मौसी को उन की चूत चुदाई के लिये पटा ही लिया

(Mausi Ko Un Ki Chut Chudai Ke Liye Pata Hi Liya)

हाय दोस्तो.. मैंने बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं। आज मेरे भी मन में आया तो अपनी कहानी शेयर कर रहा हूँ।

बात तब की है.. जब मैं अपनी मौसी के घर आया था। मेरी मौसी बहुत ही सेक्सी और हॉट हैं। मैं पहले उनको देख कर अपने लंड का पानी निकालता था। उनका साइज़ 32 डी है.. वो ब्रा भी बहुत टाइट पहनती हैं। कई बार मैंने तो अपना पानी उनकी उतरी हुई ब्रा में ही निकाला है।

मेरे मौसा सिंगापुर में जॉब करते हैं।
अब की बार जब मैं छुट्टियों में उनके घर आया था तो उस वक्त हम लोग घर में सिर्फ 3 लोग थे। मैं.. मेरी मौसी और उनका 6 साल का बेटा।

अब तो मैं रोज़ ही उनकी जवानी देख कर अपने लंड का पानी निकालता था। एक बार मैं कमरे में उनकी ब्रा के साथ मुठ मार रहा था.. उन्होंने मुझे देख लिया।
मैं डर गया.. वो मुझे डांटने लगीं।

उन्होंने 3 दिन तक मुझसे बात नहीं की, मैंने बाद में उनसे माफ़ी माँग ली तो सब नॉर्मल हो गया।

पर दोस्तों मैं क्या करूँ.. मेरा लंड तो मानता ही नहीं था।

फिर एक दिन मौसी रात को सो रही थीं। मैं उठ कर उनके रूम में गया और ब्रा के साथ अपना पसंदीदा खेल खेलने लगा। मैं आँख बन्द करके बहुत तेज़ी से अपने लंड को हिला रहा था।
मुझे पता ही नहीं चला कि कब मौसी मेरे नजदीक आ गईं और उन्होंने ये सब देख लिया।

जब मैंने मौसी को अपने सामने लाल नाइटी में देखा तो उनके बूब्स बिना ब्रा बहुत मस्त लगे। वो मुझ पर चिल्लाने लगीं.. पर अब तो मैं पागल हो रहा था।

मैंने कहा- मौसी बस एक बार पानी निकाल लेने दो।
वो बोलीं- तुम पागल हो गए हो।

मैंने उनकी एक नहीं सुनी और अपना पानी मौसी के सामने निकाल दिया।
मेरा लंड अब भी एकदम कड़क था, मौसी की नज़र मेरे लंड से हट भी नहीं रही थी।
मैंने कहा- मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ.. मैं आपको खुश कर दूँगा।

वो गुस्से से लाल हो गई थीं.. पर वहीं खड़ी रहीं।
मैंने आगे बढ़ कर उनको किस कर लिया और उनके मम्मों को मसल भी दिया।
तभी उन्होंने मुझे धक्का दिया और अपने कमरे में चली गईं।

सुबह जब वो उठीं तो उन्होंने मेरी मॉम को कॉल किया कि हम आपके घर आ रहे हैं।

मैं डर गया और बोला- अब मैं कुछ नहीं करूँगा.. आप मुझे बहुत सेक्सी लगती हैं इसलिए मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ.. पर अब मैं ऐसा कुछ नहीं करूँगा, प्लीज़ मुझे माफ कर दो।

पर वो नहीं मानी.. वो मुझे लेकर मेरे घर आ गईं। मैं बहुत डर गया था.. मेरे होश उड़ गए थे.. कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या करूँ।

तभी मौसी ने मॉम से कहा- मुझे आपसे अकेले में कुछ बात करनी है।
मॉम ने कहा- अरे, यहीं बोलो न क्या बात है?
मौसी ने कहा- अबसे राज मेरे साथ ही रहेगा।
मॉम ने कहा- ठीक है कोई बात नहीं।

यह सुन कर तो मैं पागल हो गया।

मौसी ने कहा- दीदी, तुम जानती हो ये आउट ऑफ कंट्री हैं। मैं अकेली रहती हूँ.. राज साथ रहेगा तो मेरा अकेलापन दूर हो जाएगा।
शाम को हम घर आ गए।

मौसी किचन में थीं.. मैंने उनको पीछे से जाकर पकड़ लिया।

तभी उन्होंने मुझे जोर से थप्पड़ मारा और कहा- तुम मेरे साथ रहने को आए हो.. इसका मतलब ये नहीं कि कुछ भी करो।
मैंने कहा- मौसी पर..
वो मेरी बात सुने बिना अपने कमरे में चली गईं।

पूरे दिन हम दोनों में कोई बात नहीं हुई। जब रात को सोने के लिए मैं अपने कमरे में जा रहा था तो मौसी बोलीं- तुम मेरे कमरे सो जाओ।
मैं उनके कमरे में आ गया।

उन्होंने एक बहुत ही झीनी सी स्किन कलर की नाईटी बिना ब्रा और पैन्टी के पहनी हुई थी। वो मेरे साथ लेट गईं.. मैंने सिर्फ पजामा पहना था.. वो भी बिना अंडरवियर के था।

उनके मचलते दूध देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया।

मौसी की नज़र मेरे लंड पर थी, मैंने उनकी मंशा भांपते हुए कहा- मुझे नंगे सोने की आदत है।
मौसी बोलीं- आदत है या फिर मुझे देख कर बोल रहे हो।
मैंने कहा- अब आप से क्या छुपाना.. आप इतनी सेक्सी हो कि आपको देख कर मेरा खड़ा हो जाता है।
उनकी हँसी छूट गई।

मैंने झट से अपना पजामा उतार दिया, मेरा लंड पूरा कड़क खड़ा था।
मैं मौसी को पकड़ कर किस करने लगा, पहले तो मौसी ने विरोध किया.. पर बाद में साथ देने लगीं।

मैं अब उनकी टाँगों को चूमने लगा और उनके जिस्म को चुदासी अदा से चूस रहा था, मौसी बस ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ कर रही थीं।

अब मैंने उनकी नाइटी को खींच कर उतार दिया और उनके मचलते मम्मों को चूसने लगा।
‘आह्ह.. राज मेरे मम्मों को ज़ोर-ज़ोर से दबाओ.. आह्ह.. पहली बार इतना मज़ा आ रहा है।’

मैं फिर मौसी की चूत जो कि उनकी रेशमी झांटों से घिरी हुई चूत थी, उस झांटों से घिरी चूत को देख कर मैं पागल हो गया ‘आई लव इट मौसी..’

बालों वाली चूत को देख कर मेरा पानी निकलने को हो गया, मुझे तो आज अपने लंड को हिलाना भी नहीं पड़ा।
तभी मैंने मौसी की चूत के बालों को अपने मुँह में ले लिया और मुँह से झांटों को नोंचने सा लगा।
वो चिल्लाने लगीं।

मैंने उनकी चूत को खूब चाटा.. मेरी मौसी की टाँगें एकदम से फ़ैल गई थीं।

मुझको उनकी चूत चाटते हुए काफी देर हो गई थी तभी वो एकदम से अकड़ गईं और उनका चूत रस मेरे मुँह में झड़ गया, वो मैंने पूरा चाट कर साफ कर दिया।

अब मैंने उनकी गांड को चाटा, वो मेरे लंड को सहलाने लगीं तो मैंने अपना लंड उनके मुँह में डाल दिया, वो मेरा लौड़ा चूसने लगीं।

मैंने काफी देर तक उनकी मुँह को चोदा और अपना पानी उनके मुँह में छोड़ दिया, उन्होंने भी बिना वेस्ट किए सब माल पी लिया।
अब वो बोलीं- आज लाइफ में फर्स्ट टाइम इतना मज़ा आया है।

कुछ देर बाद वो फिर से मस्त हो रही थीं, मैंने फिर से मौसी की चूत को चाटना शुरू कर दिया, अब मैं उनकी चूत की फांकों को हल्के-हल्के से काट भी रहा था।
वो मुझसे बोलने लगीं- मेरे राजा.. अब तू मुझे चोद दे..

मौसी ने यह कह कर मेरे लंड को मुँह में ले लिया और थूक से लंड को गीला करके अपनी चूत में डालने को कहा।

मैंने मौसी की चूत के छेद में अपना लंड लगा दिया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा। मौसी की आखों में आँसू आ रहे थे, मैं बिना उनके दर्द की परवाह किए और ज़ोर से उनको चोदने में लगा रहा।
कुछ ही देर में मौसी को भी मजा आने लगा।

अब मैंने मौसी को ज़मीन पर लेटा कर चोदना शुरू कर दिया। मौसी अब तक तीन बार झड़ चुकी थीं, वो मुझे रोकने लगीं तो मैंने उनको चोदना छोड़ कर उनकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया और उनकी चूत के रस को चाटने लगा।

मौसी एकदम से पगला गईं और मुझे फिर से चोदने की कहने लगीं।

चूत की चुदाई फिर से शुरू हो गई अबकी बार उनके झड़ने को हो गया।

मौसी ने मुझसे माल पीने की इच्छा जताई तो मैंने लंड को चूत से खींच कर उनके मुँह से लगा दिया और उन्होंने गप से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया। मैंने भी तुरंत उनके मुँह को चोदना शुरू कर दिया और कुछ ही पलों में मेरा माल उनके मुँह में निकल गया जिसे उन्होंने बड़े स्वाद से पी लिया।

अब मैं उन की गांड मारना चाहता था.. वो मान नहीं रही थीं। मैंने उनके साथ ज़बरदस्ती की और बिना चिकनाई के उनकी गांड में अपना लंड पेल दिया, उनकी चीखें पूरे कमरे में गूँज़ने लगीं, उनकी गांड से खून भी निकलने लगा था.. पर मैं पूरे जोश में था।

अब मैं आखिरी पड़ाव पर था। मैंने अपना सारा रस मौसी की चूत में छोड़ दिया। गांड मारने के बाद मैं उनके बगल में ही लेट गया। मौसी दर्द के मारे ज़ोर-ज़ोर से रो रही थीं।

वे बोल रही थीं- तुमने ये अच्छा नहीं किया।

पर मैंने मौसी को चोदने की जंग जीत ली थी। फिर हम दोनों सो गए। सुबह जब मौसी उठीं.. तो उनको बहुत दर्द हो रहा था। मैं उनको सहारा देकर बाथरूम में लेकर गया। उन्होंने मेरे सामने अपनी नित्य क्रिया पूरी की।

अब मेरा जब भी दिल करता है.. हम दोनों एक-दूसरे के साथ सेक्स करते हैं।

यह मेरी सच्ची सेक्स कहानी है उम्मीद करता हूँ कि आपको पसंद आई होगी। आपके विचारों को जानने की उत्सुकता है.. प्लीज़ ईमेल कीजिएगा।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top