चचेरी बहन मेरे पाँच दोस्तों से चुदी

(Indian Virgin Teen Girl First Sex)

धनन्जय 2024-01-29 Comments

इंडियन वर्जिन टीन गर्ल फर्स्ट सेक्स का मजा ले रही है इस कहानी में! वह मेरी चचेरी बहन है और तब वह कुंवारी थी. बाद में मेरे 5 दोस्तों को बुलवा कर उसने अपनी चुदाई का मजा लिया.

दोस्तो, आपको तो पता ही है कि मैं अपनी सगी बहन को चोद चुका हूँ.
वह सेक्स कहानी
गर्लफ्रेंड के साथ बहन की चुदाई का मजा
आप सभी ने पढ़ी थी और काफी पसंद की थी.
उसी के साथ मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को भी चोद दिया था.

आज मैं आपको अपनी दूसरी बहन की चुदाई की कहानी सुना रहा हूँ.
इंडियन वर्जिन टीन गर्ल फर्स्ट सेक्स का मजा लीजिये.

यह मेरे चाचा की लड़की है और मेरे ही घर के बाजू में रहती है.
इसकी उम्र और मेरी बहन की उम्र बराबर ही है.
यह भी काफी गदराई हुई है और जबरदस्त सेक्सी माल है.

उसको अभी हम दोनों की चुदाई के बारे में पता नहीं था.

हालांकि मैंने अपनी सगी बहन को चोदते समय एक बार उससे इसका जिक्र किया था तो मेरी बहन ने उसके बारे में मुझे बताया था कि वह आसानी से लंड के नीचे आने वाली नहीं है.

मैंने कारण पूछा तो उसने बताया था कि एक तो वह कुंवारी है और मेरे शरीर के सामने कुछ ज्यादा ही छोटी लगती है.

मैंने कहा- छोटी है, तब तो और ज्यादा मस्त होगी.
वह बोली- वह कैसे?

मैंने उसे एक अफ्रीकन सांड जैसे आदमी के साथ एक दुबली पतली गोरी लड़की की चुदाई की फिल्म लगा कर दिखाई.
उसमें वह लड़की अफ्रीकन सांड का दस इंच से भी बड़ा और काफी मोटा लंड अपनी चुत में पूरा अन्दर तक ले रही थी.

मेरी बहन उस फिल्म को देख कर हैरान हो गई और उसने अपना सर हां में हिलाते हुए कहा कि हां इस फिल्म को देख कर तो लग रहा है कि वह तुम्हारा मूसल लंड ले लेगी.

अब मेरे दिमाग में अपनी चचेरी बहन की चुत लेने की योजना बनने लगी कि किस तरह से उसे अपने लौड़े के नीचे लाऊं और हचक कर पेलूँ.

उस दिन अपनी बहन को चोदते समय मुझे बस यही लग रहा था कि इन दोनों बहनों को पहले अलग अलग चोद लूँ, फिर किसी दिन एक साथ एक ही बिस्तर पर रंडियों की तरह चोदूंगा.

दोस्तो, मैं अपनी चचेरी बहन को अपने लौड़े के नीचे लाने की सोच ही रहा था कि मेरे लंड की किस्मत से एक दिन अपने आप ही ऐसा अवसर आ गया जिसमें मेरी चचेरी बहन मेरे लंड से चुदने को मचल उठी.

हुआ यूं कि उस दिन मैं अपने कम्प्यूटर में एक ब्लू फिल्म देख रहा था और ब्लू फिल्म की आवाज सुनने के लिए मैंने अपने कानों में ब्लू टूथ वाले ईयर प्लग लगाए हुए थे.
मैं अपने एक हाथ से अपने लंड को सहला रहा था.

उस दिन मेरे मम्मी पापा घर पर नहीं थे और छोटी बहन स्कूल गई थी.

तभी अचानक से मेरी चचेरी बहन घर में आ गई.
वह चूंकि पीछे से कमरे के अन्दर आई थी तो मैं ध्यान ही नहीं दिया कि कोई आया है.

सगी बहन के आने की मुझे कोई चिंता नहीं थी क्योंकि वह आती तो खुद ही कपड़े उतार कर मेरे लौड़े से लग जाती.

घर के बाहर का भी कोई आ सकता है, इसका मुझे कोई ख्याल ही नहीं रहा था.

अब चचेरी बहन मेरे कमरे में आकर पीछे से कम्प्यूटर में चलती ब्लू फिल्म को देखने लगी.
कुछ देर तक तो मुझे कुछ होश ही नहीं रहा.
चूंकि चुदाई की आवाजें मेरे कान में जा रही थीं तो अन्य किसी आवाज को सुनने का भी ध्यान नहीं दिया.

तभी मेरी चचेरी बहन के हाथ से कोई चीज टकरा गई और उसके गिरने से मेरा ध्यान उस ओर चला गया.
मैंने पीछे देखा, तो एक पल के लिए तो घबरा कर डर गया.

तभी वह भी सहमी सी आवाज में बोली- भैया, आप ये सब क्या देख रहे हैं?
मैंने खुद को संयत किया और उसे वासना से देखते हुए कहा- तुम अभी छोटी हो, बाहर जाओ ये सब तुम्हारे काम का नहीं है.

बहन ने शायद मेरी नजरों को समझा और बोली- पर क्या है ये … इसमें सब नंगे क्यों हैं और ये कौन सी फिल्म है?

मैंने उसकी वासना को समझ लिया और कहा- यदि तुम किसी को बोलो नहीं, तो बताऊंगा.
बहन ने कहा- मैं किसी को नहीं बताऊंगी, आप बोलो!

मैंने कहा- अपने मम्मी पापा को भी नहीं बताओगी?
वह बोली- नहीं बोलूँगी.

मैंने कहा- तुमको पूरी फिल्म देखना है?
उसने कहा- हां.

मैंने कहा- अच्छा तो जा, दरवाजा बंद करके आ जा!
उसने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया और मेरे पास आ गई.

मैंने कहा- अब बैठ जाओ और चुपचाप देखो.
वह मेरे बाजू में बैठ गई.

मैंने एक दूसरी फिल्म चला दी.
इस वाली ब्लू फिल्म में एक लड़की थी और 8 लड़के थे.

सारे लड़के एक साथ खड़े थे.

लड़की दो लड़कों का लंड अपने दोनों हाथों में पकड़ी हुई थी. वह एक लड़के का लंड मुँह में ली हुई थी और एक का चुत में ली हुई थी.
बाकी लड़के खड़े थे.

मेरी चचेरी बहन बोली- इतना लंबा थोड़े होता है. हमने लड़कों का देखा नहीं है क्या?
उसके मुँह से यह सुनकर मैं शॉक हो गया कि यह तो कह रही है कि इसने लड़कों का लंड देखा है. जबकि मेरी बहन तो कहती थी कि ये कुंवारी है.

मैंने पूछा- तुमने कब देखा और किसका देखा?
उसने कहा- भाभी का लड़का है न, वह नंगा घूमता है तो उसका देखा है. उसका तो छोटा सा है.

उसकी बात सुनकर मुझको हंसी आ गई.

मैंने कहा- अच्छा तुमने उसका देखा था. किसी बड़े लड़के का नहीं देखा है?
वह कहने लगी कि बड़े से मतलब?
मैंने कहा- मेरे जितने का.
बहन बोली- नहीं, इतने बड़े का नहीं देखा.

मैंने कहा- देखोगी?
वह- देखना क्या है, उतना ही तो बड़ा होगा, जितना बाबू का है.

हमने कहा- नहीं, हमारा देखे बिना ही कैसे कह सकती हो?
तो बहन बोली- मैं आपका कैसे देख सकती हूँ. आप कभी नंगा घूमते ही नहीं हैं.

मैंने कहा- हां ये तो सही बात है. पर एक बात बोलूँ कि मैंने तुम्हारा छेद देखा है.
बहन बोली- कब?

‘तुम जब छोटी थीं, तब तुम नंगी घूमती थी.
वह बोली- हां, तब देखी होगी. पर अब मैं बच्ची नहीं रही.

मैंने कहा- तुम्हारी चुत जैसी टीवी में लड़की की है, वैसी ही है.
उसने कहा- नहीं, मेरी उससे भी ज्यादा छोटी है.

मैंने कहा- अच्छा … दिखाओ जरा!
वह बोली- क्यों?
मैंने बोला- अरे चैक तो करने दे … जैसे वह लड़की उन लड़कों को दिखा रही है, वैसे ही तुम भी मुझे दिखा दो.

इस पर बहन बोली- उसमें तो बहुत सारे लड़के हैं. फिर तुम अकेले क्यों देखना चाह रहे हो?
मैंने कहा- तो तुम क्या चाहती हो कि पूरा मुहल्ला सामने आएगा, तब अपनी चुत दिखाओगी?

वह मेरे मुँह से चुत शब्द को सुनकर हंसने लगी और उसने मस्ती में हां कह दिया.

मैंने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा कि तेरे कहने का क्या मतलब है?
उस पर मेरी बहन बोली- नहीं, जब टीवी में जितने लड़के दिख रहे हैं, उतने लड़के होंगे … तब मैं वैसे होकर दिखाऊंगी.

मैंने कहा- ठीक है, मैं अपने दोस्तों को बुला लेता हूँ.
वह बोली- अभी?

मैंने कहा- हां अभी.
उसने कहा- हां ठीक है, बुला लो.

मैं उसकी तरफ देखने लगा, तो वह अपने बालों की एक लट को उंगली से लपेटती हुई कहने लगी- क्या हुआ? बुलाओ सबको … फोन लगाओ ना … मुझे क्या देख रहे हो?

मैंने कहा- तुझे इसलिए देख रहा हूँ कि मैं अपने दोस्तों से क्या कह कर उन्हें आने के लिए कहूँगा?
वह भी समझ गई कि और हंसने लगी.

मैंने उससे कहा- यदि मैंने सबको बुलाया लिया और तूने मना कर दिया कि नहीं दिखा रही हूँ तब क्या होगा?
वह बोली- क्या होगा, सब तुझे गाली देते हुए वापस चले जाएंगे.

मैं समझ गया कि ये बड़ी कुत्ती चीज है, आसानी से हाथ नहीं आने वाली है.

अब मैंने उसकी तरफ से ध्यान हटाया और वापस ब्लू-फिल्म देखने लगी.
वह भी मेरे बाजू में खड़ी होकर चुदाई देखने लगी.

मैंने उससे कहा- तुझे ऐसी फिल्म नहीं देखनी चाहिए.
वह बोली- क्यों?

मैंने कहा- इस फिल्म को सिर्फ वे ही देख सकते हैं, जिन्होंने चुदाई का मजा लिया हो.
वह बोली- ऐसा कुछ नहीं है. मैं भी देख सकती हूँ.

मैंने कहा- तुम क्यों देखना चाहती हो?
वह बोली- मुझे भी तो कभी न कभी करना पड़ेगी.

मैंने कहा- क्या करना पड़ेगी?
वह हिचकती हुई बोली- चुदाई.

मैंने उसे खींच कर अपनी गोद में बिठा लिया और उसे फिल्म दिखाने लगा.

वह भी मेरे लंड पर बैठ गई और चुदाई की फिल्म देखने लगी.
मैंने उसकी गर्दन पर गर्म सांसें छोड़ते हुए उसे भी गर्म करना शुरू कर दिया. वह खुद अपनी गांड को मेरे लौड़े पर घिसने लगी.

कुछ ही पलों में मैंने भी उसकी चूचियों को सहलाना शुरू कर दिया.
उसे मजा आने लगा.

कुछ ही देर में मैंने उसकी शर्ट के बटन खोल दिए और अन्दर हाथ डाल कर उसकी ब्रा में दबी उसकी एक चूची को मसलने लगा और उसके निप्पल को अपनी दो उंगलियों से मींजने लगा.

उसकी मादक सिसकारियां निकलने लगीं.
वह नशे में सी बोली- भाई आज मेरा भी काम उठा दो.

मैंने कहा- चल बिस्तर पर चलते हैं.
वह हामी भरती हुई मेरी गोदी से उठी और बिस्तर पर चली गई.

मैं उसके पास आकर कपड़े उतारने लगा.
वह भी अपनी शर्ट खोलने लगी.

कुछ ही पलों के बाद इंडियन वर्जिन टीन गर्ल मेरे साथ पूरी नंगी होकर चिपक गई थी और मेरे लंड से खेलने लगी थी.
उसकी चुत वाकयी बहुत छोटी सी थी.

मैंने उसे बिस्तर पर लिटा कर उसकी चुत में क्रीम लगा कर उंगली से खोली.
उसे उंगली से करवाने में बड़ा दर्द हो रहा था.

कुछ देर की मेहनत के बाद वह उंगली से चुदने लगी और अब मैंने उसकी टांगें फैला कर उसकी चुत में अपना लंड पेलना शुरू किया.

वह बड़ी हिम्मती लड़की थी.
दर्द होने के बावजूद वह मेरा मूसल अपनी चुत में खा गई और काफी देर तक चुदती रही. उसकी चुत की सील तोड़ने के बाद मैंने उससे पूछा कि अब बता?
वह मुस्कुरा कर बोली- क्या?

मैंने कहा- मेरे दोस्तों को बुलाने की कह रही थी न … अब बता मैं बुला लूँ?
वह हंस कर बोली- हां बुला लो.

मैंने कहा- कल बुला लूँगा.
वह राजी हो गई.

उस दिन मैंने अपनी चचेरी बहन को चार बार चोदा और उसकी चुत एक तरह से फाड़ दी.

फिर अगले दिन मैंने अपने सब दोस्तों को बुलाया.
वे सब आ गए.

मेरी बहन भी तैयार थी.
वह बोली- अब आप लोग अपने अपने कपड़े खोलो.
सभी दोस्तों ने कपड़े खोल दिए.

बहन बोली- भैया आपने अपनी पैंट क्यों नहीं खोली?
यह कह कर मेरी बहन ने मेरी पैंट भी मेरे दोस्तों के सामने खोल दी.

मेरे मोटे लंड को देख कर खुश हो गई और मेरे दोस्तों को चिढ़ाती हुई बोली- ये होता है मर्द का लंड … भैया आई लव योर लंड. आपके दोस्तों के लंड तो काफी छोटे हैं.

मैंने कहा- चल अब बकचोदी न कर … मेरे लंड को अपने मुँह में लो.
बहन बोली- ठीक है.

उसने मेरा लंड मुँह में ले लिया.
मेरे पांचों दोस्त अपने अपने लंड हिलाने लगे.

फिर बहन ने मेरे सभी दोस्तों के लंड बारी बारी से अपने मुँह में लिए.

उसके बाद चुदाई शुरू हुई. मेरे सारे दोस्त एक एक करके मेरी बहन को चोदने लगे.
मेरी बहन को मेरे दोस्तों से चुदने में बहुत दर्द हुआ.

वह चुदाई से थक कर बोली- बस अब नहीं.
मैंने कहा- मैं तो रह ही गया? अब मैं अपना लंड तुम्हारी चुत में डालूँगा.

बहन बोली- नहीं अब रहने दो. तुम तो मुझे बाद में कभी भी चोद लेना.
मैंने बोला- अभी एक बार ले ले ना!

वह बोली- नहीं आगे बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने कहा- आगे दर्द हो रहा है तो अपनी गांड में ले लो.

उसने मना कर दिया फिर कहने लगी- अब मैं सोने जा रही हूँ.
मेरे सारे दोस्त कपड़े पहन कर चले गए.

उनके जाने के बाद मैं नंगा ही अपनी बहन के साथ लेट गया.
तब मैंने अपनी बहन की गांड में अपना लंड पेल दिया.
वह चिल्लाई मगर जैसे तैसे मेरा लंड गांड में घुस ही गया.

जब उसकी गांड का दर्द खत्म हो गया, तब मैंने उसकी गांड को काफी देर तक चोदा.
फिर जब लंड गांड से बाहर निकाला, तो मैंने उसके मुँह में डाल दिया.

बहन को लंड चूसने में बहुत मजा आने लगा.
वह बोली- भैया, मुझे आपकी गांड भी चाटनी है.

मैंने अपनी गांड उसके मुँह पर रख दी. वह गांड का छेद चाटने लगी.
इस तरह से मेरी बहन मेरे साथ बिंदास चुदने लगी थी.

हम दोनों अब रोज चुदाई करते हैं.

अगली बार में अपनी सगी बहन और चचेरी बहन दोनों को एक साथ चोदने का प्लान है.
उस सेक्स कहानी को भी जल्दी ही लिखूँगा.

आप मुझे मेल जरूर करें कि यह इंडियन वर्जिन टीन गर्ल फर्स्ट सेक्स कहानी आपको कैसी लगी.
[email protected]

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