मैरिड कपल का गांडू दोस्त- 2

(Pati Patni Aur Gandu)

सनी वर्मा 2023-10-16 Comments

पति पत्नी और गांडू की कहानी में शौहर अपने गांडू दोस्त को अपनी बीवी की चूत दिलवाना चाहता था. पत्नी भी इस नए अनुभव का सोच कर थोड़ी रोमांचित थी.

कहानी के पहले भाग
खूबसूरत बीवी के सामने दोस्त की गांड मारी
में आपने पढ़ा कि जुनैद की शादी एक बहुत सुंदर लड़की तबस्सुम से हो गयी. सुहागरात में दोनों की जोरदार चुदाई हुई और दुल्हन की चूत फट गयी.
लेकिन शौहर का एक गांडू दोस्त भी था.

अब आगे पति पत्नी और गांडू की कहानी:

सुबह सबसे पहले तबस्सुम उठी, कपड़े पहन कर बाहर निकली तो दालान में उमेश खड़ा ब्रश कर रहा था.
दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुराए.

तबस्सुम थोड़ी शरमाई, फिर उमेश से बोली- चाय बना रही हूँ, फ्रेश होकर आ जाना.

फिर उसे ख्याल आया कि जुनैद तो नंगा ही सो रहा है.

तो वह पलटी और जुनैद को हिलाकर बोली- कपड़े डाल लो, उमेश आ रहा है.

जुनैद की आँख खुल गयी थी, बोला- कपड़े क्यों डालूं? उमेश से क्या शर्म!
तबस्सुम भी पलट कर बोली- फिर चाय रहने देती हूँ, नहा कर आती हूँ, तुम इतनी देर उसकी गांड ही मार लेना.

जुनैद भी कम नहीं था, बोला- तुम जाती क्यों हो, हम दोनों मिलकर तेरा बाजा बजाएंगे.
तबस्सुम उसे जीभ निकालकर रसोई में चली गयी.

जब चाय बनाकर लायी तो उमेश जुनैद को छेड़ रहा था.
तबस्सुम के आते ही जुनैद बोला- ये कह रहा है कि रात भर तुम हल्ला मचाती रही हो, यह बिचारा सो भी नहीं पाया.

इससे तबस्सुम शर्मा गयी, सिर्फ यही बोली- अच्छा अब चुपचाप चाय पी लीजिये दोनों!

नहाकर जुनैद और उमेश काम पर चले गए.\

पर जुनैद जाते जाते तबस्सुम से धीरे से कह गया- आज रात को बिरयानी बना लेना और अच्छे से तैयार हो जाना. रात को बढ़िया वाली मूवी देखेंगे तीनों बेड पर!

उसकी ‘बढ़िया वाली मूवी’ का मतलब तबस्सुम जानती थी.
पर उमेश क्यों रहेगा कमरे में; आखिर जुनैद के मन में क्या चल रहा है, यह तबस्सुम नहीं समझ पायी.

जो हंसी मज़ाक रात बेड पर हुआ था, तबस्सुम तो उसे मियां बीबी के बीच का मज़ाक ही मान रही थी.

पर यह तो उसे समझ आ गया कि जुनैद के जो मन में आता है, वो उससे करवा ही लेता है.

जब भी कभी जुनैद ने उससे कहा कि अच्छे से तैयार हो जाना रात को … तो उस रात जुनैद ने उसकी पूरे मेकअप और गहनों के साथ बिना कपड़ों के ढेर सारी फोटो खींचीं.

जुनैद को बहुत शौक था अपनी और तबस्सुम की बिना कपड़ों की फोटो खींचने का.
तबस्सुम को भी शुरू में तो शर्म आती फिर उसे भी मज़ा आने लगा.
क्योंकि जिस रात जुनैद उसकी और अपनी नंगी फोटो खींचता, उस रात उनका सेक्स जबरदस्त होता.

तबस्सुम भी उस रात जुनैद का लंड खूब चूसती और चूसते हुए फोटो खिंचवाती.
जुनैद का लंड उस रात कुछ ज्यादा ही मोटा और मज़बूत लगता उसे!

कई बार तो वह अपनी टाँगें चौड़ाकर अपनी चिकनी चूत की फोटो खिंचवाती.
उसे मालूम था कि जुनैद उसकी चिकनी फांकों का दीवाना है और वो उन फ़ोटोज़ को दिन में काम करते समय छिप कर कई बार देखता है और खुश होता है.
वह जुनैद की ख़ुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती.

जुनैद को एक शौक और था.
वो था अन्तर्वासना पर सेक्स कहानियां पढ़ने का.

अब तो वे कहानियाँ तबस्सुम भी पढ़ती और पढ़ कर इतनी कामवासना जग जाती उसके अंदर की उस समय तो एक जुनैद क्या दो-तीन जुनैद भी आ जाएँ तो वो सबको निचोड़ दे.
जुनैद को बस यही सब अच्छा लगता कि कैसे तबस्सुम की आग को भड़काया जाए.

नहाकर तबस्सुम पास के ब्यूटी पार्लर में गयी और अपनी आई ब्रो सेट करवा कर फेशियल भी करवा आई.

वेक्सिंग स्ट्रिप उसके पास थीं तो उसने अपने पूरे जिस्म को चिकना कर लिया.
चूत को तो वो हमेशा मखमली रखती ही थी, आज फिर से फ्रेश कर लिया.

दिन में एक लम्बी नींद लेकर उसने रात के लिए मटन बिरयानी बना ली और फिर एक बार जुनैद की पसंद का लाल रंग का नेल पेंट अपनी हाथ पैर की उँगलियों पर लगा लिया.
जुनैद ने उसे इसी ईद पर नयी पाजेब लाकर दी थीं, वो पहनीं.

तबस्सुम को मंगलसूत्र पहनना पसंद था, जुनैद को भी.
बल्कि सेक्स के समय जुनैद उसे कभी मंगलसूत्र नहीं उतारने देता.
उसे बड़ा मज़ा आता जब तबस्सुम उसके ऊपर बैठकर उछलती तो उसके साथ उसका मंगलसूत्र भी उछलता.

जुनैद जब कभी तबस्सुम की घोड़ी बनाकर चुदाई करता तो वह उसके मंगलसूत्र को एसे पकड़ लेता जैसे घोड़ी की रास!
और जुनैद को तबस्सुम के मांसल मम्मे बहुत पसंद थे.

इस ईद पर तबस्सुम ने हाथों और पैरों पर ऊपर तक मेहंदी लगवाई तो जुनैद ने उससे कह दिया कि मेहंदी की एक कोन अपने साथ ले आना.
रात को जुनैद ने तबस्सुम के सारे कपड़े उतारकर उसके मम्मों पर नीचे नीचे और चूत की फांकों के ऊपर मेहंदी से डिज़ाइन बना दी.

तबस्सुम को बहुत मज़ा आया इस खेल में.
उसके ज़ुनैद से उसकी इस कारीगरी की कई फोटो खिंचवायीं.

तबस्सुम ने भी जुनैद के लंड पर मेहंदी लपेट दी.
हालाँकि काले नाग पर मेहंदी क्या दिखती!

रात को जुनैद और उमेश साथ साथ आये.

जुनैद गर्मागर्म पकोड़े और एक व्हिस्की की बोतल साथ लाया था.
उमेश और जुनैद कभी कभी पी लेते थे साथ साथ, एक आध घूँट जबरदस्ती तबस्सुम को भी लगवा देते.

पर इतनी नहीं पीते थे कि नशे में धुत्त हो जाएँ.
इसलिए तबस्सुम ने कभी टोका नहीं.

कमरे में तबस्सुम ने पूछा- चाय बनाऊँ क्या?
जुनैद बोला- आज तो दारु पियेंगे.

तबस्सुम उसे आँख मारती हुई बोली- दारू पियोगे तो फिर बिरयानी किसके लिए बनवाई है? और मुझसे मेरे जिस्म पर इतनी मेहनत क्यों करवाई है?

जुनैद समझ गया कि आज तो चुदाई होनी है घमासान!
वह बोला की आज रात को उमेश को यहीं बुलाएँगे और मिलकर तुझे खुश करेंगे.

तबस्सुम चहकी, बोली- वो सब बिस्तर की बात थीं, बिस्तर पर ख़त्म. मैं तो सिर्फ तुम्हारी हूँ, तुमसे करवाऊंगी. हंसी मज़ाक तक ठीक है, उससे ज्यादा नहीं. अब मैं चाय ला रही हूँ. उमेश को भी बुला लो, मिलकर चाय पियेंगे. उसके बाद रात को बिरयानी खा लेना.
जुनैद बोला- नहीं आज चाय नहीं पियेंगे. तुम फ्रेश होकर तैयार हो जाओ, मैं भी कपड़े बदल लेता हूँ. उमेश को बुला लेते हैं. यहीं थोड़ी थोड़ी पियेंगे, पकोड़े खायेंगे और साथ में बढ़िया सी मूवी देखेंगे.

तबस्सुम ने मना भी किया तो जुनैद बोला- अच्छा देखेंगे, तुम जब तक चाहो हमारे साथ रहना, फिर किचन में चली जाना और खाने की तैयारी कर लेना. पर अभी अच्छे से तैयार हो जाओ.

वह समझ गयी कि अगर आज वह उमेश से बच भी गयी तो भी जुनैद तो उसका बाजा अच्छे से बजा ही देगा रात को!
और इसकी तैयारी तो उसने दिन में कर ही ली थी.
उसकी कामाग्नि भी रह-रहकर उसे उद्वेलित कर ही रही थी कुछ नया कर के देखने के लिए!

वह फटाफट बाथरूम में घुस गयी और फ्रेश होकर उसने जुनैद का मनपसंद लाल रंग का जालीदार ब्रा-पेंटी सेट और ऊपर से गाउन पहन लिया.
आज उसका दिल कुछ अलग तरीके से धड़क रहा था.

उसने जुनैद की आँखों में जो चमक देखी थी, वो उससे कुछ भी करा सकती थी.

कमरे में पहुंचकर उसने हल्का सा मेकअप किया.
गहरे लाल रंग की लिपस्टिक जो जुनैद को बहुत पसंद थी लगाई.

जुनैद ने सुबह ही उससे कह दिया था कि आज घुंघरू वाली पाजेब पहनना!
तो तबस्सुम ने वो पाजेब पहनी.

मंगलसूत्र तो उसके गले में हमेश रहता.
लाल सुनहरी चूड़ियों में आज वह बिलकुल नयी दुल्हन जैसी लग रही थी.

जुनैद उमेश के रूम में था.
तबस्सुम तैयार होकर किचन में चली गयी.

थोड़ी देर में उसे जुनैद ने आवाज़ लगायी.
वह नाश्ता मंगा रहा था.

तबस्सुम ने पकोड़े गर्म किये और साथ में नमकीन काजू और भुजिया लेकर कमरे में आई.

जुनैद और उमेश तहमत और टी शर्ट में थे.
तब जुनैद ने उमेश से कहा- पहले तबस्सुम का मुंह मीठा करा!

तबस्सुम ने पूछा- क्या हुआ?
तो जुनैद बोला- इसने मुझे दिन में नहीं बताया. कहा कि घर में बताऊंगा तबस्सुम के सामने. अब बता रहा है कि इसका रिश्ता पक्का कर दिया है इसके पापा ने और इसी महीने शादी है.

तबस्सुम ने सामान की ट्रे नीचे रखी और हाथ मिलाकर उमेश को बधाई दी.
उमेश ने ख़ुशी में जुनैद और तबस्सुम को गले लगा लिया.

तबस्सुम ने उमेश से कह दिया कि शादी के बाद चारों साथ ही रहेंगे.
उमेश बोला- हाँ, एसा ही होगा.

तबस्सुम ने बेड पर महफ़िल सज़ा दी.
नाश्ता लग गया.

जुनैद ने बोतल खोल ली और एक पेग तबस्सुम के लिए भी बनाया- आज तो ख़ुशी का मौक़ा है, तुम्हें पीनी ही पड़ेगी.

व्हिस्की में जुनैद कोल्ड ड्रिंक मिलाता था.
तो तबस्सुम ने अपने गिलास में पूरी किल्ड ड्रिंक भरी.
पर उमेश ने उसमें थोड़ी व्हिस्की मिला ही दी.

पकोड़े और नाश्ते के साथ साथ हंसी मज़ाक होने लगे.

खाते पीते रात के 9 बज गए.
जुनैद और उमेश का पीने का कोटा पूरा हो चुका था, तबस्सुम को भी अब खुमारी चढ़ने लगी थी.
तो उन लोगों ने अब ड्रिंक्स बंद करने की तय करी.

जुनैद बोला- अब भूख तो ख़त्म हो गयी है, खाना देर से खायेंगे. तब तक कोई मूवी लगा लेते हैं.

यह सुनकर तबस्सुम वहां से जाने लगी तो जुनैद ने उसका हाथ पकड़ लिया- नहीं. आज तो साथ साथ ही देखेंगे.
तबस्सुम बोली- अच्छा … ये बर्तन तो रख आऊँ.

उसके जाते ही जुनैद ने उमेश की तहमत के अंदर हाथ डाल कर कहा- कब तक मुझसे गांड मरवाता. अब तेरा भी चूत मारने का जुगाड़ हो रहा है. चल आज तुझे चूत मारने की ट्रेनिंग दे दें.
उमेश बोला- नहीं यार, तबस्सुम बुरा मान जायेगी और तैयार भी नहीं होगी.

जुनैद बोला- उसे तैयार मैं करूँगा. पर तुझे वादा करना होगा जब तेरी दुल्हन आ जायेगी तो तू भी मुझे उसकी चूत मारने देगा.
उमेश मुस्कुरा कर बोला- यार, तुझसे आज तक क्या बंटा है. जो किया है साथ साथ किया है, उसकी जैसे मैं मारूँगा, तू भी मारना. पर आज तबस्सुम से जबरदस्ती नहीं करना. जितना उसका मन करे, उतना ही ठीक है.

जुनैद ने एक मसालेदार पोर्न मूवी लगा दी थी.
कमरे में अन्धेरा कर लिया था.
वे बेड पर अधलेटे मूवी देखने लगे.

तबस्सुम जान बूझकर किचन में समय लगा रही थी; चूत तो उसकी भी कुलबुला रही थी पर उसे डर सा लग रहा था.
उसे आज तक उमेश ने हाथ नहीं लगाया था. दोनों खूब हंसी मजाक करते थे … पर दूर से.

आज जुनैद के मन में क्या चल रहा है, इसका अंदाज़ा तबस्सुम को था.
उधर जुनैद बार बार उसे आवाज़ लगा रहा था.

उमेश का हाथ जुनैद की तहमत में जुनैद के लंड को कस के पकड़ा था.
दोनों मूवी देख देख गर्म हो चुके थे.

जुनैद ने एक बार फिर तबस्सुम को आवाज लगायी- अगर तुम नहीं आ रही तो मैं और उमेश चालू हो जाते हैं, बाद में शिकायत नहीं करना.

अब तबस्सुम आ गयी.

चूंकि कमरे में अँधेरा था, टीवी स्क्रीन की ही लाईट आ रही थी; तो तबस्सुम पास पडी कुर्सी पर बैठ गयी.

उमेश उठा और बोला- तुम यहाँ आओ, मैं वहां बैठता हूँ.
तबस्सुम ने मना भी किया तो भी उमेश खड़ा हो गया.

उसका लंड तहमत में पूरा तना हुआ था.
तबस्सुम उसे देख हंस पड़ी.

उमेश बोला- हंसो मत, जुनैद का भी यही हाल है.

जुनैद ने अपनी बीवी को अपने नजदीक खींच लिया.
तबस्सुम जुनैद के पीछे जाकर चिपक कर अधलेटी हो गयी.
जुनैद ने उमेश को भी अपने आगे लिटा लिया.

अब तबस्सुम जुनैद के पीछे उस पर टिक कर लेटी थी और उमेश जुनैद के आगे लेटा था.
तीनों मूवी देखने लगे.

सीन कोई चूमाचाटी का चल रहा था.
गनीमत थी कि मूवी में अभी कपड़े नहीं उतरे थे.

तबस्सुम कुछ असहज हो रही थी.
वह बोली- मूवी बंद करो, ऐसे ही बात करते हैं.
जुनैद बोला- अभी दस मिनट में बंद कर देते हैं.

तबस्सुम के पैर जुनैद के पैरों पर लिपट रहे थे तो बार बार घुंघरुओं की आवाज़ आती.
उसको मालूम था कि जुनैद को अपनी छाती पर हाथ फिरवाना और निप्पल रगड़वाना पसंद है तो उसने जुनैद की टी शर्ट को ऊपर किया.
तो जुनैद ने टी शर्ट उतार ही दी.

अन्धेरा सा था और मूवी देख कर तबस्सुम भी गर्म हो चली थी.
कुछ शराब का सुरूर भी था.

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पति पत्नी और गांडू की कहानी का अगला भाग: मैरिड कपल का गांडू दोस्त- 3

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