सलहज जीजा भाई बहन का ग्रुप सेक्स-2
मैंने अपनी बीवी को उसकी भाभी की चुदाई के लिए मनाने के लिए तैयार कर लिया. जब उसके भाई भाभी हमारे घर आये तो मेरी नजर अपनी सलहज की जवानी पर थी.
मैंने अपनी बीवी को उसकी भाभी की चुदाई के लिए मनाने के लिए तैयार कर लिया. जब उसके भाई भाभी हमारे घर आये तो मेरी नजर अपनी सलहज की जवानी पर थी.
मेरे कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की मेरी अच्छी दोस्त थी. एक बार हम दोनों कहीं घूमने गए तो रात में बस में मैंने उस कॉलेज की लड़की की चूत की चुदाई कर दी. कैसे?
मैंने अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदाई की छूट दे रखी थी. एक दिन उसने पूछा कि क्या मैं किसी लड़की को चोदना चाहता हूँ तो मैंने उसके भाई की बीवी का नाम के दिया.
मेरा दोस्त दूसरे कॉलेज में पढ़ता था. एक बार उसने मुझे अपनी एक दोस्त लड़की से मिलवाया. मेरा दिल उसे देखते ही धक धक करने लगा. हम दोनों के बीच बात कैसे आगे बढ़ी?
दूर के रिश्ते की एक सेक्सी चाची की चुदाई की कहानी है यह. चाचा फौज में हैं तो चाची की चूत चुदाई नहीं हो पाती. वो अपनी कामवासना से परेशान थीं. मैंने चाची को चोदा.
मेरी बीवी मेरी साली के घर गयी थी. मैं उसे लेने गया तो वो चुदाई के लिए तड़प रही थी. उसने रात को छत पर चुदाई का प्रोग्राम बना रखा था. मेरी बीवी की चुत चुदाई का मजा आप भी लें.
मैं पड़ोस वाली चाची को चोद कर हटा था और चाची कपडे पहन रही थी. तभी दरवाजे की घंटी बजी तो मैं सिर्फ चड्डी पहन कर दरवाजे पर चला गया. तो क्या हुआ दरवाजे पे?
मर्द मर्द ही होता है उसे औरत चाहिए ही चाहिए! मैं अपने मायके आयी हुई थी तो मैंने क्या देखा एक रात? और उसके बाद मैंने क्या किया? आप भी पढ़ेंगे तो हैरान हो जाओगे.
मेरी गे स्टोरी में पढ़ें कि एक चिकना बांका जवान लड़का मेरा दोस्त बना. वो ठरकी था. एक बार हम गोवा ट्रिप पर एक ही कमरे में रुके तो वहां क्या क्या हुआ और उसके बाद क्या हुआ?
मैं और चाची पहली चुदाई के बाद बिस्तर पर नंगे पड़े थे. मैं एक हाथ से चाची के चुचे सहला रहा था और दूसरे हाथ से उनकी चुत को सहला रहा था. फिर उसके बाद?
मेरी फैन मेल में मुझे एक लड़के का मेल मिला. उसने कहा कि मैं उसका एक काम करूं. उसकी बात सुन कर मैं हैरान गया. उसने मुझे उसकी मां की चुदाई के लिए कहा.
चाची को धक्का देकर बिस्तर पर चित लिटा दिया और उनके पैर फैलाकर उनकी चुत की सुगंध लेने लगा. चाची की चुत से मूत्र और प्रीकम की मिली-जुली सुगंध आ रही थी.
मेरे ऑफिस की एक पंजाबन लड़की को बड़ी वासना भरी नजर से देखा करता था. मैंने सोचता कि इसकी चूत मिले तो मजा आ जाए. तो मैंने उस प्यासी पंजाबन की चुदाई कैसे की?
गर्मी की छुट्टियों में मामा मामीजान हमारे यहां आये. एक रात कुछ ऐसा हुआ कि मेरी जिंदगी और मामी के लिए मेरे विचार दोनों बदल गये। तो क्या क्या हुआ था उस रात?
मेरी एक चाची गाँव रहती हैं. वो बहुत सेक्सी हैं, मैं चाची से सेक्स करना चाहता था. ठंडी के मौसम में मैं गांव गया तो मैंने चाची को पटाने की कोशिश की.
जवानी चढ़ते ही मुझे चुदाई का चस्का लग गया. एक दिन पड़ोस की आंटी की चूत की गर्मी को भांप कर मैंने उसको गर्म कर दिया. उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए मचल गयी.
जनवरी में मैं बस से इंदौर से नीमच जा रहा था. मेरे साथ बुर्के वाली एक लेडी बैठी थी. उसे ठंड लग रही थी तो मैंने उसे अपना कम्बल शेयर करने को कहा. तो क्या हुआ?
समझ में नहीं आ रहा था कि ये आदमी घटिया है, या मेरा चूतिया यार घटिया है, या फिर मैं ही साली घटिया हूँ। मगर इस सब के लिए अभी कोई वक्त नहीं बचा था।
मैं अपनी चचेरी भाभी को कई बार चोद चुका था. भाभी की वासना इतनी अधिक थी कि वे मुझे छोड़ ही नहीं रही थी. तब मैंने भाभी की गांड मारने की सोची.
मैंने अपने एक एक्स बॉयफ्रेंड पर भरोसा किया था. मगर साले ने मुझे एक अच्छी भली शरीफ घरेलू औरत से एक रंडी का लेबल मेरे माथे पर लगा दिया।