रण्डी मालकिन ने मुझे अपने कुत्ते की जगह रखा- 2

(Dirty Sex Slave Kahani)

राजवीर 69 2023-08-05 Comments

डर्टी सेक्स स्लेव कहानी में पढ़ें कि मैं एक भाभी के घर आया उनका सेक्स गुलाम बनने के लिए। भाभी ने मेरे साथ क्या क्या किया, मैंने भाभी के साथ क्या क्या किया, ये सब इस कहानी में!

कहानी के पहले भाग
सेक्सी भाभी का कुत्ता बन गया मैं
में आपने पढ़ा कि एक शादी में मेरी दोस्ती एक भाभी से हुई. उसके कहने पर मैं उसका सेक्स स्लेव यानि गुलाम बनने को तैयार हो गया.

अब आगे डर्टी सेक्स स्लेव कहानी:

मैं- मालकिन!
वह- अबे भड़वे, बोला ना, रण्डी मालकिन बोल!
मैं- सॉरी … हाँ तो मेरी रण्डी मालकिन, मेरी आपसे एक गुजारिश है।
वह- बोल मेरे रंडवे कुत्ते!

मैं- जब तक मैं यहां हूँ, आप बिल्कुल भी थूक को निगलना मत … जब भी मुंह में थूक भर जाए तो मेरा मुंह खोलकर उसमें डाल दीजिएगा।
वह- अरे वाह मेरे कुत्ते, तू तो बड़ा वाला चाटुकार निकला।
मैं- तारीफ के लिए शुक्रिया, मेरी रण्डी मालकिन।

तब उन्होंने फिर मेरा मुंह खोला और थूक दिया।
उसका थूक मुझे अच्छा लग रहा था।

फिर मैंने उनके जूते निकाले और बोला- मेरी रण्डी मालकिन चलो बाथरूम में। मैं आपके पैर धोना चाहता हूं।
वह वहाँ से खड़ी होकर बाथरूम जाने लगी।

मेरे गले का पट्टा उसके हाथ में था तो मैं भी उसके पीछे पीछे चला गया।

वहां जाकर मैंने साबुन से उसके दोनों पैर धोए।
और इस बार उसको गोद में उठा कर सोफे पे ले आया ताकि पैरों पे मिट्टी न लगे।

फिर मैंने तौलिये से उसके दोनों पैरों को अच्छे से पौंछ दिया और उसके तलवे चाटने लगा।
दोस्तो, क्या बताऊं … उसके तलवे एकदम मखमल जैसे सॉफ्ट थे।
मुझे चाटकर बहुत मजा आ रहा था और उसको भी आ रहा था।

उसकी आंखें बंद हो गई और सिसकारियां लेने लगी- आ … आ … आ … आह … सो नाइस माय लवली डॉगी।
कुछ देर बाद उसने मेरा मुंह पकड़कर खोला और थूक दिया।

वह- अब बता क्या खायेगा मेरे कुत्ते?
मैं- आप चाहे कुछ भी खिला दो, मैं खा लूंगा पर जो भी खिलाओ वह आप पहले अपने मुंह में खाकर, चबाकर फिर मेरे मुंह में थूक दो। मैं बस वही खाऊंगा। मुझे सिर्फ तुम्हारा जूठा और तुम्हारे थूक से लिपटा हुआ भोजन खाना है।
वह मेरे दोनों गालों को पकड़कर- मेरे कुत्ते, तेरी इसी अदा से तो मैं खुश हुई हूं।

इतना कह कर वह फ्रिज की तरफ गई और उसमें से कुछ फल ले आई।
और जैसा मैंने कहा था, उसने फल को खाया, अच्छे से चबाया और अपने मुंह से मेरे मुंह में ट्रांसफर कर दिया।

फिर उनमें से कुछ संतरे मैंने उठाए और छीलकर उसमें से तीन चार फांक निकाली।
मैं- मेरी रण्डी मालकिन, अब आप एक काम करो, खड़ी हो जाओ।
वह- क्यों, क्या करेगा?

मैं- एक बार जैसा कहता हूँ वैसा करो प्लीज, आप खुद देख लेना, मैं क्या करता हूँ।
वह- तू बड़ा जिद्दी है रे!
इतना कह कर वह खड़ी हो गई।

फिर मैंने उसे पीछे घुमाया और झुका दिया, फिर उसका स्कर्ट ऊपर करके उसकी पैन्टी को नीचे खिसकाया।

उसकी सफेद पाउडर जैसी गांड बहुत बड़ी और सॉफ्ट थी.

मैंने उसे अपनी गांड एक हाथ से फैलाने को कहा और एक हाथ से मैंने फैलाया और मेरे दूसरे हाथ से संतरे की छिली हुई फांकों को उठाया और उसकी गांड में डालकर उसको सीधा खड़ा कर दिया.
औ फिर से पैन्टी ऊपर खिसकाकर पहना दिया और स्कर्ट को ठीक किया और फिर से सोफा पे बैठ जाने को कह दिया।

वह- मेरी गांड में संतरा डाल दिया, मेरे बैठते ही वह पिचक गया और सारा रस निकल गया, पैन्टी खराब हो गई। क्या मिला ये सब करके?
मैं- पैन्टी को ही तो चाटना है। तुम बस मुझे फल खिलती रहो।

उसने मुझे अपने जूठे फल खिलाना जारी रखा।
जब मेरा पेट भर गया तो मैंने पानी पीने के लिए बोला।

उसने मुझे गिलास में पानी डाल कर दिया।
मैं- ऐसे नहीं, आप एक एक घूंट पानी का पियो और मेरे मुंह में ट्रांसफर करो।

वह हंसती हुई यह सब करने लगी।

कुछ देर बाद वह मुझे बेडरूम जाने को बोली.
तो मैं चार पैरों पर चलकर उसके पीछे पीछे चला गया।

वहां पर जाकर मेरे मुंह में थूका और पैन्टी को छोड़कर अपने सारे कपड़े उतार दिए.

फिर मैंने उसे झुका दिया और संतरे के जूस से भरी पैन्टी को गांड के ऊपर से चाटने लगा, और फिर पैन्टी को निकाल दिया.

उसकी गांड से संतरा निकाल कर खा गया, फिर पैन्टी को अच्छे से चाटा।
गांड से निकला हुआ संतरा मुझे बहुत टेस्टी लगा- आआहह हह … मेरी रण्डी मालकिन, तुम्हारी गांड का टेस्ट तो बहुत यमी है।
वह- रियली!
मैं- हां मेरी रण्डी मालकिन।

तब तक रात की 8:00 बज चुके थे।
हम दोनों नंगे थे।

उसने बाहर से खाना ऑर्डर किया हुआ था जो आ गया।
जैसे ही डोरबेल बजी, मालकिन ने तुरंत अपना गाउन पहनकर खाना ले लिया।

जब डिलीवरी वाला चला गया तो वापस दरवाजा बंद किया और गाउन निकाल कर फिर से नंगी हो गई।

वह खाना लेकर हॉल में आई और सोफे पर बैठ गई मुझे पास में बुलाया और अपने पैरों के पास बैठने को बोला.
तो मैं बैठ गया।

अब मालकिन ने खाना खाना शुरू किया और खुद खाना खाकर अपना जूठा खाना मुझे भी खिलाया।
उसकी लार से भरा हुआ खाना खाकर मजा आ गया।

खाना समाप्त करके हो मुझे बेडरूम में ले गई और बोली- मैं अपने पति को फोन लगा रही हूं। जैसे ही इशारा करूं तो मेरी गांड चाटना।
मैं- जो हुकुम मेरी रण्डी मालकिन!

वह अपने पति को फोन करके बोली- हाय डार्लिंग, क्या हो रहा है?
पति- लेटा हूं और तुम्हें याद करके लन्ड हिला रहा हूँ।
मालकिन- मैं भी तुम्हें याद करके अपनी चूत गीली कर रही हूँ।
पति- सच?
मालकिन- तेरी कसम मेरे कुत्ते!

पति- साली रण्डी, तेरे मुंह से गालियां बड़ी अच्छी लगती है, बोलती जा!

मालकिन- क्या बताऊं यार … जब तू यहां था तब तक मेरी गांड सूखी भी नहीं … पर अब किससे चटवाऊं अपनी गांड?
पति- चल फोन सेक्स करते हैं। तू कल्पना कर कि मैं तेरी गांड में मुंह डालकर चाट रहा हूँ।

बस इतना सुनते ही उसने मुझे गांड चाटने का इशारा किया।
वह एक हाथ से अपनी गांड फैलाकर बोली- आआह हह!

उधर उसका पति- आहा आह … मेरी चुदक्कड़ रण्डी … क्या मस्त गांड है तेरी … आह आह आह बहुत मजा आ रहा है।
इधर मैं उसकी गांड चौड़ी करके उसे अच्छी तरह चाट रहा था।

मालकिन जोर जोर से- आह आ आ आह … चाट मेरे कुत्ते …. और जोर से चाट … भोसड़ी के जीभ को पूरा अंदर तक घुसा दे। ओह येस येस बेबी … लिक माय एस!
इतना कहकर उसने मेरा सर गांड दबा दिया।

पति- ऊऊऊऊऊ म्म्म्म!

चाट तो मैं रहा था, मजा उसका पति ले रहा था।
और मालकीन उससे बात करते हुए मुझसे गांड चटवा रही थी।

करीब आधा घंटे तक यह सिलसिला चलता रहा।
फिर उसके पति ने कॉल कट कर दिया।
वह बेचारा खुद को ट्रॉफी विनर मान बैठा जबकि उसे नहीं पता था कि असल में बैटिंग तो कोई और कर रहा है।

मैं- वाह मेरी रण्डी मालकिन, क्या दिमाग लगाया है। मान गए आपको बहुत बड़ी खिलाड़ी निकली आप तो!

उसके बाद मालकिन मेरे मुंह पे आ बैठी और जोर जोर से कूदने लगी।
उसका वजन बहुत भारी था जिससे मेरी हालत खराब हो रही थी।

बाद में मैंने उसकी गांड में अपनी जीभ सही सेट की।
जब वह हिलती तो मेरी जीभ उसके छेद में अपने आप जाती और बाहर आती।

मालकिन- आआ हाहा आ आ आहा … चाट भोसड़ी के … मादरचोद कुत्ते जीभ डाल अंदर … ओ येस येस … मजा आ रहा है।

कुछ देर बाद उसने गान्ड हिलाना बंद कर दिया और अपनी गान्ड को मेरे मुंह और नाक पे रख कर और जोर देकर बैठ गई और मुझे बोली- आआह्हह मेरे कुत्ते, भोसड़ी के घुस जा मेरी गान्ड में!

मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और मजा भी बहुत आ रहा था।
बाद में वह थोड़ा सा उठी तो मैंने जोर जोर से सांस ली।

वह बोली- कैसा लगा?
मैं- बहुत मजा आया मेरी रण्डी मालकिन! फिर से मुझे अपनी गान्ड में घुसा लो, मैं तुम्हारी गान्ड में ही रहना चाहता हूं, और तुम्हारी गान्ड में ही सांस लेना चाहता हूं।
वह- वाह मेरे प्यारे गुलाम कुत्ते, मुझे ऐसे ही कुत्ते की जरूरत थी।

इतना कहकर वह फिर से मेरे फेस को अपनी गान्ड में फंसाकर बैठ गई।
और मैं नीचे उसकी गान्ड में ही सांस लेने लगा।

मेरे ऐसा करने से उसे और मजा आने लगा।

वह- आह्ह्ह … शाबाश मेरे डोगी, लव यू माय स्वीट डर्टी डोगी! मैं तुझे हमेशा प्यार से रखूंगी।

फिर उसने मुझे अपना जूठा पानी पिलाया और रात को मैंने उसकी गान्ड से अपना मुंह लगाया और हम दोनों सो गए।

आधी रात को वह उठी तो मैं भी जग गया।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
वह- अबे कुत्ते, मैं मूतने जा रही हूँ।

मैं- मुझे पिला दो।
वह- चल आ जा मेरे मूत के दीवाने!

बाथरूम में जाकर मैं घुटनों पर बैठ गया और उसने मेरे मुंह पर खड़े खड़े मूत दिया।

कुछ तो मैं पी गया और मेरा पूरा चेहरा भी भीग गया।
वह- मुंह धो लो।
मैं- आप अपने मुंह में पानी लेकर मेरे मुंह पर डालो।

वह मुस्कराई और अपने मुंह में पानी भर भरकर मेरे मुंह पे पिचकारी छोड़ा।

फिर वापस बेड रूम में आकर मैंने उसकी पैन्टी से अपना मुंह पोंछा।
ये सब वह बहुत प्यार से देख रही थी।

उसने मेरे पास आकर मेरे गाल पे किस किया- ओह माय स्वीट लवली डोगी!

बाद में हम फिर उसी पोजिशन में सो गए।

सुबह जब मैं उठा तो वह बेड पर नहीं थी।

मैंने उसे किचन में देखा- क्या कर रही हो?
वह- तुम्हारे लिए कुछ नया कर रही हूँ। तुम अंदर चलो, मैं आकर बताती हूँ।

यह सुन कर मैं डर्टी सेक्स स्लेव खुश हुआ और उसका इंतजार करने लगा।

वह आई, उसके हाथ में बिस्किट, ब्रेड, फ्रूट, आइसक्रीम और भी कुछ था।

मेरे पास आकर वह बोली- तुम्हें मेरी गान्ड चाटना, मेरा मूत पीना, मेरा जूठा खाना, मेरी पैन्टी मुंह में लेना ये सब अच्छा लगता है ना!
मैं उत्तेजित होकर- हां मेरी रण्डी मालकिन, बहुत अच्छा लगता है।

वह- तो चलो मैं आज सबका कॉकटेल मिक्स करके तुम्हारी इच्छा पूरी करूंगी।
मैं- कैसे?
वह- अब ज्यादा सवाल मत पूछो और काम पे लग जाओ, मेरी गान्ड चाटो।

तब वह दो प्लेट अपने मुंह के पास लेकर उल्टा लेट गई।
एक प्लेट में सारे खाने की चीजें रख दी, दूसरी प्लेट खाली थी।

मैं शुरू हो गया, उसकी गान्ड चाटने लगा और उसे सामने रखे आईने में देख रहा था।

वह एक प्लेट से चीजें उठा कर खा रही थी और दूसरी प्लेट में मेरे लिए अपना जूठा खाना थूक रही थी।
जब बाद में पूरा खाना जूठा हो गया तो मुझे उठने को कहा।

मैं- अरे वाह मेरी रण्डी मालकिन, आज तो कमाल कर दिया।

इतना कहकर मैं उसे खाने के लिए बढ़ा तो उसने रोक दिया।
वह- रुको, अभी और भी कुछ मिक्स करना है इसमें!

उसने एक जग लिया और उसमें मूत दिया।
और फिर अपनी पैन्टी खोलकर उस जग में डूबो दी।

और वापस निकाल निकाल कर उस खाने में निचोड़ रही थी।
फिर पूरे खाने को हाथ से मिक्स किया।

यह देख कर मैं बहुत खुश हुआ और खाने के लिए झपटा।
वह- अभी नहीं!
मैं- अब क्या करना है।

फिर उसने दूसरी पैन्टी पहनी और वह सारा खाना हाथ से अपनी पैन्टी में पीछे की तरफ मतलब अपनी गान्ड में डाल लिया और उस पर फिर से पैन्टी पहन ली।
फिर मुझे लेटने को बोला.
तो मैं लेट गया।

बाद में वह आकर मेरे मुंह पर पैंटी पहने ही बैठ गई और पैन्टी गान्ड मेरे मुंह पे रगड़ दी।
करीब 15 मिनट रगड़ने के बाद उठी और बोली- अब तुम ये खाना खा सकते हो, पर मेरी गान्ड और पैन्टी से ही सीधा चाट चाट कर खाना है। चलो शुरू हो जाओ।

इतना कहकर वह उल्टा लेट गई।
मैं उसकी पैन्टी नीचे खिसका कर वह खाना उसकी गान्ड से और पैन्टी से चाटने लगा।
उस खाने में उसके मूत और गान्ड की खुशबू भी आ रही थी।

पूरा चाटने के बाद वह बोली- कैसा लगा मेरे कुत्ते को मेरा कॉकटेल मिक्स खाना?

मैं- मजा आ गया मेरी रण्डी मालकिन … मुझे बस सुबह शाम बस ऐसा ही खाना चाहिए।
वह- जरूर मेरे स्वीट डोगी!

उसके बाद 7 दिन तक हमने और भी खूब मजे किए।

आप सबको ये डर्टी सेक्स स्लेव कहानी कैसी लगी, मेल और कमेंट्स करके जरूर बताना।
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