लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-22
मैं अपने पति को उसकी बहन और जीजा की चूत चुदाई का खेल दिखाने उनके कमरे की खिड़की पर ले गई। नंगे जीजा मेरी नंगी ननद को बाहों में लेकर मेरे कामुक बदन की तारीफ़ कर रहे थे।
दो से अधिक स्त्री पुरुषों लड़के लड़कियों के एक साथ मिल कर एक स्थान पर ग्रुप में चुदाई या सेक्स का मजा लेने की कहानियाँ
Do se jyada ladke ladkiyon ke ek sath mil kar chut chudai ki kahaniyan
Sex Stories about Group Sex among many girls and boys or couples
मैं अपने पति को उसकी बहन और जीजा की चूत चुदाई का खेल दिखाने उनके कमरे की खिड़की पर ले गई। नंगे जीजा मेरी नंगी ननद को बाहों में लेकर मेरे कामुक बदन की तारीफ़ कर रहे थे।
फ़ेसबुक पर मुझे स्वैप करने वाला एक जोड़ा मिला, उनसे दोस्ती अच्छी हो गई। उन्होंने मुझे मिलने के लिए बोला। हम मिले तो चुदाई की इच्छा होने लगी। तो मैं कैसे चुदी?
वहाँ भी चुदाई का एक अलग ही नज़ारा था। वो दोनों बदल बदल कर हम दोनों की चुदाई कर रहे थे और हम दोनों बहनें बस आअह्ह ह्हह्हह ऊओह्ह उम्म… ऐसे बोलकर उनके जोश बढ़ा रही थी।
पति के टूअर पर जाने के बाद एक सहेली ने दूसरी को अपने घर बुला कर लेस्बीयन सेक्स मौज मस्ती का कार्यक्रम बनाया लेकिन पति उसी दिन वापिस आ गया तो क्या हुआ?
हम तीनों की अन्तर्वासना और रासलीला अपने पूरे यौवन पर थी। कहानी में पढ़ें कि उन दोनों ने कैसे मुझसे अपने तीनों छेदों यानी चूत, गांड और मुख की चुदाई करवाई।
हम तीनों चालू हुए.. अब मैंने डॉली को बिस्तर पर पीठ के बल लेटा दिया और अन्नू ने अपनी पैन्टी उतार दी और वो अपनी टाँगें फ़ैला कर डॉली के मुँह पर घुटनों के बल बैठ गई।
मैं मार्क और लुइस के लण्ड से ही पानी में खेलने लगी, मैंने उन्हें कहा- मुझे चुदना है, बहुत तेज आग लग रही है चूत में! मैं देर न करते हुए उन दोनों के लण्डों को बारी बारी चूसने लगी।
कार से निकलते ही मैंने साड़ी निकाल दी और उसके घर के अंदर तक पहुंचते ही मैं पूरी नंगी हो गई और सारे कपड़े एक तरफ फेंक उसे किस करने लगी।
'तेरे करम ही ऐसे हैं। कौन नहीं नफरत करता मोहल्ले में तुझसे? मैं करती थी तो कौन सा गलत था। यह तो मेरी मज़बूरी है… क्या करूँ और? कोई रास्ता है हमारे पास जो हम यह सुख हासिल कर सकें?'
ट्रेन में सेक्स की इस कहानी में पढ़िए कि दो मर्दों के साथ चार चूतों ने कैसे चुदम चुदाई का खेल खेला! सब छः जने आपस में एकदम खुल गए थे। ग्रुप सेक्स का मजा लें।
आज रात मैं दो लंडों से चुदने के ख्याल से रोमांचित थी। पति को नींद की दवा से सुलाया और अपने चोदुओं को अपने कमरे में बुला कर जो चुदाई करवाई… कहानी में पढ़ें।
गैर मर्दों से हर तरह के सेक्स का आनन्द लेने की मेरी इच्छा कनाडा में पूरी हुई! पहले दिन की चुदाई के बाद अगले दिन हम नग्न समुद्रतट पर गए। पढ़िए मेरे कारनामे!
कमसिन उम्र में ही मैं सेक्स के बारे जान चुकी थी, अलग अलग मर्दों से हर तरह के सेक्स का मज़ा लेने की लालसा हमेशा मेरे मन में रही थी। यह पूरी हुई कनाडा में!
दोनों के लण्ड मुझे सुई की तरह मेरे दोनों बगल से काँटे की नोक जैसे चुभ रहे थे और ऐसा लग रहा था.. मानो मेरी चूत से आग्रह कर रहे हों कि प्लीज़ हमें तुम्हारी प्यारी सी चूत में थोड़ी सी जगह दे दो।
पति देव नर्म पड़ गए थे, काम में व्यस्त… मैं घर में बैठी, यही सोचती कि वो पहले वाला दमखम दिखायें लेकिन नहीं… चूत की चुदास के चक्कर में मैं पास के मॉल में गई।
सुशी को अपने लौड़े की चुसाई से उठाया और उसको और रेवा भाभी को एक सांझे आलिंगन में बाँध लिया। मैं दोनों खूबसूरत औरतों का आनन्द ले रहा था.
शर्तानुसार मैंने नीता को छूना था लेकिन छूने से आगे बढ़ कर मैंने नीता को पूरी नंगी कर दिया तो शिखा, मधु हैरान हो गई और उनकी अन्तर्वासना उनके चेहरे पर झलक आई।
राहुल- हमें भरोसा नहीं है, ब्रा खोल कर दिखाओ। नेहा गुस्से में अपना हाथ पीठ के पीछे डाला और ब्रा खोल कर बिना कोई और कपड़ा निकाले, निकाल कर हमारी ओर फेंक दी।
अम्मी ने मेरी कुर्ती और सलवार निकाल दी, मेरी बुर को सहलाकर अंकल को दिखाकर बोलीं- देखो जी कितनी चिकनी गुलाबी चूत है.. मेरी रानी बिटिया की.. एकदम कोरी है..
अम्मी के साथ-साथ मेरी चूत को भी लण्ड की ज़रूरत सताने लगी थी, मैंने बेअदबी के साथ अम्मी से कह दिया- मुझे भी वही चाहिए.. जो तुम रात को अपनी चूत में डलवाती हो।