पड़ोसन भाभी को चुदाई के लिए बोला तो …

(Padosan Bhabhi Ko Chudai Ke Liye Bola To ...)

दोस्तो, मेरा नाम विराज है. मैं अभी 25 साल का हूँ. आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ. यह बात आज से एक साल पहले की है और एकदम सही घटना मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की है. मैं भाभी का असली नाम बताना नहीं चाहता हूँ लेकिन इस कहानी में मैं उनको रिया भाभी कहूँगा.

रिया भाभी दिखने में बहुत ही सुंदर हैं. वह किसी एक्ट्रेस से कम नहीं लगती हैं. वे ज़्यादातर नई स्टायल के कपड़े ही पहनती हैं. उनका सबसे ज्यादा पसंदीदा ड्रेस जीन्स और टॉप ही है. चुस्त जींस और टॉप में उनका फिगर एकदम आग उगलने वाला दिखता है. भाभी का साइज़ 34-28-36 का है और उनकी उम्र अभी 27 साल की है.

जब मैंने उनको पहली बार देखा था, तो उस टाइम रिया भाभी ने ब्लू जीन्स और लाल रंग का टॉप पहना हुआ था. उनकी इस शोला भड़का देने वाली जवानी को तो बस मैं देखता ही रह गया और उसी पल से उनका दीवाना हो गया था.

रिया भाभी बहुत ही ज्यादा गोरी हैं. उनके पति दिखने में ठीक हैं और वे अपने काम के कारण ज्यादातर आउट ऑफ सिटी ही रहते हैं. भाभी के पति कभी एक दिन दो दिन, तो कभी एकाध हफ्ते के लिए ही घर आते हैं. इसलिए अधिकतर समय भाभी ही घर में अकेली रहती हैं.

मैंने भाभी से नजदीकी बढ़ानी शुरू की और मेरी और रिया भाभी की जल्दी ही अच्छी दोस्ती हो गई. मैं अब आए दिन उनके घर जाने लगा था और भाभी भी मेरे घर आने लगी थीं. दरअसल उनका भी एकाकीपन काटे नहीं कटता था और मैं भी अपने घर में अकेला ही रहता था. मेरा परिवार दूसरे शहर में रहता है. इसलिए मेरी भाभी के साथ कुछ ज़्यादा ही दोस्ती हो गई थी. भाभी की तरफ से जिस तरह का खुलापन वाला व्यवहार था, उससे मैं ये कह सकता हूँ कि शायद हम दोनों एक दूसरे से लव करने लगे थे.

एक दिन हमारा लव एक दूसरे के सामने खुल गया. उस दिन की घटना बता दूँ कि सबसे पहले जब मैंने रिया भाभी को प्रपोज़ किया, तो मुझे एक पल के लिए भी उनका जबाव पाने का इन्तजार नहं करना पड़ा. क्योंकि भाभी भी मुझसे प्यार करती थीं.

हम दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा. भाभी मेरे साथ किस वगैरह भी करने लगी थीं. मैंने शुरुआत में भाभी को बड़ी इज्जत से प्यार देना शुरू किया, ताकि भाभी ये न समझें कि मैं उनके शरीर का प्यासा हूँ. हालांकि मुझे तो बस भाभी की चूत चुदाई का इन्तजार था. मैं यह भी कह सकता हूँ कि शायद भाभी को भी मेरे जैसे जवान लड़के के लंड की जरूरत थी.

भले ही हम दोनों की मंशा चुदाई की थी, लेकिन एकदम से चुदाई की मंशा एक दूसरे के सामने प्रकट कर देना भी ठीक नहीं होती है. इससे मैं सोचता था कि बस एक दूसरे को पटाया और चुदाई करके आगे बढ़ लेना, कुछ समय वाला रिश्ता ही हो पाता है. मैं भाभी की जवानी पर इस कदर से फ़िदा था कि मुझे उनकी जवानी का हमेशा रस चूसने वाला भंवरा बनने का मन था.

भाभी के दिल में मेरे लिए कितने समय तक का प्यार था, यह मुझे नहीं मालूम था लेकिन मुझे अपने प्यार करके चुदाई करने के फार्मूले पर भरोसा था कि भाभी भी मुझे लम्बे समय तक चूत देती रहेंगी.

खैर.. अब मैं उस दिन की कहानी बताता हूँ, जब मैंने उनके साथ सबसे पहली बार सेक्स किया था.

जब एक बार हम दोनों मेरे घर में ही एक दूसरे से लिपट कर चूमा चाटी का मजा ले रहे थे तो मैंने रिया भाभी को सेक्स के लिए बोला. उन्होंने मुझे एकदम से मना कर दिया था. मुझे उस दिन बहुत आग लगी थी और मैं उस दिन मुठ नहीं मारना चाहता था. मैंने उनकी तरफ से मनाही देखी तो मैंने उनसे बात करना बंद कर दिया.

हालाँकि मैं रिया भाभी को किस तो बहुत बार कर चुका था और अब मेरा उनको चोदने का मन कर रहा था. जब मैंने भाभी से बात करना बंद कर दिया तो मुझे उनकी बड़ी याद सताने लगी.

भाभी अब भी मेरे पास आती थीं लेकिन मैंने उनसे दूरी बना ली थी और ऐसा प्रकट करने लगा था, जैसे वो मेरी लवर तो हैं लेकिन बस दूर वाली लवर. अब मैं उनसे न तो चुम्बन लेता था और न ही उनको अपने करीब आने देता था. भाभी भी मेरी इन बुझी हुई हरकतों को समझ रही थीं. उनको भी मालूम था कि मुझे सेक्स के लिए मना कर देने का नतीजा है कि मैंने भाभी से दूरी बना ली.

फिर एक दिन उन्होंने मुझसे कहा- विराज मैं ऐसा कैसे कर सकती हूँ, मेरा पति है मैं शादी कर चुकी हूँ.
मैंने कहा- तो मैं कौन हूँ?
रिया बोली- आई लव यू विराज, लेकिन अगर मेरी शादी नहीं हुई होती तो मैं सिर्फ़ तुम्हारी होती … बट ऐसा नहीं है जान!
मैंने कहा- तो आप मुझे भूल जाओ.

मैं बेरुखी दिखा कर अपने काम पर चला गया. शाम को मुझे मालूम हुआ कि आज रिया भाभी के पति एक हफ़्ते के लिए बाहर जा रहे थे.

जब मैं रात को अपने घर आया तो रिया भाभी भी थोड़ी देर में मेरे घर आ गईं. मेरे सामने आकर रिया भाभी बोलीं- ठीक है विराज, मैं सेक्स करने के लिए रेडी हूँ लेकिन मैं एक बार ही करूँगी.
मैंने कहा- खुशी खुशी करोगी या मजबूरी में ऐसा कह रही हो?
रिया भाभी बोलीं- मैं तुमसे लव करती हूँ और मैं सब अपनी खुशी से करूँगी लेकिन सिर्फ एक बार करूँगी और तुम कंडोम यूज करोगे. मैं किसी भी तरह का रिस्क नहीं ले सकती.

यह सुनते ही मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मैंने आगे बढ़ कर रिया भाभी को गले से लगा लिया. भाभी भी मुझसे ऐसे लिपट गईं, जैसे न जाने उनका कब का खोया हुआ खिलौना मिल गया हो.
मैंने रिया भाभी को चूमते हुए उनसे कहा- भाभी तुम जल्दी से तैयार हो जाओ.. मैं तब तक मार्केट से कंडोम लेकर आता हूँ.
मेरी इस बात पर रिया भाभी हंस कर बोलीं- इसमें रेडी क्या होना है?
मैं बोला- भाभी तुम अपनी ब्लैक जीन्स और ब्लू टॉप पहन लो.. और मेकअप भी कर लो. बाकी जैसा तुमने अपनी सुहागरात को तैयारी की थी, वैसे रेडी हो जाओ.
यह कहते हुए मैंने आंख दबा दी.

मैंने उनसे झांटे आदि साफ़ करने का इशारा कर दिया था मगर मुझे नहीं मालूम था कि भाभी ने मेरी बात को समझ लिया था या नहीं.
खैर मैं चला गया.

जब मैं वापस आया तो रिया भाभी बिल्कुल रेडी थीं. मैं तो रिया भाभी को देखता ही रह गया.. भाभी कितनी मस्त माल लग रही थीं. मैंने रिया भाभी को अपनी बांहों में भर लिया और उनके होंठों पर किस करने लगा. रिया भाभी भी मेरा साथ देने लगीं.

फिर मैंने उनका टॉप उतार दिया. भाभी ने अन्दर ब्लैक कलर की डोरी वाली ब्रा पहनी हुई थी. इस ब्रा में सिर्फ निप्पल पर ढक्कन होता है बाकी सब डोरियों से कसी रहती हैं. सच में काले रंग की ब्रा के कप भाभी के गोरे मम्मों पर कसे हुए गजब कहर बरपा रहे थे. मैं उनके मम्मों को दबाने लगा, वो आहें भरने लगीं.

फिर मैं उनकी गांड को अपने हाथ से सहलाने लगा, भाभी के मुँह से उम्म्ह… अहह… हय… याह… की आवाजें आने लगीं.

इसके बाद मैंने भाभी की जीन्स को उतार दिया. रिया भाभी ने ब्लैक कलर की ही पेंटी पहनी थी, जिस पर वाइट कलर के फूल बने थे. मैं पेंटी के ऊपर से ही उनकी चूत को सहलाने लगा. मैंने जरा हल्के से भाभी की पेंटी की इलास्टिक को खींच कर चूत का नजारा लिया तो क्या मस्त चिकनी गुलाबी चूत दिख रही थी.

मुझे इस बात को जानने की बड़ी जल्दी थी कि भाभी ने मेरी सब तैयारी कर लेने की हिदायत को कहां तक समझा था. उन्होंने शायद अपनी चूत की झांटें अभी ही साफ़ की थीं. उनकी चूत से बड़ी महक आ रही थी. इस खुशबू ने मेरे लंड को मदमस्त कर दिया था.

मैंने घड़ी की तरफ देखा, उस टाइम रात के 10 बज चुके थे. अब तक मैंने रिया के सारे कपड़े उतार कर उनको न्यूड कर दिया था और मैं भी वस्त्रविहीन हो गया था.
मैंने रिया भाभी से कहा- मेरा लंड तुमको अच्छा नहीं लगा क्या?
रिया भाभी ने कहा- अच्छा है यार … बहुत बड़ा भी है.

उनके मुँह से मेरे लंड की तारीफ़ सुनकर मुझे बड़ा अच्छा लगा पर मैं चाहता था कि भाभी लंड को मुँह में लेकर चूस लें.
खैर मैंने भी उनसे लंड चूसने के लिए नहीं कहा.

रिया भाभी ने मेरे लंड पर कंडोम को पहनाया और कहा- अब जल्दी से करो जो करना है.

मैंने एक उंगली को उनकी चूत में डाल दिया और अन्दर बाहर करने लगा. वो भी चुदासी हो उठीं और उनके कंठ से कामुक सीत्कारें निकलने लगीं ‘एयेए … आआह … ऑश …’

भाभी की मादक आवाज़ मुझे गर्म करने लगी. मैंने भाभी को चुदाई की पोजीशन में लिटाया और अपने लंड को उनकी चिकनी चुत पर रख कर ज़ोर से झटका दे दिया. मेरा लंड एक ही झटके के पूरा अन्दर तक चला गया.
रिया भाभी की चीख निकल पड़ी.

फिर मैंने धीरे धीरे से उनको चोदना शुरू किया. कुछ टाइम बाद मैंने स्पीड बढ़ा दी. वो ‘आह … एयाया … ऊह … उह्म्म्म्म …’ की आवाज़ करने लगीं.
मैंने उनसे कहा- यार तुम आवाज़ मत करो.. नहीं तो कोई पड़ोसी सुन लेगा.
रिया भाभी ताना देते हुए बोलीं- तो धीरे से करो ना.
मैंने उनको चोदना जारी रखा. मैंने रिया भाभी को की पॉर्न मूवी की एक्ट्रेस जैसे चोदा.

कुछ टाइम बाद मैंने अपना लंड चुत में से निकाला और रिया भाभी से कहा कि लो मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसो और मेरा सारा माल निकाल दो.
रिया भाभी ने लंड चूसने से मना कर दिया. मैंने कुछ नहीं कहा और फिर से अपने लंड को उनकी चूत में डाल दिया. भाभी मेरे लंड को फिर से झेलने लगीं. करीब दस मिनट बाद मैं झड़ गया.

थोड़ी देर बाद मैं फिर से तैयार हो गया था. अब मैंने रिया भाभी से उनकी गांड मारने को कहा. रिया भाभी ने गांड भी मरवाने से मना कर दिया, भाभी कहने लगीं- आगे की ही ले लो.. पीछे कुछ नहीं करने दूंगी.
मैंने कहा- आगे मजा आया?
भाभी बोलीं- बहुत मजा आया.. मैं सोच रही थी कि तुमको सिर्फ एक बार ही मौका दूंगी.. लेकिन अब तुम हमेशा मेरी ले सकते हो.

मैं इस बात को सुन खुश हो गया. मुझे भी रिया भाभी की गुलाबी चुत मारकर मज़ा आ गया था. उस रात मैंने कम से कम रिया भाभी को 4 बार चुत चोदी.

इसके बाद आज तक मैं रिया भाभी को बहुत बार चोद चुका हूँ. रिया भाभी मुझसे इतना खुश हैं कि उन्होंने अपनी मर्ज़ी से मुझे पीछे भी लंड लगाने का कह दिया था. मैं भाभी की गांड भी चोद चुका हूँ.

मैंने रिया को गांड मरवाने के लिए कैसे राज़ी कर लिया, ये मैं आपको अपनी अगली चुदाई की कहानी में लिखूंगा.
आपको भाभी की चुदाई कहानी कैसी लगी, मुझे मेल लिख कर जरूर बताएं.
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top