जूही और आरोही की चूत की खुजली-9

पिंकी सेन 2014-06-05 Comments

पिंकी
दोस्तो, मैं एक बार फिर आप सबका मनोरंजन करने हाजिर हूँ।
मेरे कुछ दोस्तों ने कहा है कि पिंकी जी पिछले दो पार्ट तो अपने गरमा-गरम दिए, पर आप ट्विस्ट के लिए जानी जाती हो, इस कहानी में अभी तक कोई ट्विस्ट नहीं दिया। इसलिए मेरे दोस्तों की बात रखते हुए आज के पार्ट में एक ट्विस्ट ले कर आई हूँ, उम्मीद है आपको पसन्द आएगा। तो आप कहानी के इस भाग का आनन्द लीजिए।
अब तक अपने पढ़ा…
रेहान ने दोबारा आरोही को चोदा और आखिरी पलों में लौड़ा चूत से निकाल कर उसके मुँह में दे दिया और पूरा पानी उसके मुँह में भरने के बाद ही लौड़ा बाहर निकाला।
अब आगे…
रेहान के लौड़े पर पानी लगा हुआ था।
रेहान- जान.. ये लौड़े पर पानी लगा है, इसे भी साफ करो न..मज़ा आएगा..!
आरोही ने लौड़े को जीभ से चाट-चाट कर साफ कर दिया और बेड पर निढाल होकर पसर गई।
आरोही- ओह रेहान आप कितने अच्छे हो.. मज़ा आ गया आ..आज तो…!
रेहान- जान.. मेरी बात मानती रहोगी तो ऐसे ही मज़ा करती रहोगी.. अब तुम थोड़ा आराम कर लो.. मैं फ्रेश हो जाता हूँ। वो डायरेक्टर आता ही होगा।
आरोही- मुझे भी तो तैयार होना है और मेरी चूत में बहुत दर्द है, मैं ठीक से चल भी नहीं पा रही हूँ.. अब क्या करूँ?
रेहान ने टेबल की दराज में से कुछ दवाई की गोलियाँ और एक क्रीम आरोही को दी और उसको कहा- अभी एक गोली खाकर यह क्रीम अच्छे से चूत पर लगा लो और एक घंटा सो जाओ, आराम मिल जाएगा, तब तक मैं नहा कर आता हूँ..!
आरोही- लेकिन मैं सो जाऊँगी तो रेडी कब होऊँगी.. आपने कहा कि वो आता ही होगा..!
रेहान- अरे यार, तुम हीरोइन बनने जा रही हो, उसको आने में समय लगेगा और वैसे भी उसके आने के बाद तुम सीधे थोड़े उसके सामने आओगी पहले मैं तुम्हारी तारीफों के पुल बनाऊँगा.. बाद में तुमको बुलाऊँगा। अब सो जाओ..! ओके टेन्शन मत लो, मैं हूँ न..!
आरोही- आई लव यू रेहान जी.. आप बहुत अच्छे हो..!
रेहान- ओके जान.. अब सो जाओ बाय स्वीटी.. मैं अभी आता हूँ।
रेहान बाथरूम में चला जाता है और आरोही अपनी चूत पर अच्छे से क्रीम लगा कर गोली लेकर लेट जाती है, 5 मिनट में ही वो नींद के आगोश में चली जाती है।
रेहान बाथरूम में था तब उसको मोबाइल की रिंग सुनाई देती है, तो वो बाहर आकर फ़ोन उठाता है।
रेहान- हैलो.. राहुल, बोलो कैसे फ़ोन किया..?
राहुल- अरे यार कितना समय हो गया, कहाँ हो..! फोटो निकले क्या..!
रेहान- हाँ यार कुछ पिक लिए, पर आरोही बहुत शातिर है, जल्दी हाथ में नहीं आएगी इसलिए एक डायरेक्टर से बात की है। उसको उससे मिलवा कर ही आगे का प्लान सोचूँगा।
राहुल- ओह वाउ.. गुड यार.. आरोही कहाँ है अभी..!
रेहान- मैंने उससे कहा है कि डायरेक्टर शाम को आएंगे, तब तक मेरे साथ लंच कर लो, पर वो नहीं मानी और कहा कि अपनी किसी सहेली के यहाँ जा रही है। शाम को आ जाएगी वापस।
राहुल- ओह कहाँ चली गई.. तुमने उसे किधर छोड़ा है..!
रेहान- कहाँ यार… मैंने कहा कि मैं छोड़ देता हूँ, पर वो टैक्सी लेकर निकल गई है.. ओके..! अब मैं थोड़ी देर में आता हूँ। तुम घर के बाहर मिलना..!
राहुल- ओके फ्रेंड बाय..!
रेहान जल्दी से तैयार होकर अपनी कार में राहुल के पास पहुँच गया।
राहुल- आओ मेरे यार.. क्या खबर है अब बताओ..!
रेहान- यार जो फ़ोन पर बताया था वही बात है.. तेरी बहन तीखी मिर्ची है, हाथ भी नहीं लगाने देती..!
राहुल- हाँ यार वो तो है, पर तुम क्यों हाथ लगा रहे हो, पहले मैं उसको चोदूँगा, उसके बाद तुम, ओके..! इसमें कोई फेर-बदल नहीं होगा।
रेहान- यार मैंने कब मना किया है, पर छूकर मज़ा तो लेने दो प्लीज़..!
राहुल- अच्छा ठीक है ले लो मज़े.. छू कर, पर ध्यान रखना कोई गड़बड़ ना हो जाए।
रेहान- कुछ नहीं होगा, अब मुझे जाना है आरोही का फ़ोन भी बन्द है उसे बताना था कि 4 बजे तक आ जाए, पर न जाने कहाँ बिज़ी है वो..!
राहुल- हाँ मैंने भी ट्राई किया, पर उसका फ़ोन बन्द आ रहा है, पता नहीं कहाँ बिज़ी है…!
रेहान- यार उसका कोई बॉय-फ्रेंड तो नहीं है न.. कहीं ऐसा ना हो हम देखते रह जाएं और कोई और उसके मज़े ले ले..!
राहुल- नहीं नहीं यार.. मुझे अच्छी तरह से पता है उसका कोई बॉय-फ्रेंड नहीं है, हाँ.. फ्रेंड बहुत हैं.. आ जाएगी तुम टेन्शन मत लो यार..!
रेहान- ओके.. अब मैं जाता हूँ, अगर उसका कोई फ़ोन आए, तो बता देना उसको कि 4 बजे से पहले वहीं आ जाए, जहाँ से गई थी।
राहुल ‘ओके’ बोलकर उसको अंगूठा दिखा देता है और खुद आरोही का फ़ोन ट्राई करने लगा। रेहान वापस घर आकर किसी को फ़ोन करने लगा।
5 मिनट तक बात करने के बाद वो रूम में गया जहाँ आरोही बेख़बर एकदम नंगी सोई हुई थी।
रेहान उसके पास गया और उसके होंठों पर उंगली घुमाने लगता है और एक क़ातिल मुस्कान उसके होंठों पर आ गई।
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रेहान- आरोही, तुम कितनी प्यारी और सेक्सी हो ! कसम से दो बार चोद चुका हूँ, पर लौड़ा अभी भी तेरी जवानी को देख कर झटके खाने लगा है क्या संगमरमरी जिस्म है तेरा.. और ये कसे हुए मम्मे.. टाइट चूत उफ्फ.. काश.. तुम हमेशा मेरे पास रहतीं, पर अफ़सोस तेरी किस्मत बहुत खराब है तुमने मेरे साथ जो किया है उसका इतना भयानक बदला लूँगा कि तेरी रूह भी कांप जाएगी। अब तूने जो किया है इसका अंजाम तो तुझे भुगतना ही होगा। अब देख मैं तेरे साथ क्या-क्या करता हूँ। तुझे मैं कठपुतली की तरह नाच नचाऊँगा.. हा हा हा हा हा हा हा हा..!
अपने आप से बात करता हुआ रेहान अपने कपड़े उतार कर आरोही के पास लेट जाता है और उसके मम्मों को सहलाने लगता है दस मिनट तक वो उसके मम्मों को सहलाता रहा, तब कहीं आरोही की नींद खुली।
आरोही- उहह ओह रेहान आपने मुझे उठाया क्यों नहीं.. समय क्या हुआ है..!
रेहान- ये उबासियाँ लेना बन्द करो, जाओ नहा लो जल्दी से वो बस आने वाला है ओके..! जल्दी जाओ अब..!
आरोही- आप नहा कर कब आए और आपने कपड़े नहीं पहने अब तक..!
रेहान- अब ये बातें बाद में करना, जाओ 5 मिनट में रेडी होकर आओ फास्ट..!
आरोही जल्दी से बाथरूम में चली गई, उसका दर्द अब कम था, पर उसकी चाल उसकी हालत ब्यान कर रही थी कि कितनी ज़बरदस्त चुदी है वो..!
15 मिनट में वो तैयार होकर आ गई, तब तक रेहान भी तैयार हो गया।
आरोही- कैसी लग रही हूँ मैं..!
आरोही ने एक ब्लू लाइनिंग का शर्ट और वाइट जींस पहनी थी, बहुत मस्त पटाका लग रही थी वो।
रेहान- व्हाट ए सेक्सी यार.. बस अब तो अन्ना मान ही जाएगा..!
आरोही- थैंक्स रेहान जी, और ये अन्ना कौन है?
रेहान- अरे यार, बहुत बड़ा डायरेक्टर है, अभी आने वाला है.. तुम ठीक से बात करना और हाँ तुम्हारा फ़ोन ऑफ है, उसको ऑन करो और राहुल से कहो तुम यहाँ पहुँच गई हो अभी..!
आरोही- लेकिन राहुल को तो पता है कि मैं आपके साथ आई हूँ फिर फ़ोन क्यों..!
रेहान ने उसको बताया कि वो गहरी नींद में थी तब उसने राहुल से झूठ कहा और उसे पूरी बात समझा दी ताकि राहुल को उनकी चुदाई का पता ना चल जाए।
बेचारी आरोही रेहान की बातों में आ गई और उसने राहुल से बात कर ली।
आरोही की नज़र दीवार घड़ी पर पड़ी तो वो चौंक गई।
आरोही- ओ माई गॉड 4 बज गए, मैं इतनी देर तक सोती रही। आपने कहा था वो लंच पर आएगा, पर अब तो?
वो आगे कुछ बोलती डोर-बेल की आवाज़ आने लगी।
रेहान- ये बातें बाद में..! अब तुम यहाँ बैठो, जब मैं आवाज़ दूँ, तब स्टाइल से चलकर आना, ओके..!
आरोही- चूत में अभी भी दर्द है, स्टाइल से चलने की बात कर रहे हो आप..! मैं ठीक से चल पाऊँ यही बहुत है..!
रेहान- ओके..ओके.. जैसे भी आओ, आ जाना पर अन्ना से ठीक से बात करना बहुत गुस्से वाला आदमी है वो..!
रेहान नीचे जाकर दरवाजा खोल देता है। एक लंबा-चौड़ा काला मद्रासी बाहर खड़ा था।
रेहान- आओ अन्ना आओ क्या हाल है..!
अन्ना- मैं ठीक हूँ जी कहाँ है वो लड़की जरा जल्दी दिखाओ न, मेरे को काम है, ज़्यादा समय नहीं रुक सकता जी..!
रेहान- अन्ना अन्दर तो आओ, अब क्या यहीं गेट पर ले आऊँ उसको..!
रेहान उसको अन्दर ले आया और हॉल में सोफे पर बिठा दिया।
रेहान- आरोही जल्दी से आ जाओ, डायरेक्टर साब को जाना है, उनको जल्दी है.! किसी काम से जाना है..!
रेहान की आवाज़ सुनकर आरोही मटकती हुई वहाँ आई, उसको दर्द था, पर दर्द को सहन करके बड़ी अदा के साथ आई थी और आते ही अन्ना को ‘हैलो सर’ बोल दिया।
अन्ना- हैलो हैलो जी बैठो जी..!
रेहान ने आरोही को इशारा करके बैठने को कहा तो वो अन्ना के पास जाकर बैठ गई।
यह देखकर अन्ना खुश हो गया।
अन्ना- लड़की तो अच्छी है, लेकिन थोड़ा छोटा होना जी.. तुम जानते अन्ना रांग काम कभी नहीं करता जी..! ये तो कच्ची कली है, हमको पका पपीता चाहिए जी.. न मुश्किल जी.. बहुत मुश्किल..!
रेहान- अरे अन्ना जी, आप इसकी उम्र पर मत जाओ, और कच्ची नहीं है यह..! मैंने पका दिया है, आप कहें तो और ट्रेनिंग दे दूँगा, पर प्लीज़ आप एक बार गौर तो कीजिए, मेरी खातिर..!
आरोही के चेहरे पर घबराहट के भाव आ गए थे अन्ना के ‘ना’ कहने से..!
रेहान की बातों से उसे हौसला मिल रहा था और वो नज़रें टिकाए बस अन्ना को देखे जा रही थी।
अन्ना ऊपर से नीचे आरोही को घूरने लगा और फ़िर रेहान की तरफ़ देखने लगा।
रेहान- अन्ना जी, क्या सोचने लगे?
अन्ना- तुम बोलता तो मैं मान लेता जी.. पर फिर भी मैं ये लड़की को पूछना माँगता कि इसको कोई प्राब्लम तो नहीं जी.. बाद में काम शुरू करने के बाद कोई नाटक नहीं होना जी..!
आरोही- नहीं नहीं सर.. आप बेफ़िक्र रहो, आप जैसे कहोगे मैं वैसे करने को तैयार हूँ.. प्लीज़ आप ‘हाँ’ कह दो..!
अन्ना- हम को बहुत काम होना जी, लेकिन रेहान हमारा खास आदमी… इसके वास्ते मैं यहाँ आया और अभी भी मेरे को जल्दी जाना था जी, लेकिन तुमको देखा तो रुकने का मन किया जी, अब तो टेस्ट लेकर ही जाऊँगा..!
रेहान- हाँ क्यों नहीं अन्ना जी ये एकदम तैयार है..!
आरोही- हाँ सर, आप बताओ क्या करना है..!
अन्ना आरोही के चेहरे पर हाथ फेरने लगता है फिर धीरे-धीरे वो हाथ को उसकी कमर से लाता हुआ उसके मम्मों पर ले आता है। आरोही जानती थी कि ये गलत हो रहा है, पर रेहान उसको इशारे से समझा देता है कि करने दो, इसलिए वो चुप रही और इतना तो उसको पता था हीरोइन बनना इतना आसान नहीं है। वो चुपचाप बैठी रही।
अन्ना- रेहान अन्ना.. तुम बोलता है तो मैं इसको मौका देता.. पर एक टेस्ट लेना चाहता.. क्या बोलता जी तुम..!
अन्ना बात करता जा रहा था और उसके हाथ बराबर हरकत कर रहे थे। वो आरोही के मम्मों को दबा कर मज़ा ले रहा था।
रेहान- अन्ना मेरी जुबान का भरोसा नहीं क्या..! बोलो कब लेना चाहते हो टेस्ट.. कहो तो अभी दिलवा दूँ..!
अन्ना- ना रे.. अभी हमको काम होना जी.. कल आप इसको लाना जी वहाँ हम टेस्ट लेगा। हम तुमको फ़ोन पर टाइम का बताना जी… ये बेबी का लाइफ बना दूँगा जी..!
आरोही खड़ी हो गई और अन्ना को ‘थैंक्स’ बोला।
अन्ना- अरे बेबी.. थैंक्स नहीं बोलो जी.. मैं तुमको ‘आकाश’ पर बैठा दूँगा जी.. अभी आओ थोड़ी देर मेरा गोद में बैठो.. आओ आओ..!
अन्ना ने आरोही का हाथ पकड़ कर उसको गोद में बैठा लिया।
आरोही ने जींस पहनी थी फिर भी अन्ना का कड़क लौड़ा वो महसूस कर रही थी।
5 मिनट तक अन्ना बातें करता रहा और आरोही के मम्मों के मज़े लेता रहा और उसकी गाण्ड का अहसास लौड़े को कराता रहा।
फिर वो आरोही का हाथ चूम कर चला गया।
रेहान उसको बाहर तक छोड़ने गया। आरोही वहीं सोफे पर बैठी रही।
रेहान- थैंक्स अन्ना.. तुम मेरे कहने पर यहाँ आए..!
अन्ना- कोई बात नहीं जी लड़की अच्छी.. पर थोड़ी कच्ची.. तुम उसको पक्का करो जी.. मैं जाता, कल उसको लाना जी.. काम हो जाएगा..!
इतना बोलकर अन्ना चला गया।
बस दोस्तो, आज यहीं तक !
उम्मीद है आपको पसन्द आया होगा।
और आपके दिमाग़ में कई सवाल खड़े हो गए होंगे कि आख़िर आरोही ने ऐसा क्या किया रेहान के साथ, जो रेहान उसका बदला ले रहा है और ये अन्ना सच में डायरेक्टर है या कोई और.. तो दोस्तों इन सब सवालों के जवाब आपको अगले भाग में मिल जाएँगे। तो पढ़ते रहिए अन्तर्वासना की कहानियों को और मज़ा लेते रहिए।
मेरी आईडी pinky14342@ gmail.com पर आप मेल करके कहानी के बारे में बात कर सकते हो.. बाय !

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