मदमस्त अमीरजादी की चूत की चुदाई
हमने एक अमीर इलाके में घर किराए पर लिया तो पड़ोस की एक सेक्सी जवान लड़की मुझे दिखती थी. वो शोर्ट स्कर्ट टॉप पहनती थी. वो मुझसे कैसे पटी और मैंने उसकी चूत चुदाई की.
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
हमने एक अमीर इलाके में घर किराए पर लिया तो पड़ोस की एक सेक्सी जवान लड़की मुझे दिखती थी. वो शोर्ट स्कर्ट टॉप पहनती थी. वो मुझसे कैसे पटी और मैंने उसकी चूत चुदाई की.
मेरे चूचे को उसने चूसे और बहुत काटा, धकापेल चुदाई चल रही थी। मैं दो बार झड़ चुकी थी और वो लगातार तेजी से मेरी चूत का काम-तमाम करने में लगा था, 'फच्च..फच्च..' करके मेरी चूत का बाज़ा बजा रहा था।
सबसे पहले जूली ने निहायत ख़ूबसूरती के साथ अपने कपड़े उतारने शुरू किये। उसने हल्के से डांस करते हुए अपनी स्कर्ट के साथ का ब्लाउज और फिर डांस करते हुए उसने अपनी ब्रा भी उतार दी।
मेरे गाँव की एक लड़की से मेरा प्रेम शुरू हुआ.. जो एक कमसिन और नाजुक कली थी.. जवानी की दहलीज पर अभी कदम रखा ही था। एकदम दूध सी गोरी.. भूरी.. स्लिम बॉडी.. छातियाँ अभी विकास की तरफ अग्रसर थीं।
उसके नंगा जिस्म बिल्कुल परफेक्ट था, उसके गीले बिखरे बाल.. बड़ी-बड़ी आँखें.. खरबूजे जैसे उसके चूचे और सबसे ज्यादा तो उसकी चिकनी चूत.. इतनी चिकनी कि पानी की बूँदें भी उसकी चूत पर टिक नहीं रही थीं..
कम्मो मेरे अकड़े लंड को देखा कर समझ गई और नदी में नहाती एक लड़की को मेरे पास झाड़ियों में ले आई. मुझे देखते ही वो लड़की खुश हो गई.
उंगलियों के तेज घर्षण को अपनी योनि में सहन नहीं कर पाई और फिर वो स्पर्श उसे इतनी गुलगुली और उत्तेजना देने लगे कि उसे लगा कि उसका पेशाब निकल जाएगा और वो टूट पड़ी और तुरंत बोली- आह.. आह.. प्लीज स्टॉप प्लीज.. प्लीज..!
मैं छुट्टियों में गाँव गया तो एक लड़की पर दिल आ गया। उसे प्यार भरा सन्देशा भेजा तो कहने लगी- शहर में कोई नहीं मिली क्या? फ़िर उसे पटा कर मैंने कैसे चोदा !
संदीप ने उसके होंठ चूमना शुरू किया, खुशी ने उसकी आँखों में देखा और उसने भी उसे चूमना शुरू कर दिया, संदीप ने खुशी के शरीर को सहलाना शुरू कर दिया।
लण्ड पूरा तन कर बुर में टाइट से फंसा था। मैं भी बिल्लो के ऊपर लेटा हुआ था और चूचियों को आहिस्ता-आहिस्ता दबा रहा था। कुछ ही देर में बिल्लो ने चाचा को अपनी बाँहों में कस लिया.. तो मैं समझ गया कि फिर से बिल्लो चुदना चाहती है।
दोनों लड़कियाँ संदीप के कमरे में आने जाने लगी और एक दिन उसे पता चला कि उसके ब्लयू सीडी के बैग से सीडी गायब होती है और फिर अगले दिन आ जाती है. उसने खुशी को सीडी निकालते पकड़ लिया.
गाँव की अलहड़ छोरी सर्दी से बचने को मेरे बिस्तर में आ गई तो लड़की के जवान बदन की तपिश मेरे लौड़े को तपाने लगी। कहानी में पढ़ें कि कैसे वो चुदने को उतावली हुई।
बिल्लो एक नासमझ लड़की है जिसे शारीरिक संपर्क के संबंध में कुछ नहीं पता है। वह मेरे यहाँ घरेलू काम काज के लिये आई हुई है। सर्दी की एक रात वो मेरे बिस्तर में आ गई।
मेरी क्लास की नई लड़की से मैंने परिचय किया, उससे दोस्ती के लिए कहा तो उसने हाँ कर दी. फिर वैलेंटाइन डे पर लवर पोइंट पर उसे बुलाया और वहीं जंगल में मंगल हो गया.
कॉलेज़ में एक नई लड़की आई तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और कुछ दिन में उसे पाई लव यू' भी बोल दिया। एक दिन उसके घर में कोई नहीं था तो उसने मुझे अपने घर बुलाया और…
मेरे भाई के दोस्त ने मेरी सील तोड़ दी थी। मैं बार बार चुदना चाह रही थी। उसी दिन दोपहर को भाई के तीन दोस्त आये मैं समझ गई कि आज मेरी चुदाई 4 लौड़ों से होने वाली है।
आदाब दोस्तो, मेरा नाम सोफिया मंसूरी है, मैं बहुत गर्म किस्म की लड़की हूँ, मुझे सेक्स बहुत पसंद आता है और अब मुझे आदत सी हो गई है कि हर दिन नया लंड और मेरी बुरी तरह चुदाई करने वाला कोई मिल जाए पर मुझे इस तरह चोदने वाला अब तक कोई मिला नहीं है. पर मुझे अब जरिया मिल गया है, अन्तर्वासना में अपनी जिंदगी की हर कहानी आपको बताऊंगी।
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
चेतना ने मुझको लण्ड को पैंट के अन्दर डालते हुए देख लिया। फ़िर हम साथ बैठ कर पढ़ने लगे। मैंने उसको बोला- तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो। इतना कह कर मैंने अपना हाथ चेतना की टांगों पर रख दिया।
चेतना मेरे साथ स्कूल जाया करती थी। एक दिन बस से उतरते हुए वो फ़िसल गई और उसकी ड्रेस कीचड़ से सन गई। कीचड़ साफ़ करते हुए मेरे हाथ उसकी चूचियों पर पड़े तो…