पत्नी की सहेली बन गई चुदक्कड़ साली
मेरी पत्नी की सहेली निकिता कुछ दिनों के लिए हमारे घर पर आई। मेरी पत्नी बोली- निकिता आज पहली रात हमारे साथ हमारे रूम में सोएगी। हम तीनों ने एक बेड पर क्या गुल खिलाये!
दो से अधिक स्त्री पुरुषों लड़के लड़कियों के एक साथ मिल कर एक स्थान पर ग्रुप में चुदाई या सेक्स का मजा लेने की कहानियाँ
Do se jyada ladke ladkiyon ke ek sath mil kar chut chudai ki kahaniyan
Sex Stories about Group Sex among many girls and boys or couples
मेरी पत्नी की सहेली निकिता कुछ दिनों के लिए हमारे घर पर आई। मेरी पत्नी बोली- निकिता आज पहली रात हमारे साथ हमारे रूम में सोएगी। हम तीनों ने एक बेड पर क्या गुल खिलाये!
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं आप लोगों की तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ जो आप ने मुझे इतना प्यार दिया… आम लोग तो प्यार से दूसरों को पलकों पे बिठाते हैं पर आप लोगों ने मुझे उससे भी ऊँचा दर्जा दिया और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया, इसके लिए मैं आपको और आपके लंड दोनों […]
अब तक आपने पढ़ा.. सुबह हम लोग जाने लगे तो मधु फिर से हमारे पास आई, उसका चेहरा खिला हुआ था, उसने आस-पास देखकर हम लोगों को किस किया और कहा- रात को जितना आनन्द आया शायद ही कभी आया हो। आप जल्दी से शादी का मुहूर्त निकालिए.. मैं आप लोगों से चुदने को बेकरार […]
हमारे बॉय फ्रेंड्स तो ज़्यादा से ज़्यादा 2-3 बार ही फक कर सकते हैं और एक तुम हो जिसने आज 6 लड़कियों को पार लगा दिया बिना रुके या थके, यह कैसे संभव है?
आबिदा और हेमा ने कहा- अगर हम ढंग से चलेंगी तो सोमू हम सबकी इच्छा पूरी कर देगा। हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा और हमको पूरी उम्मीद है कि सोमू बारी बारी से आप सबके खेतों में अपना मोटा हल ज़रूर चला पायेगा। क्यों सोमू राजा?
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।
सारी डांसर लड़कियाँ मुझसे चुदाने को मरी जा रही थी तो कम्मो ने तय किया कि रोज दो लडकियाँ अपने कमरे में और एक मैडम रात चुदेंगी. इस तरह सबका नम्बर आएगा.
मेरी इच्छा थी कि खूब लंबी चौड़ी और मजबूत बदन की औरत को चोदूं... एक बार कार से दिल्ली से आगरा जाते हुए मुझे ऐसी ही औरत मिली जिसकी बस उसे छोड़ कर चली गई थी.
एक दिन हम खान चाचा के घर गये तो अन्दर से जनाना आवाजें आ रही थी। खान चाचा अपनी साली को चोद रहे थे साथ में साली की जवान लड़की भी थी। उसके बाद पांचों ने खूब चुदाई की, मैंने नई चूत की सील खोली!
कॉलेज वार्षिक उत्सव से कुछ लड़के मुझे एक घर में ले गए। दारू पीकर मैं मस्त लौड़े चूसने लगी। कॉलेज़ की एक मैडम भी उन लड़कों से चूत और गान्ड मरवाने आई थी। कहानी में पढ़ें मस्त चूत और गान्ड की चुदाई…
कॉलेज में ट्रिप पे जाने वालों की मीटिंग के बाद दो लड़कियां मुझे मिली दोस्ती करने के लिए. वो नैनीताल वाली बात जानती थी. वो दोनों उसी दिन मेरे घर आई और चूत चुदाई करवाई !
कॉलेज में जब वार्षिक उत्सव था, मैंने कई रोल करने थे कि बैकस्टेज पे रोशनी गुल हो गई और एक साथ कई हाथ और होंठ मेरे बदन पर घूमने लगे. उसके बाद वे मुझे एक घर में ले गए, वहाँ पर मेरे कॉलेज की एक मैडम भी आई...
नहीं रॉनी.. मैं इतना पागल नहीं हूँ.. जो बहन को यहाँ लाऊँगा.. मैं बस उसके साथ गेम खेलूँगा और जीत भी मेरी होगी.. उसके बाद उसकी बहन को उसके सामने चोदूँगा.. तब जाकर मेरा गुस्सा ठंडा होगा।
हम तीन लड़कों ने तीन लड़कियों की चूत की चुदाई शुरू की। दो लड़के तो जल्दी ही दोनों लड़कियों को प्यासी छोड़ कए झड़ गए तो उन दोनों लड़कियों की चूत चुदास भी मुझे बुझानी पड़ी।
कॉलेज में उर्मि ने एक अमीरजादी से मिलवाया जो मेरे लंड की परीक्षा लेना चाहती थी और ग्रुप सेक्स का खेल खेलना चाहती थी.. कार्यक्रम बनाने के लिए हम सब घर आ गए.
मुझे जेरोम ने बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी एक टांग उठा कर अपने कंधे पर रख ली। फिर धीरे से अपने लंड के टोपे को मेरी चूत में लगा दिया.. मेरी तरफ देखा कर वो धीरे-धीरे अपना घोड़े जैसा लंड मेरी चूत में घुसाने लगा।
भाभी मुझसे गर्भाधान चाहती थी पर भैया की मंजूरी जरूरी थी. हम सबने भैया को खुश करने के लिए पारो को चूत चुदाई के इस खेल में शामिल किया तो भैया भी पारो की चूत मारने को आतुर दिखे.
हम दोनों दोस्तों ने न सिर्फ मेरी बीवी की चूत मारी, गांड भी छेदी, फिर दो-2 लंडों को पहले गांड में घुसेड़ा, फिर भी मन नहीं भरा तो चूत में भी दो-2 लौड़ों को ठूंस कर चुदाई की!!!
अमर उसकी चूत चाट रहा था, विजय उसके होंठों को चूमे जा रहा था, संतोष और पप्पू उसके दोनों चूचों के पीछे पड़े थे, मधुर और राहुल उसके चूतड़ दबा रहे थे।
मैंने अपनी नाइटी उतार दी और पूरी नंगी हो गई और झूठ मूठ के कीड़े को ढूंढने लगी। मैं जानबूझ कर अपनी चूत और मम्मे सेठ के मुंह के पास ले जा कर ढून्ढ रही थी कीड़ा।