दो सहेलियों की रसभरी चूत चुदाई

(New Girl Chut Chudai Kahani)

न्यू गर्ल चूत चुदाई कहानी ट्रेन में बनी एक दोस्त लड़की के साथ सेक्स की है. उसने मुझे अपने घर बुलाया. वहां उसकी एक सहेली भी थी. हम तीनों ने मिल कर खूब मस्ती की.

हाय दोस्तो, मेरा नाम राज़ है और मैं भागलपुर बिहार का रहने वाला हूँ.

मेरी उम्र 26 साल है, हाइट 5 फीट 6 इंच है. मैं काफी हैंडसम हूँ.

लड़कियो, मेरे लंड का साइज़ 6.5 इंच है.

अन्तर्वासना पर चुदाई की कहानी मैं कई बरसों से पढ़ता आ रहा हूँ.
मैंने दो कहानी लिखी भी हैं.
आपने मेरी सेक्स कहानी
भाबी की भावज की जबरदस्त चुदाई
और
अंतर्वासना पाठिका के बर्थडे पर तीन चूतों का बजाया बैंड
पढ़ी थी और मुझे बहुत ज्यादा प्यार दिया था.

यह मेरी तीसरी कहानी है, न्यू गर्ल चूत चुदाई कहानी पढ़ कर बताइए कि आपको कैसा लगा.

कुछ दिन पहले मुझे अचानक से भागलपुर से देवघर जाना था.
मैं सुबह उठा और तैयार होकर स्टेशन चल पड़ा.

कुछ देर इंतज़ार करने के बाद मेरी ट्रेन आ गयी और मैं ट्रेन में चढ़ गया.
भीड़ ज्यादा होने के कारण मुझे बैठने की जगह नहीं मिली.

मैं एक लड़की के बगल में जाकर खड़ा हो गया.
वह लड़की मेरे बगल की सीट पर बैठी थी.

मैंने उससे पूछा- मेरे यहां पर खड़े रहने से आपको कोई दिक्कत तो नहीं है!
उसने ना में उत्तर दिया.

कुछ देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद मुझे सीट मिल गयी.
अब हम दोनों में हल्की फुल्की बातें शुरू हो गईं जैसे कहां से हैं, कहां जाना है आदि.

हमारी बातें बढ़ती गईं.

उसने अपना नाम सलोनी शाह बताया.
कुछ देर और इधर उधर की कुछ बातें हुईं, तदुपरांत उसका स्टेशन आ गया और वह उतर गयी.

जाने से पहले उसने मेरे हाथ में एक कागज़ का टुकड़ा पकड़ा दिया.

जब मैंने कुछ देर बाद उस कागज़ के टुकड़े को खोला तो उसमें उसका मोबाइल नम्बर था.

मैंने उसे अपनी पॉकेट में रख लिया और घर जाने के बाद उस नम्बर को सेव करके उस नम्बर पर हाय का मैसेज कर दिया.

लगभग 5 घंटे बाद उसका रिप्लाई आया- हैलो कैसे हो, क्या कर रहे हो?
इसी तरह की बातचीत करते करते लगभग 2 घंटे बीत गए.

फिर उसने कहा- मैं कॉलेज के फाइनल ईयर में हूँ और एक हफ्ते बाद मेरा जन्मदिन है. मैं तुमसे मिलना चाहती हूँ.
मैंने साफ मना कर दिया.

बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद मैं उससे मिलने को तैयार हो गया.

फिर मैं उसके जन्मदिन के दिन बताये हुए पते पर आ गया.
मैं अपने साथ एक फूलों का गुलदस्ता लेकर गया था.

वह मुझे रिसीव करने के लिए अपनी एक सहेली के साथ आयी थी.

उसके बाद हम सब उसके घर गए.
उसने घर का दरवाजा खोला.

घर अन्दर से काफी सजा हुआ था.
उसने मुझे फ्रेश होने के लिए कहा.

कुछ देर बाद जब मैं फ्रेश होकर आया.

अब वह मुझे अपने रूम में लेकर गयी जहां केक रखा हुआ था.

रूम में रंगीन लाइट जल रही थी.

उसकी सहेली का नाम काजल था. उसकी उम्र भी सलोनी के बराबर की ही थी.

सलोनी ने केक काटा और हम दोनों ने उसे जन्मदिन की बधाई दी; एक दूसरे को केक खिलाया.
फिर केक की क्रीम को एक दूसरे के चेहरे पर लगाने लगे.

तभी सलोनी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा- राज अब मैं पूरी जवान हो गयी हूँ … और मैं आज का दिन यादगार बनाना चाहती हूँ.
इतना कहते ही उसने मुझे अपनी ओर खींचा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए.

मैं समझ गया कि यह लड़की शायद आज अपनी सील तुड़वाना चाहती है.
मुझे नहीं मालूम था कि वह चुदी हुई है या नहीं.

लगभग पाँच मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को किस करते रहे और एक दूसरे की जीभ चूसते रहे.

धीरे धीरे करके हम दोनों एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे.

अब हम दोनों एक दूसरे में डूब चुके थे.
मैंने उसके सारे जिस्म को चाट चाट कर गीला कर दिया.

मैं उसके बूब्स को अपने होंठों में दबा कर चूसने लगा.
सलोनी की भी आह आह से भरी हुई कामुक सिसकारियां निकालने लगी थीं.

मैं उसके मम्मों को जोर जोर से दबाता, चूसता और कभी कभी बूब्स को अपने दांतो से बाइट कर देता.
जिससे वह तड़पने लगती थी ‘आह आह जान प्लीज कुछ करो.’
मैं- क्या करूँ जान!

‘जो भी करना हैं, प्लीज जल्दी करो … मुझे शांत कर दो … वर्ना मैं मर जाऊंगी.’

वह मेरे सर को अपने पैरों के बीच दबाने लगी.
उसकी चूत अब गीली हो चुकी थी और पानी छोड़ रही थी.
मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में घुसा दिया और सारा पानी चाट गया.

अब मैंने उसकी चूत पर केक और क्रीम को लगा दिया और चूत चाटने लगा.
तभी मेरी नज़र काजल पर गयी, वह हम दोनों को बड़े गौर से देख रही थी.

मैंने उसे बाहर जाने का इशारा किया, पर वह नहीं मानी.

वह बोली- मुझे सब देखना है.
मैं कुछ नहीं बोला और राज़ी हो गया.

फिर मैं सलोनी की चूत को जोर जोर से चूसने लगा और चूत के अन्दर जीभ डालकर घुमाने लगा.
वह न्यू गर्ल चूत चुदाई के भाव से कराहने लगी- आह डाल भी दो … अपना लंड डाल कर मुझे चोद दो.

सलोनी जिद करने लगी- आह आह आह आह … मैं मर जाऊंगी, जो करना है कर दो प्लीज … और मत तड़पाओ.
उसकी आह आह की आवाज़ निरंतर गूंजने लगी.

तो मैंने काजल को आइसक्यूब लाने को कहा.
काजल झट से आइसक्यूब की ट्रे ले आई.

मैंने एक पीस बर्फ का उठाया और उसकी चूत पर रख दिया.

सलोनी बर्फ की ठंडक से और ज्यादा तड़प उठी और मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी.

मैं जोर जोर से चूत चाटने लगा.
वह झड़ गयी और मैं उसकी चूत से टपका सारा पानी चाट गया.

अब मैंने सलोनी की चूत में एक उंगली को डाला.
उसकी चूत पूरी तरह से गर्म थी.

मैं उंगली को अन्दर बाहर करने लगा.
उसकी चूत पूरी टाइट थी.
शायद अब तक उसकी सील नहीं टूटी थी.
मुझे उंगली को भी अन्दर बाहर करने में दिक्कत हो रही थी.
सलोनी को बहुत दर्द भी हो रहा था.

उधर काजल भी गर्म हो गयी थी और अपने सारे कपड़े उतार चुकी थी.
अब वह भी पूरी नंगी थी.

मैंने काजल को इशारा किया और उससे वैसलीन मंगाई.
मैं सलोनी की चूत में वैसलीन लगाने लगा.

जब चूत चिकनी हो गई तो मैंने अपनी एक उंगली में वैसलीन लगा कर सलोनी की चूत में डाल दिया.
इससे उसकी चूत के अन्दर भी वैसलीन अच्छे से लग गई.

अब काजल भी चुदाई के मूड में आ चुकी थी.
मैंने काजल को केक लाने के लिए कहा, वह केक लेकर आ गयी.

केक की क्रीम मैंने काजल की चूत और बूब्स पर लगा दी और थोड़ी सी क्रीम सलोनी के बूब्स पर भी लगा दी.

इसके बाद मैंने काजल से सलोनी के बूब्स चूसने के लिए कहा.

काजल ने भी बड़ी अच्छी तरह से सलोनी के दोनों मम्मों को बारी बारी से चूसा और वह सलोनी के बूब्स पर से सारी क्रीम चाट गयी.
मैंने काजल से कहा- तुम सलोनी के मुँह पर बैठ जाओ … और सलोनी को बोला कि तुम काजल की चूत चूसो.

हल्की सी ना नुकुर के बाद दोनों रेडी हो गईं.

काजल को मैंने सलोनी का हाथ भी पकड़ने के लिए कहा था.

मैं धीरे धीरे कभी सलोनी तो कभी काजल का बूब्स दबाने लगा और देखा कि वे दोनों एक दूसरे में डूब चुकी हैं.

उसी वक्त मैंने अपने लंड को काजल के मुँह में डाल दिया.
वह लंड चूसने लगी.

मैंने थोड़ी देर बाद अपना लंड उसके मुँह से निकाला और उसे इशारा कर दिया कि अब अपनी सहेली को सम्भालना.

काजल मेरे लंड को जबरदस्त चूस रही थी, शायद काजल पहले से ही लंड चूसने में अच्छी खिलाड़िन थी.

मैं पोजीशन में आया और अपने लंड पर केक की थोड़ी ज्यादा सी क्रीम लगा कर सलोनी की चूत पर लंड को सैट कर दिया.
सलोनी की चूत बहुत गोरी और रस से भरी हुई पूरी लाल थी.

सच में काजल और सलोनी दोनों बहुत खूबसूरत माल थीं.

मैंने अपने हाथों से सलोनी की चूत की फाँकों को फैलाया और उन दोनों की तरफ देखा.
उधर वे दोनों एक दूसरे में मशगूल थीं.

मैंने अपना लंड चूत पर सैट किया और हल्का तेज़ हमला कर दिया.

इस अचानक हुए हमले से मेरा आधा लंड सलोनी की चूत में घुस गया था.
वह तड़प उठी और चिल्लाने लगी.

यह उसका पहली बार का सेक्स था.
उसकी चूत से खून भी निकलने लगा.

वह मछली सी तड़फ रही थी, उसे संभालना मुश्किल हो रहा था.
मैंने काजल से कहा- अच्छे से पकड़ो इसे … आह … साली की बहुत टाइट चूत है.

यह कहते हुए मैंने एक और जोर का झटका दे मारा.

वह चिल्लाने लगी और अधमरी सी हो गयी.
उसकी चूत से भलभल कर खून बहने लगा.

यह देख कर मैं रुक गया.

कुछ पल बाद जब उसकी जान में जान आयी और उसका दर्द थोड़ा कम हुआ.
तो मैं लंड को अन्दर बाहर करने लगा.

वह चिल्लाने लगी और तड़पने लगी- आह मत करो … बाहर निकालो आह निकालो … मुझे नहीं करवाना!
मैं उसे दबाए पड़ा रहा और लंड पेलता गया.

वह चिल्लाती रही- आह नहीं करो … प्लीज निकाल लो … मैं मर जाउंगी प्लीज आह आह मर गयी निकाल लो न … निकाल लो प्लीज.

मैं नहीं माना और अपना लंड धीरे धीरे अन्दर बाहर अन्दर बाहर करता गया.

अब लंड ने जगह बना ली थी और धीरे धीरे उसका भी दर्द कम होने लगा था.
वह कमर को जुंबिश देने लगी थी.
तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से उसे चोदने लगा.

सलोनी मीठी मीठी आह आह करने लगी. शायद अब उसे भी मज़ा आने लगा था.
धीरे धीरे वह भी मेरा साथ देने लगी थी.

मैं भी जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.
कभी मैं काजल के बूब्स दबाता तो कभी सलोनी के चूतड़ों पर थप्पड़ मारता.

हम तीनों को मज़ा आने लगा था.
सलोनी की चुदाई जबरदस्त होने लगी थी.

अब सलोनी की आवाजें बदल गई थीं- आह आह आह चोदो … और चोदो मुझे अपना बना लो राज़ … मैं आज से तुम्हारी हुई … जब चाहे मुझे चोद देना … आह बहुत मज़ा आ रहा है.

चुदाई करते करते 15 मिनट बाद वह बोली- मुझे कुछ अजीब सा फील हो रहा है, जैसे कुछ निकलने वाला है.
यह बोल कर वह एकदम से अकड़ी और झड़ गयी.

मैं अभी नहीं झड़ा था.

मैंने अपना लंड बाहर निकाला.
पूरा बेड चूत के पानी और खून से ख़राब हो चुका था.

हम दोनों पसीने से भीग चुके थे.
काजल ने मुझे तौलिया पकड़ा दिया.

मैंने अपना लंड साफ किया.
सलोनी की चूत को साफ किया.

काजल मेरा लंड चूसने लगी.

कुछ देर तक अपना लंड चुसवा कर मैंने लंड को सलोनी की चूत में दुबारा डाल दिया.

मैंने जबरदस्त उसकी चूत की चुदाई शुरू कर दी.
वह चिल्लाने लगी और दर्द से कराहने लगी.
काजल ने उसका मुँह दबा लिया.
धकापेल चुदाई होने लगी.

मैं भी कुछ देर बाद सलोनी की चूत में झड़ गया और बगल में लेट गया.

सलोनी पूरी नंगी अधमरी लेटी पड़ी थी और उसकी चूत से पानी निकल रहा था.

मैं भी थक कर बगल में लेट गया.
उधर काजल बेचैन होकर तड़प रही थी और वह मेरे मुरझाए हुए लंड पर हाथ फिराने लगी थी.

कुछ देर बाद वह मेरे लंड को खड़ा करके चूसने लगी.
मैं थोड़ा थक सा गया था.

काजल लंड चूसने में माहिर थी.
साली ऐसे लौड़ा चूस रही थी जैसे लंड चूसने में पीएचडी की हो.

कुछ देर लंड चूसने के बाद वह मेरे ऊपर चढ़ गयी.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन में थे और एक दूसरे के लंड और चूत को चाट रहे थे.

कुछ देर बाद हम दोनों ने अपनी पोजीशन को बदला और एक दूसरे को किस करने लगे, एक दूसरे की जीभ को चूसते रहे.

फिर मैंने काजल को और आइसक्यूब लाने के लिए कहा तो वह जाकर ले आयी.
मैंने एक आइसक्यूब को उसकी चूत में घुसा दिया.

वह तड़प उठी और छटपटाने लगी.
आइसक्यूब उसकी चूत में कहीं गुम सी हो गयी.

मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
वह और ज्यादा तड़प उठी.

तभी उसकी चूत ने जोर लगाया और आइसक्यूब उगल दिया.

मैंने उसकी चूत से आइसक्यूब बाहर निकाला और अपना लंड सैट करने लगा.

पहले मैंने लंड पर क्रीम लगा कर काजल की चूत में लंड से मालिश की और टोपे को अन्दर करने लगा.
वह भी चुदासी हो गई थी और गांड उठा रही थी.

मैंने भी जोश में आकर लंड पेल दिया और काजल की धकापेल चुदाई करने लगा.
उसकी आह आह की आवाजें आने लगीं.

वह कहे जा रही थी- आह … और जोर से करो मेरी जान. मुझे अपनी रंडी बना लो फाड़ दो मेरी चूत को … साली बहुत आग है इसमें!
मैं भी जोश में आ गया और जबरदस्त चुदाई करने लगा.

मैं लगभग देर तक लगातार चुदाई करता रहा.
आह आह की आवाज़ से पूरा रूम गूँज रहा था.

फिर मैं और काजल साथ में झड़ गए.
मैंने अपना पानी काजल की चूत में निकाल दिया था.

काजल ने मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और चाट कर साफ कर दिया.

हम दोनों साथ में बाथरूम गए, एक दूसरे को साफ किया और साथ में नहाने लगे.

नहाते वक़्त पानी हमारे जिस्म से गुज़र रहा था तो एक ठंडक भरा अहसास मिल रहा था.

पानी चुहचुहाता हुआ काजल की चूत से होके नीचे टपक रहा था.

मैंने अपना मुँह काजल की चूत पर रख दिया.
मैं उसकी चूत को चाटने लगा और दाने को उंगली से मसल देता तो वह सिहर जाती.

चूत चाटने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और चूत की गहराई में उतरने की कोशिश करने लगा.

मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और जोर जोर से चुदाई करने लगा.

कुछ देर बाद मैंने उसे कमोड पर उल्टा बिठा दिया, वह पलट कर बैठ गयी थी.
उसकी गांड मेरी तरफ हो गई थी.

अचानक से मैंने अपनी उंगली को काजल की गांड में डाल दिया जिससे वह सकपका गयी और उंगली निकालने के लिए बोलने लगी.

मैंने मना कर दिया और उंगली को अन्दर बाहर करने लगा.

कुछ देर बाद काजल को भी थोड़ा थोड़ा मज़ा आने लगा.

अब मैंने काजल की गांड के छेद पर थोड़ा सा थूक लगाया और अपना लंड सैट कर दिया.

जोर के धक्के से मेरा लंड फिसल गया तो मैंने दुबारा सैट किया.
इस बार मेरा आधा लंड काजल की गांड में घुस गया.

वह दर्द से तड़फ उठी और लंड बाहर निकालने के लिए बोलने लगी.
उसकी आंखों में आंसू आ गए.

मैंने थोड़ा इंतजार किया और बाद में जोर लगाया तो मेरा पूरा लंड काजल की गांड में घुस गया.
मैं उसकी कमर पकड़ कर उसकी जबरदस्त गांड चुदाई करने लगा.

अब काजल को भी मजा आने लगा और वह अपनी गांड उछाल उछाल कर साथ देने लगी.
लगभग 20 मिनट की भरपूर गांड चुदाई के बाद मैं उसकी गांड में झड़ गया.

फिर हम दोनों ने साथ में लंड व गांड की सफाई की और अच्छे से नहा कर बाहर निकल आए.

बाथरूम में जोरदार चुदाई की वजह से हम दोनों बेहद थक चुके थे.
उधर सलोनी बेड पर नंगी अधमरी पड़ी थी.

हम दोनों आकर बेड पर सो गए.

लगभग 5 घंटे बाद हमारी नींद टूटी.
उस वक्त सलोनी बाथरूम गयी थी और कुछ पल बाद वह उधर से फ्रेश होकर बाहर आ गई.

उसकी आहट पाकर मैं उठ गया और मैं भी बाथरूम में जाकर फ्रेश हो गया.

मेरे साथ ही काजल भी बाथरूम में आ गई थी.

अब हम तीनों ने मिलकर साथ में नंगे ही रह कर खाना खाया और बेड पर आ गए.
हम तीनों ही पूरे जोश में थे.

यादगार रात बनाने के लिए हम थ्री-सम सेक्स करने वाले थे.
हम तीनों ने मिलकर खेल शुरू किया.

मैंने काजल की चूत में उंगली डाल दी और सलोनी के बूब्स चूसने लगा.

कुछ देर बाद मैंने सलोनी की चूत में एक लॉलीपॉप डाली और अन्दर घुमाने लगा.
वह मस्त होने लगी.

मैं लॉलीपॉप को अन्दर डालता, बाहर निकालता और लॉलीपॉप को चूसता.

फिर से अन्दर डाल देता और लॉलीपॉप को चूत में ही घुमाने लगता.
कुछ देर ऐसा करने के बाद मैं लॉलीपॉप को बाहर निकाल दिया और चूत में थोड़ा सा शहद डालकर अपनी जीभ चूत में घुसा दी.

सलोनी की चूत के अन्दर मैं अपनी जीभ घुमाने लगा और दाने को चूसने काटने लगा तो कभी दबा देता.

फिर मैंने अपना लंड डाल कर चूत चुदाई शुरू कर दी.
सलोनी के साथ ही काजल की चूत को मुँह से चोदने लगा.

ऐसे ही बदल बदल कर सारी रात चुदाई की.
सलोनी की टाइट गांड को फाड़ा, मस्ती भरी चुदाई की … और बहुत मज़ा लिया.

सलोनी और काजल भी जी भर के चुदीं.

सुबह 4 बजे हम तीनों सो गए.
अगले दिन 12 बजे हमारी नींद खुली.

हम तीनों फ्रेश होकर रात की चुदाई को याद कर रहे थे.
हम तीनों का शरीर रात की मस्ती से जवाब दे रहा था.
काजल और सलोनी की चाल में बदलाव आ गया था; वे दोनों लंगड़ा कर चल रही थीं.

उस दिन मैं उन दोनों को छोड़ कर चला गया.

उसके बाद भी हम लोग कई बार मिले और जम कर चुदाई की.
सलोनी और काजल ने मुझे अपनी कई और सहेलियों के साथ भी मिलवाया.

मैंने उन लड़कियों की भी जबरदस्त चुदाई की जो हमेशा यादगार चुदाई रहेगी.

अब मैं नयी चूत की तलाश में हूँ.
किसी की चूत चोदने मिलेगी तो आपको सेक्स कहानी जरूर सुनाऊंगा.

आपको मेरी न्यू गर्ल चूत चुदाई कहानी कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें.
आपकी मेल का इंतज़ार रहेगा.
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