उन दिनों की यादें-2
प्रेषक : गुल्लू जोशी कहानी का पहला भाग: उन दिनों की यादें-1 अगले दिन मनोज एक नई सीडी लाया था। वो भी समलिंगी लड़कों की
प्रेषक : गुल्लू जोशी कहानी का पहला भाग: उन दिनों की यादें-1 अगले दिन मनोज एक नई सीडी लाया था। वो भी समलिंगी लड़कों की
प्रेषक : गुल्लू जोशी मेरा नाम गुलशन जोशी है। मुझे कॉलेज में किसी ऐसे विषय में एडमिशन लेना था जिसमें जल्दी नौकरी मिल सके। मुझे
प्रेषिका : निशा भागवत कुछ देर तो वो दोनों बतियाते रहे, फिर बस एक जगह रुक गई। समय देखा तो रात के ठीक बारह बज
प्रेषिका : निशा भागवत अवनी मौसी अभी कोई पैंतीस वर्ष की होगी। उसने प्यार में धोखा खाने के बाद शादी नहीं की थी। उसके प्रेमी
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लेखिका : कामिनी सक्सेना नेहा के हाथों की गति तेज होती जा रही थी… और फिर स्पर्श ने एक तेज चीख सी निकाली और उसके
कविता ने गाण्ड इतनी ऊँची कर रखी थी कि उसकी चूत तक भी स्पष्ट नजर आ रही थी। रोहण ने अपना हाथ उसके नीचे घुसा दिया और उसकी चूत को भी सहलाने लगा।
प्रेषक : रिन्कू गुप्ता प्रिय पाठको, मेरा नाम रिंकू है जैसा कि आप लोग पहले से ही जानते हैं . आज मैं आप लोगों से
यह कहानी नहीं, सच है लेकिन कहानी के रूप में ! यह किसी एक लड़की या महिला की कहानी नहीं है। यह उन कई महिलाओं
‘‘पिता जी !’’ उसके मुख से शब्द निकल ही नहीं रहे थे। प्रसन्नता इतनी थी कि वर्षा फ़ूली नहीं समा रही थी। साइबर कैफे से
प्रेषिका : रिया रॉय चूत के सभी पुजारियों को रिया रण्डी का मुठ भरा परिणाम ! प्रिय दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है जो एक
मैं अपनी पहली कहानी लिख रहा हूँ, उम्मीद है आप सब को पसंद आएगी। मेरा नाम सुशील है, मैं कोलकाता में रहता हूँ, उम्र 28
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी “कल सुबह सुबह तो तू मुम्बई जा रहा है ना अब्दुल?” “हाँ बानो, बस जाने से पहले एक बार मेरी
हाय दोस्तो, मेरा नाम है अंकुर! वैसे मेरा असली नाम तो अमीना बेगम है लेकिन इन्टर्नेट पर मैं अपना नाम अंकुर ही लिखती-बताती हूँ। मेरे
वह चुपचाप रही, लेकिन चमकती हुई बिजली की रोशनी में उसकी टिमटिमाती आँखें स्नेह से भरकर मुझे देख रही थीं। फिर थोड़ा मुस्कुरा कर उसने
आप कहाँ जा रहे हैं? जहाँ तक बस जाएगी। बस कहाँ तक जाएगी? आपको कहाँ जाना है? खेड़ी तक ! लेकिन सुना है कि रास्ते
प्रेषक : अशोक अन्तर्वासना के सभी पाठकों को अशोक का नमस्कार ! दोस्तो, आपने मेरी पहली कहानी में पढ़ा था कि किस प्रकार मेरी बड़ी
प्रेषक : गुल्लू जोशी शीला और उसका पति विनोद एक शहर में किराए के घर में रहते थे। शीला की बहन मंजू पास के गाँव
चुदाई का शौक-1 चुदाई का शौक-2 सभी पाठकों को मेरा नमस्कार! कुछ पिछला बताते हुए मैं आगे लिख रही हूँ! आधा घंटा उसने मुझे जम
चुदाई का शौक-1 मैं अन्तर्वासना पर अपनी सबसे पहली चुदाई का दूसरा भाग लेकर हाज़िर हूँ, कुछ पिछला बताते हुए में आगे लिख रही हूँ!
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