दारू पीने के बाद मेरी चूत में लगी खुजली- 1

(Xxx Gang Bang Sex Kahani)

आयुषी 4 2022-12-01 Comments

Xxx गैंग बैंग सेक्स कहानी में पढ़ें कि रम पीने के बाद मैं भाई से चुद रही थी तो मैंने उसे कहा कि मेरा मन तीनों छेदों में एक साथ लंड लेने का है. तो उसने क्या किया?

मेरा नाम आयुषी है और आप लोगों ने मेरी पिछली कहानी
बिंदास बहन भाई के लंड से चुद गयी
तो पढ़ी ही होगी.
अगर नहीं पढ़ी है तो इसे पढ़ने से पहले जरूर पढ़ लें ताकि आपको यह कहानी का सही मजा आए.

यह Xxx गैंग बैंग सेक्स कहानी सर्दियों की है, जनवरी की कड़ाकेदार ठंड पड़ रही थी.
मैं और मेरा भाई रम के पैग लगा कर मस्ती कर रहे थे.

जैसा कि आप लोग जानते ही हैं कि मेरे भाई और मेरे बीच भाई बहन जैसा अब कुछ नहीं रह गया था.
हम ब्वॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड जैसे लिव इन में रहते थे.

सर्दियों में अक्सर हम दोनों रम के दो तीन पैग लगाकर ही मजा लेते थे.
उस दिन शनिवार की शाम को भाई अपने किसी दोस्त की बर्थडे पार्टी से आया था, मैं फ्लैट में अकेली बैठी बोर हो रही थी और मेरा चुदने का भी बहुत मन कर रहा था.

भाई कमरे में आया तो मैंने उससे कहा- भाई, रम खत्म हो रही है, जाकर एक बोतल और ले आ!
वो मेरी बात सुनकर बाजार गया और रम की दो बोतलें ले आया.

उसे मेरे सामने बोतल का बैग रखा और खुद कपड़े बदलने चला गया.
उसने कपड़े चेंज किए और मेरे साथ आकर बेड पर रजाई में घुस कर बैठ गया.

तब तक मैं अपना पैग खत्म कर चुकी थी.
उसके आने से पहले भी मैं दो पैग पुरानी बोतल से लगा चुकी थी.
उसने अपने लिए एक और पैग बनाया और एक मेरे लिए भी.

हम दोनों दारू पीते हुए चुदाई की बातें करने लगे.
उसने मोबाइल पर एक ब्लू फिल्म लगा दी और हम दोनों फिल्म देखते हुए हंसी मजाक करने लगे.

उस फिल्म में एक कमसिन लड़की को तीन लड़के चोद रहे थे.
एक उसी गांड में लंड पेले हुए था, दूसरा चूत में फंसाए हुए था और तीसरा उस लड़की का मुँह चोद रहा था.

उस मस्त सेक्सी फिल्म को देख कर मेरी चूत में चुनचुनी होने लगी और मैंने अपने भाई का हाथ उठा कर अपनी चूत पर रख लिया.
वो भी मेरी चूत को सहलाने लगा.

मैंने कहा- बड़ी हॉट फिल्म लगाई है तूने … नीचे की आग भड़क रही है.
भाई बोला- तेरी आग बुझाने के लिए तो मेरे पास लंड है मगर जैसा इस फिल्म में हो रहा है, यदि वैसा मजा लेना है तो दो लंड और चाहियेंगे.

मैंने गिलास खाली किया और बगल की दराज से सिगरेट की डिब्बी उठा कर एक सिगरेट निकाल कर होंठों से दबाकर सुलगाने के लिए लाइटर खोजने लगी.

तभी मेरे भाई ने मेरी सिगरेट में लौ दिखा दी और मैं कश खींचने लगी.

मैंने कहा- तुमने मेरी गांड भी मार ली है और चूत भी चोद ली है. मेरे मुँह में भी अनेक बार अपने लंड को पेल कर मुझे अपना पानी पिलाया है. अब बस एक साथ तीन लंड लेने का मन है. किसी दिन बाहर चलने का प्रोग्राम बनाओ तो ये मजा भी ले लिया जाए.

वो बोला- इसके लिए बाहर चलने की क्या जरूरत है, यहीं तुम्हारे तीनों छेदों का इंतजाम करवा दूंगा.

मैंने कहा- यार, तेरा मतलब क्या है … क्या इधर ही मुझे रंडी बनाने का मन है?
हंस कर मैंने कहा.

तो मेरा भाई मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरे एक दूध में अपना मुँह लगा कर निप्पल खींचने लगा.
मुझे मजा आने लगा.
मैं भी सिगरेट का धुंआ उड़ाती हुई उसे अपना दूध पिलाने का सुख लेने लगी.

मैंने सिगरेट बुझा दी और अपने एक हाथ से अपना दूध पकड़ कर अपने भाई को चुसवाने लगी.
साथ ही मैं अपने एक हाथ से भाई का लंड पकड़ कर सहलाने लगी.

वो भी साइड की टेबल पर रखा अपना गिलास उठा कर अपना पैग पीते पीते मजा लेने लगा. वो मेरी चूत भी सहला रहा था.

मुझे भी हमेशा की तरह मजा आ रहा था. मुझे दारू पीने के बाद चुदने में बहुत मजा आता है.

फिर दो पैग और पीने के बाद वो रजाई में घुस गया और मेरे दोनों टांगें फैलाकर अपना मुँह मेरी चूत में रगड़ने लगा.
मैं बैठी थी और उसके सिर को अपनी चूत में दबा रही थी.

मेरी कामुक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंज रही थीं.
ब्लू फिल्म की तरफ से मन हट चुका था तो भाई ने मोबाइल बंद कर दिया था.

मैं अब तक 6 पैग पी चुकी थी, मुझे बहुत कम होश बचा था.
मेरी आंखें बंद होने से पहले मुझे इतना याद है कि मेरे भाई का लंड मेरी गांड में था और उसकी 4 उंगलियां मेरी चूत की गुफा के अन्दर थीं.

दोबारा जब मेरी आंख खुली तो मैं हैरान रह गई.
मेरे सारे छेद भरे थे.

एक लंड मेरी गांड में, एक चूत में और एक मेरे मुँह में था.
मैं सकपका कर उठी और चादर घसीट कर खुद को ढक लिया.

मैंने भाई से पूछा- ये सब कौन हैं और ये मेरे साथ क्या कर रहे हैं?
भाई ने उन दोनों को दूसरे रूम में जाने को कहा.
वो दोनों बिना कपड़े पहने ही चले गए.

फिर भाई ने मुझसे कहा कि वो दोनों उसके दोस्त है और उसमें से जो सुमित है, उसका बर्थडे है.
मैंने कुछ नहीं कहा, बस अपने भाई को देखती रही.

उसने मेरी तरफ हंस कर देखा और बोला- आज ही मौक़ा मिल गया था कि मैं तुम्हारी इच्छा पूरी कर दूँ तो मैंने ही इनको तुम्हारे ऊपर चढ़ जाने दिया था.
मैंने कुछ नहीं कहा, बस भाई को देखने लगी.

फिर उसने बताया- सुमित तुमको बहुत पसंद करता है और बर्थडे गिफ्ट में उसे तुमको किस करना था.
मैंने कहा- अगर किस करना था तो किस कर लेता … ये सब क्या करने लगा था?

उसने कहा- अरे यार, वो किस ही कर रहा था मगर तुमको नंगी देखकर उससे रहा नहीं गया. ऊपर से तुमने बिना ब्रा पैंटी के सिर्फ गाउन पहना था, तो तुम्हारे मम्मे गाउन से बाहर झांक रहे थे. उसने अचानक से एक मम्मे पर अपना मुँह रख दिया और चूसने लगा.

मैंने कहा- फिर … तूने उसको मेरी चुदाई करने के लिए कह दिया.
“अरे नहीं यार … पहले तो मैंने उसे हटाने की भी कोशिश की, मगर मुझे लगा कि कहीं तुम्हारी नींद खराब न हो जाए, इसलिए मैंने उसे नहीं रोका. फिर अपनी बात भी चल रही थी कि तीन लंड से चुदाई का प्रोग्राम बनाना है. तो मैंने सोचा कि आज मौका भी है और दस्तूर भी है, तो लगे हाथ फायदा उठा लिया जाए!”

अभी हम दोनों ये सब बात कर ही रहे थे कि तब तक वो दोनों रूम में वापस आ गए.

उन दोनों ने अभी भी कपड़े नहीं पहने थे. दोनों के लंड हवा में लहरा रहे थे.
मेरी नजरें उनके मोटे लम्बे लहराते लंड पर ही टिकी थी और मेरे अन्दर एक साथ तीन लंड लेने की भूख जागने लगी थी.

तभी भाई ने उनसे कहा- तुम दोनों रूम में जाओ, मैं बात करके अभी आ रहा हूँ.

मैंने अपने भाई का हाथ दबा दिया और उस वक्त उन दोनों ने भाई को किनारे धकेल दिया.
मेरे भाई ने मेरा इशारा समझ लिया था … इसलिए उसने कुछ नहीं कहा.

अब सुमित मेरे पास आकर चिपक कर बैठने की कोशिश करने लगा.
मैं दूसरी तरफ हट रही थी मगर उधर उसका दूसरा दोस्त अपना लंड लहराते हुए खड़ा था.

सुमित मेरा हाथ पकड़ कर बोला- आयुषी, तुम घबरा क्यों रही हो, मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूँ … मेरे पास आओ!
मैंने भाई से झूठमूठ में कहा- इन दोनों से कहो कि यहां से चले जाएं.

भाई खुद ही उठकर मुँह लटकाकर दूसरे रूम में चला गया.
सुमित के दोस्त ने लाइट बंद कर दी और सुमित ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया.

मुझे पता था कि अब यहां रात भर क्या होना है. मेरे चीखने चिल्लाने से भी कोई फर्क नहीं पड़ना है.
मैंने हार मान लेने जैसा ड्रामा किया.

सुमित ने मुझे खींचकर मेरे बाल मेरे सर के पीछे से पकड़े और अपना लंड मेरे मुँह में घुसा दिया.
वो इतना ज्यादा एक्साइटेड था कि उसके गोटे तक मेरे मुँह में जा रहे थे और उसका लंड हर दूसरे सेकंड मेरे गले के अन्दर तक.

उसका लंड पूरी तरह मेरे लिबलिबी थूक से लिपट चुका था और उसके गोटों से मेरा थूक टपक रहा था. उसका दोस्त मेरी गांड चाटने में लगा हुआ था. उसके दोस्त ने मेरी गांड के छेद को दो उंगलियां डाल कर खोल रखा था और आगे दोनों अंगूठों से मेरी चूत फैला रखी थी.

वो अपनी जीभ कभी गांड के अन्दर घुसाता, कभी चूत के अन्दर!
दस मिनट तक मेरी चूत और गांड चाटने के बाद उसने मुझे सीधा लिटा दिया और सुमित से कहा- सुमित अब तू चूत पी. मैं भी तो देखूं इसके मुँह की चूत कैसी है.

उसका कहने का आशय था कि वो मेरे गले की गहराई तक लंड पेलना चाह रहा था.

सुमित मेरी चूत के पास पहुंच गया और उसका दोस्त मेरे मुँह के पास.
उसका दोस्त बेड पर चढ़ा और अपनी गांड मेरे मुँह पर रख कर मेरे चेहरे पर गांड मसलने लगा.

फिर उसने पीछे से मेरे बाल पकड़े और मेरा मुँह अपनी गांड के छेद में रगड़ते हुए गाली देने लगा- चाट रंडी साली!
वो बहुत जोर से दबा रहा था तो मैंने उसकी गांड चाटना शुरू कर दी.

वो प्रेशर लगाकर अपनी गांड का छेद खोल देता था और जैसे ही मैं जीभ अन्दर ले जाती थी, गांड बंद कर लेता था.

उसकी गांड एकदम साफ थी. शायद उसने एनीमा लिया था.
मतलब गांड चुदवाने के लिए उसे साफ करने की विधि का यूज किया होगा.
मगर उसे मेरी चूत चोदने मिल गई तो उसने मन बदल लिया होगा.

मैं उसकी गांड चाट रही थी और सुमित मेरी भोसड़ी को बड़ा भोसड़ा बनाने में लगा था.
वो उसने अपनी चार उंगलियां और हथेली मेरी चूत में डाल रखी थी और बहुत जोर जोर से अन्दर बाहर करने में लगा था.

मेरी चूत से इतना पानी निकल रहा था कि वहां पर पूरा बेड गीला हो चुका था.
कुछ देर यही सब चलता रहा.

फिर सुमित ने मुझे उठाया और उल्टा करके अपनी गोद में बिठा लिया.
मैं उसकी छाती की तरफ पीठ करके बैठी थी.
उसने अपना पूरा का पूरा लंड एक ही बार में मेरी गांड में घुसा दिया.

सामने से उसके दोस्त ने आकर अपना पूरा लंड मेरी चूत में घुसा दिया.
अब दोनों लंड एक साथ मेरी चूत और गांड की गहराइयों का मजे ले रहे थे.

तभी सुमित ने मेरे भाई को आवाज दी- आ जा भैन के लंड … तेरे लिए भी अबी एक छेद अभी बाकी है भोसड़ी के!

कुछ पल बाद भाई आया.
उसने लाइट ऑन की.

तब तक सुमित मेरी चूत में ही झड़ चुका था.
वो उठकर किनारे बैठ गया.

भाई मेरे लिए एक पैग बनाकर लाया और एक अपने लिए भी.
सुमित का दोस्त मेरी गांड को अभी भी चोदे जा रहा था.

पैग लेने के भाई ने अपना लंड मेरी चूत में रखा और मेरे होंठ पीते हुए मुझे चोदने लगा.
सुबह 10 बजे तक लगातार 10 बार Xxx गैंग बैंग सेक्स के बाद ही मैं सो पाई.

कुल मिलाकर लंड रस 10 बार मेरी चूत और गांड में गया था.
उसके बाद वो दोनों हरामी चले गए.

आगे मैंने भाई से क्या कहा और क्या हुआ वो मैं अगली से कहानी में बताऊंगी.
आपको मेरी Xxx गैंग बैंग सेक्स कहानी पढ़ कर कैसा लगा, मुझे मेल करके जरूर बताएं.
[email protected]

Xxx गैंग बैंग सेक्स कहानी का अगला भाग:

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top