एक मस्त लड़की से मुलाकात फ़िर उसकी चूत की चुदाई

(Ek Mast Ladki Se Mulakat Fir Uski Choot Chudai)

मेरा नाम साहिल है, मैं 35 साल का विवाहित पुरुष हूँ और अपनी पत्नी व 6 साल की बेटी के साथ दिल्ली में रहता हूँ।
मैं बचपन से ही बहुत हंसमुख और सेक्सी रहा हूँ।

अभी मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में मैनेजर हूँ। वैसे मैं शादी से पहले भी अकेला ही दिल्ली में फ्लैट ले कर रहता था। यहाँ रहते हुए मैंने बहुत सारी लड़कियों और बहुत सारी शादीशुदा औरतों को जीवन का मजा दिया है। वो सब भी मुझसे चुद कर बहुत खुश हैं क्योंकि मैंने हमेशा उनकी पर्सनल लाइफ की रिस्पेक्ट की और कभी उनको सेक्स के लिए परेशान नहीं किया।

मेरा यही मानना है कि प्यार हमेशा प्यार एंड केयर के साथ करना चाहिए और अपने पार्टनर का पूरा ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि जब एक औरत आपको अपनी इज्जत और प्यार दोनों दे रही है, तो उसकी भावनाओं का भी ख्याल रहना चाहिए।

यह घटना दो साल पहले की है.. मुझे अचानक कुछ महीनों के लिए अपनी कंपनी के चंडीगढ़ ऑफिस ज्वाइन करना पड़ गया.. मैंने वहां पंचकूला में एक फ्लैट किराए पर ले लिया, हर वीकेंड पर मैं दिल्ली आ जाता था।

एक दिन मैं सुबह-सुबह दिल्ली से पंचकूला जा रहा था कि करनाल में मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी, जो बस का वेट कर रही थी। पास ही कुछ दुकानें भी थीं।

मैंने अपनी कार उस लड़की के पास रोकी और एक नज़र उस लड़की पर डाली। वो एकदम दूध सी गोरी लड़की, करीब 5 फुट 2 इंच की थी और उसके दूध करीब 36 साइज़ के होंगे।
उस लड़की ने भी मुझे देखा और फिर वो रोड की तरफ देखने लगी।

मैं कार से उतरा और एक सिगरेट का पैकेट लिया। उस लड़की ने मुझे फिर देखा और इस बार हमारी नज़रें भी मिलीं। इस बार वो थोड़ी शर्मा सी गई.. बस मुझ जैसे कमीने को तो इशारा मिल गया कि गुरु कोशिश करो तो बात शायद बन जाए।

मैंने वहीं खड़े-खड़े सिगरेट पीना शुरू कर दिया। अब वो लड़की बार-बार मुझे देख रही थी.. अचानक वो मेरी तरफ आई लेकिन कुछ बोली नहीं।
फिर मुझे लगा कि अब शुरुआत मुझे ही करनी पड़ेगी, मैंने पूछा- आप कहाँ जा रही हो?
तो वो बोली- पंचकूला..

क्या बताऊँ दोस्तो.. बहुत ही सेक्सी आवाज थी।
अब मैंने उससे सेक्टर पूछा और बताया कि मैं भी पंचकूला ही जा रहा हूँ।
तो वो मुस्कराई लेकिन बोली- मैं बस का वेट कर रही हूँ।

मैंने उसे ऑफर किया- मैं अकेला ही जा रहा हूँ और अगर तुम चाहो तो मुझे बस के किराए के पैसे दे सकती हो।
वो पहली बार हंसी और क्या बताऊँ दोस्तो, मेरा लंड तो उसके मुँह में जाने को बैचेन हो उठा था।

खैर.. वो कार में आ कर बैठी और तभी मुझे फील हुआ कि वो नशे में है, उसके मुँह से शराब की स्मेल आ रही थी।
तो मैंने पूछ ही लिया कि क्या तुम किसी पार्टी से आ रही हो या ऐसे ही पी ली?

उसने बताया कि उसकी फ्रेंड का बर्थडे था और उसका कुछ दिन पहले ही अपने बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप हुआ है, सो उसी गम में थोड़ी सी पी ली।

मेरा पप्पू तो उसके ब्रेकअप के बारे में सुन कर उछलने लगा। मैंने उससे कहा- तुम उदास न हो.. तुम्हें बहुत प्यार करने वाले लोग मिल जाएंगे।
तभी उसने मुझसे एक सिगरेट मांगी और किसी अच्छे स्मोकर की तरह पीने लगी।

मैंने पूछा- क्या तुम ऐसे घर जाओगी तो तुम्हारे घर वाले नहीं पूछेंगे कि शराब क्यों पी?
मेरी इस बात से वो कुछ परेशान हो गई और बोली- मैं पहले किसी रेस्टॉरेंट में ब्रेकफास्ट करूँगी और दोपहर तक घर जाउंगी.. तब तक फ्रेश हो जाऊँगी।

मैंने उससे बोला- तुम मेरे घर चलो और वहां फ्रेश हो जाना.. फिर मैं तुमको ब्रेकफास्ट करा के घर छोड़ दूंगा।
वो मुस्कराई और बोली- नहीं मैं आपको परेशान नहीं करना चाहती।

पर मैंने उसे मना ही लिया और मेरा मन तो बस उसके दूध के कलशों का भोग लगाने के बारे सोच-सोच कर पागल होने लगा था। उसकी चिकनी चिकनी टांगों के बारे सोच-सोच कर मेरा तो बुरा हाल था। इतने में उसने मुझसे मेरे बारे में पूछना शुरू किया और मैंने उसे बताया कि मैं शादीशुदा हूँ और यहाँ अकेला रहता हूँ।

यह सुनकर उसके होंठों पर एक सेक्सी स्माइल आ गई और वो बोली- शादीशुदा मर्द फॉर रिलेशन्स बहुत केयरिंग और लॉयल होते हैं.. मैं बड़ी अनलकी थी कि मेरा बॉयफ्रेंड बहुत कमीना था.. मेरे होते हुए भी उसके और लड़कियों के साथ उसके सम्बन्ध थे।

अब मुझे लगा कि यही मौका है आगे बढ़ने का.. और मैंने तुरंत उसके कंधे पर हाथ रख कर कहा- प्लीज मेरे साथ रोना नहीं.. मैं तुम जैसे खूबसूरत लड़की को रोता हुआ नहीं देख सकता।
मेरे हाथ रखने पर उसने कोई एतराज नहीं किया बल्कि मेरे कंधे से सर सटाते हुए बोली- सच में.. आप कितने केयरिंग हो।

बस मैंने उसे तुरंत कार रोकी और उसे हग किया और बोला- प्लीज तुम मेरी दोस्त बन जाओ.. मैं तुमको कभी रोने नहीं दूंगा।
उसकी आँखों में एक चमक सी आई और उसने पूछा- कुछ टाइम बाद मुझसे बोर तो नहीं हो जाओगे?
मैंने कहा- तुम बोर होने नहीं देना डियर!
उसने मुस्कुरा कर कहा- ओके.. मेरा नाम शीनम है।
‘मेरा नाम साहिल है..’

इतने में हम जीरकपुर पहुँच गए थे, तो मैंने सेठी ढाबे से ब्रेकफास्ट पैक कराया और फ्लैट पर पहुंच गए। पूरे रास्ते वो चैन स्मोकर की तरह सिगरेट पीती रही।

खैर.. मैं इंडिया के बाहर भी जाता रहता हूँ और खुद भी बहुत शौक़ीन हूँ, तो मेरे फ्लैट में बहुत सारी बॉटल्स और सिगरेट्स रहती हैं।

बस ये सब देख कर शीनम बहुत खुश हुई और बोली- अब जब भी दारु पीने का मन करेगा.. तो मैं आपके पास आ जाया करूँगी।
‘और अगर मेरा मन करेगा तो?’
इस पर शीनम बोली- जब दिल करे.. बुला लेना.. मैं आ जाया करूँगी।

बस मैंने इतना सुनते ही उसे बांहों में ले लिया और वो भी शायद जैसे इंतजार ही कर रही थी। वो तुरंत मुझसे चिपक गई और हमारे होंठ आपस में मिल गए। हमारी जीभ एक-दूसरे को चूस रही थीं।

शीनम एक कमाल की किसर थी.. उसका किस करने का अंदाज़ आज भी मेरा लंड खड़ा कर देता है।

थोड़ी ही देर में किस करते-करते हमारे कपड़ों ने भी हमारा साथ छोड़ दिया। हमारी किस करीब दस मिनट तक चली। उसके बाद बारी थी, उसके रसीले मम्मों की.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… और फिर जो मैंने उसके मम्मों को चूसना शुरू किया तो वो उछलने लगी और जोर-जोर से चिल्लाने लगी।

मैंने अब उसके मम्मों को छोड़ कर उसके शराबी होंठों को चूसना शुरू कर दिया। उसके बदन की गर्मी ने मुझे इतना ठरकी कर दिया था कि मैंने उसके होंठों पर काट तक लिया।

वो कामुक आवाजें निकालने लगीं तो मैंने उसे समझाया कि ज्यादा जोर से न चिल्लाओ क्योंकि कोई भी उसकी आवाज न सुन लेगा तो दिक्कत हो सकती है।

वो बिंदास होते हुए बोली- सेक्स के समय मैं बहुत जंगली हो जाती हूँ यार..

खैर जंगली तो अब तक मैं भी हो गया था.. तो मैंने देर न करते हुए उसको अपनी बांहों में उठाया और पलंग पर लिटा दिया। मैंने उसकी पेंटी उतारते हुए उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया। चूत पर जीभ घूमते ही उसकी सिसकारियाँ इतनी तेज हो गई थीं कि मैंने उसे छोड़ कर सबसे पहले टीवी चलाया ताकि उसकी आवाज बाहर तक ना जाए।

अब मैं दुबारा उसकी चूत पर टूट पड़ा। चूत को चूस-चूस कर मैंने पानी-पानी कर दिया। मेरा लंड तो अब बस फटने को तैयार था।

अब मैंने देर ना करते हुए उसका मुँह ऊपर उठाया और उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया।

उसके लंड चूसने के तरीके से लग रहा था कि उसने शायद पहले कभी लंड नहीं चूसा था.. लेकिन फिर भी एक खूबसूरत लड़की के लंड चूसने के वजह से ही मेरा लंड मानो इतना मोटा हो गया था कि उसके मुँह में भी नहीं आ रहा था। तब भी वो मेरे टोपे को पूरे मन से चूस रही थी।

अब तक मेरा सब्र भी खत्म हो रहा था तो मैंने उसे पलंग पर गिराया और लंड उसकी चूत में सैट करके एक जोरदार धक्का लगा दिया।
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शीनम तो चिल्ला पड़ी.. उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड मानो छिलने सा लगा था। मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि बस पूछो ही नहीं। मेरा मन कर रहा था कि पूरी जिंदगी उसकी चूत में ही लंड डाल कर पड़ा रहूँ।

उधर शीनम तो ऐसे चुद रही थी कि जैसे पहली बार चुद रही हो। उसकी चिल्लाने की आवाज से मेरा नशा और चढ़ता जा रह था। फिर वो मजे लेकर चुदने लगी।

कुछ देर कि जबरदस्त चुदाई के बाद अचानक शीनम पूरी जान से चिल्लाई और उसका बदन बहुत जोर से थरथराया और वो बेजान सी हो गई।

मैंने धक्के रोक कर उसके प्यारे से चेहरे को अपने हाथों में लिया और उसे चूम लिया। शीनम ने भी अपनी आँखें खोल कर मुझे जोर से चूमा और ‘थैंक्स..’ कहा।

मैंने कहा- जान, तेरा तो हो गया पर मैं तो अभी बाकी हूँ।

बस इतना कहते है शीनम तुरन्त घोड़ी बन गई और उसकी गद्देदार गांड देख कर तो मेरा मन हुआ कि बस उसकी गांड ही मार लूँ। लेकिन आज पहली बार का मिलन था.. तो बस अपना लंड उसकी चूत की गहराइयों में उतार दिया। फिर तो बस उसकी चूत का ऐसा बाजा बजा कि शीनम निहाल हो गई।

मेरा लंड उसकी गांड देख कर इतना ठरकी हो गया था कि अब बस मेरा होने वाला था। अब मैंने उसकी गांड पर थपकियाँ मार-मार कर अपना पानी उसकी चूत के अन्दर तक उतार दिया।

पानी छूटते ही शीनम की गांड फट गई लेकिन मैंने उसकी और देख कर दिलासा दी- चिंता ना करो.. सब ठीक है।

उसके बाद हमने ब्रेकफास्ट किया और शीनम को घर तक छोड़ कर आया।

उसके बाद तो शीनम ने मेरे चंडीगढ़ के प्रवास को खुद और उसकी एक चाची और एक बहन ने इतना यादगार बनाया कि आज भी मेरा लंड उनकी याद में पानी छोड़ देता है।

मेरे दिल्ली एंड गुडगाँव की कुछ लड़कियों और भाभियों के साथ के और भी किस्से है।इनमें से एक किस्सा तो एक 48 साल की स्कूल प्रिंसिपल को रॉंग नंबर पर पटाया था और उसके घर मेरठ में जाकर उसे चोदा था। कैसे उसकी एयर होस्टेस बेटी ने हम दोनों रंगे हाथों पकड़ा और फिर कैसे मैंने खुद को बचाया।
बाद में उसकी बेटी ने मुझे ब्लैकमेल किया और कैसे गुडगाँव में मैंने उसे और उसकी फ्रेंड को चोदा।

ये सब में आपके साथ शेयर करूँगा, जब आप लोग मुझे अपना प्यार ईमेल द्वारा दोगे।

आप सबको बहुत-बहुत प्यार और शुक्रिया कि आपने मेरी कहानी को अपना समय दिया।

मेरी इस हिंदी में चुदाई की कहानी पर मुझे आपके इमेल्स का इंतजार है ताकि मैं आपके साथ अपने और अनुभव शेयर कर सकूँ।
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