Office Sex

काम करने वालों का ऑफिस सेक्स या बाहर चूत चुदाई बॉस सेक्रेटरी चुदाई पर हिंदी सेक्स कहानियाँ.

Sath Sath Kaam Karne Valon ki Aapas me Chut Chudai ki Hindi Sex Kahani

Desi Antarvasna Office Sex stories between colleagues & boss secretary Indian sex stories.

काम-देवियों की चूत चुदाई-9

By रोनी सलूजा On 2013-08-19 Tags:

मंजू- रोनी, मैं तो तुम्हें बहुत ही भला इन्सान समझती थी, पर तुम तो बहुत चालू निकले। बहुत चाहते हुए भी मैंने भी तुमसे अपने दिल की बात नहीं बताई कि कहीं तुमने मेरी बात को नकार दिया तो मैं अपनी ही नजरो में गिर जाऊँगी। रोनी, तुम मुझे अच्छे लगते हो। और मैडम ने […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-8

एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था शाम को हरिया के नंबर से फोन आया। मैंने उठाया तो किरण बोली- बाबू हरिया गांव गए कछु काम रही, आज चौकीदारी का कैसन करूँ? ठीक है मैंने कहा- देखता हूँ। फिर फोन बंद कर दिया। अब तक अँधेरा सा हो चला था। ऑफिस बंद करके साईट पर […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-7

By रोनी सलूजा On 2013-08-17 Tags:

दूसरे दिन साईट पर गया तो वहाँ का काम जिस द्रुतगति से चल रहा था। उसी गति से मेरा दिल गांव की गोरी किरण के हुस्न का दीवाना हुआ जा रहा था। मैं कमरे में जाकर दरवाजे लगाकर तख्त पर आराम करने लगा। तभी आंगन में मुझे चूड़ियों की खनक सुनाई दी। मुझसे रहा न […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-6

By रोनी सलूजा On 2013-08-16 Tags:

आप सभी को मेरी इस कहानी जिसमें कई कहानियाँ एक साथ हैं, पढ़ कर मजा आ रहा होगा। कहानी में सभी नाम और स्थान असली नहीं हैं, उन्हें परिवर्तित किया हुआ है। मजे में दिन यूँ ही निकलते गए। एक दिन शाम को लीना अपने घर जा चुकी थी, मैं भी ऑफिस बंद करने की […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-5

By रोनी सलूजा On 2013-08-15 Tags:

अब तक मैंने उसका साड़ी का पल्लू गिराकर उसके स्तनों पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्हें पीछे से पकड़कर मसलने में अनुपम सुख मिलने लगा। मेरे लंड की हालत बिगड़ने लगी। वो खड़ा होकर लीना के नितम्बों को मेरी कमर से दूर धकेल रहा था। उसकी सिसकी छूटने लगी “स्सस्सस्स… सर… ये…क्या कर रहे हो… […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-4

By रोनी सलूजा On 2013-08-14 Tags:

दूसरे दिन ऑफिस की छुट्टी के कारण लीना को तो आना नहीं था, मैं सीधा साईट पर चला गया। फिर फुर्सत के समय में आकर ऑफिस खोल लिया। फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा। आज […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-3

उसने काँपते हाथों से उन पैकेट को खोला तो उन ब्रा पैन्टी को देखकर बोली- सर ये तो बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल नए फैशन की बहुत अच्छी हैं। ये तो मंहगी भी बहुत होंगी।

काम-देवियों की चूत चुदाई-2

दूसरे दिन मैंने ऑफिस खोला ही था कि लीना आ पहुँची। वो सलवार सूट पहनकर आई थे, हरे रंग का सूट, उस पर लाल पीले फूल बने हुए थे, बिल्कुल सिम्पल सादे लिबास में उसकी असली खूबसूरती और भी निखरी हुई लग रही थी। मैंने उसे सारे काम एक बार फिर से समझा कर अपनी […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-1

मैं उससे एक एक सामान उठाने को कह रहा था जब वो झुककर उठाती तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल छातियों को गहराई तक देख देख कर मेरी छाती पर सांप लोट रहे थे।

नेहा की चूत रौंदी

अन्तर्वासना के सारे पाठकों को मेरा नमस्कार। यह कहानी मेरी और मेरी एक दोस्त नेहा की है। नेहा मेरे ऑफिस में ही काम करती थी और मेरी टीम की रिपोर्ट बनाती थी। अक्सर वह मेरे पास आती और काफी चिपक कर बैठती थी। उसका शरीर काफी गोरा था और मम्मे और कूल्हे बिल्कुल गोल थी। […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-30

By शहनाज़ खान On 2013-05-22 Tags:

मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज निकली, जैसी आवाज आवारा टाईप के मजनूं निकाला करते हैं। “म्मम.. आज तो पैरिस जलकर राख हो जायेगा !” उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी तारीफ़ की। “आप भी बस मेरी खिंचाई […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-26

By शहनाज़ खान On 2013-05-18 Tags:

मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर नशे की जैसे एक धुँध सी छाई हुई थी। रस्तोगी के वीर्य ने अब चेहरे पर और मम्मों पर सूख कर पपड़ी का रूप ले लिये था। मैं कुछ देर तक यूँ ही स्वामी के लंड पर बैठी अपनी उखड़ी हुई साँसों और […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-25

By शहनाज़ खान On 2013-05-17 Tags:

स्वामी आज मुझ पर रहम करने के मूड में बिल्कुल नहीं था। उसने वापस अपने लंड को पूरा बाहर खींचा तो एक फक सी आवाज आई जैसे किसी बोतल का कॉर्क खोला गया हो। उसे मुझे दर्द देने में मज़ा आ रहा था। नहीं तो वो अगर चाहता तो उस हालत में ही अपने लंड […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-24

By शहनाज़ खान On 2013-05-16 Tags:

मैं उसके लंड की टिप को अपनी चूत की दोनों फाँकों के बीच महसूस कर रही थी। मैंने एक बार नजरें तिरछी करके जावेद को देखा। उसकी आँखें मेरी चूत पर लगे लंड को साँस रोक कर देख रही थी। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली। मैं हालात से तो समझौता कर ही चुकी थी […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-23

By शहनाज़ खान On 2013-05-15 Tags:

मैं उत्तेजना में अपनी दोनों जाँघों को एक दूसरे से रगड़ रही थी और अपने दोनों हाथों से उन दोनों के तने हुए लौड़ों को अपनी मुठ्ठी में लेकर सहला रही थी। अब मुझे उन दोनों के चुदाई में देरी करने पर गुस्सा आ रहा था। मेरी चूत में मानो आग लगी हुई थी। मैं […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-22

By शहनाज़ खान On 2013-05-14 Tags:

मुझे वहाँ मौजूद हर मर्द पर गुस्सा आ रहा था लेकिन मेरा जिस्म, मेरे दिमाग में चल रही उथल पुथल से बिल्कुल बेखबर अपनी भूख से पागल हो रहा था। मैं अपना दूसरा गिलास भी लगभग खाली कर चुकी थी लेकिन पता नहीं क्यों, व्हिस्की और बीयर की इतनी स्ट्रॉन्ग कॉकटेल पीने के बावजूद मुझे […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-21

By शहनाज़ खान On 2013-05-13 Tags:

मैं हाई-हील सैंडलों में धीरे-धीरे कदम बढ़ाती हुई उनके पास पहुँची। मैं अपनी झुकी हुई नजरों से देख रही थी कि मेरे आजाद मम्मे मेरे जिस्म के हर हल्के से हिलने पर काँप उठते और उनकी ये उछल-कूद सामने बैठे लोगों की भूखी आँखों को राहत दे रही थी। जावेद ने पहले उन दोनों से […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-20

By शहनाज़ खान On 2013-05-12 Tags:

“कल आप उनको कह दो कि लड़कियों का इंतज़ाम हो जायेगा।” मैंने कहा, “देखते हैं उनके यहाँ पहुँचने से पहले क्या किया जा सकता है।” अगले दिन जब वो आये तो उन्हें रिलैक्स्ड पाने कि जगह और ज्यादा टूटा हुआ पाया। मैंने कारण पूछा तो वो टाल गये। “आपने बात की थी उनसे?” “हाँ !” […]

कमाल की हसीना हूँ मैं -3

‘देखो तुम मेरे बेटे से मिलो, उसे अपना बॉय फ्रेंड बना लो। बहुत हेंडसम है वो। मेरा तो अब समय चला गया है तुम जैसी लड़कियों से फ्लर्ट करने का…’ उन्होंने मुझे अपनी गोद से उठाते हुए कहा- देखो यह ऑफिस है। कुछ तो इसकी तहज़ीब का ख्याल रखा कर। मैं यहाँ तेरा बॉस हूँ। […]

कमाल की हसीना हूँ मैं -2

खैर अगले दिन से मैं अपने काम में जुट गई। धीरे धीरे उनकी अच्छाइयों से रूबरू होती गई। सारे ऑफिस के स्टाफ मेम्बर उन्हें दिल से चाहते थे। मैं भला उनसे अलग कैसे रहती। मैंने इस कंपनी में अपने बॉस के बारे में उनसे मिलने के पहले जो राय बनाई थी उसका उल्टा ही हुआ। […]

Scroll To Top