भाबी की भावज की जबरदस्त चुदाई

(New Hindi Xxx Bhabhi Kahani)

न्यू हिंदी Xxx भाभी कहानी में मेरी भाभी की भाभी ने मेरे लंड का मजा लिया. मेरी भाभी बीमार हुई तो तो उनकी भाभी उनकी देखभाल के लिए आई थी. उन्होंने पहल करके सेक्स का मजा लिया.

हाय दोस्तो, मेरा नाम राज़ है, मेरी उम्र 25 साल, हाइट 5 फीट 6 इंच है, मैं हैंडसम हूँ.
मेरे लंड का साइज़ 6.5 इंच है.
मैं भागलपुर बिहार का रहने वाला हूँ

चुदाई की कहानी मैं कई बरसों से पढ़ता आ रहा हूँ।

यह मेरी पहली न्यू हिंदी Xxx भाभी कहानी है अगर लिखने में कोई गलती हो तो माफी चाहता हूँ.

बात कुछ दिन पहले की है जब मेरी भाबी की तबियत अचानक खराब हो गयी.
मैं उन्हें लेकर अस्पताल चला गया.

वहाँ जाकर पता चला कि हालत ज्यादा खराब है.
तभी मैंने भाबी के घर वालों को कॉल किया.

तो भाबी के घर से उनकी बड़ी भाबी उनके साथ रहने और उनका ख्याल रखने के लिए आई.

भाबी की भाबी का नाम तबस्सुम है.
उनकी उम्र 27 साल, साइज 36-34-36 है.
वे गोरी चिट्टी और जबरदस्त हुस्न की मालकिन हैं.
और ऊपर से उनका मटक मटक कर चलना किसी भी मर्द को दीवाना बना दे!

जब मैं उनसे मिला तो उनका अभिवादन किया और उन्हें बताया कि ऐसी बात हो गयी है.
उन्होंने समझाया- सब्र से काम लो, डॉक्टर लोग है और उनका इलाज चल रहा है.

हर समय मैं भाबी के साथ रहता, उनका ख्याल रखता और तबस्सुम भाबी भी मेरा साथ देती.

अब हम दोनों बहुत घुल मिल गए थे … और हमारे बीच हँसी मज़ाक चलने लगा था.
धीरे धीरे बदन टच करना आंख मारना आम सी बात हो गई थी।

डॉक्टर ने भाबी को बेडरेस्ट कह दिया था.
अब हम लोग घर वापस आ गए थे.

मैं, मेरी भाबी और तब्बसुम के अलावा घर में कोई नहीं था.
मेरे भैया दुबई में रहते हैं.

अब तबस्सुम घर का सारा काम करने लगी और मैं उनका घर के काम में हाथ बंटाने लगा.
भाबी को बेडरेस्ट मिलने के कारण वे बहुत कम ही बेड पर से उतरती थी.

अब मेरे और तब्बसुम के बीच बहुत कुछ चल रहा था.

दोपहर के समय मैं अपने रूम में बैठ कर TV देख रहा था.
तभी तब्बसुम ने आवाज़ लगाई- राज़, जरा इधर आना!

मैंने सुना तो आवाज़ बाथरूम से आ रही थी.
मैं बाथरूम के पास गया, उनसे पूछा- क्या हुआ?

तो उन्होंने बताया कि नल में पानी नहीं आ रहा है और उन्होंने अपने बदन पर साबुन लगा रखा है.

मैंने कहा- रुकिए, देखता हूँ.

तभी उन्होंने अंदर से दरवाज़ा खोला.
उनके बदन पर सिर्फ तौलिया था और पूरे बदन पर साबुन लगा हुआ था.

किसी तरह मैंने नल चालू किया.
और जैसे ही मुड़ा, तबस्सुम से मैं टकरा गया और उनका तौलिया नीचे गिर गया.
अब वे मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी.

यह देख कर उन्होंने शर्म के मारे अपना हाथ अपनी आंखों पर रख लिया.

उनका नंगा शरीर देख कर मैं पागल सा हो गया.
फिर भी मैंने वहां से निकलना ठीक समझा.

जैसे ही मैंने निकलने की कोशिश की, तबस्सुम ने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहने लगी- किधर चले राज़?
मैं चुप रह गया.

तभी वे मुझे पकड़ कर मेरे चेहरे को अपनी ओर करते हुए एक लंबा किस करने लगी और अजीब अजीब हरकते करने लगी जैसे कोई भूखा इंसान खाने पर टूट पड़ता है.

और इधर मेरी हालत खराब होने लगी जैसे 440v का करंट लग गया हो.
मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा हो गया और ऊपर से उभार दिखने लगा.

किस करने के बाद उन्होंने मेरी पैंट के साथ सारे कपड़े उतार दिए और मेरे लंड को किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.

10 मिनट चूसने के बाद उन्होंने जबरदस्ती मेरा मुँह अपनी चूत पर लगा दिया और मेरे मुंह को जोर जोर से दबाने लगी.
मैंने भी अब उनका साथ देना शुरू कर दिया था और उनकी चूत को मैं बड़े मजे से चाट रहा था.

कभी जीभ को अंदर, तो कभी बाहर कर रहा था.

तबस्सुम के जिस्म में आग लगी हुई थी, वे तड़प रही थी.

लगभग 15 मिनट बाद वे झड़ गयी.
मैं उनका सारा पानी पी गया, उनकी चूत को चाट चाट कर साफ कर दिया.

अब मैं उसकी चूत में उंगली डालने लगा.
कुछ देर बाद तबस्सुम भी साथ देने लगी.

मैंने उंगली बाहर निकाल कर उनकी जिस्म पर किस की बरसात कर दी और किसी जानवर की तरह उनके जिस्म को चाटने लगा.

तबस्सुम के शरीर में आग लगी हुई थी.
वे मुझे लंड को चूत में डालने के लिए कहने लगी.

मैंने भी हालात को देखते हुए उन्हें लिटा दिया और उनकी चूत को फैला कर अपना लंड डाल दिया.
और मैं भाबी की जबरदस्त चुदाई करने लगा.

सारा बाथरूम उम्म उम्म आह आह आह की आबाज़ से गूंजने लगा.
मैं लगातार झटके पर झटके दिए जा रहा था.

अब मैंने पोजीशन बदली और डॉगी स्टाइल में तबस्सुम की चुदाई करने लगा.

काफी लम्बी जबरदस्त चुदाई के बाद हम दोनों साथ में ही झड़ गए और मैंने अपना सारा पानी चूत के अंदर ही निकाल दिया.

उसके बाद मैंने चूत को चाट चाट कर साफ किया.
मुझे चूत चाटना और उसका पानी पीना बहुत पसंद है.

हम दोनों थक चुके थे, दोनों साथ में नहाये और बाहर निकल आए.

बाहर आकर देखा तो भाबी सो रही थी.

तबस्सुम ने भाबी को जगाया, खाना खिलाया और दवा दी फिर घर के काम में जुट गई.

मैं भी अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने चला गया.

जब रात को 8 बजे घर वापस आया तो भाबी बेड पर लेटी टीवी देख रही थी और तब्बसुम किचन में खाना बना रही थी.

मैं बाजार से उसके लिए एक जालीनुमा ब्रा और पैंटी के साथ सेक्स को मज़ेदार बनाने के लिए शहद और आईसक्रीम लेकर आया था.
सारा सामान मैंने तबस्सुम को दे दिया.

बस अब इंतज़ार था तो रात का!

10 बजे के करीब तब्बसुम ने भाबी को खाना खिलाया और दवा दी.
दवा के साथ एक नींद की दवा भी दी ताकि भाबी आराम से सो जाएं और कोई दिक्कत न हो.

फिर मैंने और तब्बसुम ने साथ में खाना खाया.
खाने के बाद हम दोनों अपने रूम में आ गए.

आने के बाद मैंने तब्बसुम को इशारा किया.
उन्होंने अपने कपड़े उतार दिये.

अब वे सिर्फ जालीदार ब्रा और पैंटी में थी जो मैं लेकर आया था.

अब हम दोनों बेड पर थे और एक दूसरे को किस करने लगे.

किस में हम इतना मशगूल हो गए कि कब ब्रा और पैंटी उतर गई, पता ही नहीं चला.
उसके बाद मैंने अपना अंडरवीयर उतार दिया.

अब हम दोनों नंगे थे.
तब्बसुम मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी और लंड को चूमने लगी.
मैं भी उनकी चूत को सहलाने लगा जो गर्म होती जा रही थी और उसके अंदर पानी बिल्कुल मोती की तरह चमक रहा था.

उनकी चूत बिल्कुल गुलाब जैसी खूबसूरत मुलायम और गुलाबी थी.

मैं बेड पर से उठा, शहद आइसक्रीम और कुछ क्यूब बर्फ के लेकर आया.

हम दोनों फिर से शुरू हो गए और एक दूसरे को किस करने लगे.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन में थे.

मैंने शहद की बोतल खोल कर शहद अच्छे से चूत के अंदर तक लगा दिया और कुछ शहद अपने लंड पर लगा लिया.

मैं 69 में होकर तबस्सुम की चूत की जबरदस्त चुसाई करने लगा.
तब्बसुम भी मेरे लंड को बड़े अच्छे से चूसे जा रही थी.

कुछ देर बाद मैंने तबस्सुम की चूत में एक बर्फ का टुकड़ा डाल दिया जिससे वे तड़प उठी और बेचैन होने लगी .

मैं अपने जीभ से चूत के अंदर डले बर्फ को घुमाने लगा.
वे तड़पने लगी और ‘उम्मम उम्म … आह आह … मैं मर गई …’ जैसी मादक आवाजों से कमरा गूंज उठा.

मैं चाटता जा रहा था.
कुछ देर बाद वे झड़ गयी और मैं भी उनके 2 मिनट बाद झड़ गया.

थोड़ी देर बाद तब्बसुम ने फिर से मेरा लन्ड चूसना शुरू कर दिया.
मैंने उनकी चूत में 2 उंगलियाँ डाल दी और आगे पीछे करने लगा.

अब वे कहने लगी- अब बरदाश्त नहीं होता.

मैंने भी उन्हें ठीक से लिटा कर उनके कूल्हों के नीचे एक तकिया डाल दिया और चूत में अपना लन्ड डालकर जबरदस्त चुदाई करने लगा.

5 मिनट बाद हमने पोजीशन बदली, डॉगी स्टाइल में चुदाई की, फिर गोद में ऊपर नीचे करके चुदाई की.
फिर एक पैर उठा कर चुदाई की.

हमने कई पोजीशन में चुदाई की.

तभी मैंने उनकी गांड में एक उंगली डाल दी जिससे वे सिहर उठी और मना करने लगी.
उनकी गांड बहुत टाइट थी.

बहुत समझाने के बाद वे गांड मरवाने को राजी हुई.

मैंने उसकी गांड में सरसों का तेल डाल कर एक उंगली डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगा.
5 मिनट करने के बाद उन्हें भी मज़ा आने लगा.

मैंने मौका देखकर गांड की छेद पर लन्ड सेट किया और जोर का धक्का लगाया जिससे वे रोने लगी और जोर जोर से चीखने लगी और लन्ड बाहर निकालने का जिद करने लगी.

पर मैंने एक न सुनी और भाबी की गांड चुदाई करता रहा.
10 मिनट बाद मैं झड़ गया और पानी उनकी गांड में ही डाल दिया.

अब मैं बहुत थक चुका था और मेरा लन्ड भी थोड़ा छिल सा गया था.

तब्बसुम भी थक कर बेसुध पड़ी थी.
फिर हम लोग कब सो गये, पता ही नहीं चला.

जब नींद टूटी तो सुबह के 4:45 हो रहे थे.

मैंने तबस्सुम को जगाया और एक बार फिर हम लोगों ने जबरदस्त चुदाई की.

फिर वे उठ कर अपने कमरे में चली गयी. फिर मैं सो गया.

जब दुबारा मैं जगा तो 10 बज रहे थे और तब्बसुम मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी.

हमने साथ में नाश्ता किया.
तब्बसुम ने मुझे बताया कि हम दोनों के बीच जो हुआ उसकी खबर मेरी भाबी को हो गयी है.

मैं बहुत डर गया कि अब क्या होगा.
तब्बसुम ने कहा- डरने की कोई बात नहीं है. भाबी भी जवान है, खूबसूरत है, आज उनका भी दिल खुश करो और उनकी भी जबरदस्त चुदाई कर दो.

मैं बहुत डर गया और सोच में पड़ गया कि अब क्या करूँ!

तभी भाबी ने आवाज़ दी- राज़ इधर आओ.
मैं डरते डरते उनके पास गया.

वे बोली- इधर क्या चल रहा है इस घर में?
मैं चुप रहा.

फिर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा- क्या मैं भी शामिल हो सकती हूँ तुम लोगों की रासलीला में?
मेरे चेहरे पर खुशी छा गयी.

मैंने कहा- जो आपका हुक्म भाबी!
उन्होंने कहा- चलो पहले सब मिलकर खाना खाते हैं. उसके बाद प्लान बनाते हैं कि क्या करना है.

खाना खाने के बाद मैं और तबस्सुम भाबी के कमरे में गये.
तो उन्होंने बताया कि उनकी चाहत है कि हम थ्री सम करें.

हम दोनों ने भी हाँ में सिर हिलाया और काम में लग गए.

मैंने भाबी और तबस्सुम के कपड़े उतारे और उन दोनों ने मेरे सारे कपड़े उतार दिये.

भाबी मेरा लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और तब्बसुम भाबी की चूत चाटने लगी.

भाबी की चूत पर छोटे छोटे बाल थे जो क़यामत ढा रहे थे.

तब्बसुम भाबी की चूत चाटे जा रही थी और भाबी मेरे लन्ड का जोर जोर से मज़ा ले रही थी.

कुछ देर बाद मैं भाबी के मुँह में झड़ गया.
उन्होंने मेरा सारा पानी पी लिया.

तब्बसुम भाबी की चूत जोर जोर से लगातार चाटे जा रही थी और भाबी के मुँह से अहह आह उम्म उम्म की सिसकारियां निकल रही थी.

कुछ देर बाद भाबी झड़ गयी.
अब भाबी के मुंह पर तबस्सुम ने अपनी चूत रख दी.
भाबी उसे चाटने लगी और कहने लगी- क्या चूत है … वाह गजब की ख़ुशबू … नमकीन पानी!

सेक्स का नशा हम तीनों पर चढ़ा हुआ था.

भाबी मस्ती में चूत चाटे जा रही थी.

तबस्सुम कुछ देर बाद शांत हो गयी और चूत का सारा पानी भाबी पी गयी.

अब तबस्सुम ने भाबी की चूत में उंगली डालना शुरू किया.
भाबी मादक सिसकारियों में उह आह उम्मम करने लगी और तब्बसुम मेरे लंड को चूसने लगी.

कुछ देर बाद तब्बसुम ने मेरा लन्ड भाबी की चूत पर सेट किया और मुझे धक्का लगाने के लिए कहने लगी.
मैंने भी जोर का धक्का लगाया.

भाबी दर्द से चिल्ला उठी.
वे लगभग 8 महीने बाद चुद रही थी.

मैंने हालत को देखते हुए धीरे धीरे करना शुरू किया.
फिर जब भाबी शांत हुई तो मैं जोर जोर से चोदने लगा और भाबी भी मज़ा लेने लगी.

मैं 20 मिनट तक लगातार उनकी चूत में लन्ड पेलता रहा.
उसके बाद वे मुझे जकड़ कर झड़ गयी.

मैंने मौका देख कर तब्बसुम को इशारा किया और भाबी को पलटने को कहा.
तबस्सुम ने बात को समझते हुए भाबी की चूत में 1 उंगली डाल दी.

भाबी इसका विरोध करने लगी.
मैंने भाबी की गांड के छेद में अपना थूक डाल दिया जिससे उंगली अब आसानी से अंदर बाहर हो रही थी.

उसी बीच मैंने अपना लन्ड भाबी की चूत में डाल दिया.
इसमें तबस्सुम ने मेरी मदद की.

तबस्सुम ने भाबी के मुंह पर हाथ रखा ताकि भाबी चिल्ला न सके.
और झटके के साथ मेरा लन्ड घुस गया भाबी की गांड में!
उनकी आंखों में आंसू आ गए.

वे जोर से चिल्ला पड़ी.
मुंह पर हाथ होने के कारण उनकी आवाज दब गई और मैं गांड की चुदाई करने लगा.

भाबी की गांड से खून निकल रहा था.
वे ‘मर गई … कोई बचाओ’ कह रही थी.

लेकिन मैं चुदाई करता रहा.
15 मिनट लगातार चुदाई के बाद मैं गांड में ही झड़ गया और निढाल हो गया.

भाबी की गांड से पानी के साथ खून भी निकल रहा था.

उसके बाद मैं तबस्सुम की भी जबरदस्त चुदाई में लग गया.

चुदाई करने के बाद भाबी की गांड की तब्बसुम ने सिकाई की.
तब जाकर भाबी को आराम मिला.

उसके बाद भी हमने कई बार चुदाई की और मजे किए.
हम जब भी मिलते, थ्रीसम करते.

फिर भाबी ने अपनी कई सखियों को मुझसे चुदवाया.
इसमें तबस्सुम ने भी मेरा पूरा साथ दिया.

आज बस इतना ही!
कैसी लगी मेरी न्यू हिंदी Xxx भाभी कहानी?
मुझे जरूर बताएं. मुझे आपके इमेल का इंतज़ार रहेगा.
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