मैरिड कपल के गांडू दोस्त की शादी- 2

(3Some Sex Ki Kahani)

सनी वर्मा 2023-11-02 Comments

3सम सेक्स की कहानी में एक भाभी अपने शौहर और उसके एक दोस्त के बीच नंगी पड़ी चुदाई का मजा ले रही है. लेकिन भाभी को पराये मर्द से चुदने में ज्यादा रुचि थी.

दोस्तो, आपने मेरी कहानी
पति के दोस्त से चुद गयी लॉज में
में पढ़ा कि तबस्सुम अपने शौहर जुनैद के साथ दोस्त उमेश की शादी में आई और वे एक लॉज में रुके. उमेश ने जुनैद को काम में लगाकर खुद तबस्सुम भाभी को चोद दिया.
फिर रात को तीनों मिल कर चुदाई करने वाले थे.

अब आगे 3सम सेक्स की कहानी:

अब तबस्सुम बीच में थी और उसकी दोनों और उसके आशिक अपने तने हुए औजारों के साथ हमले को तैयार थे.

चुदासे तीनों हो रहे थे, समस्या यह थी कि शुरुआत कौन करे.

जुनैद ने मोबाइल पर हल्का सा म्यूजिक लगा दिया और धीरे धीरे अपने हाथों से तबस्सुम के जिस्म को सहलाने लगा.

तबस्सुम ने उसे झिड़क दिया और बोली- मुझे नींद आ रही है, सोने दो.
जुनैद ने उमेश को आँख मारी तो उमेश ने तबस्सुम के चेहरे पर फूंक मारी.
तबस्सुम बनावटी गुस्सा दिखाते हुए जुनैद की और करवट बदल कर लेट गयी.

जुनैद ने फिर उमेश को इशारा किया और खुद तबस्सुम के नजदीक हो कर उससे चिपट गया.
पीछे से उमेश भी तबस्सुम से चिपट गया.

तबस्सुम समझ गयी कि अब ये दोनों उसे छोड़ेंगे नहीं. 3सम सेक्स होकर रहेगा.
उसने अपने होंठ जुनैद के होंठों से भिड़ा दिए.

चूमा चाटी की आवाज़ सुनकर उमेश ने भी अपने हाथ आगे करके तबस्सुम के मम्मे पकड़ लिए.
तबस्सुम ने कोई विरोध नहीं किया तो उमेश ने एक हाथ से उसका गाउन ऊपर कर दिया और अपने पैर उसकी जांघों से लपेट दिए.

अब तबस्सुम ने पलट कर उमेश के होंठ चूम लिए और बोली- अब ये मज़े सानिया को देना.
उमेश बोला- तुम पर एक क्या हज़ार सानिया कुर्बान! सानिया मेरी हमसफ़र जरूर बन रही है पर तुम दोनों मुझे छोड़ना नहीं!
कहकर वह तबस्सुम से लिपट गया.

जुनैद ने तबस्सुम का गाउन उतार दिया.
तबस्सुम और उमेश चूमा चाटी में लगे थे.

जुनैद ने अपनी एक उंगली तबस्सुम की चूत में कर दी और मसाज करने लगा.
तबस्सुम की चूत पानी बहा रही थी तो चपर चपर की आवाज़ करने लगी.

तभी तबस्सुम ने अपनी ब्रा पेंटी उतार दी और उमेश का अंडरवियर उतार कर चढ़ गयी उसके ऊपर!
उसने अपने हाथों से उमेश का लंड अपनी चूत में कर लिया और लगी उछलने!

उन्हें देख जुनैद को भी जोश आ गया.
उसने अपनी लुंगी खोल दी और अपना लंड तबस्सुम के मुंह में घुसा दिया.

तबस्सुम दोनों को मजे देने लगी.

जुनैद को तबस्सुम को चुदती देखना अच्छा लगने लगा था.
उसने लाईट जला दी.

तबस्सुम ने मना भी किया पर जुनैद ने उमेश को कहा कि वह तबस्सुम की टांगें खोल कर खुलकर चुदाई करे.

उमेश ने तबस्सुम को नीचे किया और उसकी टांगें चौड़ी की और अब पेल दिया अपना मूसल उसकी चूत में!
उसकी स्पीड बढ़ती गयी.

तबस्सुम पगला रही थी.
वह अपने मम्मे अपने दोनों हाथों से मसल रही थी.

जुनैद ने छिपा कर उनकी विडियो बनायी.
तबस्सुम और उवेश चुदाई में इतने मशगूल थे कि उन्हें होश ही नहीं था कि कमरे में जुनैद भी है.

अब जुनैद ने उमेश को हटाया और खुद घुस गया तबस्सुम की चूत में.
उमेश तबसूम के मम्मे चूसने लगा. उमेश के होंठ तबस्सुम के होंठों से भिड़े थे.

तबस्सुम चुद भले ही रही हो जुनैद से … पर उसके जहन में उमेश ही था.
उसने फुसफुसा कर उमेश से कहा- तुम ऊपर आ जाओ.

उसका मन देख कर जुनैद हट हया और अपनी बीवी उमेश के पूरी तरह से हवाले कर दी.
वह खुद कमरे में पड़े सोफे पर बैठ गया.

अब उमेश और तबस्सुम चिपटा चिपटी करके जो चुदाई में लगे तो जुनैद को सारी ब्लू फिल्में उनकी चुदाई के आगे फीकी लगीं.

तबस्सुम का उफान जोरों पर था.
वह उमेश का लंड पूरा बच्चेदानी के मुंह तक घुसेड़े पड़ी थी.
उमेश भी पूरी जान लगा रहा था उसकी गर्मी शांत करने में.

पर आज तबस्सुम की वासना आग लगाए हुए थी.
उमेश का हो गया था.

उसने पूरी ताकत से लंड पर जोर लगाकर अपना सारा माल तबस्सुम की चूत में निकाल दिया.

परन्तु तबस्सुम अभी संतुष्ट नहीं हुई थी.
वह उमेश से चिपकी रही.

तभी उसे जुनैद का होश आया.
उसने जुनैद को आवाज़ देकर कहा- जानू, तुम दूर क्यों हो? यह तो निबट गया. आओ तुम मेरी गर्मी मिटाओ.

जुनैद को भी जोश आया, वह चढ़ गया तबस्सुम के ऊपर और लगा पेलमपेल करने!

अब तबस्सुम का जूनून तो ख़त्म हो चुका था.
जुनैद भी जल्दी ही खलास हो गया.

तबस्सुम उठी और नंगी ही वाशरूम में घुस गयी और शावर के नीचे खड़ी हो गयी.
आज उसकी वासना अच्छे से शांत नहीं हुई थी.

शावर लेकर उसने तौलिया लपेटा और बाहर आकर नीचे गद्दे पर लेट गयी.

ज़ुनैद और उवेश ने उससे ऊपर आने को बहुत कहा.
पर वह बोली- रात भर यही सब होता रहेगा, नींद पूरी नहीं होगी, तबियत खराब हो जायेगी.

उमेश को भी सोना था, कल सगाई जो थी.

तीनों सो गए.

रात को 2-3 बजे करीब तबस्सुम वाशरूम गयी.
लौटी तो देखा उमेश नंगा लेटा था. उसकी चादर हट गयी थी और उसका लंड तना था.

तबस्सुम को बदमाशी सूझी.
उसने उमेश का लंड मुंह में ले लिया.
उमेश की आँख खुल गयी.

तबस्सुम ने उसे इशारे से नीचे गद्दे पर बुलाया और कमरे की लाईट बंद कर दी.

दोनों ही बिना कपड़ों के थे, चिपट गए.
उमेश तबस्सुम के मम्मे चूमता चाटता उसके ऊपर चढ़ गया.

तबस्सुम की आह निकली तो उमेश ने अपने हाथों से उसका मुंह बंद कर दिया.
जुनैद सो रहा था.

दोनों ने चुदाई के एक फटाफट दौर को अंजाम दिया.

अब जाकर तबस्सुम की भड़कती आग शांत हुई. अब वह आराम से सो गयी.

सुबह उमेश जल्दी ही अपने लॉज में चला गया.
जुनैद और तबस्सुम 9 बजे तक सोते रहे.

तब वे उठ कर नहाकर सीधे उमेश के लॉज में ही चले गए.
उमेश की मां का फोन आ गया था कि नाश्ता यहीं करना.

इस तरह दो दिन अफरा तफरी में निकल गए.
तबस्सुम ने सानिया से ढेर सारी बातें करी.
सानिया वाकई बहुत सीधी थी.

शादी के बाद जुनैद और तबस्सुम तो वापिस आ गए.
उमेश और सानिया घूमने चले गए.

वे पंद्रह दिन बाद अहमदाबाद आये.
उमेश उदास था.

जुनैद के काफी कुरेदने पर उसने बताया कि सानिया सेक्स के लिए तैयार ही नहीं है. वह डरती है.
उमेश ने उसे ब्लू फिल्म भी दिखायीं पर वह इस सबको गंदा मानती है और शादी तोड़ने को तैयार है पर सेक्स के लिए नहीं.

काफी सोचने के बाद यह जिम्मेदारी तबस्सुम को दी गयी कि वह सानिया को चालू करे.

सानिया तबस्सुम के साथ बहुत खुश थी.
वह उसे दीदी बोलती.
हालाँकि दोनों एक उम्र ही थीं.

तबस्सुम ने जुनैद से कहा- एक हफ्ते मैं और सानिया साथ सोयेंगी. तुम और उमेश साथ सो जाना और चाहो तो एक दूसरे की गांड मार लेना.

अगले दिन सुबह उमेश और जुनैद काम पर चले गए.

सानिया ने बड़ी ख़ुशी ख़ुशी तबस्सुम के साथ रसोई का काम करवाया.

अब तबस्सुम ने सानिया से कहा- तैयार हो जाओ, आज बाज़ार घूमेंगे, कुछ चाट पकोड़ी खायेंगे और शाम तक घर आयेंगे.

सानिया बड़ी खुश हुई.

तबस्सुम ने कहा- क्या पहनोगी?
तो सानिया बोली- साड़ी.

तबस्सुम ने कहा- अब साड़ी तब पहनना जब ससुराल जाओ. यहाँ वह पहनो जो तुम्हारा मन करे. तुम शादी से पहले क्या पहनती थीं.
सानिया बोली- कुछ भी … जैसे सलवार सूट, फ्रॉक, जींस कुछ भी!
तबस्सुम ने पूछा- यहाँ कुछ ऐसी ड्रेस लायी हो?
सानिया ने सकुचाते हुए कहा- एक फ्रॉक है, जो मैंने नयी ली थी. पर अभी तक पहनने की हिम्मत नहीं पड़ी.

तबस्सुम हंस पड़ी.
उसने कहा- वो ही फ्रॉक पहनो और जूते मुझसे ले लो. मैं भी फ्रॉक पहनती हूँ.

सानिया सकुचाई, बोली- कोई देखेगा तो क्या कहेगा.
तबस्सुम बोली- यहाँ कोई तेरा ससुरा आ रहा है जो कुछ बोलेगा?

सानिया सुंदर तो थी ही … मांसल मम्मे और तना हुआ शरीर!
फ्रॉक और शूज़ में वह जंच गयी.

तबस्सुम ने उसके लम्बे नाखूनों पर नेल पेंट लगाया.
अब सानिया का रूप बिल्कुल बदल गया.

वे दोनों ऐसे ही मस्ती में बाज़ार घूमीं.

सानिया अब तबस्सुम से बहुत खुल गयी थी.

तबस्सुम ने उसे एक दो फैंसी ब्रा पेंटी सेट, एक फ्रॉक और शोर्ट नाईटी दिलाईं.
सानिया बहुत झिझक रही थी पर उसे तबस्सुम पर विश्वास हो चला था.

दोनों ने दोपहर को जंक फ़ूड खाया.
सानिया उसे खराब मान रही थी पर तबस्सुम के कहने पर खाया तो स्वाद लगा.

तबस्सुम ने उसे एक हैयर रिमूविंग क्रीम भी दिलाई.
सानिया ने पूछा- इसका क्या होगा?
तो तबस्सुम ने उल्टा सवाल पूछा- यहीं बाज़ार में बताऊँ?
सानिया मुस्कुरा दी.

तबस्सुम ने एक ब्यूटी पार्लर में सानिया का फेशियल कराया और आई ब्रो वगेरा सेट करायीं.

सानिया को सब कुछ सपना जैसा लग रहा था पर वह चुपचाप वह सब कुछ करती रही जो तबस्सुम कहती रही.

तबस्सुम ने सानिया से पूछा- कभी बियर पी है?
सानिया की आँखें फट गयीं- हाय दीदी, क्या कह रही हो?

तबस्सुम ने हिम्मत करके दो केन बियर की ले ही लीं.

शाम को थककर दोनों घर पहुँचीं.
सानिया बहुत खुश थी.

और वह और खुश हो गयी जब तबस्सुम ने उससे कहा कि अब वह उसके साथ ही सोया करेगी.

जुनैद और उमेश के आने पर चारों ने हंसी ख़ुशी खाना खाया.

उमेश आज सानिया के बदले रूप पर लट्टू था.
उसके हंसी मजाक का सानिया भी हंस कर जवाब दे रही थी क्योंकि उसे अब इस बात की टेंशन नहीं थी कि रात को फिर उसकी और उमेश की सेक्स को लेकर लड़ाई होगी.

खाना खाकर तबस्सुम उमेश से बोली- जाओ सानिया को शहर घुमाकर लाओ मोटर साइकिल पर! और हाँ इसे आइसक्रीम खिलाना मत भूलना.

सानिया बोली- दीदी, आप भी चलो.
तबस्सुम ने उसे हँसते हुए डांटा- मेरी मां, मैं क्या तुम दोनों के बीच में बैठूंगी?

तब तबस्सुम ने सानिया को जबरदस्ती आज लायी हुई फ्रॉक पहनाई.
उमेश को तो अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ.

तबस्सुम ने सानिया को गले लगाकर कहा- जा और मोटरसाइकिल पर चिपक कर बैठना. देखना तुम्हें सब अच्छा लगेगा.

सानिया सकुचा रही थी पर वह वह सब करती जा रही थी जो तबस्सुम ने उसे कहा.

वह और उमेश घूमने चले गए.

रास्ते में पहले तो सानिया मोटरसाइकिल पर दूर होकर बैठी पर जब उसने देखा कि सब लड़के लड़कियां चिपक कर बैठे हैं तो वह भी उमेश से चिपक गयी.

दोनों घूमते घामते रात 11 बजे तक घर आये.
सानिया और उमेश दोनों बहुत खुश थे.

तबस्सुम ने उमेश से कहा- बस आज के लिए इतना ही. अब जाओ और जुनैद चिपक कर सो जाओ.

सानिया हंस पड़ी.
उसे लगा कि जान छूटी.

तबस्सुम ने अपने कपड़े बदले और एक हल्की सी फ्रॉक डाली पर ऊपर से हाउस गाउन डाल लिया.

सानिया के रूम में जाकर जब उसने दरवाज़ा बंद किया तो देखा सानिया पूरी नाईटी में है.
उसने सानिया से कहा- जाओ वाशरूम में चेहरा धोकर फ्रेश होकर आओ और जो शोर्ट नाईटी आज दिलाई है, वह पहनना और नीचे कुछ नहीं. हाँ, वाशरूम से यहाँ आने के लिए ऊपर से ये बड़ी नाईटी डाल लेना.

सानिया ने कुछ कहना चाहा तो तबस्सुम ने हँसते हुए कहा- वह करो जो मैं कह रही हूँ.

तब सानिया कपड़े बदल करके और फ्रेश होकर आई.

तबस्सुम ने पूछा- कैसा लग रहा है?
तो सानिया ने बहुत भोलेपन से कहा- इस नाईटी में ऐसा लग रहा है कि मैंने कुछ पहना नहीं है. मैं तो ऐसे बिना ब्रा-पेंटी के कभी नहीं सोयी.

तबस्सुम ने कहा- तेरे जीजू तो मुझे कपड़ों के साथ कभी सोने नहीं देते.
सानिया बोली- हाय दीदी, आप नंगी सोती हो?

तबस्सुम हंस कर बोली- मैं नहीं, हम दोनों ही बिना कपड़ों के सोते हैं.

तभी तबस्सुम ने सानिया को अपने गले लगा कर कहा- तू बहुत भोली है.
सानिया तबस्सुम से चिपक कर लेट गयी.

दोस्तो, अभी तक की 3सम सेक्स की कहानी पर अपने विचार मेल और कमेंट्स में मुझे बताएं और अगले भाग की प्रतीक्षा करें.
धन्यवाद.
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3सम सेक्स की कहानी का अगला भाग: मैरिड कपल के गांडू दोस्त की शादी- 3

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