चुदक्कड़ औरत ने अपनी बहू को चुदवाया

(Xxx Khula Sex Kahani)

सोशल यूथ 2024-11-23 Comments

Xxx खुला सेक्स कहानी में मुझे जंगल में एक अधनंगी औरत मिली. वह अपने यार से चुदवाने आई थी पर उसका यार डर कर भाग गया था. मैंने उस औरत को उसके घर पहुंचाया तो …

दोस्तो, मेरा नाम राज है. गाँव में मेरी काफी पुश्तैनी जमीन होने के कारण मैं बहुत अमीर हूँ.

मैं काफी चोदू किस्म का इंसान हूँ, हमेशा नयी नयी चूत खोजता रहता हूँ और जैसे ही कोई चूत मिलती है, उसमें लंड पेल देता हूँ.

मैं अपने घर में हर महीने हॉट नौकरानी को काम पर रखता हूँ और चोद कर छोड़ देता हूँ.

Xxx खुला सेक्स कहानी में एक दिन मैं अपनी कार से जंगल के रास्ते से जा रहा था.
तो मैंने देखा कि एक मस्त चुदक्कड़ महिला को कुछ कुत्ते दौड़ा रहे हैं.
वह बेचारी भाग रही थी.

जब मैंने देखा तो अपनी कार रोककर कुत्तों को भगाया.

वह महिला बहुत डरी और घबराई हुई थी. वह बोली- मुझको इन कुत्तों से बचा लो.

मैंने उसको समझाया और कार के अन्दर बिठाकर उसे पानी पिलाया, तब वह कुछ शांत हुई.
वह बिल्कुल अधनंगी हालत में थी, उसके मखमली चूचे साफ साफ दिख रहे थे.

मैंने उससे पूछा- आप यहां कैसे आ गयी?
तो वह बोली कि मेरा नाम शांति है और मेरा आशिक मुझे यहां पर चोदने के लिए लाया था और कुत्तों को आता देख वह गांडू मुझको अकेला छोड़कर भाग गया.

मैं उसकी इस तरह की बिंदास भाषा सुनकर चौंक गया और अब मेरा उसको देखने का नजरिया बदल गया.
मैं उसके दूध देखने लगा.
शांति मेरी नजरों को भाँपती हुई बोली- देखो आप चाहें तो मुझसे अपना लंड चुसवा लो, बुर चोद लो या गांड मार लो … लेकिन प्लीज मुझे मेरे घर पर छोड़ दो. वहां मेरी 3 जवान बेटियां न जाने किससे चुदवा रही होंगी.

मेरे मन तो तुरंत आया कि साली को वहीं पटक कर चोद दूँ, पर मैंने उसकी तीन जवान बेटियों का सुनकर सोचा कि काजू बादाम के चक्कर में मूंगफली पर क्या नीयत खराब करना.

अतः मैंने उससे कहा- कोई बात नहीं, मैं आपको घर पर छोड़ देता हूँ.
वह इस बात से बहुत खुश हुई और मैं अपनी कार से शांति को उसके घर ले आया.
उस वक्त रात के 11 बज रहे थे.

उसने बाहर से ही अपने बड़ी बहू सपना को आवाज देकर बुलाया- ओ सपना रांड कहां है! दरवाजा खोल कुतिया. किससे गांड मरवा रही है?

उसकी कर्कश आवाज सुनकर जैसे ही दरवाजा खुला तो मेरे सामने एक 28 साल की मस्त माल खड़ी थी.
यह शांति की बहू सपना थी.

सपना ने दरवाजा खोला, तो शांति बोली- क्यों री छिनाल … गांड मरवा रही थी क्या … जो दरवाजा खोलने में इतनी देर लग गई?
तो सपना ने कहा- हां मम्मी जी, आपके बेटे मेरी गांड ही मार रहे थे … इसलिए थोड़ा समय लग गया.

शांति हंस कर उसको धक्का देती हुई मुझको अन्दर ले आयी और अपनी सभी बेटियों को बुलाने लगी.

वह अपनी बड़ी बेटी जूही 22 साल की, मझली बेटी सुधा 20 साल और सबसे छोटी बेटी काजल 18 साल को आवाज देती हुई सामने आने की कहने लगीं.

शांति अपनी बेटियों से चिल्ला कर बोली- अरे बुर चोदियो जूही, सुधा, काजल … कहां बुर चुदवा रही थी … यहां आओ!
उसकी तीनों लड़कियां दौड़ती हुई आ गईं.

कसम से तीनों एक से बढ़कर एक मस्त माल थीं.
शांति ने सबसे पूरी बात बताई और मेरा परिचय करवाया.

शांति का छोटा बेटा धर्मेंद्र भी नौकरानी को चोदकर आया था, वह भी उधर खड़ा हो गया.
उससे शांति ने कह दिया- जाओ तुम आराम करो.

शांति की बड़ी बेटी जूही, मुझको झुककर पानी दे रही थी, तो मेरी नजर उसकी सुडौल चूचियों पर चली गयी.
मुझे अपनी बेटी की चूचियां देखते हुए शांति ने देख लिया.

वह बोली- साली रंडी, ये मेरे मेहमान हैं … आज तो इनका ख्याल रखो!
इतने में शांति मुझे आंख मारकर कमरे से बाहर चली गयी.

उसके जाते ही मैंने जूही को अपनी बांहों में खींचा और उसके रसभरे मम्मों को मसलना शुरू कर दिया.
वह कसमसाती हुई बोली- छोड़िये न … मम्मी आ जाएंगी!

मैंने कहा- तेरी मां का भोसड़ा, चुप कर साली रांड … वरना अभी तुरंत तेरी गांड चोद दूँगा!
उसने हंस कर कहा- अगर आपको मुझे चोदना ही है, तो बेशक चोद लो. लेकिन पहले मम्मी से पूछ लो.

मैं तुरंत शांति के पास गया और उससे बोला कि मुझे आपकी बड़ी बेटी जूही को चोदना है!
वह बोली- ठीक है, कल तुम जूही से कोर्ट मैरिज कर लेना और दिन रात चोदना, तब तक मैं आज आपके लिए चूत का इंतजाम कर दे रही हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

शांति ने कमरे में अपनी बहू सपना को बुलाया और बोली- आज रात राज जी का लंड ले लो.
सपना बोली- लेकिन!

शांति ने उसको डाँटा- तू अभी राज जी से बिना नखरा किए चुदेगी. चल इधर आ … और राज जी का लंड मुँह ले छिनाल!
तब शांति ने मुझसे कहा- जाओ, आप इस रंडी को जैसे चोद लो, Xxx खुला सेक्स करो … इसकी गांड भी मारना हो … तो वह भी करो. मैं यहीं से देख रही हूं.

मैंने तुरंत लंड निकाल कर कर सपना के मुंह में दे दिया और वह गपागप चूसने लगी.
मैं अपना हाथ बढ़ा कर उसके दोनों चूचों को दबाने लगा था.

सपना सीत्कार भरती हुई बोली- आह राज जी, अब चोद भी दो मेरी बुर को!
मैंने तुरंत अपना लंड उसके हाथ से लेकर उसे चित लिटाया और उसकी चूत में पेल दिया.

वह आह आह करने लगी और मैं उसकी चुत को धकाधक चोदने लगा.
तभी शांति बोली- अब आप सपना की चुदाई का मजा लो, मैं सोने जा रही हूँ!

शांति अपने कमरे में चली गई.
मैंने पूरी रात सपना को खूब जी भरकर चोदा.

सुबह मेरी शादी जूही से हो गयी और वह घर मेरी ससुराल हो गई.

दोस्तो, मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा कि मैंने जूही के साथ कैसे सुहागरात मनाई और उसके बाद उसकी दोनों बहनों को किस तरह से पेला!
आप मुझे कमेंट्स करके जरूर बताएं कि आपको मेरी यह लघु Xxx खुला सेक्स कहानी कैसी लगी.
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