कमसिन कम्मो की स्मार्ट चूत-4
वो इमोशनल हो रही थी, वर्जित फल खा लेने का वो पागलपन हम दोनों पर सवार हुआ था वो घोर निराशा में बदला जा रहा था. कम्मो तो मुझे समर्पित थी कि जो करना है, जहां ले चलना है ले चलो. कोई लड़की इससे ज्यादा आखिर कह भी क्या सकती है.
वो इमोशनल हो रही थी, वर्जित फल खा लेने का वो पागलपन हम दोनों पर सवार हुआ था वो घोर निराशा में बदला जा रहा था. कम्मो तो मुझे समर्पित थी कि जो करना है, जहां ले चलना है ले चलो. कोई लड़की इससे ज्यादा आखिर कह भी क्या सकती है.
जवान लड़की का अपना ही आकर्षण होता है चाहे वो बहन ही क्यों ना हो. मेरे साथ ऐसा ही हुआ, मैं अपने ताऊ की बेटी के यौनाकर्षण में बन्ध गया. वो भी यही चाहती थी शायद?
पढ़ाई के लिए मैंने कमरा किराये पर लिया. मुझे मकान मालकिन पसंद आ गयी. मैं उसके लिए ताक झाँक करने लगा. एक रात मैंने क्या देखा? फिर मैंने क्या किया? इस कहानी में पढ़ें!
ये वो दर्द था, जिसे हर महिला अनुभव करना चाहती है. ये वो मीठा दर्द है, जिसके लिए पसीने में लथपथ होकर एक महिला अपने तन बदन को पुरुष को सौंप देती है.
तभी मेरी स्कर्ट को कोई दूसरा ऊपर करने लगा. मैंने अन्दर पैंटी नहीं पहनी थी, तो वे मेरी टांगें चौड़ी करके मेरी जांघों को चाटने लगे. उसी समय एक अंकल ने मेरे हाथ मेंअपना लंड पकड़ा दिया.
लड़की की क्लिट को छेड़ो और इसकी जवानी की प्यास ना भड़के ... वो चुदने को न मचल जाए ऐसा तो हो ही नहीं सकता. कम्मो ने भी अपना जिस्म ढीला छोड़ दिया और आनन्द से आंखें मूंद लीं और और अपने पैर और चौड़े कर दिए.
हाँ मेरी जान... तुम्हारे बड़े बेटे ने सब से पहले मेरी इस फूल जैसी लड़की की कच्छी उतारी... उसकी चूचियों को चूसा, दबाया... उसकी चूत भी चाटी... वो भी इसी घर में...
मेरे ऑफिस में मेरी जूनियर लड़की मेरे पास आती तो चिपक कर खड़ी होती थी. मैं उसमें इंटरेस्ट लेने लगा तो वो मुझसे और ज्यादा चिपकने लगी और बाहर मिलने के लिए बोलने लगी. आगे क्या हुआ?
यह कहानी एक ऐसे दंपति की है जिनसे मैं एक वयस्क मित्रता साईट पर मिली. उनकी प्रोफइल में कुछ नग्न तस्वीरें, वीडियोज अपलोड थे. एक रात उन्होंने मुझे अपना कैम दिखाया.
अंकल ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बोले- डार्लिंग, तू मत शरमा, बहुत मस्त है तू, बहुत सेक्सी है, तुझे चोद चोद के आज मैं पागल कर दूंगा! क्या मस्त दूध हैं तेरे ...
अनजान शहर में किसी भी परिचित देसी गर्ल की पैंटी उतरवा कर उसकी टाँगें उठवा देना इतना आसान नहीं होता चाहे वो कितनी भी चुदासी, लंड की प्यासी और चुदने को पूरी तरह तैयार ही क्यों न हो.
पापा, आपने अभी अपने बेटी जी जबरदस्त चुदाई की है और कल से घर में सब लोग नंगे ही रहने वाले हैं... अब वक्त बदलने वाला है... आप शर्माना छोड़िये... चलिए बाहर...
यह हॉट सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी पड़ोसी चाची के बीच की है। मैं चाची को फाँसना चाहता था पर हिम्मत नहीं पड़ती थी। फिर कुछ ऐसा हुआ कि चाची ने खुद ही मुझे फाँस लिया।
मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी तो अब वही चूत का रस अंकित निकाल कर मेरे पीछे मेरी गांड में लगाने लगा मेरे कूल्हे फैलाकर मेरी गांड के सुराख में जहाँ छेद था वहाँ एक उंगली हल्के से डालने लगा.
यह कहानी है गाँव की एक जवान लड़की की... वो मुझे एक शादी के कार्यक्रम में मिली थी. मैं उसकी अनगढ़ अल्हड़ जवानी को चखना चाहता था.
बड़े जोश में आकर बेटी ने अपने एकदम आदमजात नंगे बाप को जाकर एक जोरदार चुम्बन दिया. दोनों के बीच कोई वार्तालाप नहीं हुआ पर जैसे दोनों को पता था कि आगे क्या करना है.
मैं ज्यादातर चाची के घर रहता हूँ और नजरें बचा कर चाची को घूरता रहता हूँ. मेरी छिपी हुई नजरें चाची की अधखुली चुची.. नाभि और मटकती गांड देख कर लंड को मुठ्ठ मारने पर मजबूर कर देती हैं.
मैंने अपने ऑफिस के एक लड़के से प्यार किया और शादी की. शादी से पहले मैंने उसे अपने साथ सेक्स नहीं करने दिया जबकि वो तो मुझे चोदना चाहता था. फिर शादी के बाद क्या हुआ?
मौसी की बेटी की शादी में शादी से पन्द्रह दिन पहले पहली बार एक साथ पांच बुड्ढों ने और एक जवान लड़का रिश्ते के भाई ने मेरी बेदम चुदाई की, इनमें दो मेरे सगे रिश्तेदार हैं।
मैं अपने छोटे भाई से बहुत प्यार करती हूँ. वो भी मुझे बहुत परेशान करता है. इसी भाई बहन के प्यार के चलते हम दोनों ने क्या क्या कर डाला, पढ़ें मेरी कहानी में!