह्ह … बहुत दर्द हो रहा है … आईई … आईईई।
मैंने कहा- बस जान … दो मिनट का दर्द है, फिर बहुत मजा आएगा।
मैं लंड को डालकर रुका रहा।

फिर जब वो सामान्य हुई तो मैंने धीरे धीरे उसके जिस्म को सहलाना शुरू किया।
मैं उसके चूचों को दबाने लगा और उसकी चूत को सहलाने लगा।
अब मैंने धीरे धीरे उसकी गांड में लंड को और अंदर धकेलना शुरू किया।

उसे दर्द तो हुआ लेकिन अंदर काफी मात्रा में तेल पहुंच चुका था तो लंड आराम से अपनी जगह बनाता हुआ गांड में समा गया।

मैंने धीरे धीरे उसे चोदना शुरू किया।
अब वो लंड को लेने में थोड़ा मजा लेने लगी थी।

फिर मैंने उसको बेड पर नीचे लिटा लिया और उसकी चूत के नीचे तकिया लगा लिया ताकि गांड उठकर ऊपर आ जाए और आराम से चोदी जा सके।
मैंने उसे चोदना शुरू किया।

अब लंड पच-पच करते हुए उसकी गांड में अंदर बाहर हो रहा था।
कुछ देर बाद उसको भी पूरा मजा आने लगा।

इस बीच मैं लगातार उसकी चूचियों को दबा रहा था।

मैंने लगभग 20 मिनट तक उसकी गांड चुदाई की और माल अंदर ही छोड़ दिया।
उसकी गांड पूरी खुल गई।
जब मैंने लंड निकाला तो गांड का छेद खुला हुआ देखा जा सकता था और अंदर से गांड का गुलाबी एरिया भी नजर आ रहा था।

मेरा माल उसकी गांड के छेद में फैल गया था और अब रिसकर बाहर आ रहा था।
उसके बाद हम दोनों उठे और साथ में नहाए।

नहाते हुए मैंने एक और बार उसकी चूत चोदी।
फिर मैं शाम को वहां से लौट आया।

अगली कहानी में बताऊंगा कि कैसे मैंने संगु को उसके जन्मदिन पर चुदाई का तोहफा दिया।

आपको ये GF Xxx कहानी कैसी लगी मुझे अपने ईमेल और कमेंट्स में जरूर बताएं।
मेरा ईमेल आईडी है- [email protected]

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