मेरा गुप्त जीवन- 19
रात में पहली बार फुलवा को बिन्दू ने लेस्बियन सेक्स सिखाया तो वो उसकी दीवानी हो गई ! अगले दिन तो फुलवा मेरे पास आई ही नहीं, वो बिन्दू के बदन से चिपक गई.. तो मुझे खुद उनके बीच घुसना पड़ा !
घरेलू नौकर-नौकरानी को चोदने की कहानियाँ, घरेलू नौकरों, माली ड्राइवर आदि से चुदने की कहानियाँ
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रात में पहली बार फुलवा को बिन्दू ने लेस्बियन सेक्स सिखाया तो वो उसकी दीवानी हो गई ! अगले दिन तो फुलवा मेरे पास आई ही नहीं, वो बिन्दू के बदन से चिपक गई.. तो मुझे खुद उनके बीच घुसना पड़ा !
एक दिन फुलवा ने एक नई लड़की बिन्दू को मेरी सेवा में रखवा दिया। रात को दोनों मेरे कमरे में सोने आई तो फुलवा ने बिन्दू को मेरी मालिषा करने को कहा और फिर ...
चम्पा के गर्भधारण के बाद उसने आना बन्द कर दिया और अब अकेली फ़ुलवा मेरे लण्ड को झेल रही थी। एक दिन उसने एक नई लड़की बिन्दू को मेरी सेवा में रखने की बात कही… और मम्मी ने उसे रख भी लिया।
चम्पा फुलवा मुझ से चुदती थी, एक बार चम्पा का पति आ गया और वो चम्पा को मारता था कि वो बच्चा पैदा नहीं कर पा रही... तो मैंने चम्पा को गर्भवती बनाने की ठान ली, कहानी में पढ़िए...
चम्पा फुलवा दोनों एक साथ मुझ से चुद कर मजा लेती थी, कई बार मेरा वीर्यपात छूट में हो जता था तो एक बार फुलवा को गर्भ ठहर गया... इससे किसी तरह छुटकारा पाया तो चम्पा का पति लौट आया और उसने काम पर आना बंद कर दिया...
एक दिन मैं चम्पा को चोदने के मूड में था कि उसने कह दिया कि उसकी माहवारी के कारण वो नहीं चुदवा पाएगी... मैं उदास हो गया पर कुछ देर बाद वो बाहर गई और अपने साथ हमारे घर में रसोई में काम करने वाली लड़की को लाई... उसका नाम फुलवा था.. तो फुलवा को मैंने कैसे चोदा... कहानी में पढ़िए...
मैं चम्पा को रात को छोड़ कर सोया. सुबह मेरी नींद खुली तो वो सो रही थी, मैंने बहुत आराम से उसे चोदना शुरू किया और कुछ देर बाद उसकी नींद खुली. फिर दोपहर को स्कूल से आकर उसे चोदा.. उसके बाद रात को चम्पा ने घोड़ी बन कर मुझ से चुदवाया ! कहानी पढ़ कर मजा लें !
मम्मी ने मेरे लिये नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया… मुझे पसंद आई और उसे लंड दिखा कर छोड़ भी दिया... लेकिन रात में पूरे नंगे होकर चुदाई का मज़ा अलग ही होता है...
कम्मो ने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… लेकिन मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया… चम्पा नाम था उसका! मुझे याद आया कि इसी को मैंने अपने सामने कपड़े बदलते देखा था... मुझे चम्पा पसंद आई और उसे अपने लंड का मज़ा देने की तरकीब लड़ाने लगा... कहानी पढ़ कर मज़ा लें की कैसे मैंने उसे पहली बार चोदा ...
कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया…
कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने मुझे चुदाई करना सिखाया... मुझको चोदना काफी हद तक आ चुका था और मेरा मुझ पर कंट्रोल भी अब पूरा हो चुका था। मेरा लंड भी 6-7 इंच का हो गया था और उसकी मोटाई भी काफी बढ़ गई थी। एक दिन मैं घोड़ों के अस्तबल गया तो वहाँ के रखवाले ने मुझे घोड़ी हरी करने का नजारा देखने बुलाया तो कम्मो के कहने पर मैं घोड़े घोड़ी की चुदाई देखने गया… उसके बाद क्या हुआ… कहानी पढ़ कर मज़ा लें...
कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने ही मुझे चुदाई करना सिखाया... कम्मो की सिखाई के बाद अब मुझको चोदना काफी हद तक आ चुका था और मेरा मुझ पर कंट्रोल भी अब पूरा हो चुका था। मेरा लंड भी 6-7 इंच का हो गया था और उसकी मोटाई भी काफी बढ़ गई थी। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...
सबसे पहले उस ने धोती खोल दी और फिर धीरे धीरे ब्लाउज़ के हुक खोलने लगी लेकिन ऐसा करते हुए वो चौकन्नी हो कर चारों तरफ देख भी लेती थी कि कोई देख तो नहीं रहा और जब उसका ब्लाउज उतरा तो...
मेरी नई नौकरानी कम्मो जवान विधवा थी. मैंने उसको पटाया, उसके चूतड़ पर हाथ फेरा तो वह मुस्करा कर बोली- छोटे मालिक ज़रा संभल के, कोई देख न ले। कहानी पढ़ कर मज़ा लें.
सुन्दरी के जाने के बाद मैंने अपनी नई नौकरानी को पटाया और उसका नंगा बदन देखा, अपने सामने उससे चूत में ऊँगली करवा के देखा... फिर सुन्दरी का ब्याह हो गया और मोटी नौकरानी किसी के साथ भाग गई... अब मुझे मिली कम्मो.. मेरी नई नौकरानी... वो एक जवान विधवा थी... मैंने आहिस्ता से उसको पटाना शुरू कर दिया। उसके चूतड़ पर हाथ फेरा तो वह मुस्करा कर बोली- छोटे मालिक ज़रा संभल के… कोई देख न ले। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...
सुन्दरी के साथ बड़े ही गर्मी भरे दिन बीत रहे थे, भरी दोपहर में वह छुपते हुए मेरे कमरे में आ जाती थी और हम दोनों एक दूसरे में खो जाते थे। आते ही वह मुझ को लबों पर एक चुम्मी करती और मेरे होटों को चूसती। एक दिन उसने पूरी नंगी होकर लंड को अपने अंदर डालने की कोशिश की, सबसे पहले उसने मेरे लंड को चूत के मुंह पर रगड़ा, तभी उसने नीचे से एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा लंड पूरा अंदर चूत में चला गया।
ढेर सारे मिले लाड़ प्यार के कारण मैं एक बहुत ही ज़िद्दी और झगड़ालू किस्म के लड़के के रूप में जाना जाता था। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था।
मेरे सारे निजी काम एक युवा नौकरानी सुन्दरी करती थी… उसने मेरी मासूमियत का पूरा फायदा उठाया। अपने शरीर को मोहरा बना कर उसने सारे वह काम करने की कोशिश की जो वह कभी सोच भी नहीं सकती थी।
मेरी उम्र इस वक्त काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो। यह ऑटोबायोग्राफी लिखने से पहले मैं आपको अपना थोड़ा सा परिचय दे दूँ।
मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में पैदा हुआ था, मैं अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।
ढेर सारे मिले लाड़ प्यार के कारण मैं एक बहुत ही ज़िद्दी और झगड़ालू किस्म के लड़के के रूप में जाना जाता था। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था।
मालकिन की बेटी छोटी मेमसाब, हम साथ साथ खेल भी लेते। एक दिन वो कॉलेज जाते वक्त बोली- मेरा मन नहीं है कॉलेज जाने का, क्यूँ ना कुछ वक्त तुम्हारे साथ गुज़ारूँ!
मैंने अपने घरेलू काम के लिए एक नौकरानी रखी थी, उसका नाम शोभा था, उसकी बड़ी बड़ी चूचियाँ बलाउज़ में से साफ दिखाई देती थी। उसके कूल्हों का तो क्या कहना… जब वह मटका कर चलती, तो मन करता कि अभी साली की गांड में लंड घुसा कर चोद डालूँ। वो पूरा दिन मेरे घर में रहती थी... छुट्टी वाले दिन वो और मैं टीवी देख रहे थे तो... वो कैसे चुदी मुझसे गालियाँ दे दे कर... इस कहानी में पढ़िए...