लड़कियों की गांड चुदाई

लड़की, महिला की गांड की चुदाई की कहानी, इन कहानियों में लड़की गर्लफ्रेंड, भाभी, महिला की गाण्ड की चुदाई का वर्णन है!

Ladkiyon Ki Gand, Bhabhi ki Gaand chudai Ki Kahani

Stories of Anal Sex with females

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-9

जूही परमार अब मेरी चूत अब्दुल के होंठों पर आराम कर रही थी और अब्दुल की जीभ मेरी चूत से साथ अठखेलियाँ कर रही थी। तभी मैंने देखा कि पीटर सविता को गोद में उठा कर ला रहा है, मेरे चेहरे पर मुस्कान आ गई। पीटर ने सविता को टेबल पर बिठा दिया और अपना […]

चूत चुदवा ली भैया कह कर-2

आर्यन वो तो बहुत ही बड़ी वाली थी, बोली- साले तू दस मिनट में क्या कर लेगा…! मैं गरम तो हो जाऊँगी फिर ठंडा क्या तेरा बाप करेगा..! और वो हुए चली गई और उस रात भी नहीं आई ..! अब हम एक-दूसरे से बोलते भी नहीं थे, लेकिन मैं मौके की तलाश में था […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-8

कुछ ही देर में पीटर का दोस्त भी ऊपर आ गया और मुझे मेरी गाण्ड के आस पास कुछ मोटा मोटे लण्ड जैसा एहसास होने लगा था। क्योंकि मेरी गाण्ड पीछे की तरफ थी इसलिए अब्दुल आराम से अपना लण्ड घुसा सकता था। और उसने ऐसे किया भी। वैसे भी कौन भला इतनी चिकनी गाण्ड […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-7

जूही परमार जैसे ही हमने दरवाज़ा खोला सविता सामने कुर्सी पर बैठी हुई थी। हम दोनों उसको देख आश्चर्यचकित हो गए। थोड़ी देर तक तो सविता घूरती रही और फिर हंसते हुए बोली- आखिर तुझे भी लग गया न इस अफ्रीकन लौड़े का चस्का? मुझे तो पहले से पता था कि तुझे यह बहुत पसंद […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-6

जूही परमार ओफ़्फ़…ओह… बातों बातों में बताना तो भूल ही गई कि नाश्ते में क्या था? ‘पोहा और जलेबी !’ हम दोनों ने नाश्ता किया और फिर मैं कपड़े लेकर बाथरूम चली गई नहाने ! पर जल्दी जल्दी में मेरी ब्रा कमरे में ही कहीं गिर गई और मुझे ध्यान नहीं रहा। मुझे ध्यान तब […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-5

पीटर धीरे धीरे अपना मोटा लण्ड मेरी गाण्ड में घुसाने की कोशिश करने लगा था। उसका लण्ड का आगे का मोटा टोपा जो किसी बड़े आलूबुखारे जैसा दिख रहा था, धीरे धीरे मेरी गाण्ड में घुस रहा था और मुझे उसका एहसास दर्द के माध्यम से होने लगा था। जैसे ही उसके लण्ड के टोपे […]

अफ्रीकन सफ़ारी लौड़े से चुदाई-4

पीटर ने दोनों हाथों से मेरे दोनों कूल्हे पकड़ कर गांड खोलने लगा। धीरे से उसने अपनी एक उंगली मेरी गांड में डाली और थूक लगा कर छेद में अंदर-बाहर करने लगा।

गदराई लंगड़ी घोड़ी-5

By वीर सिंह On 2014-03-25 Tags:

“अभी तो एक और सरप्राइज है तेरे लिए..” “वो क्या?” “चल पहले कुर्सी से हट !” “मेरी गाण्ड मारेगा?” बबिता ने सीधा सवाल पूछा। “कूद-कूद के मारूँगा.. उफ्फ कैसे बोलती हो तुम? कहाँ से सीखा इतना गन्दा बोलना !” मैं सपने देखने लगा कि काश मेरी लंगड़ी दीदी भी मुझसे ऐसी बातें करें। “पर पहले […]

बदले की आग-10

गीता बोली- इसे तो 3-3 लण्डों से पिलवाना पड़ेगा, तब सुधरेगी यह। उसके बाद हम सब नंगे होकर प्रेम से चाय पीने लगे। मैंने मुन्नी के गले में हाथ डालते हुए कुसुम की तरफ देखते हुए कहा- मुन्नी, तुम्हें एक वादा करना होगा ! मुन्नी बोली- राकेश, तुमने मुझ पर इतने अहसान किये हैं, तुम […]

बदले की आग-9

कुसुम रो पड़ी। गीता ने आगे बढ़कर उसके आंसू पौंछे और बोली- जब खुद की चुदती है तो आँसू आते ही हैं, और जब दूसरे की चुदती है तो मज़ा आता है। एक दिन की बात है, मुन्नी और मैं तो चुद ही चुकी हैं, अब तेरी बारी है थोड़ा मज़ा लेंगें, उसके बाद हम […]

बदले की आग-7

मैंने उसके होंटों पर पप्पी लेते हुए उसके चुचूकों पर नाख़ून गड़ाए और कहा- पहले अपनी फुद्दी का दर्शन तो करा दो। कुसुम ने बिना देर किये अपनी पजामी नीचे सरका दी, उसकी चिकनी जांघें और लड़कियों जैसी चूत अपनी जवानी का मुजरा पेश कर रही थीं। मैंने उसकी चूत के होंटों पर उंगली फिराते […]

बदले की आग-5

गीता भाभी आहें भरने लगीं, उनकी चुदाई शुरू हो गई थी, स्तनों को दबाते हुए चूत धक्के पर धक्के खा रही थी, गीता चुदाई का मज़ा ले रही थी। थोड़ी देर बाद उसकी चूत और मेरे लण्ड ने साथ साथ पानी छोड़ दिया। भाभी को सीधा कर मैंने अपनी बाँहों में चिपका लिया, मेरे से […]

मुंह बोला भाई- बहनचोद

मैं दो-तीन बार मोहल्ले के लड़कों से चुदवा चुकी थी, तब से मुझे लंड लेने की इच्छा होती रहती थी। मैं चाहती थी कि कोई लम्बा लंड वाला मेरी चूत की जमकर चुदाई करे।

दिल का क्‍या कुसूर-9

मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण का दण्‍ड नीचे से लगातार मेरी बच्‍चेदानी तक चोट कर रहा था। तभी मुझे नीचे से अरूण का फव्‍वारा फूटता हुआ महसूस हुआ। अरूण ने अचानक मुझे अपने बाहुपाश में जकड़ लिया और मेरी योनि में अपना काम प्रसाद अर्पण कर दिया। मैं […]

अंगूर का दाना-8

अंगूर ने अपने दोनों हाथ पीछे किये और अपने नितम्बों को पकड़ कर उन्हें चौड़ा कर दिया। आह... अब तो उसके नितम्ब फ़ैल से गए और गांड का छेद भी और खुल गया। अब जन्नत के गृह प्रवेश में चंद पल ही तो बाकी रह गए थे।

रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र -2

मेरा लंड पूरी तरह उसकी गांड में चला गया और वो जोर से चिल्लाई तो वो बोलने लगी- मुझे यह नहीं करना, बस निकाल लो। मैंने उसे बहुत समझाया कि जो दर्द होना था वो हो गया, अब तो मजा आएगा बस थोड़ा सा और। और फिर मैं अपने लंड को धीरे धीरे अंदर-बाहर करने लगा।

भाभी ने मेरी मार दी-2

विजय पण्डित उसकी बड़ी बड़ी आँखें धीरे से खुली और सिसकते हुये बोली- मत देखो मुझे, आह्ह्ह्ह … मैं चुद रही हूँ … आ जाओ, हम एक हो जायें ! हां जानू, देखो तो तुम कितनी हसीन लग रही हो…! राजा, तुम भी कितने मोहक लग रहे हो… मैं मर जाऊँ तुम पर … हाय […]

मेरी रसीली जवानी

'दीदी, आप तो मेरी जान हो... कहो ना!' 'मुझे गाण्ड मरवाने का बहुत शौक है... प्लीज!' 'क्या बात है दीदी... गाण्ड और आपकी... सच में मजा आ जायेगा!'

अब मैंने छवि की गांड मारी

प्यारे दोस्तो, चंदा की बेटी छवि की चुदाई तो उसी रात मैंने कर दी जिस रात चंदा को चोदने उसके घर गया था। छवि की चूत चोद कर मुझे काफी संतुष्टि भी मिली लेकिन अभी भी मैं मौके की तलाश में था कि छवि की गांड कैसे मारूँ। हर समय मेरे आगे छवि का नंगा […]

अक्षिता की अधूरी प्यास

उसकी नजरें मेरे उठे हुये पेटीकोट और मेरी चिकनी शेव की हुई चूत पर पड़ी। एक बार जो नजरें टिकी तो वहीं पर चिपक गई। यह देख कर मैंने अपना थोड़ा सा पांव और खोल दिया

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