रिश्ते की भाभी ने चूत चुदाई का मजा दिया

(Hot Bhabhi chudai Kahani)

हॉट भाभी चुदाई कहानी में मेरे दूर के रिश्ते के भाई की बीवी पहल करके मेरे साथ सेक्स का मजा लेने होटल में आई. मेरा उनके घर आना जाना था और मैं भाभी से खुला हुआ था.

दोस्तो, मेरा नाम गोरा है. मैं हरियाणा में रोहतक शहर का रहने वाला हूँ.

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ.
मुझे अन्तर्वासना की सेक्स कहानी पढ़ना बहुत पसन्द है. मैंने लगभग सारी कहानियां पढ़ी हैं.

आज मैं आप सभी को अपनी सच्ची हॉट भाभी चुदाई कहानी सुनाने जा रहा हूँ.
आशा करता हूँ कि आप सभी को यह भाई की लुगाई के साथ वाली सेक्स स्टोरी बहुत पसन्द आएगी.

इस हॉट भाभी चुदाई कहानी में हम दो ही पात्र हैं, मैं और नोबिता.
नोबिता रिश्ते में मेरी भाभी लगती है.

आज उसकी उम्र 30 साल है, पर उसके फिगर को देखने से लगता है जैसे कयामत हो.
उसका फिगर 34-30-36 का है, रंग सांवला है, हाइट 5 फिट की है. वह बहुत ही खूबसूरत और बहुत ही सेक्सी है.

वह इतनी मादक दिखती है कि उसे पहली बार में देख कर ही कोई भी उसे चोदने के लिए गर्मा जाए.

मेरा भाई एक बार में काम करता है.
उसका कोई भी काम होता, तो मैं कर देता था.
वह अक्सर मुझे अपनी बीवी के पास भेजता था, जिस कारण से नोबिता से मेरी ज्यादा नजदीकी हो गई थी और इसी वजह उसके पास मेरा नम्बर भी पहुंच गया था.

फोन नंबर से हमारी बात होने लगी थी. बातचीत होना शुरू हुई तो नोबिता मुझसे खुलने लगी.

एक बार मैंने फोन पर नोबिता को बोल दिया- यार, मेरी किसी से सैटिंग करवा दे. अब अकेले रहा नहीं जाता है.
पहले तो उसने मना किया लेकिन बाद बोली- चलो मैं अपनी बहन से तुम्हारी सैटिंग करवा देती हूँ.

इस वार्तालाप से नोबिता और मेरे बीच और भी ज्यादा खुल कर बात होने लगी थी.

मैंने उसको बोल दिया- तुम मेरे जन्मदिन पर अपनी बहन को साथ ले आना और हमारी बात करवा देना.
नोबिता ने हां बोल दिया.

मेरा जन्मदिन आ गया.
उस दिन मैं अपने दोस्त के साथ बैठ कर शराब पी रहा था.

दोस्त के साथ लौंडियाबाजी की बात चल रही थी.
वह मुझसे रंडियों के साथ सेक्स करने की सलाह दे रहा था.

वह बोला- अबे, चुदाई में सब मिला कर दस बीस मिनट लगते हैं और उसके बाद चूत वाली के नखरे झेलने पड़ते हैं. इससे तो अच्छा है कि कुछ रुपए देकर चुदाई का मजा लो और लंड पौंछ कर आगे बढ़ लो. साली हर बार नई चूत चोदने को मिलती है.

मेरे दोस्त को शराब चढ़ गई थी लेकिन साला बातें बड़ी सच्ची कर रहा था.

उसी समय नोबिता का फोन आया.
उसने मुझे बर्थडे की बधाई दी और पूछा- किधर हो?
मैंने कहा- अपने घर पर हूँ.

उसने कहा- साथ में भी कोई है क्या?
मैंने कहा- हां एक दोस्त बैठा है, उसके साथ ड्रिंक इन्जॉय कर रहा हूँ.

वह बोली- मेरे साथ मेरी बहन आई है.
मैंने उसको वहीं पर लाने के लिए नोबिता को बोल दिया.

वह कहने लगी कि यार देख ले … तेरे ड्रिंक करने से वह कहीं नाराज न हो जाए.

मुझे भी चढ़ गई थी, मैंने कहा- तो अब तुम ही बताओ यार, क्या किया जाए?
वह बोली- अभी दोस्त को चलता करो और पीना बंद करो … मैं अपनी बहन को लेकर आ जाती हूँ.

मैंने ओके कहा और दोस्त से कहा- यार, तू अभी जा … शाम को फिर से मिलते हैं.
वह चला गया, पर जाते जाते कमीना बोतल साथ में उठा ले गया.

कुछ देर बाद नोबिता अपनी बहन के साथ मेरे पास आ गई.

उसकी बहन उससे भी ज्यादा सेक्सी लग रही थी.
वे दोनों मुझे बधाई देकर बैठ गईं.

मैंने कहा- क्या खाओगी?
नोबिता की बहन नशीली आंखों से मुझे देख कर बोली- जो आपकी मर्जी हो.

मैंने खाने के लिए पिज्जा ऑर्डर किया और उससे बात करने लगा.

हम तीनों में बात हो ही रही थी कि नोबिता ने मुझे इशारा किया.
मैं समझ गया.

उसने उठते हुए कहा- गोरा, मेरा बालम आने वाला है. मुझे जाना पड़ेगा. तुम दोनों बात करो. मेरे लिए पिज्जा कैंसल करवा दो.
इस तरह से नोबिता कुछ काम की बोल कर चली गई.

मैंने एक पिज्जा कैंसल कर दिया.
मैं नोबिता की बहन से बात करता रहा.
वह खुद भी पियक्कड़ निकली.

जब तक पिज्जा आता, तब तक मैंने उससे कुछ पीने का पूछा तो बोली- बियर है क्या?
मैंने कहा- हां है ना.

मैंने फ्रिज से बियर निकाली और उसके लिए मग में भर दी.

वह पीने लगी, मैं एक सिगरेट निकाल कर पीने लगा.

दो घूंट बियर पीने के बाद उसने मुझे कहा- तुम कुछ नहीं लेते हो क्या?
मैंने कहा- हां वोदका लेता हूँ न … पर शायद तुमको अच्छा न लगे इसलिए नहीं ले रहा हूँ.
वह बोली- अरे ले लो ना!

मैंने झट से बोतल निकाली और अपना गिलास बना कर लेने लगा.
उसी बीच उसने मेरे हाथ से सिगरेट ले ली और धुआं उड़ाने लगी.
सच में बड़ी बिंदास माल थी.

मैंने कहा- कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं बनाया?
वह कहने लगी- अभी तक एक था, पर उसकी शादी हो गई. अब नोबिता मुझे तुम्हारे पास लाई थी.

हम दोनों की प्यार भरी बातें होने लगीं.

कुछ देर बाद नोबिता का फोन आया.
हम दोनों बात करने लगे.
उसने अपनी बहन को वापस भेजने के लिए कह दिया था.

मैंने कहा- मैं तो आज उसे खुश करने वाला था.
नोबिता बोली- बाद में कर लेना. अभी उसे जाने दो.

मैं ज्यादा नशे में था तो मैंने बात करते करते ओके कह दिया.

उसकी बहन चली गई और मैं सो गया.

सुबह फिर नोबिता का फोन आया और उसने मिलने को बोला, तो मैं मिलने चला गया.

उसने मुझे पार्क में बुलाया था तो हम दोनों एक पार्क में मिले.

वह कहने लगी- मेरा पति मुझ पर शक कर रहा है कि मैं तुमसे मिलती हूँ. वह आज किसी भी वक्त तुमसे मिलेगा और तुम्हारा फोन चैक करेगा.

यह कह कर उसने मेरा फोन ले लिया और चैक करके वे सारी कॉल रिकार्डिंग डिलीट कर दीं जो हम दोनों के बीच की थीं.

इधर मैं उससे बोल रहा था कि मेरा किसी से काम करवा दे, अब नहीं रुका जा रहा. कुछ भी कर मुझे नहीं पता. तूने अपनी बहन को भी भेजा और उसका मजा भी नहीं लेने दिया?
वह कुछ सोचती हुई बोली कि एक काम कर … तू एक साईड को चल!

हम दोनों एक साईड आ गए.

मैंने पूछा- यहां किस काम से लेकर आई है?
वह कुछ नहीं बोली और मुझे पकड़ कर किस करने लगी.

मैं भी उसका साथ देने लगा.

कुछ देर तक हम दोनों किस करते रहे और फिर अलग हो गए.

उसने पूछा- कैसा लगा?
मैं बोला- बहुत अच्छा, लेकिन सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा.

वह बोली- पूरा मजा लेना है तो रूम बुक कर ले.
उस वक्त मेरे पास पैसे नहीं थे क्योंकि मेरे पास जो पैसे थे वह जन्मदिन पर दारू और पार्टी में खर्च हो गए थे.

मैंने उससे पैसों के लिए बोला.
वह बोली- मैंने तो तेरे भाई को दे दिए, वह मुझे तो वापस नहीं देगा. तुम कुछ भी बहाना करके उससे ले लेना.

मैंने कहा- ठीक है. हम कल मिलते हैं.

कुछ देर और नोबिता के साथ मस्ती करके मैं घर आ गया और कल के बारे में सोचने लगा.

शाम को नोबिता का पति आया और मुझसे फालतू की बातें करने लगा.
वह काफी पिए हुए था.

तो मैंने उसे किसी तरह से चलता किया.

रात को मैंने अपने एक दोस्त से कुछ पैसे उधार लेकर होटल का इंतजाम किया और मैंने नोबिता को फोन कर दिया।
मैंने उसे अगले दिन का प्लान बताया.
वह खुश हो गई.

अगले दिन होटल में रूम बुक करके हम दोनों कमरे में आए और गले मिले.
फिर किस करने लगे.

किस करते करते मैंने कब उसके सारे कपड़े उतार दिए … कुछ पता ही नहीं चला.
नोबिता मेरे सामने नंगी खड़ी थी.

मैंने उसको ऊपर से नीचे तक देखा और उसकी तारीफ करने लगा.
नोबिता शर्म के मारे मुझसे नजर नहीं मिला रही थी.

मैंने आगे बढ़ कर उसे अपनी बांहों में ले लिया और उसको चूमने लगा.
फिर उसका एक दूध पकड़ कर अपने मुँह में भर लिया.

वह एकदम से चुदासी हो गई और खुद अपने हाथ से अपना दूध पकड़ कर मुझे पिलाने लगी.

उस वक्त वह कह रही थी कि आह चूस ले साले … मुझे खुद तेरे साथ सेक्स करने की चुल्ल थी इसी लिए तो मैंने अपनी बहन को तेरे पास से वापस बुलाया लिया था.

मैंने कहा- नोबू, वह तो मैं उसी वक्त समझ गया था जब तूने अपनी बहन को जल्दी से वापस भेजने की कही थी.
वह हंसने लगी.

मैंने कहा- एक बात है जान … तू और तेरी बहन दोनों मस्त माल हैं.
वह बोली- अभी मुझे चोद ले, फिर कभी तुझे अपनी बहन की सवारी भी करवा दूँगी.

कुछ देर दूध चूसने के बाद मैंने उसको बेड पर लिटाया और उसकी चूत चाटने लगा.

नोबिता जोर जोर की आहें और सिसकारियां लेने लगी- उन्ह आआह आह आह आआह … बस छोड़ो न … बस करो ना … मुझे कुछ हो रहा है … बस करो ना.
लेकिन मैं नहीं रुका.

थोड़ी देर बाद उसने अपना पानी छोड़ दिया और वह निढाल हो गई.

फिर मैंने उसको उठाया और लंड चूसने को बोला.
वह मेरा लंड चूसने लगी.

थोड़ी देर लंड चूसने के बाद वह बोली- अब नहीं रुका जा रहा. डाल दो अपना मूसल मेरी चूत में … और बना ल़ो अपनी दीवानी.
मैंने भी देर ना करते हुऐ लंड उसकी चूत पर रखा और धक्का मारा.

अभी मेरा आधा ही लंड अन्दर गया था, वह चिल्लाने लगी- आह अपना लंड बाहर निकालो … नहीं तो मैं मर जाऊंगी!

मैं रुक गया और उससे बोला कि पहली बार है क्या?
वह बोली- तुम्हारा लंड कुछ ज्यादा बड़ा और मोटा है. तुमने तो मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया.

यह कह कर वह रोने लगी.
मैंने उसको समझाया और लंड को चूत में पेले रखा.

कुछ देर बाद वह गांड उठाने लगी, तो मैंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू कर दिए.
वह ‘उन्ह आआह आह आह आआह.’ करने लगी.

‘आंह बहुत अच्छा लग रहा है और चोदो जोर से चोदो … बहुत मजा आ रहा है.’

फिर मैं रुका और एक जोर का धक्का मारा.
मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया.

वह जोर से चिल्लाई और मुझे धक्का देने लगी.
मैंने उसको समझाया और किस करते करते लंड आगे पीछे करने लगा.

कुछ देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी
और कहने लगी- चोदो … आह जोर जोर से चोदो … उन्ह आआह आह आह आआह … बहुत मजा आ रहा है.

बस उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और उसने अपनी बांहों में मुझे जकड़ लिया और कहने लगी- तुम सिर्फ मेरे हो.
वह पागल सी हो गई.

थोड़ी देर बाद मेरा भी निकलने वाला था, तो मैंने उससे पूछा.
वह कहने लगी- चूत में ही निकाल दो. भर दो मेरी चूत अपने कामरस से. प्लीज बाहर मत निकालना.

मैंने चार पाँच जोर जोर के धक्के मारे और उसकी चूत को अपने रस से भर दिया.
मैं निढाल होकर उसके ऊपर लेट गया.

थोड़ी देर बाद मैं उठा और पेशाब करने चला गया.

वापस आया तो देखा कि नोबिता ऐसे ही लेटी है और उसकी चूत से खून और कामरस निकल रहा था.

मैंने उसको उठाया और पेशाब करवाने ले गया.

वापस बेड पर आकर हम दोनों फिर से किस करने लगे.

उस दिन मैंने नोबिता की चार बार जम कर चुदाई की.

आगे की सेक्स कहानी को मैं अगली कहानी में बताऊंगा कि किस तरह से मैंने नोबिता की और उसकी बहन की एक ही बिस्तर पर लेटा कर जम कर चुदाई की.

आशा करता हूँ कि आपको मेरी हॉट भाभी चुदाई कहानी पसन्द आई होगी.

मेरी ईमेल आईडी है
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