अनजान भाभी की चुत की चुदाई का मजा एक शादी में

(Anjan Bhabhi Ki Chut Ki Chudai Ka Maja Ek Shadi Me)

हैलो दोस्तो, और मेरी चूतों की रानियों कैसी हो..! मैं निखिल कानपुर से हूँ। मेरी उम्र 24 साल है और मैं गवर्नमेंट जॉब में हूँ। मेरे लंड का साइज़ सही में बड़ा है क्योंकि मैं रोज सरसों के तेल से अपने लंड की मालिश करता हूँ।

बात कुछ दिन पहले की है, जब हमारे रिश्तेदार के यहाँ शादी थी और हम सब पूरे परिवार सहित उनके घर गए थे।

उधर रात में पार्टी चल रही थी, तो मेरी नज़र एक महिला पर पड़ी.. उसके बारे में जाना तो मालूम हुआ कि वो मैरिड थी और उसका नाम ख़ुशी था। वो भी कानपुर में ही रहती थी.. उसकी उम्र 28 साल के लगभग की रही होगी। वो दिखने में भी किसी हीरोइन से कम नहीं लग रही थी। उसका फिगर 34-28-36 का होगा.. उसके फिगर का नाप मुझे उस वक्त पता चला, जब मैंने उसे चोदा था।

ख़ुशी के पति उसको पार्टी में छोड़कर कहीं चले गए थे.. वो इधर अपनी फ्रेंड की शादी में आई थी और सुबह तक रुकी थी तभी मैंने उसके पास जाकर बात की थी। उस वक्त तक रात काफी हो चुकी थी और खास खास लोगों को छोड़ कर लगभग सभी जा चुके थे। जो थे, वो सब भी थक गए थे और हम भी सुस्ता ही रहे थे।

उन दिनों ठंड का मौसम था और मुझे नींद भी बहुत आ रही थी.. मैं अपना कम्बल लेकर ऊपर हॉल में सोने जाने लगा, जाते समय मैंने ख़ुशी को गुड नाईट कहा और सोने चला गया।
हम दोनों ने सुबह मिलने का वायदा किया और सोने चले गए।

मुझे नींद तो आ रही थी, लेकिन मेरा मन बार-बार ख़ुशी की तरफ जा रहा था। मेरा मन उसे चोदने का हो रहा था और मुझे बस उसकी चूत चाहिए थी।
सच में कितनी हसीन थी वो और क्या मस्त माल लग रही थी! वो इतनी गोरी लग रही थी कि जैसे अभी दूध से नहाकर आई हो।

मैं उसके बारे में सोच ही रहा था कि वो भी हॉल में आ गई, वो कुछ देख रही थी। तभी उसने मुझे देखा और कहने लगी- क्या मैं भी यहाँ सो सकती हूँ?
मैंने कहा- क्यों नहीं.. जरूर, यहीं लेट जाओ ना!

मैं तो इसी इंतज़ार में था कि कब मौका मिले और वो मेरे साथ मेरे कम्बल में आकर लेट जाए। वही हुआ.. वो मेरे साथ मेरे कम्बल में आ गई और मैंने नींद का बहाना बनाया और उसके ऊपर हाथ रख दिया।
वो कुछ नहीं बोली, जबकि अभी हम दोनों जाग रहे थे।

मैंने उसकी तरफ देखा तो उसकी आँखों में मेरे लिए प्यार झलका तो मैंने जल्दी से उसकी कमर में हाथ फिराया.. वो सिसकार पड़ी।
दोस्तोम मैं आपको क्या बताऊँ.. क्या मक्खन जैसी चिकनी कमर थी.. मैंने उससे कहा- मुझे किस चाहिए!
वो बोली- तो ले लो ना.. मना किसने किया है!

मैंने तुरंत अपने होंठ तुरंत उसके होंठों पर रख दिए।

मैं उसके होंठों को चूसने लगा.. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। फिर मैं उसकी जीभ पीने लगा और मैंने उसके गले को प्यार से काटना स्टार्ट कर दिया।

फिर मैंने उससे कहा- तुम भी यही चाहती थी ना!
वो लजाते हुए बोली- हाँ..
मैंने उससे कहा- तो चलो कोने में चलते हैं, वहां पर लाइट बहुत कम है।

हॉल में कुछ ही लोग थे और वो थक कर बेसुध होकर सो रहे थे। मैंने कोने में जाकर उसे जल्दी से कम्बल में ले लिया और कहा- आवाज़ नहीं करना।

मैंने अपना प्रोग्राम स्टार्ट कर दिया.. मैं जल्दी से उसके मम्मों को दबाने लगा और पीने लगा। अब मैं सबसे अलग लेटने का पूरा फायदा उठा रहा था, लेकिन मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था कि कहीं कोई उठ ना जाए।

मैंने उसकी साड़ी को ऊपर किया और उसकी जांघों को सहलाने लगा। उसके मुँह से मदहोश कर देने वाली आवाज़ निकल रही थी उम्म्ह… अहह… हय… याह… मैं भी उसे बीच-बीच में किस कर रहा था और उसकी आवाज़ को दबाने की कोशिश करने लगा।

इसके बाद मैंने उसकी पेंटी उतार दी और अपने सिर के पास रख ली। अब वो भी मेरे लंड के पास आ गई।

मैंने कहा- मैं उल्टा लेट जाता हूँ, तुम मेरे लंड से खेलो.. मैं तुम्हारी चूत से खेलता हूँ।
मैं 69 में उल्टा लेट गया और अब उसने भी मेरा अंडरवियर उतार दिया और मेरे लंड को चूसने लगी, मैं भी उसकी चूत चाटने में शुरू हो गया।

अभी हम दोनों चुसाई का मजा ले ही रहे थे कि इतने में किसी की आवाज़ आई.. तो मैं घबरा गया और वो भी डर गई।

पर वो आदमी जल्दी ही चला गया और हम अपने काम पर वापस लग गए। इतने में उसने अपना पानी छोड़ दिया और थोड़ी देर में मैंने भी अपना रस उसको पिला दिया।

फिर मैं सीधा होकर उसके बगल में लेट गया.. उसे किस करने लगा और उसके ठोस मम्मों को दबाने लगा।

थोड़ी ही देर में, मेरा मूड फिर से बन गया और अब मैं उसकी दोनों टांगों के बीच में आ गया और अपना लंड उसकी चुत में अन्दर करने लगा। मोटे लंड के कारण वो थोड़ी आवाज़ करने लगी, तो मैंने उसे किस करते हुए उसकी आवाज़ को अपने मुँह से दबा दिया।

वो भी डर रही थी और कह रही थी- जल्दी कर लो, कहीं कोई आ ना जाए।

मैं अब पूरी तरह से मूड में था.. मेरे एक दो स्ट्रोक में उसे थोड़ा दर्द हुआ, लेकिन फिर वो मेरे लंड को आराम से लेने लगी। अब उसे दर्द कम.. और चूत की आग ज्यादा मजा से रही थी। वो भी चूतड़ उठा उठा कर लंड ले रही थी.. और अपना पूरा जोर लगा रही थी।
इतने में उसका पानी निकल गया और वो ढीली पड़ गई..
लेकिन मेरा पानी अभी कहाँ निकला था। मैं अपने लंड को अब भी अन्दर-बाहर कर रहा था। थोड़ी देर बाद, मैंने भी उसकी चूत में अपना पानी छोड़ दिया।

फिर हम दोनों ऐसे ही साथ लेटे रहे और फिर हमने एक बार और चुदाई की।
वो रात मुझे कभी ना भुलाने वाली रात बन गई.. फिर हमने अपने नंबर एक्सचेंज किए और उसने अपनी किसी फ्रेंड के नाम से मेरा नंबर सेव किया और रात भर मस्ती से लेटे रहे।

जब सुबह होने वाली थी तो हम दोनों ने उठकर अपने आपको ठीक किया। वो मुझसे अपनी पेंटी मांग रही थी.. पर मैंने उसकी पेंटी नहीं दी।

मैंने उससे पूछा- अब कब मिलना होगा?
उसने कहा- जल्दी ही.. जब भी मौका मिलेगा, मैं तुमसे जरूर मिलना चाहूंगी।
मैंने उससे कहा- मैं तुम्हारी पेंटी गिफ्ट समझ कर रख रहा हूँ।

वो हँस दी और मुझे चूम कर चली गई।

फिर जब सुबह विदाई हुई और उसके पति भी उसे लेने आ गए और वो मुझे बाय बोलकर चली गई। उसके बाद, हमने कई बार चुदाई की, लेकिन उसके पति को पता नहीं है। वो अभी बहुत सेक्सी और हॉट है, जो भी उसे देखता है.. उसका उसे चोदने का मन करने लगता है।

यह थी किसी शादी में मेरी चुदाई की सेक्सी स्टोरी.. आपको कैसी लगी मुझे ईमेल करके लिखिएगा।
[email protected]

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