राज कार्तिक शर्मा

तड़पती जवानी नीलिमा की

मैंने जाकर घण्टी बजाई तो उस क़यामत ने दरवाज़ा खोला जिसका नाम नीलिमा है। उसको देखा तो मैं देखता ही रह गया। नीलिमा ने मुझे दो बार अंदर आने को कहा पर मैं तो जैसे किसी जादू में बंध गया था बस एकटक उसी को देख रहा था। उसकी जवानी

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चाचा का उपहार-1

चाची ने मेरे लण्ड को हल्के से छू लिया। मैंने अपने होंठ चाची के होंठो पर रख दिए। मैं किस करते करते चाची की चूची मसल रहा था। तभी चाचा ने दरवाज़ा खटखटा दिया और…

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