गर्लफ़्रेंड और उसकी सहेली की चूत चुदाई
मेरी गर्लफ़्रेन्ड मुझे अपनी सहेली के जन्मदिन की पार्टी में ले गई, लेकिन वहां हम तीनों ही थे। वाइन पीकर हम तीनों बहक गए और दोनों सहेलियाँ आपस में फ़्रेंच किस करने लगी।
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
मेरी गर्लफ़्रेन्ड मुझे अपनी सहेली के जन्मदिन की पार्टी में ले गई, लेकिन वहां हम तीनों ही थे। वाइन पीकर हम तीनों बहक गए और दोनों सहेलियाँ आपस में फ़्रेंच किस करने लगी।
दोनों बहनें अलग अलग अपने अपने बॉय फ्रेंड से चुदती रही, धीरे धीरे हम दोनों ने एक दूसरे को अपने अपने यारों से भी मिला दिया। वो दोनों भी आपस में दोस्त से बन गए।
मैं कुछ देर वैसे ही उसके हाथों को अपने हाथों में लिए बैठा रहा, उसकी आँखों में देखता रहा, कभी वो मुस्कुराती, कभी पलकें झुकाती, कभी अपने जुल्फों को हाथों से पीछे करती।
मेरे मकान मालिक घर में एक जवान लड़की थी, पर उसकी फिगर में कुछ कमियाँ थी जैसे उसके चूचे बहुत छोटे छोटे थे, चूतड़ भी बहुत छोटे थे। उसे मैंने लैपटॉप सिखाने के बहाने कैसे चोदा, इस कहानी में…
मेरे बहुत कहने पर वह मेरे सामने ब्रा-पैन्टी पहनने को तैयार हो गई और अपने कपड़े उतारने लगी, जैसे-जैसे वो कपड़े उतारती जाती, वैसे-वैसे मेरे लौड़े में अकड़न बढ़ती जाती।
कुछ फोटो तो स्टाइलिश जाती हैं, कुछ फोटो अर्द्ध नग्न जाती हैं और कुछ केवल पैन्टी और ब्रा में जाती हैं। और अगर कोई डायेरेक्टर आपकी सेलेक्ट कर लेता है तो जो फोटो आपने भेजी है तो उसी तरह वो आपको वहाँ देखता है।
होटल में सबके सोने के बाद मैं निम्मी और मैरी के कमरे में चला गया। निम्मी सो रही थी, मैरी ने मुझे पकड़ लिया और चूमाचाटी के बाद मैं उसे चोदने लगा।
नैनीताल के सफ़र में मेरे दोनों तरफ दो लड़कियाँ बैठी. थोड़ी देर में एक ने अपनी चुन्नी मेरे ऊपर डाली और मेरा लंड ढूंढने लगी. मैं भी उसकी जांघ सहलाने लगा.
तभी उसने दरवाज़ा खोला। खुलते ही मैं तो देखता ही रह गया.. वो सिर्फ तौलिया लपेटे हुए खड़ी थी, उसके मम्मों की दरार साफ़ दिख रही थी। मैंने उसके मम्मों को देखा..
मेरे घर के पास एक लड़की थी, वो चलती थी तो उसका दुपट्टा गले पर होता था जिससे उसकी चूचियाँ उभर कर दिखती थीं, ऐसे मन होता था कि काश ये चूचियां मसकने को मिल जाती…
छवि और सोनाली दोनों चुपचाप मेरे कमरे में आई और आते ही मुझसे लिपट गई, दोनों बारी बारी से मुझको किस और आलिंगन करने में लगी रही, छवि ने मेरे लंड पर कब्ज़ा जमाया हुआ था और सोनू मुझको चूमने में लगी थी।
अगले दिन शाम को चार लड़कियाँ मेरे घर आई। खाना खाकर सभी नाचने लगे तो एक लड़की मुझे कोने मे।म ले गई तो मैंने उसे चूम लिया क्योन्कि उस पर मेरा दिल आ गया था।
मैं इंजीनियरिंग स्टूडेंट, काफ़ी सेक्सी भी हूँ.. कम उम्र से मेरे चूचे, चूतड़ दोनों ही भारी हैं। बड़ा मन होता कि कोई मेरे होंठ चूसे.. चूचे दबाए और चूत चाटे..
मेरे मोबाइल पर अंजाने नंबर से किसी का मैसेज आया.. तो मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन वो किसी लड़की का नम्बर था. धीरे धीरे बात हुई, मिले और चुदाई भी हुई
मकान मालिक के भाई की एक बेटी रेखा निसंतान थी. बड़ी बहन रश्मि मुझसे चुद चुकी थी, उसे कहा कि मैं रेखा को माँ बना सकता हूँ. जैसे कैसे करके उसने रेखा को मनाया.
मेरी सहेली अकसर अपने यार मेरे घर लाकर उनसे चुदती थी, मैं उन्हें चुदाई करते देखती थी, मेरा भी मन होता था चुदाने का! एक दिन उसका यार मुझे फ़ोन नम्बर दे गया!
परी पहली बार चुदाने को बेताब हो रही थी, मैं भी पहली बार कुंवारी चूत को चोदने जा रहा था. मैंने परी की चूत को दोनों हाथों से खोल कर अच्छे से देखा. एकदम गुलाबी
मैं बहुत गहरी नींद में सो रहा था.. तभी मुझे लगा कि कोई मेरे होंठों में अपने होंठ रखकर मेरे सीने से अपने सीने को रगड़ते हुए चूसने लगा। मैंने सोचा माया होगी…
अगले दिन मैंने गीति से बात करके परी को लंच पर बुलाया और फिर खेल खेल में तीनों से चूमाचाटी की. परी को चोदने की इच्छा थी मेरी, वो भी चाह रही थी पर शायद वो डर रही थी.
एक दिन गीति और विनी मुझे सिनेमा ले गई. वहां उनकी दो सहेलियां मिल गई, हम सब साथ बैठे. मेरी साथ परिणीता बैठी. कुछ देर बाद मुझे मेरी जान्घ पर कुछ महसूस हुआ.