गांडू लड़के ने अपनी बहन को चुदवाया- 4

(Hindi Sexy Chut Porn Kahani)

मानस यंग 2022-09-20 Comments

हिंदी सेक्सी चूत पोर्न कहानी मेरे दोस्त की जवान कुंवारी बहन की चुदाई उसी के सामने की है. मैंने अपने गांडू दोस्त से उआकी बहन की चूत चटवा कर जलील किया.

दोस्तो, मैं मानस पाटिल एक बार फिर से आपके सामने अपनी सेक्स कहानी अगला भाग लेकर हाजिर हूँ.
कहानी के तीसरे भाग
दोस्त के सामने उसकी बहन की बुर फाड़ी
में अब तक आपने पढ़ा था कि साबिरा की चूचियों को उसका भाई मसल रहा था और साबिरा मजा ले रही थी.

अब आगे हिंदी सेक्सी चूत पोर्न कहानी:

शिराज को देख कर मैंने गुस्से से कहा- अबे चूतिये, धीरे धीरे क्या मसल रहा है मां के लौड़े? अच्छे से मसल मसल कर मालिश कर कुत्ते … देख तेरी बहन को मेरे लौड़े से चुदवा कर कितना मजा आ रहा है … क्यों साबिरा मजा आ रहा है न … बता दे इस गांडू को.

साबिरा ने भी अपने भाई की तरफ मुँह करके कहा- उफ्फ भाईजान और दबाओ मेरे बोबे … मसल मसल कर लाल कर दे भाई … उफ्फ्फ अम्मीईई क्या मस्त लौड़ा है मानस जी … और घुसाते रहो … आअहह हम्म्म चोदोओ मुझे … आह मैं आपकी रंडी हूँ … आह आज तो डबल मजा मिल रहा है एक तरफ मेरा चोदू मेरी चूत चोद रहा है और दूसरी तरफ मेरा भाई मेरे बोबों की मालिश कर रहा है आह!

मैंने भी साबिरा के कहने पर अपने धक्कों की गति तेज कर दी.

चुदाई की वजह से बेड चरमराने लगा और वैसे ही साबिरा की सिसकारियां भी बढ़ने लगीं.

मैं साबिरा की जांघों को प्यार से सहलाते हुए अपने हाथ उसकी कमर के नीचे ले गया और उसको थोड़ा ऊपर उठा दिया.

अब उसकी चूत और मेरा लंड एक दूसरे के सामने आ गए थे.
जैसे ही मैंने जोर का धक्का मारा, तो मेरा लौड़ा सीधा साबिरा की बच्चेदानी पर जा टकराया.

गर्मा गर्म लंड का सुपारा जैसे ही उस नाज़ुक भाग से टकराया तो साबिरा उस कामुक चुभन को बर्दाश्त नहीं कर पायी.
उसने अपने भाईजान का हाथ पकड़ कर एक ज़ोर की चीख मार दी और अगले ही पल उसकी चूत का पानी मेरे लौड़े पर छूटने लगा.

साबिरा झड़ती हुई भी अनाप शनाप बोले जा रही थी- आअ हहह ओहह … मर गई … अम्मीईई फाड़ दिया मेरी भोसड़ी को उफ्फ!
मैंने भी उसकी कमर जोर से पकड़ते हुए मेरा लौड़ा वैसे ही उसके बच्चेदानी पर दबाए रखा.

साबिरा को झड़ने का मजा देते हुए मैं शिराज को देख रहा था.
आज पहली बार वो किसी औरत को चुदाई में झड़ते हुए देख रहा था.

उसके दोनों हाथ अब भी साबिरा की चूचियां अच्छे से मसल रहे थे.

साबिरा के चेहरे की मुस्कान देख कर मुझे लगा जैसे मैंने सारी दुनिया जीत ली.
चुदाई में अगर औरत पहले झड़ जाए तो मर्द के लिए बड़े गर्व की बात होती है.

पर ये क्या … ओह्ह बहनचोद साला गांडू अपने बहन की चुदाई देखते हुए और उसके बोबे दबाते हुए गर्म हो रहा था भोसड़ी का!

साबिरा को देखते हुए मेरा ध्यान शिराज के पतलून की तरफ गया तो उसकी लुल्ली कड़ी हो गई थी और उसकी पतलून का भाग ऊपर उठा हुआ था.

मुझे समझ आ गया कि मादरचोद बहन को चुदवाकर पूरे मजे ले रहा है मां का लौड़ा.
साबिरा को झाड़ने के बाद मैंने लौड़ा उसकी चूत से बाहर निकाला और शिराज को देखते हुए बिस्तर से नीचे जाकर खड़ा हुआ.

अचानक चुदाई रुक जाने से साबिरा को अपनी चूत में खालीपन महसूस हो गया और उसने भी आश्चर्य से मेरी तरफ देखा.

मैंने भी गुस्से से बोला- साली रांड, लगता है आज तुम दोनों भाई बहन मिल कर मेरे लौड़े से चुदवाने आए हो? देख तेरे इस नामर्द गांडू भाई को, कैसे इसकी लुल्ली खड़ी हो गई है. मादरचोद अपनी बहन की चुदाई का लुत्फ़ ले रहा है.

साबिरा डरते हुए उठकर बैठने लगी, पर पहली बार चूत फटने से उसको बहुत दर्द हो रहा था.
मैंने भी उसको संभालते हुए उसे अपनी बांहों में लेकर सहारा दिया तो वो दया के भाव आंखों में लाकर मुझे देखने लगी.

मैंने उसको देख कर कहा- देख साबिरा जान, कैसे तेरा भाई भी मजे ले रहा है. साला गांडू सुधरेगा नहीं मादरचोद. अब तो इसकी सजा तू ही बता. तेरे बदन पर सिर्फ मेरा हक़ है और ये मादरचोद तेरी चूचियां मसल कर मजा ले रहा था. इसकी हिम्मत कैसे हुई?

साबिरा ने भी शिराज की पैंट की तरफ देखा, तो उसे भी पता चल गया कि उसके भाई शिराज की लुल्ली खड़ी हुई है.
उसने गुस्से से शिराज के गाल पर थप्पड़ मार कर उसके बाल खींचे और उसका मुँह मेरे लौड़े की तरफ कर दिया.

शिराज को चिल्लाते हुए साबिरा बोली- साले बहन को चुदवाने वाले गांडू कुत्ते? मालकिन को नंगी देख तेरी ये नामुराद लुल्ली खड़ी कैसे हो गयी भोसड़ी के, चूस अपने मालिक का लौड़ा साले हिजड़े मादरचोद.

बहन का गुस्सा देख कर उसने भी मुँह खोल दिया.
साबिरा ने मेरा लौड़ा पकड़ कर ज़बरन शिराज के मुँह में ठूंस दिया और उसका सर मेरे लौड़े पर दबाते हुए उसे और जलील करने लगी.

वाह क्या सीन था. एक बहन अपने भाई के मुँह में अपने ठोकू का लंड दे रही थी.
मैं भी अपनी कमर आगे पीछे करते हुए अपना लौड़ा शिराज के हलक तक घुसाने लगा.

साबिरा गुस्से से गालियों पर गालियां दिए जा रही थी और शिराज मेरे लौड़े से अपना मुँह चुदवाता रहा.

मैंने साबिरा को थोड़ा शांत करते हुए कहा- रुक जा मेरी बेगम जान, देख तो ले पहले तेरे भाई की लुल्ली, फिर पता चलेगा इस हिजड़े की औकात?
मेरे इशारे पर उसने शिराज का मुँह मेरे लौड़े पर दबाते हुए दूसरे हाथ से उसकी पैंट नीचे खींच दी.

बिना नाड़े की इलास्टिक वाली पैंट खींचने से झट से नीचे आ गयी और शिराज एक लड़कियों वाली पैंटी में खड़ा था.
साबिरा ने तो उसे इस हालत में देख कर अपना माथा पीटना चालू कर दिया.

साबिरा- ओफ़्फ़्फ़ो नामुराद कैसा कमीना है साला … देखो मानस जी, कुत्ते ने ये क्या पहन रखा है. साले मादरचोद बोल किसकी है ये हरामी … सच में कैसा मनहूस पैदा हो गया हमारे घर में … अब क्या होगा इस घर की इज्जत का.

शिराज वैसे ही मेरा लौड़ा मुँह में लेकर नीचे बैठ गया. साबिरा ने उसकी पीठ पर अनगिनत थप्पड़ बरसाए, पर तब भी वो रोने वाली शक्ल लेकर वैसे ही घुटनों पर बैठा रहा.
साबिरा ने अब उसे खड़ा किया और अगले ही पल उसकी वो पैंटी नीचे कर दी.

शिराज की लुल्ली पूरी तरह से खड़ी थी, पर उसका आकार तीन इंच से ज्यादा बड़ा नहीं था.
ये देख कर मैं और साबिरा खिलखिला कर हंसने लगे.

मैंने हंसते हुए कहा- अबे हिजड़े, ये क्या हालत हुई है तेरी मादरचोद? इसीलिए तो गांडू बन गया भोसड़ी के, देख साबिरा ये है औकात तेरे भाईजान की.

साबिरा अपनी हंसी को रोक कर बोली- हाय ये क्या है भाईजान? तू मानस जी का लंड देख, मूसल है … और तेरी तो पूरी खड़ी होने के बावजूद इतनी सी है?

मैंने शिराज के बाल पकड़ कर उसके मुँह पर थूक दिया और कहा- हां मेरी रांड, अब तो तेरा भाई उम्र भर गांडू ही रहेगा, इस मादरचोद का निकाह मत करवाना. इसे किसी के घर की बहू बना कर भेज दो, ताकि ये अपनी गांड मरवाने का सुख लेता रहे.

शिराज चुपचाप अपनी बेइज्जती बर्दाश्त करने लगा.
वैसे उसके पास इसके अलावा कोई दूसरा चारा भी नहीं था.
अपनी सगी बड़ी बहन के सामने छोटी से लुल्ली लेकर गर्दन झुकाकर वो मेरे लौड़े को घूर रहा था.

मैंने भी उसको गालियां देते हुए वापिस घुटनों पर कर दिया और अपने लौड़े को उसके मुँह में देकर फिर से उसका मुँह चोदने लगा.

मैंने भी बड़ी गालियां निकालते हुए उन दोनों भाई-बहन को जलील किया.
भाई मजबूर था, तो दूसरी ओर बहन चुदाई की तड़प से परेशान थी.

शिराज को लौड़ा चुसवाते मैंने कहा- चूस मादरचोद … अपनी बहन की चूत का रस चाट ले … तेरे जीजा के लौड़े से रस चूस ले हिजड़े की औलाद.

साबिरा बिस्तर पर जाकर बैठ गयी और अपने सगे भाईजान को दूसरे लड़के का लौड़ा चूसते हुए देखने लगी.

शिराज आदत से मजबूर था, लौड़ा चूसने का शौक़ीन था. वो बिल्कुल किसी रंडी की तरह मेरे लौड़े को चूस चूस कर मजे ले रहा था.

मैंने नंगी बिस्तर पर लेटी साबिरा से कहा- देख रंडी, कैसे तेरा भाई तेरे यार का लौड़ा चूस रहा है छिनाल, आ जा तू भी इस रंडी शिराज के साथ मिल कर चूस ले मेरा लौड़ा.

साबिरा भी झट से उठकर मेरे पास आ गयी और शिराज के साथ नीचे बैठ गयी.
अपने भाई के मुँह से लंड निकालते हुए उसने भी मेरा लौड़ा मुँह में भर लिया और दोनों भाई बहन मिलकर मेरे लौड़े की मालिश करने लगे.

शिराज का सर पकड़ कर मैंने मेरे गोटों पर दबाया तो उसने भी अपनी जुबान बाहर निकाल दी और मेरे दोनों टट्टे चाटने लगा.
साबिरा का मुँह मेरे लौड़े को पूरा निग़ल चुका था.

साबिरा के मुँह से लौड़ा निकाल कर अब मैं उसको बिस्तर पर ले गया और उसको कुतिया बनाकर अपना लौड़ा उसकी चूत पर दबा दिया.
चुदाई के कारण चूत थोड़ी खुल चुकी थी पर अभी भी उसके अन्दर की गलियां तंग थीं.

जोर लगाते हुए मैंने सुपारे को अन्दर किया तो साबिरा फिर से सिसक उठी.

मैंने भी अपनी छाती उसके पीठ पर चिपका कर उसके गर्दन और कान को चूसने लगा.

कमर आगे पीछे करते हुए मैंने धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करना चालू कर दिया.
चूत की दीवारों पर रगड़ता सुपारा मेरे और साबिरा के बदन में चुदास भड़काने लगा और साबिरा के साथ मेरी भी सिसकारियां निकलने लगीं.

शिराज हमारे सामने आ गया और अपनी बाज़ी की चुदाई देख कर बेशर्मों की तरह लुल्ली हिलाने लगा.
साबिरा भी उसे देख रही थी कि कैसे उसका सगा छोटा भाई अपने ही बड़ी बहन की चुदाई देख कर मजे ले रहा है.

मैंने शिराज को आदेश देते हुए कहा- हां हिजड़े की औलाद, तू भी मजे ले ले मादरचोद … चल आजा दे तेरी लुल्ली तेरे बहन के मुँह में दे दे और चोद दे अपनी बहन का मुँह गांडू, आज देख कैसे तेरी बाज़ी को तेरे सामने रंडी बना कर चोदूंगा.

शिराज की तो मानो लॉटरी लग गयी. ये सुन कर वो झट से साबिरा के सामने अपनी लुल्ली पकड़ कर खड़ा हो गया.
पर साबिरा इस सबके लिए तैयार नहीं थी.

उसने मेरे लौड़े के धक्के खाते हुए शिराज को रोकना चाहा.

शिराज अपनी ही मस्ती में था तो उसने साबिरा का हाथ झिड़कते हुए उसके बाल पकड़े और अपनी लुल्ली उसके चेहरे पर रगड़ने लगा.
साबिरा का विरोध देख कर शिराज ने साबिरा की नाक दबा दी.

नाक दबाने से साबिरा को सांस लेने के लिए अपना मुँह खोलना ही पड़ा.
शिराज ने यही मौका देख कर अपनी लुल्ली साबिरा के मुँह में दे दी और जोर जोर से अपने लुल्ली से अपनी बहन का मुँह चोदने लगा.

मैं पीछे से धक्के दे रहा था तो साबिरा का मुँह अपने आप उसके भाईजान की लुल्ली पर दब रहा था.
शिराज आंखें बंद करके अपनी बहन का मुँह चोदने लगा.

पर साला था तो गांडू नामर्द, कब तक टिक पाता साबिरा जैसे खूबसूरत लड़की के मुँह में?
मुश्किल से दस बीस झटके दिए होंगे और मादरचोद अपनी बहन के मुँह में झड़ गया.

मैं पूरा लौड़ा साबिरा की भोसड़ी में घुसाते हुए वैसे ही रुका रहा ताकि शिराज को साबिरा के मुँह में झड़ने का मज़ा मिलता रहे.
मेरे ऐसे व्यवहार से साबिरा थोड़ी नाराज़ दिखाई दी, पर मैंने झट से शिराज को गालियां देते हुए उसको साबिरा से दूर कर दिया.

साबिरा ने थूक थूक कर सारा फर्श गीला कर दिया.
वैसे उस हिजड़े की लुल्ली से कुछ ज्यादा पानी तो नहीं निकला था, पर फिर भी साबिरा फर्श पर शिराज का वीर्य थूकती रही.

साबिरा का थूक देख कर मैंने शिराज को गालियां देते हुए कहा- तेरी मां का भोसड़ा साले, मेरी बेगम के मुँह में झड़ गया कुत्ते? अब चाट ये फर्श, तेरे अम्मी की भोसड़ी हिजड़े, तुझे आज इसकी सजा मिलेगी.

शिराज ने मेरे गुस्से को देख कर चुपचाप फर्श को अपनी जुबान से चाटने लगा.
उसे देख कर साबिरा को बड़ी ख़ुशी हुई और अपने भाई को गालियां देती हुई उसे और जलील करने लगी.

मैंने भी साबिरा की चूत को दोबारा चोदना चालू कर दिया.
पर अब मेरा समय भी नजदीक आ चुका था.
मेरे लौड़े का पानी उबल उबल कर साबिरा की चूत में छूटने को बेताब था.

साबिरा को पीछे से चोदते हुए मैंने उसके बाल एक हाथ से पकड़ लिए और दूसरे हाथ से उसकी चूचियां मसलने लगा.
साबिरा के कान चूसते हुए मैंने उसके कानों में जानबूझ कर प्यार वाली बात करनी चालू की.

मैं- अहह मेरी बेगम जान, आज अपने पति के लौड़े से चुदवाकर कैसा लगा मेरी रांड बीवी … आह क्या मस्त चूत है तेरी रंडी … रोज तुझे ऐसे ही चोदूंगा इस हिजड़े कुत्ते के सामने … आहह ऐसे ही पकड़ मेरा लौड़ा अपनी चूत में छिनाल.

साबिरा भी अपने आपको सच में मेरी बीवी मानते हए खुद की गांड पीछे करते हुए मेरे लौड़े से चुदने लगी.
उसकी सिसकारियां रुकने का नाम नहीं ले रही थीं, पर बीच बीच में वो भी अपनी हवस को अपने भाईजान के सामने क़बूल कर रही थी.

साबिरा- आह उफ् या मेरे शौहर … चोदो अपनी इस बेगम रंडी को मालिक, फाड़ दो मेरी भोसड़ी को … अम्मी बना दो अपनी औलाद की आह क्या मूसल लौड़ा है … आआह अम्मीईई धीरे पेलो … उफ्फ.

उधर शिराज किसी कुत्ते की तरफ ख़ुद का माल और अपने बहन का थूक चाट रहा था और इधर उसकी बाज़ी अपने यार के लौड़े पर अपनी जवान चूत बरबाद कर रही थी.

इसी गर्मा गर्मी में साबिरा फिर से झड़ने लगी.
मेरे लौड़े को उसकी चूत की दीवारें जकड़े जा रही थीं और उसके अन्दर से निकलता यौवनरस मुझे मेरे सुपारे पर महसूस हो रहा था.

आआहह अम्मी की पुकार लगाते हुए एक गांडू शिराज की बहन आज दूसरी बार किसी गैरमर्द के लौड़े पर मूतने लगी.
शिराज भी अपने बहन की चुदास देख कर हैरान हो गया.

मैंने भी मेरे आखिरी धक्के पूरे जोर जोर से देते हुए दोनों भाई-बहन को जमके गालियां दीं.
साबिरा के दोनों चूचे मुट्ठी में भरते हुए मंे उनको आटे की तरह गूंथने लगा.

तभी मेरे लौड़े ने मेरा साथ देना बंद कर दिया.

‘आह्ह्हह साबिराआआ रंडी ईईई …’
मैंने चिल्लाते हुए अपने लंड का सुपारा साबिरा की बच्चेदानी में घुसा दिया और मेरे लंड का सारा वीर्य उसकी कोख़ को भरने लगा.

साबिरा उस गर्म गर्म वीर्य के गर्माहट से चीखती हुई थरथराने लगी.

शायद उसकी चूत का बचा-खुचा पानी भी मेरे लंड पर बह निकला था.
वीर्य निकलने से मैं थकान से वैसे ही साबिरा की पीठ पर उसको नीचे दबाते हुए सो गया.

साबिरा मेरे नीचे पड़ी पड़ी अपनी सांसें काबू में कर रही थी और मैं आंख बंद करके इस चुदाई का आखिरी मजा लेते हुए उसके बदन को चूम रहा था.
धीरे धीरे आंखें खोलकर मैंने शिराज को देखा तो वो जमीन पर कुत्ते की तरफ बैठ कर हम दोनों को देख रहा था.

आज उसकी जवान बहन एक जवान लड़के से चुद गयी थी और उस लड़के का वीर्य उसके बहन की कोख़ में गिर गया था.
जैसे ही मैंने उसको देखा तो वो मुझे देख कर मुस्कुराया.

मैंने अपना लौड़ा धीरे धीरे साबिरा की हिंदी सेक्सी चूत से बाहर निकालते हुए शिराज से कहा- हंस क्यों रहा है मादरचोद? चल आ जा, अब अपनी मालकिन की चूत से तेरे मालिक का माल चाट चाट कर साफ कर दे.

जैसे ही मैंने लौड़ा बाहर निकाला, वैसे ही शिराज अपने बहन की फुद्दी देखने चला आया.
चुद चुद कर पकौड़े की तरफ फूली हुई साबिरा की चूत से अब धीरे धीरे मेरा गाढ़ा वीर्य बाहर आने लगा.

शिराज आश्चर्य से अपने बहन की फटी हुई चूत को देखने लगा.
मैंने उसके बाल पकड़ कर चूत पर उसका मुँह दबा दिया और बोला- देख मत गांडू की औलाद … जीभ बाहर निकाल भोसड़ी के और चाट अपनी बहन की चूत कुत्ते.

मेरे इशारे पर उसने भी जीभ बाहर निकाली और ख़ुद अपनी बहन की टांगें फ़ैलाकर मेरा वीर्य चाटने लगा.
साबिरा अपने भाई की ये हरकत देख कर हंसने लगी क्यूंकि उसको भी पता चल चुका था कि शिराज अब जिंदगी भर ऐसे ही रहेगा.

उसने भी अपने नामर्द भाईजान के लिए अपनी पोर्न चूत की पुत्तियां खोल दी थीं.

उसने कहा- हां मादरचोद, चाट अपनी बाज़ी का भोसड़ा … आह देख कैसे तेरे दोस्त ने चोद-चोद कर रंडी बना दिया मुझे भोसड़ी के … साले तूने हमको कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ा.

शिराज चुपचाप अपने बहन की चूत जीभ से साफ करता रहा.
मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए और साबिरा को चुम्मी देकर फिर आने का वादा करके घर निकल पड़ा.

उस दिन के बाद तो मैं लगभग रोज शिराज के घर पढ़ाई के बहाने जाता रहा और हर बार साबिरा मेरे लौड़े के नीचे टांगें फ़ैलाकर चुदवाने लगी.
पर एक रात उसकी अम्मी को इस बात का पता चला कि उसका बेटा एक गांड मरवाने वाला गांडू है और उसकी बेटी एक लड़के से रंडी की तरह चुदवाती है.

बेचारी वो भी तो तड़प रही थी, उसका शौहर भी तो कब से दुबई में था और वैसे साबिरा की अम्मी अभी बूढ़ी तो थी नहीं, तो स्वाभाविक है उसकी पुरानी भोसड़ी भी अब लौड़ा मांगने लगी थी.
अगली बार बताऊंगा कि कैसे मैंने साबिरा और उसकी अम्मी को एक साथ शिराज के सामने चोदा.

तब तक के लिए अपना अपने आइटम का ध्यान रखें.

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