मौसी मां ने दिया जन्मदिन पर कामुक तोहफा

(First Fuck Virgin Girl Story)

फर्स्ट फक वर्जिन गर्ल स्टोरी में मैंने अपनी बहन की बेटी जो अब मेरी बेटी भी है, को उसके पहले यौन आनन्द दिलाने का निर्णय किया उसके जन्मदिन पर!

यह कहानी सुनें.

मेरी यह कहानी
सौतेली मां बनी अंतरंग सखी
का अगला हिस्सा है।

मेरी आत्मकथा जानने के बाद चारू को भी मेरी सहेलियों से मिलने की इच्छा हुई।
मैंने भी उसकी इच्छा पूरी की।

मेरा जन्मदिन आने वाला था और मुझे नहीं लगता था कि इससे अच्छा मौका मुझे कभी मिलता।
मैंने अपनी सभी सहेलियां बुला ली।

पार्टी के बाद रचना, नेहा, पूजा और मैं एक साथ बैठी।
मैंने चारू को सबसे मिलवाया।

रचना ने कहा- क्या बात है वासु, इतने साल बाद तूने हमें कैसे याद किया?
मैं बोली- चारू को आप सबसे मिलने की ख्वाहिश थी. मैंने इसे अपने स्कूल के दिनों के किस्से बताए तो यह आपसे मिलने के लिए बेताब हो गई।

रचना ने चारू को देखा और कहा- अभी इसकी सील नहीं टूटी क्या?
मैं बोली- नहीं, मैं सोच रही हूं कि थोड़ी और बड़ी हो जाए तब!

रचना- तूने तो पहला मजा कम उम्र में ही ले लिया था और इसे इंतजार करवा रही है। चल ठीक है … लेकिन इसके लिए कुछ स्पेशल सोचा है क्या?
मैं- नहीं, क्या स्पेशल करूं?

रचना- अरे तेरे जन्मदिन पर ही इसको इसका पहला संभोग दे दे।
आइडिया अच्छा था लेकिन एक दुविधा थी।
यह फर्स्ट फक वर्जिन गर्ल स्टोरी इसी आईडिया पर है.

मैं- लेकिन लड़का कौन होगा, मैं कोई अनाड़ी लड़का नहीं चाहती।

रचना- अरे, अनाड़ी नहीं खिलाड़ी भेजूंगी, बस तू पूरी तैयारी रखना! मेरी बहन का बेटा सनी इसके लिए बेहतर रहेगा।

मैंने कहा- अच्छा, उसे भी सेट कर लिया तूने?
रचना- हां, मस्त छोरा है, बांका जवान है, बहुत मज़ा देता है।
मैं- अच्छा, कैसे पटाया तूने उसे?

(रचना ने मुझे जो कहानी बताई उसे मैं बाद में बताऊंगी।)

मैंने कहा- ठीक है, उसके 19वें बर्थडे पर ये एक अच्छा गिफ्ट होगा।
रचना- सिर्फ़ उसके लिए नहीं, तेरे लिए भी! तू भी मजे ले लेना उससे! MILF औरतों को बड़े मजे लेकर चोदता है वो!

मैंने कहा- ठीक है सोचूंगी। अगले महीने चारू का बर्थ डे है, तभी उसे भेज देना!
इसके बाद रचना और मेरी बाकी सखियां चली गई।

चारू तो बहुत खुश थी ये सब सुनकर … उसे अपना सबसे बड़ा गिफ्ट जो मिलने जा रहा था।

खैर अगले महीने बाद वो दिन भी आ गया जिसका हमें इंतजार था।

चारू की बर्थडे पार्टी आयोजित की गई.
उसमें बहुत से लोग आए थे।

रचना ने अपनी बहन का बेटा भी भेजा था।
वह 26 साल का बेहद खूबसूरत लड़का था। उसका नाम सनी था। अच्छा कसरती बदन और गोरा रंग उसे किसी भी लड़की के लिए आकर्षक बना रहा था।

हमने केक वगैरह काट कर सारा कार्यक्रम 10 बजे ही सम्पन्न कर दिया।
पार्टी खत्म होने के बाद सभी अपने घर चले गए.
सिर्फ मैं, चारू और सनी ही घर पर रह गए थे।

मैंने सनी से इंतजार करने को कहा और चारू को लेकर बेडरूम चली गई।
बेडरुम पहले से ही सुहागरात के लिए तैयार था; बेड की सजावट अच्छे से की गई थी।

मैंने चारू को अच्छे से दुल्हन की तरह सजाया, लाल जोड़े में और उसे खूब जेवरात भी पहनाए।
चारू नई नवेली दुल्हन की तरह सजी थी।

फिर चारू बेड पर घूंघट डाल कर बैठ गई।

मैं बाहर चली आई ताकि दूध ला सकूं.

सनी ने मुझसे कहा- ये लीजिए आंटी, रचना मौसी ने बताया कि आपको ऐसे कपड़े बहुत पसन्द हैं।

मैंने पैकेट खोला तो देखा कि उसमे एक मैरून ब्रा पैंटी का सेट थी।
मैं मुस्करा दी और फिर सनी को शुक्रिया कहा।

सनी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने साथ अपनी गोदी में बिठा लिया।
सनी- सच बताइए आंटी, सील चारु की तोड़नी है या आपका भी कोई मूड है?

मैं- धत्त, रचना ने बिगाड़ दिया है तुझे!
सनी- आप कौन सी सती सावित्री हो, पिकनिक पर मजे कैसे किए थे, ये सब मुझे पता है।
यह कहकर उसने मेरे ब्लाऊज को मसला।

मैंने कहा- चारू को उसका गिफ्ट दे दो, फिर सुबह मुझे भी चोद लेना!
सनी ने हामी भरी।
तब मैं किचन में गई और एक ग्लास दूध तैयार किया।

तब तक सनी बेडरुम में चारू के पास चला गया।

मैं दूध लेकर अंदर गई तो देखा कि चारू सनी से बात कर रही है और दोनों खूब हंस हंस कर बतला रहे हैं।
मैंने उनको दूध ला कर दिया।

सनी ने आधा दूध पी लिया और बाकी का चारू को पिला दिया।

मैं जाने लगी तो सनी ने चारू के कान में कुछ कहा।

चारू ने मुझसे कहा- मौसी, आप यहीं रुक जाइए ना, मुझे ऐसे डर लग रहा है।

मैंने सनी की तरफ देखा, वह मुस्करा रहा था।
मैं समझ गई कि ये दोनों अपने मजे मे मुझे भी शामिल करना चाहते हैं।

मैंने कहा- ठीक है, रुक जाऊंगी। और कोई स्पेशल मांग?
सनी ने कहा- जरा हुस्न को नुमाया तो करिए! इन संस्कारी कपड़ों में आपका हुस्न दिख नहीं रहा है।

मैं बोली – ठीक है, थोड़ा सज धज कर आती हूं।

तब मैं वापिस अपने कमरे में गई और लाल रंग की अफगानी और डिजाइनर ब्रा पहनी। उस पर अच्छी डिजाइन बनी हुई थी और वो मेरे स्तनों को सुडौल आकार दे रही थी।

मैं उनके कमरे में पहुंची और दरवाज़ा बंद कर दिया।

सच कहूं तो इस वक्त मेरा जिस्म चारू के बदन से ज्यादा खूबसूरत लग रहा था।

मैं उनके बेड पर बैठ गई तो सनी ने मेरे हाथ चूम लिए।
सनी ने कहा- आह, कुंवारी बीवी और हॉट सास, दोनों एक ही बिस्तर पर … मेरी तो लॉटरी लग गई।

मैंने आंख मारते हुए कहा- जी दामाद जी, आज रात तो मैं आपके साथ रहूंगी ही, आप दोनों की मदद के लिए!

सनी ने तब चारू की चुनरी हटा दी और फिर उसकी चोली को खोल दिया।
मैं चारू के जेवर उतारने लगी।

चारू की चूड़ियां और हार उतार कर मैंने अलग ड्रॉअर में रख दी।

फिर मैं चारू के पीछे आकर बैठ गई।
सनी ने चारू के गाल को सहलाया और फिर उसके होंठ चूमने लगा।

मैंने चारू के बाल संभाल कर बांध दिए और फिर वे दोनों एक दूसरे को लिप लॉक करने लगे।

एक दूजे को चूमने के बाद चारू ने मुझे भी चूम लिया।
मैंने भी चारू को चूमा।

उधर सनी ने चारू के लहंगे का नाड़ा खोल दिया।
चारू के लहंगे को उसके बदन से हटा कर उसने अपना कुर्ता उतार दिया और फिर हम दोनों के पास आकर बैठ गया।

मैं चारू को किस कर रही थी.
कि तभी सनी ने मेरे हाथ को पकड़ा और मुझे अपने पास खींच लिया।
अब मैं चारू और सनी के बीच में थी।

सनी ने मुझे किस करना शुरू कर दिया और मेरे गले को पकड़ कर मुझे लिप लॉक करने लगा।
मैं भी मस्ती में उसे चूमने लगी.

तभी चारू ने मैरी ब्रा का हुक खोल दिया।
मेरे विशाल स्तन अब सामने आ गए थे और फिर दोनों ने मेरे एक एक स्तन को थाम लिया।

सनी मेरे दाएं स्तन को चूम रहा था और चारू मेरे बाएं स्तन को चूम रही थी।
वे दोनों मेरे स्तनों को निचोड़ने का प्रयास कर रहे थे।

मेरे निप्पलों को दांतों से कुरेदते हुए वो बच्चों की तरह मेरा स्तनपान कर रहे थे।

दोनों को दूध पिलाते हुए मुझे अहसास हो रहा था कि जैसे मैं एक बार फिर से मां बन गई हूं।

मेरे स्त्नों को अच्छे से निचोड़ने के बाद वो दोनों अलग हुऐ तो सनी ने कहा- सासू मां, अब मुझे सुहागरात मना लेने दीजिए जिसके लिए मैं आया हूँ।

सनी ने चारू को अपनी गोद में काऊ गर्ल पोजीशन में बिठा लिया और दोनों एक दूसरे को लिप लॉक करने लगे।

एक अनुभवी व्यक्ति की तरह सनी ने चारू की ब्रा के हुक को एक ही हाथ से खोल दिया।
चारू के संतरे जैसे स्तन खुल गए और फिर सनी ने उसकी ब्रा को फर्श पर फेंक दिया।

अपने हाथों को चारू के स्तनों पर रख कर सनी ने उन्हे मसला, मरोड़ा और दबाया।
चारू के मुख से निकलती सीत्कार दर्शा रही थी कि उसे भी मज़ा आ रहा है।

सनी ने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके निप्पलों को चुटकी में भर कर खींचने लगा।
चारू के निप्पल अभी तक पूरे विकसित नहीं हुए थे।

सनी ने अपने जीभ से उसके निप्पल सहलाने शुरू किए।

चारू के निप्पल को सहलाते सहलाते सनी उन्हें दांतों से कुरेदता तो चारू सिसक उठती।

मैंने चारू का सर अपनी गोद में रख लिया और उसके बालों को सहलाया।
सनी अब उसके स्तनों को छोड़ कर उसकी नाभि की ओर चला गया और उसकी नाभि में जीभ डाल कर उसे चूमने लगा।

चारू को यह अहसास बहुत पसन्द आया।

इसके बाद सनी चारू की योनि की तरफ़ बढ़ा।

चारू की पैंटी भीग गई थी इसलिए सनी ने बिना समय गंवाए उसकी पैंटी को उतार दिया और उसे किसी गुलाब की तरह सूंघा, फिर मुझे दे दी।

मैंने भी चारू की पैंटी सूंघी.
तो चारू बोली- मम्मी, ऐसा मत करो, यह गंदी है।

उसकी बात सुनकर मैं और सनी हंस पड़े।
मैंने कहा- सैक्स में कुछ भी गंदा नहीं होता चारू, यह प्यार जताने का तरीका है।

यह कहकर मैंने उसकी पैंटी को चाट लिया।

चारू की गुलाबी अक्षत योनि सनी के सामने थी।
सनी ने चारू की बुर को सूंघा और फिर उसकी गुलाबी बुर का मुआयना करने लगा।
पूरी तरह से सील पैक माल थी चारू!

सनी ने चारू की बुर को चाटना शुरू कर दिया।
चारू की आंखें आनन्द से बंद हो गई।

सनी ने चारू की चूत फैलाई और अपनी जीभ से उसके मटर जैसे दाने को सहलाने लगा।
चूत को चूसते हुए, सहलाते हुए सनी ने चारू को बहुत अच्छे तरीके से उत्तेजित कर दिया।

चारू ने सनी के बाल पकड़ लिए और हिलोरें लेते हुए झड़ने लगी।
झड़ने के बाद चारू पस्त हो गई; उसका शरीर बिलकुल ढीला हो गया और वह सिकुड़ कर सनी के बगल में बाएं लेट गई।

लेकिन यह तो बस शुरुआत थी।
सनी एक अनुभवी मर्द की तरह अभी भी उत्तेजित था।

तब सनी ने कहा- सासु मां, आपकी बेटी तो झड़ गई, अब आप ही सेवा करो मेरी!

मैं भी इस चुदाई भरे माहौल में गर्म हो रही थी।
इसलिए मैंने अपनी अफगानी उतार दी और सिर्फ पैंटी में ही आकर सनी के दायीं ओर लेट गई।

सनी ने मुझे किस करना शुरू कर दिया और मैंने अपना हाथ सनी की अंडरवियर पर फेरना शुरू कर दिया।

उसने मेरे नितंबों पर एक थप्पड़ रसीद कर दिया तो मैं चिहुंक उठी।
“आह … दामाद जी!” मेरे मुंह से निकला तो सनी ने कहा- सासु मां, सिर्फ सहलाओगी या कुछ और भी करोगी?

मैं उसका इशारा समझ गई, मैं उसकी अंडरवियर के पास गई और अपनी जीभ से उसी नाभी और उसके अंडरवियर के आसपास की जगह चाटने लगी।
चारू मेरी कुतिया वाली हरकतें देखकर मुस्करा रही थी।

मैंने सनी की अंडरवियर को अपने दांत से दबाया और फिर उसे खींच कर उतार दिया।
सनी का 7 इंच लम्बा लिंग हमारे सामने आ गया।

तब सनी ने चारू से कहा- देखो डार्लिंग, लम्बाई ठीक है ना?
तो चारू यह सुनकर शर्मा गई।

फिर सनी ने मेरे बाल पकड़ लिए और फिर मेरा सर अपने लिंग के पास रख दिया।
सनी ने कहा- इसकी खुशबू लीजिए सासु मां!

मैंने अपनी नाक सनी के लिंग से सटा दी और किसी गुलाब की तरह उसे सूंघने लगी।

फिर सनी ने अपना लिंग मेरे मुंह में अंदर तक डाल कर मुझे डीप थ्रोट फक दिया।
इस क्रिया के दौरान सनी मेरे मुंह में झड़ गया तो उसने मुझे वीर्य गटकने से मना कर दिया।

मैं उसका इशारा समझ गई इसलिए मैं चारू के पास गई और सारा वीर्य उसके मुंह में उड़ेल दिया।

अब खेल का अगला दौर शुरू होने वाला था।

सनी जमीन पर आकर खड़ा हो गया और मैं उसका साथ देने के लिए आ गई।

चारू को अपने पास बुलाकर सनी ने उसे इस तरह से उठा लिया कि उसका सिर नीचे होकर चारू का मुंह सनी के लिंग के पास और चारू की योनि सनी के मुंह के पास आ गई यानि 69 पोजीशन।

मैं चारू के पीछे खड़ी हो गई।

चारू के नितंब मेरे मुंह के सामने थे इसलिए मैंने उन पर अपनी जीभ चलानी शुरू कर दी।
आगे से सनी चारू की योनि को चूस रहा था और पीछे से मैं उसके नितंबों को और चारू नीचे सनी के लिंग को चूस रही थी।

ठीक से एक दूसरे के गुप्तांगों को गीला करने के बाद हम उस पल के लिए तैयार हो गए जो सबसे अहम था।

हमने चारू को बेड पर लिटा दिया और फिर मैंने ड्रॉअर से लुब्रिकेंट की शीशी निकाली।
उसे सनी को देकर मैं चारू के सिरहाने बैठ गई और फिर उसके बाल सहलाते हुए बोली- चारू, ये पहली बार है इसलिए थोड़ा दर्द होगा, तू डरना मत!

चारू ने ओके कहा तो सनी ने चारू की बुर पर लुब्रिकेंट लगा दिया।
फिर वह अपने लिंग पर भी लुब्रिकेंट लगाने लगा।

लुब्रिकेंट लगने के बाद उसका लिंग और भी ज्यादा मोटा हो गया।

उसका तगड़ा लिंग देख कर दिल तो किया था कि अभी ले लूं.
लेकिन आज की रात चारू की रात थी इसलिए मैं शांत रही।

सनी ने अपने लिंग का उभार चारू की योनि पर रगड़ा तो उसे बहुत सुखद अहसास हुआ।
सनी ने लिंग घुसेड़ने की कोशिश की तो वह फिसल गया।

चारू चुपचप लेटी हुई थी।
सनी ने कहा- डार्लिंग, जरा अपनी बुर के होंठ तो खोलो।

चारू ने टांगें चौड़ी कर दी और अपनी चूत के होंठ थोड़े खोल दिए।
फिर सनी चारू की चूत पर अपने लिंग को रगड़ने लगा।

चारू आंख बंद करके अगली क्रिया का इंतजार करने लगी।
सनी ने मैरी तरफ देखा तो मैंने इशारे से हामी भर दी।

तब सनी ने एक धक्का लगाया तो उसका सुपारा चारू की चूत में दाखिल हो गया।
चारू दर्द से कराह उठी।
उसने कहा- इसे निकालो, मुझे दर्द हो रहा है।

सनी ने लिंग हटा लिया और फिर चारू की चूत का मुआयना किया।
अभी भी सील सही सलामत थी।

सनी ने फिर से उसकी चूत पर लंड सटाया और धक्का दिया तो फिर से सुपारा चूत में फंस गया।
चारू फिर से सिसकी तो इस बार मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए फिर किस करने लगी।

मैं अपने हाथों से उसके स्तन सहला रही थी ताकि उसे आराम मिले।

जब चारू को आराम मिला तो उसकी आहें कम हो गई।
सनी ने मौके का फायदा उठाते हुए एक धक्का लगाया तो उसका लिंग 3 इंच तक अंदर धंस गया था।

चारू के मुंह से तेज चीख निकली और वह रोने लगी- प्लीज निकाल लो इसे, बहुत दर्द हो रहा है मुझे!

सनी ने लिंग बाहर खींचा तो उस पर खून लगा हुआ था।
यानि फर्स्ट फक वर्जिन गर्ल चारू की बुर का अब उद्घाटन हो चुका था।

मैंने चारू को बधाई दी, कॉगरेट्स कहा और सनी ने भी!
फिर हम दोनों उसके अगल बगल में लेट गए।

सनी के लिंग पर खून लगा हुआ था।
सनी ने मुझे इशारा किया तो मैंने उसके लिंग को चूस लिया।
चारू का पानी और खून दोनों इसमें मिला हुआ था और मैं बेशर्म होकर उसे चूस के साफ करने लगी।

इसके बाद मैंने चारू की योनि को भी चाट कर साफ किया।
मेरे होंठों पर उसका खून लगा था इसलिए मैंने वॉश बेसिन के पास जाकर कुल्ला किया और फिर से सनी और चारू के पास आ गई।

चारू दर्द के मारे चुपचाप लेटी हुई थी।
मैंने कहा- चारू, परेशान मत हो, यह पहली बार था इसलिए ऐसा हुआ है, इसके बाद तुम्हें दर्द नहीं होगा।

सनी ने कहा- सासु मां, आपकी बेटी तो ठंडी हो गई. लेकिन मेरा क्या … मेरा पप्पू तो अभी भी खड़ा है।
मैं बेड पर घोड़ी बन कर बैठ गई और सनी से कहा- आ जाइए दामाद जी, आपकी सास आपकी सेवा में तैयार है।

सनी मेरे पीछे आ गया और अपने लिंग को मेरी योनि पर रगड़ते हुए मेरे नितंबों पर चपत लगाते हुए मुझे गर्म करने लगा।
मैंने अपनी टांगें और खोल ली और बोली- दामाद जी, आपकी सासु मां के छेद तैयार हैं।

सनी ने एक ही झटके में अपना लिंग मेरी योनि में भाले की तरह घुसा दिया।
मेरे मुंह से आह निकल गई।

सनी ने मेरे बाल पकड़ लिए और मेरा मुंह चारू की योनि पर रख दिया।
मेरी जीभ स्वतः ही चारू की योनि पर चलने लगी और सनी मेरी दमदार चुदाई करने लगा।

गालियों और थप्पड़ों का सिलसिला करीब 20 मिनट तक चला और जब मैं झड़ी तो चरमसुख की अनुभूति हुई।

अब तक चारू भी गर्म हो चुकी थी।
सनी ने मुझे छोड़ा और चारू के ऊपर जा चढ़ा।

चारू की चूत मेरे थूक से गीली थी ही, उसने झट से अपने लंड को चारू की चूत में डाल दिया।
उसने आह भरी और अपनी चुदाई का मजा उठाने लगी।

मिशनरी पोजीशन में लेटे हुए चारू और सनी एक दूजे को यौन सुख दे रहे थे।

आखिर 5 मिनट बाद सनी का बदन अकड़ना शुरू हो गया और उसने धक्के की स्पीड बढ़ा दी।
चारू के मुलायम बदन को भोगते हुए वो कुछ देर बाद चारू की योनि में ही झड़ गया।

झड़ने के बाद सनी चारू के बगल में लेट गया और मेरी बेटी की योनि से सनी का गाढ़ा वीर्य बह निकला।
मैंने बिना समय गंवाए उस पर जीभ टिका दी और पूरा वीर्य गटक गई।
चारू की नभि के पास गुदगुदी हो रही थी।

यह रात चारू के लिए यादगार थी।
चारू सिमट कर किनारे लेट गई और सनी हम दोनों के बीच में!

सनी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया।
चारू तो थक गई थी लेकिन सनी का लंड अभी भी दम रखता था।

सनी- अभी भी ये संतुष्ट नहीं हुआ है आंटी! चारू तो थक गई, अब आपको ही इसे ठंडा करना होगा।

मैंने धीरे धीरे उसके लिंग को सहलाना चालू रखा और फिर हमारे होंठ एक दूसरे से लिपट गए।
उसके लिंग में फिर से तनाव आ गया।

सनी ने मुझे बेड पर से उठा लिया और फिर आईने के सामने ले जाकर खड़ा कर दिया।
बॉडी लोशन की शीशी लेकर उsने मेरे नितंबों पर बॉडी लोशन लगाया और सटक स्टाक थप्पड़ रसीद करने लगा।

मेरे मुंह से कामुक चीखें निकल गई।
सनी नीचे बैठ गया और मेरी गांड पर जीभ से गुदगुदी करने लगा।

फिर अपने लंड पर लोशन लगा कर उसने मेरी गांड में घुसाना शुरु किया।
मैं तो चीख पड़ी- आह सनी, दर्द हो रहा है, धीरे धीरे डालो!

सनी गुस्से में बोला- चुप कर मादरचोद, तेरी गांड मारे बिना मेरे लंड को चैन नहीं मिलेगा।
ऐसा बोलकर उसने जोर का धक्का लगाया और फिर उसका लिंग मेरी गांड में धंस गया।

सनी ने मेरे बाल पकड़ लिए और धपाधप मेरी ठुकाई करने लगा।
मेरी ढीली चूत की जगह मेरी कसी हुई गांड को सनी ने अच्छे से खोला।

करीब 20 मिनट बाद उसने अपना लावा मेरी गांड में ही उड़ेल दिया।

मै भी अब थक गई थी और जाकर बेड पे चारू के साथ ही लेट गई।
पूरी रात हम तीनों एक दूसरे से खेलते रहे और कब सो गए पता ही नहीं चला।

अगली सुबह बाथरूम में सनी ने मुझे चारू के सामने चोदा और फिर नाश्ते के बाद वो हमारे घर से चला गया।
चारू इस यादगार रात के लिए मेरी आभारी थी।

मेरे प्यारे पाठको, कैसी लगी आपको मेरी फर्स्ट फक वर्जिन गर्ल स्टोरी?
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