रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

अन्तर्वासना की कुछ चुनिन्दा हिंदी कहानियाँ आप के लिए यहाँ पर भी हैं.

मेरे बस के सफ़र से आगे का सफ़र-3

लंड तो अब मेरा भी दुखने लगा था क्योंकि गांड का छेद बहुत ही छोटा था. मामी ने अपनी गांड नीचे से उठानी शुरू कर दी थी. वो गांड तो नीचे से उठा रही थी, साथ में चिल्ला भी रही थी.

ससुराल- 2

प्रेषक : अमित पिछले भाग की कुछ अन्तिम पंक्तियाँ : लल्लू लाल कहाँ रुकने वाले थे, 5 मिनट बाद उन्होंने अपने पूरा चिकना लण्ड बहू की चूत में पेल ही दिया, अब सिर्फ़ आँड बाहर रह गये। जैसे ही सुषमा का दर्द थोड़ा कम हुआ और वो सामान्य हुई, उन्होने लण्ड को अंदर-बाहर करना शुरू […]

ससुराल- 1

प्रेषक : अमित शादी के बाद सुषमा अपनी ससुराल आई। उसके ससुराल में उसकी 45 साल की सास 50 साल का ससुर थे। उसका पति दब्बू किस्म का आदमी है, उम्र उसकी 22 साल और कद काठी से ठीक-ठाक था मगर लोग उसके पति को मीठा कह के पुकारते थे जबकि उसका नाम सुरेश है। […]

फ़ौज़ी अंकल

प्रेषक : शक्ति कपूर मैं उस समय लगभग अट्ठारह साल की थी, तब का यह किस्सा है। मेरे माता-पिता किसी की शादी में बाहर गए हुए थे। उस दिन मैं एक सेक्सी प्रोग्राम टीवी पर देख रही थी। उसमें एक लड़का लेटा था तथा एक लड़की उसके पास बैठ कर उसके बदन से मस्ती कर […]

सुनहरे पल

By दिव्या गोआ On 2006-10-12 Tags:

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा गोवा में लड़कियाँ जल्दी जवान हो जाती है। उसका मुख्य कारण है कि यहाँ सभी लोग मांस खाने शौकीन हैं। यहाँ पर तरह तरह की मछलियाँ, सूअर और बडे का मांस भी बहुत शौक से खाया जाता है। ये सब तामसी भोजन हैँ, इससे लड़कियाँ जल्दी बड़ी दिखने लग जाती है। […]

आखिर मैंने भी चोद दिया

By पुलकित झा On 2006-10-11 Tags:

उसने नाइटी ऊपर कर ली, वह पैंटी भी नहीं पहने थी, अभी अभी चुदी हुई चिकनी चूत मेरे सामने थी, मैं पूरे पैरों पर मालिश करने लगा। थोड़ी देर बाद वह बोली- तेल का हाथ जरा चूत पर भी फ़ेर दे ... बेचारी बहुत पिटी है आज ...

सोफिया की मजबूरी

प्रेषक : जो हन्टर रोज की तरह मैं और दिव्या अपने ऑफ़िस में बैठे हुये काम रहे थे। दिव्या हमेशा अपने कम कपड़ों में मुझे उत्तेजित करने का प्रयास करती रहती थी। उसे देख कर मैं भड़क भी जाता था और फिर वो चुद भी जाती थी पर अब असमय भी चुदाई करने में मजा […]

घरजमाई

By डब्बू On 2006-09-26 Tags:

प्रेषक : डब्बू यह तब की कहानी है जब मैं २४ साल का था। घर वालों ने मेरी शादी एक शहर की लड़की से तय की जिस शहर में मैं काम कर रहा था। लड़की के पिता साठ साल के थे और वो बीमार थे, माता सैंतालीस साल की थी और काफी सेहदमंद थी, बड़ी […]

अजब चाची की गजब कहानी

By sunnyjisaaheb On 2006-09-25 Tags:

प्रेषक : सनी पहलवान बात सुनो भाई बात सुनो, एक पते की बात सुनो ! मेरे और मेरी चाची के बीच के सेक्स का ये राज सुनो !! यह हसीन ख्वाब तब से चालू होता है जब से मेरी चाची मेरे चाचा से शादी करके हमारे घर आई। मेरे चाचा एक सुस्त प्रकृति के इंसान […]

घर की बात है

मेरे प्यारे भैया अमित, आज आपने यह साबित कर दिया कि आप कभी किसी लड़की को नहीं चोद सकते, भले ही वो आपकी बहन ही क्यों ना हो ! क्योंकि आप नपुंसक हो।

मामा जी ने चोदा

मेरे मामा जी की पत्नी यानि मेरी मामी का अकस्मात निधन हो गया था। मामाजी अट्ठाईस साल के खूबसूरत वयक्तित्व वाले हैं। उनकी पत्नी भी पढ़ी-लिखी सुंदर औरत थी। निधन के समाचार से मेरी मम्मी और परिवार के सभी सदस्यों को बहुत दुःख हुआ था। मामाजी की एक दो साल की लड़की थी। थोड़ा अपने […]

बेईमान दिल

By यशोदा पाठक On 2006-08-25 Tags:

प्रेषिका : यशोदा पाठक मैं अब बड़ी हो गई हूँ। मेरी माहवारी चालू हुए भी चार साल हो चुके हैं। मेरी चूंचियाँ भी उभर कर काफ़ी बड़ी बड़ी हो गई हैं। मेरी चूत में अब पहले से अधिक खुजली हुआ करती है। उसकी गहराई अधिक हो गई है। मेरे चूतड़ अब और सुडौल हो गये […]

ये दिल मांगे मोर

By दिव्या गोआ On 2006-07-27 Tags:

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा मैं आज अपने मायके आ गई, सोचा कि कुछ समय अपने भाई और माता पिता के साथ गुजार लूँ। मेरी माँ और पिता एक सरकरी विभाग में काम करते हैं, भैया कॉलेज में पढ़ता है। आप जानते हैं ना चुदाई एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना हम लड़कियाँ तो बिल्कुल नहीं […]

मन का मीत

विनोद ने माधुरी को अपनी ओर खींचा और माधुरी जान करके उसकी गोदी में बैठ गई। विनोद माधुरी की नरम गाण्ड में अपना कड़क लण्ड दबाता हुआ उसे प्यार करने लगा। उसके कड़क लण्ड का अह्सास पा कर उसने अपनी गाण्ड को उसके लण्ड पर ठीक से सेट कर लिया।

चुपके-चुपके चोरी-चोरी

By छोटू 1985 On 2006-06-18 Tags:

प्रेषक : छोटू हेलो पाठको, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अपनी कहानी आप सभी को बताना चाहता हूँ। यह करीब पाँच साल पुरानी बात है, जब मैं स्नातिकी के प्रथम वर्ष में था। कॉलेज की छुट्टियों में मेरे घर के सभी सदस्य गाँव चले गए थे। मेरा रहने का प्रबंध मेरी चाची के […]

मासूम गौरी चुद गई

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा मैं अपने घर में एकलौती लड़की हूँ। लाड़ प्यार ने मुझे जिद्दी बना दिया था। बोलने में भी मैं लाड़ के कारण तुतलाती थी। मैं सेक्स के बारे में कम ही जानती थी। पर हां कॉलेज तक आते आते मुझे चूत और लण्ड के बारे में थोड़ा बहुत मालूम हो गया […]

झगड़ा क्यों करती हो?

By संजय शर्मा 825 On 2006-04-29 Tags:

प्रिय पाठको ! संजय शर्मा का एक बार फिर से नमस्कार ! मेरी कहानी ‘फिर दूसरी से कर लेना’ और इसी का दूसरा भाग ‘कैसे तृप्त होती होगी !’ अन्तर्वासना पर आ चुकी है अब आपकी नज़र है इसी का तीसरा भाग ! पहले अंश में मैंने लिखा था कि किस तरह मैंने और भैया […]

मुझे अपनी बना ले

By seema4uhere4u On 2006-04-19 Tags:

लेखिका : सीमा सबसे पहले गुरु जी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम ! गुरु जी का क्या कहना ? क्या वेबसाइट लॉन्च की है,जिसमे लोगों की चुदाई के किस्से पढ़ के चूत गीली हुए बिना नहीं रहती ! मेरा नाम सीमा (काल्पनिक) है ! दोस्तो, मैं २६ बरस की एक जवान औरत हूँ ! वैसे तो […]

कुछ गीला गीला लगा

By बांड On 2006-04-13 Tags:

जून 2006 की बात है जब मैं क्लास 12वीं में दिल्ली में पढ़ता था और दोस्तों से ढेर सारे किस्से सुनता था। कुछ दोस्तों की गर्ल-फ्रेंड थी और वो उनके मुम्मे दबाते थे या उनकी किस लिया करते थे। मुझे भी यह सब सुन कर बहुत ज़रुरत महसूस होती थी कि मैं भी किसी लड़की […]

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