फेसबुक से मिली चूत की जबरदस्त चुदाई

(Facebook Se Mili Chut Ki Jabardast Chudai)

अन्तर्वासना की कामवासना से भरी सेक्सी सेक्सी फ्री चुदाई स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, मैं आज आपके सामने अपनी रियल सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ, मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी कामुकता से भरी चुदाई की कहानी आपको पसंद आएगी

मैं रमनदीप, हिसार हरियाणा का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 19 साल है, कद 5 फुट 7 इंच, मेरे लण्ड का साइज 6.5 इंच है, मेरा रंग सांवला है. दोस्तो मैं दिखने में एकदम साधारण सा लड़का हूँ, मैं स्वभाव में शर्मीला बहुत हूँ और लड़कियों से बात करने में शर्माता बहुत हूँ, मैंने आज तक किसी भी लड़की को अपने प्यार का इजहार नहीं किया। मैं बठिंडा पंजाब में पढ़ाई करता हूँ।

अब मैं सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ।

बात आज से तीन महीने पहले की है, मेरी एक आदत है है कि मैं फेसबुक पर लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता रहता हूँ तो मैंने एक दिन कई लड़कियों को रिक्वेस्ट भेज दी जिसमें प्रीति (बदला हुआ नाम) भी शामिल थी।
थोड़ी देर बाद ही प्रीति ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट भी क़र ली थी. मैंने उसकी प्रोफाइल चेक की तो वो मैंने शहर से थोड़ी दूर वाले शहर की ही रहने वाली थी। मैंने उनकी फोटोज देखी तो उनमें वो बहुत सुन्दर लग रही थी।

तो मैंने उसे ‘हाय’ लिख कर मेसेज भेजा तो उसने भी रिप्लाई कर दिया।
मैंने उससे चैट करनी शुरू कर दी। उससे की गयी चैट से मुझे पता चला कि वो एक 27 साल की शादीशुदा भाभी है। वो एक काफी बड़े घर की बहू है.

धीरे धीरे हम एक दूसरे को अपनी सारी बातें शेयर करने लगे. वो अपने दिल की काफी बातें मुझे बताने लग गयी कि उनके पति काम के सिलसिले से अधिकतर घर से बाहर ही रहते हैं और महीने में एक या दो दिन के लिए ही आते हैं और वो मुझे पूर्ण रूप से सन्तुष्ट नहीं कर पाते हैं। वो काफी उदास भी रहती थी इसलिए उन्होंने खुद से मुझसे अपनी चुदाई करने की पेशकश कर दी।

मैं पहले तो इसके लिए तैयार नहीं था लेकिन उनके ज्यादा कहने पर मुझे भी राजी होना पड़ा। कुछ टाइम बाद हमारे मोबाइल नंबर एक्सचेंज हो गए और हम रोजाना काफी देर बातें और फ़ोन सेक्स भी करते।
कई दिन तक ऐसा लगातार चलता रहा.

फिर एक दिन उनकी सास और ससुर को दो दिन के लिए रिश्तेदारी में जाना पड़ा तो उन्होंने कोई बहाना बनाकर जाने से मना क़र दिया। उनके जाने के बाद उन्होंने मुझे कॉल करके बताया कि अब मिलने का सही मौका है और आपको आना ही होगा।
मैंने भी उनसे मिलने के लिए हामी भर दी।

थोड़ी देर बाद मैं उनके पास जाने के लिए तैयार होने लगा। उनका शहर मेरे शहर से केवल एक घंटे की दूरी पर ही था तो मैंने अपनी बाइक उठाई और उनके घर जाने के लिए निकल पड़ा।
रास्ते में मैंने उनके लिए चॉकलेट और मेडिकल स्टोर से एक एक्स्ट्रा डॉटेड कंडोम का पैकेट ले लिया।

जब मैंने उनके बताये एड्रेस पर जाकर घर की घंटी बजायी तो जब उन्होंने दरवाज़ा खोला तो मैं उन्हें देख कर हैरान रह गया, वो ब्लैक सलवार सूट में क्या गज़ब का पटाखा माल लग रही थी। उनका रंग दूध जैसा पूरा सफेद था, मैं उन्हें ऐसे ही देखता रहा तो उन्होंने मुझे हिलाया और हँसते हुए अंदर आने को कहा।

मैं अंदर आया और उन्होंने गेट बंद क़र दिया। उनके गेट बंद करते ही मैंने उन्हें बांहों में लेकर अपने गले से लगा लिया, कुछ क्षण पश्चात उन्होंने मुझे अपने से अलग किया और ड्राइंग रूम में ले जा कर सोफे पर बैठने के लिए बोला।

मैं सोफे पर बैठ गया और वो खुद रसोई में पानी लेने चली गयी। वो पानी लेकर आयी, मैंने पानी पिया और वो दोबारा रसोई में कॉफ़ी बनाने के लिए चली गयी तो मैं भी उनके पास चला गया और उन्हें पीछे से ही पकड़ कर किस करने लग़ गया तो वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरा हाथ पकड़ कर अपने बूब्स मसलवाने लगी और मादक आवाज भी निकालने लगी। मेरा लंड खड़ा होने लगा था और उनके चूतड़ों की दरार में घुसा जा रहा था. मुझे यकीन है कि प्रीति भी अपनी गांड पर मेरे कड़क लंड का दबाव महसूस कर रही होगी. मुझे बहुत मजा आ रहा था.

थोड़ी देर बाद जब कॉफ़ी तैयार हो गयी तो उन्होंने मुझे पीछे से हटाया और दो कप में कॉफ़ी डाल कर बाहर लेकर चलने लगी और मैं भी उनके साथ बाहर आ गया।
हम दोनों सोफे पर बैठ गए।
हम दोनों ने जल्दी से कॉफ़ी ख़त्म की और मैंने फिर से प्रीति को अपनी बांहों में ले लिया उनके होठों पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा। वो भी मेरा साथ दे रही थी.

हम दोनों की कामुकता पल पल बढ़ रही थी. हमने दस मिनट तक चूमा चाटी की होगी, मैंने उनकी जीभ को अपने मुख में लेकर चूसा और उन्हें भी अपनी जीभ चुसवाई. मैंने उनके गोरे गोरे चिकने गालों को भी चूस चूस कर लाल कर दिया.

काम वासना में डूबे अब हम दोनों सेक्स की राह में आगे बढ़ना चाह रहे थे तो फिर हम उठ कर बैडरूम में चले गए।
वहां पर मैंने उन्हें बेड पर लिटा दिया और उनका कुर्ता उतार दिया। उन्होंने ब्लैक कलर की ही ब्रा डाल रखी थी, मैं उनके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही मसल रहा था और वो सिसकारियां ले रही थी- आह मेरी जान… उम्म्ह… अहह… हय… याह… जोर से मसलो… मेरे बूब्स को… आज कई दिन बाद इन्हें कोई हाथ लगा रहा है, आज मुझे छोड़ना मत… फाड़ डालो मेरी चूत को आज… प्लीज… आह और जोर से…

फिर मैंने प्रीति की सलवार का नाड़ा खींच कर उसे भी उतार दिया. वो ब्लैक ब्रा पेंटी में पूरी सेक्स की देवी लग रही थी। मैं उनकी पेंटी के ऊपर से ही उनकी चूत पर किस करने लगा, वो कामुक सिसकारियां निकाल रही थी जो मेरे जोश को और भी बढ़ा रही थी।

तब मैंने उनकी ब्रा पेंटी निकाल दी और उनकी बूब्स को चूसने लगा। दोस्तो, मैं सातवें आसमान पर था. हम दोनों की कामवासना भी सातवें आसमान पर ही थी.

फिर भाभी ने मेरे सारे वस्त्र उतार कर मुझे बिल्कुल नंगा कर दिया और मेरे लण्ड को पकड़ लिया. कुछ देर भाभी उसे अपने हाथ से आगे पीछे हिलाती रही, फिर उसे सूंघने लगी. उसके बाद भाभी ने जीभ निकाल कर लंड की टिप पर छुआई और फिर मुंह खोल कर लंड अंदर लेकर चूसने लगी. मैंने उन्हें रोका और अपने बैग में से चॉकलेट निकाल लाया। मैंने अपने लण्ड और भाभी की चूत पर चॉकलेट लगा दी और हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए।

थोड़ी देर की लंड चूत चटाई चुसाई के बाद अब दोस्तो, हम दोनों ही मजे से भरपूर हो गए थे, अब मेरे से ओर रुका नहीं जा रहा था तो मैंने अपने लण्ड पर कंडोम चढ़ाया और प्रीति भाभी की चूत पर घिसाने लगा।
उनकी मस्ती का कोई ठिकाना नहीं था, कामुकता के अधीन हो कर भाभी मेरे को लंड उनकी चूत के अंदर डालने को कहने लगी।

मैंने अपना लंड निशाने पर लगाकर जब थोड़ा सा धक्का मारा तो मेरे लंड का टोपा उनकी चूत में चला गया। उन्होंने काफी टाइम से चुदाई नहीं की थी तो उनकी चूत काफी टाइट थी और उन्हें दर्द भी हो रहा था।
मैं उनके होठों पर किस करने लगा; जब भाभी नार्मल हो गयी तो मैंने एक जोर का घस्सा मारा और मेरा सारा लण्ड उनकी चूत में चला गया; वो दर्द से कराहने लगी तो मैं उनके बूब्स सहलाने लगा और वो धीरे धीरे सामान्य हो गयी।

मैं भाभी की टाँगें अपने कंधों पर रख कर उन्हें हचक हचक कर चोदने लगा।

हम काफी देर तक उन पोजीशन में सेक्स करते रहे। फिर मैंने उन्हें घोड़ी बना लिया और उन्हें पीछे से चोदने लगा। लगभग 5 मिनट उस पोजीशन में सेक्स करने के बाद हम दोनों ही झड़ने वाले थे तो मैंने भी अपने धक्के तेज कर दिए। वो भी पूरे जोर से आवाजें निकालने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… और तेज… और तेज करो… जोर से करो… आह आज मजा आ गया… फ़क मी प्लीज… फ़क मी फ़ास्ट!
और वो झड़ गई.
उसके बाद 6-7 घस्से मारने के बाद मैं भी झड़ चुका था.

फिर हम काफी देर ऐसे ही पड़े रहे। थोड़ी देर बाद मेरी कामवासना फिर से जोर मारने लगी, मैं उनकी गांड पर हाथ फेरने लगा तो वो मुझे अजीब सी नजरों से देखती रही।

मैंने भाभी से पूछा- भाभी, सरसों का तेल कहाँ रखा है?
तो भाभी ने बताया कि रसोई में स्लैब पर ही सरसों के लेट की बोतल राखी है.
मैं वहां से उठा और सरसों के तेल की शीशी उठा लाया और उसे अपने पूरे अकड़ चुके लंड पर लगा दिया और भाभी की गांड पर भी लगाने लगा तो वो मुझे मना करने लगी लेकिन मैंने उन्हें गांड मरवाने के लिए राजी कर लिया।

मैंने उनकी गांड के छेद में अच्छी तरह से तेल लगा दिया और उनको फिर से डॉगी स्टाइल में कर दिया। मैंने लंड की पोजीशन सेट करके थोड़ा सा धक्का दिया तो लंड का अगला हिस्सा एक इंच तक अंदर चला गया, वो दर्द से कराहने लगी तो मैंने उनके बूब्स दबाने चालू कर दिए.
जब वो नार्मल हो गई तो मैंने एक जोर का धक्का मारा तो पूरा लंड प्रीति भाभी की गांड के अंदर उतार दिया।

उन्हें बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मैं कुछ देर तक वैसे ही रुका रहा, थोड़ी देर बाद जब भाभी नार्मल हो गयी तो मैं धीरे धीरे धक्के मारने लगा। थोड़ी देर बाद उन्हें भी इस चुदाई में मजा आने लगा।
मैंने 10-12 मिनट उन्हें लगातार ऐसे ही चोदा फिर मैंने लंड निकाल कर भाभी की चूत में डाल दिया और 4-5 मिनट तक उन्हें चोदने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने लंड बाहर निकाल कर भाभी के मम्मों पर सारा पानी निकाल दिया।

उस दिन हमने 2 बार ओर चुदाई की और ज़ब भाभी उठी तो उनसे चला नहीं जा रहा था।
थोड़ी देर बाद जब मैं जाने लगा तो उन्होंने मुझे 2 मिनट इन्तजार करने को कहा और वो अंदर से मेरे लिए 10000 रुपए लेकर आयी और मुझे देने लगी लेकिन मैंने लेने से मना कर दिया तो उन्होंने मुझे अपनी कसम देकर वो रुपये दे दिए. तो मैंने भी भाभी की कसम की मजबूरीवश केवल 2000 रुपये ही लिए और 8000 उन्हें वापिस कर दिए.

इसके बाद भी बाद जब मैं वापिस आने के लिए उठने लगा तो भाभी ने मुझे जाने के लिए बहुत रोका लेकिन मुझे अपने शहर वापिस आना पड़ा।
दोस्तो, उस दिन के बाद हमने कई बार सेक्स किया और उन्हें पूर्ण रूप से तृप्त भी किया।
उनके बाद उन्होंने अपनी दो ओर सहेलियों की चुदाई मुझसे करवाई।

दोस्तो, यह थी मेरी पहली फ्री सेक्स स्टोरी… आपको जैसी भी लगी हो, अपना विचार देना मत भूलें।
मेरा ईमेल एड्रेस [email protected] पर आप अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं।
धन्यवाद।

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