मेरे घर आई एक कमसिन परी
एक कमसिन हसीन परी अपने पापा संग हमारे घर आई, मेरे और उसके पापा दोस्त हैं। उसका सेक्सी बदन मुझे अन्दर तक भेद गया। मैंने उस हसीना को कैसे प्राप्त किया!
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फ़रहान को हम दोनों को तकते देख आपी ने उसे पास बुलाया, उसके लन्ड को सहला कर उसे मेरी गान्ड मारने को कहा। अब आपी सबसे आगे, उनके पीछे मैं, मेरे पीछे फ़रहान…
ज्यों ही उंगली चूत में घुसी ऐशुरानी सिहर उठी और एक क्षण के लिए लण्ड चूसना भी भूल गई। लण्ड मुंह में धंसे धंसे ही उसने सीत्कार ली और फिर दुबारा से लौड़ा चूसने लगी।
एक बार मेरी डार्लिंग ने मुझे घर में होते हुए भी फोन किया- अरुण बार्बर बोल रहे हैं? सुनिए मेरी झाँटें बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं.. उलझ जाती हैं.. चूत के अन्दर चली जाती हैं। अब तो पैन्टी के बाहर भी दिखने लगी हैं.. क्या आप अभी मेरी झाँटें शेव कर सकते हैं? इट्स अर्जेंट..
न कामिनी को इस बात की परवाह थी कि वो अपने पति के सामने एक पराये मर्द से चुद रही है, न मुझे इस बात का डर था कि मैं एक पराये आदमी की बीवी को उसी के सामने उसी के बिस्तर पर चोद रहा हूँ।
नेहा की चूत चाटने के बाद मैंने अपनी बीवी को फ़ोन करके छत पर बुलाया लेकिन आई मेरी बुआ की बेटी शिखा… वो तो मुझसे चुदवाने को आतुर हो रही थी। काफ़ी मुश्किल से उसे समझाया।
टोनी- अच्छा एक बात और क्लियर कर लो.. जो हारेगा उसकी बहन के साथ कौन-कौन लेटेगा?
कोमल- छी.. टोनी कुछ तो शर्म करो.. सबके सामने ये कैसी बात कर रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती।युवती लिखती है कि उसके पति अलग अलग लड़कियों की चड्डी को चुरा लेते हैं, उनमें अधिकतर उनकी रिश्तेदार लड़कियों, महिलाओं, बहन, बुआ, मौसी, साली या फिर पड़ोसन की चड्डियाँ होती हैं।
हैलो.. मैं कोई रंडी नहीं हूँ.. कॉलेज स्टूडेंट हूँ.. वो तो मेरी कुछ जरूरतें है.. जिन्हें पूरा करने के लिए चुदवाती हूँ.. और रही बात बहुत लौड़े खाने की.. तो तुमको बता दूँ आज तक 7" से बड़ा कभी नहीं लिया मैंने..
पन्द्रह मिनट के तेज़ घर्षण के अंत में संजीव ने एक बार फिर मेरी टाँगें ऊपर करके मेरे हाथों में थमा दी और जोर से एक धक्का लगा कर अपने लिंग-मुंड को मेरे गर्भाशय में घुसा दिया।
ऐसे पाठकों के दिमाग़ी दीवालिएपन पर तरस आता है क़ि अगर वो जगह जगह मुँह मारने वाली होती तो उसने पति के विदेश जाने के बाद 6 साल तक खुद पर काबू नहीं रखा होता।
आगरा की एक विधवा टीचर ने मुझसे सम्पर्क किया अपने प्यासे बदन की अन्तर्वासना शान्त करने के लिए क्योंकि मैं जिगोलो हूँ। कहानी में पढ़िए कि मैंने उसे संतुष्ट किया!
पड़ोसन भाभी से मेरी दोस्ती थी। भैया की नौकरी दूसरे शहर में हुई तो मैं उनकी मदद करने लगा और हमारी निकटता बढ़ती गसी। एक दिन भाभी ने अपनी अन्तर्वासना शान्त करने में मेरी मदद ली।
जमील मियाँ चूत चोदने के मामले में काफी तंदुरुस्त थे, एक बार में उसे चोदने के लिए दो-दो औरतें लगती थीं। कभी-कभी निगार और रोशन नंगी सोतीं और सलमा लंड चूसती.. ऐसा बार-बार होता।
भाभी- सोमू, अभी रति ने बताया कि तुमने पिक्चर में कितना अच्छा डांस किया है तो मैं अपने आप को रोक नहीं सकी। क्या एक छोटी सी चुदाई मेरी कर सकते हूँ अभी? प्लीज सोमू, मैं बहुत हॉट हो रही हूँ… प्लीज प्लीज!
पुनीत ने लौड़ा चूत से बाहर निकाल लिया और पायल की चूत को फैला कर उसके दाने को उंगली से हिलाने लगा। पुनीत ने दूसरे हाथ में एक चम्मच ले ली और जैसे ही पायल का चूतरस बाहर आया.. पुनीत ने चम्मच से सारा रस ट्रे में निकाल लिया..
ब्यूटी कॉन्टेस्ट के बाद लड़कियों ने खुद स्टिप टीज के बाद खुली चुदाई का कार्यक्रम बना लिया. लड़कियाँ तैयारी में लग गई तो मैं एक लड़की को लेकर बगीचे में आ गया.
दोनों लड़कियाँ प्रोफ़ेसर के पास जाकर उसे गर्म करने लगी। कहानी में पढ़ें कि कैसे लड़कियों ने प्रोफ़ेसर को चोद। उसके बाद मैं सूजी को चोदने के जुगाड़ में लग गया।
कहानी काल्पनिक है.. क्योंकि यह कहानी मेरे सपने से है, आपसे शेयर करना चाहता हूँ और जितना मैं सोच सकता हूँ.. उतना गंदा सोच कर.. मैं इस कहानी को लिख रहा हूँ.
ओह गॉड.. यह क्या हो रहा है.. अभी मैंने सोचा था.. जो हुआ वो सब अब दोबारा नहीं करूँगी.. मगर मेरा जिस्म मेरे दिमाग़ का साथ नहीं दे रहा.. नहीं नहीं.. यह भाई और बहन की चुदाई का खेल अच्छा है.. इसमें कोई बुराई नहीं है।