भाभी ने अपने कमरे में बुलाकर चूत दी

(Nangi Bhabhi Sex Kahani)

नंगी भाभी सेक्स कहानी मेरे मकान मालिक की बहू और मेरी चुदाई की है. उनके पति बाहर रहते थे. एक बार उन्होंने मेरे फोन में ब्लू फिल्में देख ली.

अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.

दोस्तो, मेरा नाम अर्जुन वर्मा है. अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्स कहानी है इसलिए कुछ गलतियां हो जाना स्वाभाविक है, अत: पहले ही आपसे माफी की गुजारिश है.

मेरी शरीर की लंबाई 5 फीट 9 इंच है. मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच है.
ये नंगी भाभी सेक्स कहानी मेरे मकानमालिक की पुत्रवधू के साथ मेरी पहली चुदाई की है.

भाभी का नाम कनिका है. कनिका भाभी दिखने में मोटी हैं लेकिन बहुत गोरी होने की वज़ह से और सुंदर मुखड़ा होने की वज़ह से एक नंबर की माल लगती हैं.

उनकी उम्र 27 साल है और कद 5 फुट 6 इंच है. उनके 36 साइज़ के स्तन, 30 इंच की कमर और 40 इंच की उठी हुई गांड है.

घटना पिछले साल की है.
मैं मेडिकल की तैयारी करने के लिए लखनऊ गया था.

वहां पर मैंने मेडिकल की कोचिंग में एडमिशन ले लिया और रहने के लिए हॉस्टल की तलाश करने लगा.
लेकिन अच्छा माहौल वाला हॉस्टल ना मिलने की वजह से मैंने रूम लेकर रहना पसंद किया.

जिस मकान में मुझे रूम मिला, उसमें केवल एक रूम ही खाली था, जो ऊपर की मंजिल में बना था.
बाकी के सभी रूम नीचे थे, उनमें मकान मालिक की फैमिली रहती थी.

मकान मालिक का एक ही लड़का था, जो बाहर रहता था और उसकी पत्नी यानि कनिका भाभी और उनके सास ससुर घर रहते थे.

मैं सुबह 9 बजे कोचिंग चला जाता था और 2 बजे आ जाया करता था.
फिर रूम में ही रह कर पढ़ता रहता था.

भाभी शाम को ऊपर टहलने आया करती थीं तो कभी कभी बात भी हो जाया करती थी.

एक दिन उन्होंने बताया कि उनके फोन का चार्जर खराब हो गया है.
तो मैंने अपना चार्जर उनको दे दिया.

बाद में मैंने चार्जर वापस मांगा तो भाभी बोलीं- अभी तुम भी यहीं अपना मोबाइल चार्ज कर लिया करो. बाद में मैं नया चार्जर ले आऊंगी, तो अपना ले लेना.
मैंने हामी भर दी.

अब जब मुझे फोन चार्ज करना होता था तो उनके रूम में मोबाइल लगा आता था.

चूंकि मेरे बोर्ड में इन्वर्टर का कनेक्शन नहीं था, केवल लाइट और पंखा में था तो मुझे भी सहूलियत होने लगी थी.

एक दिन मेरा फोन ऑफ हो गया था तो मैं सुबह चार्जिंग में लगा कर कोचिंग चला गया.

वापस आया तो भाभी मेरा फोन देती हुई बोलीं- लो फुल चार्ज हो गया है.
वो मुझे फोन देते समय मुस्कुरा रही थीं लेकिन मैं कुछ समझा नहीं.

शाम को भाभी ऊपर टहलने आईं तो मुझसे बात करते करते बोलीं- तुम बहुत गंदे हो.
मैंने बोला- क्यों भाभी क्या हुआ? मैंने क्या गलत कर दिया है?

भाभी- तुम्हारे फोन में मैसेज आ रहा था. मैंने देखा तो वॉट्सएप पर बहुत गंदा सा वीडियो आया था.
मैंने चौंकते हुए कहा- अरे … क्या आपको मेरा पासवर्ड पाता है, आपने कैसे देखा?
भाभी- हां मुझे पता है. तुम मेरे सामने ही खोलते हो, इसलिए मैंने देखा था.

मैं- वैसे किसी का फोन नहीं चैक करना चाहिए.
भाभी- अरे यार, बुरा मत मानो कोई बात नहीं. मैं किसी को बताने थोड़े ना जा रही हूं.
मैं भाभी की तरफ देखने लगा.

वो मुझे देख कर मुस्कुरा रही थीं.

फिर बोलीं- वैसे तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं!
ये कह कर भाभी हंसने लगीं.

मैंने भी इस माहौल का फायदा उठाया और उनसे कहा- नहीं भाभी, नहीं है … आप बनोगी मेरी गर्लफ्रेंड!
भाभी- मेरी तो शादी हो गई है. नहीं हुई होती तो सोचती.

इतना बोल कर भाभी जाने लगीं तो मैंने उनसे पूछा- कहां जा रही हो भाभी?
भाभी बोलीं- अभी खाना भी बनाना है, तुम्हारा क्या है, तुम्हारा तो टिफिन आ जाएगा.

इतना बोल कर भाभी नीचे चली गईं.
मैं अब समझ गया था कि भाभी गर्म हो रही थीं.
शायद उन्हें भैया की कमी अखर रही थी.

उस दिन तक मैंने कभी उनको चोदने के लिए नहीं सोचा था लेकिन अब भाभी को चोदने का मेरा भी मन हो गया था.
दिमाग में इतनी वासना चढ़ गई कि लंड अकड़ गया.
मैंने बाथरूम में जाकर भाभी को सोच कर मुठ मारी और अपने रूम में आ गया.

मैं बैठ कर भाभी को चोदने के बारे में सोचने लगा.

मैं अभी सोच ही रहा था कि मेरे वॉट्सएप पर भाभी के नंबर से हाय लिख कर एक मैसेज आया.
मैंने तुरंत भाभी को कॉल किया.

मैं- हां भाभी क्या हुआ?
भाभी- बाबू, वो जो वीडियो तुम्हारे वॉट्सएप ग्रुप में आया था, मुझे भी सेंड करो न!

मैं- क्या बात है भाभी, लगता है आज आपको भैया की कुछ ज्यादा ही याद आ रही है.
भाभी- अरे यार मज़ाक मत करो, वीडियो सेंड करो.
मैं- ओके भाभी.

मेरे दिमाग में आया कि भाभी मूड में हैं तो कोशिश की जाए.

अब अपने मोबाइल में जितने भी पॉर्न वीडियो मेरे वॉट्सएप पर आए थे, मैंने सब भाभी को भेज दिए.

पूरे 8 वीडियो थे. कोई 30 सेकंड, तो कोई 2 मिनट का, ज्यादा बड़े आकार के वीडियो नहीं थे.

मैं तो समझ गया था कि अब एक दो दिन में आराम से भाभी की चूत चोदने को मिल जाएगी.

तभी टिफिन आ गया और मैं ये सब सोच सोच कर अपना खाना खाने लगा.

रात को 11 बजे फिर से भाभी का मैसेज आया.
मैंने कॉल किया तो भाभी बोलीं- बाबू कोई अच्छा वीडियो नहीं है. एचडी में हो और जरा बड़ा सा हो.
मैं- हां है तो भाभी, लेकिन लैपटॉप में है.

भाभी- मेरे रूम में ले कर आ सकते हो?
मैं- हां भाभी, अभी लेकर आ रहा हूं.

मैं तो खुश हो गया कि आज ही भाभी को चोदने का मौका मिल गया.

भाभी- आराम से आना और बिल्कुल भी आवाज मत करना, सीधा मेरे रूम में आओ, मैं दरवाजा खोल रही हूं.

मैं नीचे गया, तो भाभी अपने कमरे में थीं.
वो रजाई में लेटी हुई थीं.

मैं जाकर उनके बेड पर बैठ गया और लैपटॉप में फोल्डर दिखाने लगा- ऐसे खोल लेना. आपको सब कुछ देखने को मिल जाएगा.

तभी भाभी बोलीं- मुझे लैपटॉप चलाना नहीं आता. तुम दिखाओ न!
मुझे ये समझ आ गया था कि भाभी रजाई के अन्दर बिल्कुल नंगी हैं और फिंगरिंग कर रही हैं.
मैं मुस्कुरा कर बोला- ठीक है भाभी, मैं एक वीडियो लगा देता हूं, आप देख लो.

मेरा लंड बिल्कुल टाईट था जो भाभी ने भी देख लिया था.

भाभी- क्या बात है बाबू तुम्हारा तो पूरा खड़ा हो गया है.
मैं- हां भाभी, मेरा भी मन कर रहा है.

भाभी- मुझे चोदोगे?
मैं- हां भाभी.

इतना बोल कर मैंने उनकी रजाई को हटा दिया और भाभी को अपने बांहों में पकड़ के उनके होंठों पर टूट पड़ा.

तभी भाभी मुझे हल्का सा धक्का देती हुई बोलीं- तुम भी नंगे हो जाओ, फिर रजाई के अन्दर मुझे चोदना, बहुत मज़ा आएगा.
मैं तुरंत अपने सारे कपड़े निकाल दिए और भाभी के साथ रजाई के अन्दर घुस कर उनसे लिपट गया.

मैं भाभी के होंठों को चूसने लगा. मैं भाभी के आगे बिल्कुल बच्चा सा लग रहा था.

दस मिनट तक भाभी के होंठ चूसने के बाद मैंने भाभी को अपना लंड चूसने के लिए बोला.

भाभी तुरंत मेरा लंड चूसने लगीं और दस मिनट लंड चूसने के बाद मेरा लंड भाभी के मुँह में ही झड़ने को हो गया.
मैंने लंड निकालने की कोशिश की मगर भाभी ने नहीं निकालने दिया.

अपना माल मैंने उनके मुँह में निकाल दिया.
भाभी ने मेरा लंड रस गटक लिया.

अब मैं भाभी के बगल में उनको पकड़ कर लेट गया.

भाभी बोलीं- बाबू, ये लंड तो मेरे पति से भी बहुत बड़ा है. मेरे पति का लंड मेरे चूत की गहराई तक भी नहीं पहुंच पाता.

मैं भाभी की चूचियों को चूसने लगा.
तभी भाभी बोलीं- बाबू, अब तुम भी मेरी चूत चूस लो. मेरी चूत के अन्दर बहुत खुजली हो रही है.

फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और भाभी फिर से मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगीं.
मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

मैं भाभी की चूत को पूरी मस्ती के साथ चूस रहा था.
कुछ मिनट तक चूसने के बाद भाभी मेरा सिर अपने चूत में दबाने लगीं और अकड़ कर झड़ गईं.

फिर हम दोनों सीधे हुए और एक दूसरे को बांहों में लेकर लेट गए.

भाभी मेरा लंड अपने हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में रगड़ने लगीं.
दो मिनट के बाद भाभी लंड को अन्दर डालने को बोलीं.

मैं हल्का सा पीछे हुआ और एक जोरदार झटका दे मारा.
मेरा लंड भाभी की चूत में आधा घुस गया.
भाभी मुझे ज़ोर से पकड़ कर सिसकारने लगीं.

मैं भाभी को सहलाने लगा और धीरे धीरे धक्का लगाने लगा.
भाभी को हल्का दर्द हो रहा था तो भाभी ने लंड बाहर निकालने को बोला.

मैंने लंड को चूत से बाहर निकाल लिया.

फिर भाभी उठीं और रूम के बगल किचन से सरसों का तेल लेकर आईं और मुझे देती हुई बोलीं- जान, तेल लगा कर चोदो.
मैंने तुरंत तेल का डब्बा खोला और भाभी के पूरे बदन पर तेल टपका कर उन्हें चमका दिया.
भाभी हंसने लगीं.

फिर मैंने उनकी चूत और गांड सबमें अच्छी तरह तेल लगा दिया और उनको अपने जिस्म से रगड़ कर उनको बॉडी मसाज देने लगा.
भाभी पूरी तरह गर्म हो गई थीं.

मैं भाभी को बेड पर लेटा कर उनके दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए और अपने लंड को भाभी की चूत में टिका दिया.

मैंने भाभी को आंख मारकर इशारे से पूछा.
तो भाभी ने गांड उठा कर हामी भर दी.

मैंने पूरा ज़ोर लगा कर लंड को भाभी की चूत में पेल दिया.
एकदम से लंड घुसा, तो भाभी छटपटाने लगीं और उनकी आंखों से आंसू आने लगे.

तभी मैं उनके दोनों पैर फैला कर उनके ऊपर लेट गया और उनको अपनी बांहों में पकड़ कर किस करने लगा. नीचे से मेरा लंड उनकी चूत को भी चोद रहा था.

कुछ मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद मैंने भाभी को अपने ऊपर आने को कहा.
भाभी का वज़न बहुत अधिक था इसलिए भाभी मना कर रही थीं लेकिन जब भाभी मेरे लंड को अपनी चूत में टिका कर बैठीं तो मेरा लंड एक बार में उनकी चूत में समा गया.

वो मुस्कुरा दीं और अपनी गांड उठा कर चूत चुदवाने लगीं.
इस पोजिशन में कुछ मिनट चोदने के बाद मैंने भाभी को कुतिया बन कर झुकने के लिए बोला.

वे झुक कर कुतिया बन गईं.
भाभी की गांड इतनी बड़ी थी कि देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैं अपना मुँह भाभी की गांड पर लगा कर उनकी गांड चाटने लगा.

फिर भाभी को बिना बताए मैंने अपना लंड उनकी गांड पर टिकाया और एक भरपूर शॉट लगा दिया.
मैंने जैसे ही झटका मारा, मेरा लंड भाभी की गांड में आधे से अधिक अन्दर घुस गया.

भाभी एकदम से बेड पर गिर गईं.
मैंने पूछा- क्या हुआ?
उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.

मैं डर गया कि क्या हो गया.

मैंने लंड बाहर निकाल लिया और उनके पास आ गया. मैंने उनकी नाक दबाई और उनके मुँह में फूंक मारी तो भाभी छटपटाने लगीं और गाली देने लगीं.

मैं बोला- क्या हुआ भाभी?
भाभी बोलीं- अबे साले … गांड किससे पूछ कर मारी?
मैंने कोई जवाब नहीं दिया तो भाभी कुछ पल बाद नॉर्मल हो गई और मुझे गले लगा कर किस करती हुई बोलीं- जान … तुम केवल मेरी चूत चोदो. गांड में कुछ नहीं करना.

मैंने भाभी को पुन: घोड़ी बनाया और अपना लंड पीछे से भाभी की चूत में पेल दिया.
अब धकापेल चुदाई होने लगी और दस मिनट चूत चोदने के बाद भाभी अकड़ उठीं … वो आह आह करती हुई झड़ गईं.

भाभी निढाल स्वर में बोलीं- जान मेरा हो गया, तुम भी जल्दी कर लो.
मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और 5 मिनट के बाद मैं भी झड़ने वाला हो गया था.

मैंने भाभी से पूछा- माल किधर निकालूँ?
भाभी ने आंख से ही इशारा किया कि चूत में ही निकाल दो.

मैंने अपना माल भाभी की चूत में निकाल दिया और दोनों लोग एक दूसरे को जकड़ कर रजाई के अन्दर लेट गए.
हम दोनों बात करने लगे.

मैंने पूछा- कैसा लगा भाभी?
भाभी ने बताया- आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. बहुत दिनों बाद सेक्स किया है और तुम्हारे जैसा लंड तो आज पहली बार ही अन्दर लिया है.

मैंने भाभी से कहा- भाभी मुझे आपकी गांड मारनी है.
भाभी बोलीं- नहीं, वो सिर्फ मेरे पति के लिए है.

मैं कुछ नहीं बोला और चुपचाप लेटा रहा.

कुछ देर बाद मैं भाभी से बोला- भाभी मुझे पेशाब लग रही है, मैं अभी आता हूँ.
भाभी बोलीं- रुको मैं भी साथ चल रही हूं. तुमने पूरा बिस्तर तेल गिरा कर खराब कर दिया है, अभी सब बदलना पड़ेगा.

मैंने मना कर दिया और कहा- भाभी बदलना क्यों है, अभी और नहीं करना है क्या?
भाभी हंस कर बोलीं- ठीक है. ये बेडशीट अब हमेशा उस समय बिछी रहेगी, जब भी चुदाई करनी होगी. हम दोनों हमेशा इसी पर चुदाई करेंगे.

मैं भाभी को किस करने लगा.
वो भी मुझे चूमने लगीं.

कभी मैं उनकी आंखों पर चूमता, तो कभी उनके माथे पर.
भाभी बोलीं- जान अबसे तुम भी मेरे पति हो … आई लव यू.
मैंने भी कहा- लव यू टू जान.

भाभी बोलीं- तुम्हारे लिए बाजू की ड्रावर में कुछ रखा है.
मैंने उसी समय बेड के बाजू में बनी ड्रॉवर को खोल कर चैक करने लगा, तो मुझे सेक्स की गोली मिल गईं.
मैं भाभी से कहा- भाभी अभी इसको खा कर चुदाई करवाना है?

भाभी बोलीं- नहीं, मैंने तो सिर्फ तुमको बताया था कि मेरे पति इन्हीं गोलियों की दम पर मुझे चोदते हैं. तुमने तो वैसे भी मेरी कमर तोड़ चुदाई की है. गोली खाकर करोगे तो मेरी क्या हालत होगी. नहीं, मैं इतनी देर वाली चुदाई सहन नहीं कर पाऊंगी. यदि तुम गोली खा लोगे, तो सुबह तक मेरी चुदाई ही करते रहोगे.

मुझे उसी ड्रावर में भाभी की सिंदूर की डिब्बी भी मिल गई.
मैं उसे उठा कर देखने लगा.

भाभी बोलीं- उसे रख दो.
मैंने कहा- नहीं भाभी मैं आपकी मांग भरूंगा, आपने खुद कहा है कि आप मेरी भी वाइफ हो.

भाभी मना करने लगीं लेकिन मैंने जबरन भाभी की मांग में सिंदूर भर दिया.
तो भाभी भावुक होकर रोने लगीं.

मैं भाभी को गोद में लेकर मनाने लगा भाभी मान गईं और मुझे गले लगा कर मुझे किस की.
फिर मेरे पैर छू कर बोलीं- आज से तुम भी मेरे पतिदेव हो. मैं बहुत भाग्य वाली हूं कि मेरे दो पति हैं.

फिर हम दोनों ने एक दूसरे को खूब देर तक किस की.

मैं बोला- जान, मुझे मूतने जाना है.
वो बोलीं- हां, मुझे भी चलना है.

फिर मैं और नंगी भाभी दोनों बाथरूम में गए. उधर से पेशाब करके कमरे में आ गए.

वो बोलीं- अब तो तुम मेरे पति हो.
मैं बोला- हां.
वो बोलीं- तुमको मेरी गांड में पेलना है, तो अब पेल सकते हो लेकिन पहले तुम अपने लंड में अच्छे से तेल लगा लो.

मैंने तेल लगाया और भाभी को घोड़ी बनने को बोला.
वो बन गईं और मैंने उनकी गांड में भी तेल लगाना शुरू कर दिया.
मैं भाभी की गांड में अपनी उंगलियों से तेल लगाने लगा.

भाभी की गांड तेल से चिकनी करने के बाद मैंने अपना लंड उनकी गांड के छेद पर लगाया तो वो बोलीं- जान आराम से पेलना.
वो अलमारी को पकड़ी हुई थीं और मैंने पूरी ताकत लगा कर लंड को उनकी गांड में पेल दिया.
मेरा लंड पूरा उनकी गांड में समाता चला गया.

वो मेरी तरफ देख कर रो रही थीं, लेकिन उन्होंने मुझे एक बार भी मना नहीं किया.
मैं धीरे धीरे धक्का लगाने लगा और कुछ मिनट के बाद वो भी मेरा साथ देने लगीं.

इसी तरह 20 मिनट तक भाभी की गांड मारने के बाद मैं उनकी गांड में ही झड़ गया.
फिर लंड बाहर निकाल कर मैंने भाभी को गले लगा लिया.
आखिर अब वो मेरी बीवी बन गई थीं.

हम दोनों ने फिर से बाथरूम में जाकर मूता और बिस्तर में आकर एक साथ सो गए.

सुबह उठ कर मैं भाभी के लिए मैं गर्भनिरोधक गोली ले आया और उनको दे दी जिससे अब प्रेग्नेंसी का कोई डर नहीं था.

हम दोनों रोज इसी तरह चुदाई करने लगे.
अभी उनके पति घर आ गए हैं तो उनकी चूत मिलना बंद हो गई है.

तब भी भाभी को मेरे बड़े लंड की जरूरत पड़ती है, तो वो मुझे मैसेज कर देती हैं.
जिस समय उनके असली पति घर से बाहर मार्केट वगैरह जाते हैं तो मैं उनकी चुदाई कर देता हूं.

दोस्तो, आप सभी को मेरी नंगी भाभी सेक्स कहानी कैसी लगी, मेल से जरूर बताएं.
[email protected]

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