जूनियर की बीवी-5
मेरे जूनियर की बीवी अलका रानी चुत चुदाई के बाद आँखें मींचे चुपचाप पड़ी थी और अभी अभी हुई विस्फोटक चोदाई का मज़ा भोग कर सुस्ता रही थी. थोड़ी देर आराम करने के बाद मेरे दिल में अलका रानी के शरीर का स्वाद चखने की तीव्र इच्छा जाग उठी.
मेरे जूनियर की बीवी अलका रानी चुत चुदाई के बाद आँखें मींचे चुपचाप पड़ी थी और अभी अभी हुई विस्फोटक चोदाई का मज़ा भोग कर सुस्ता रही थी. थोड़ी देर आराम करने के बाद मेरे दिल में अलका रानी के शरीर का स्वाद चखने की तीव्र इच्छा जाग उठी.
मेरे ताऊजी की लड़के की शादी हुई तो भाभी अत्यंत खूबसूरत थीं. मैं उनके घर बहुत कम जाता था, एक बार गया तो भाभी जी ने कहा- देवर जी, तुम बहुत दिनों बाद आए हो, कभी आते ही नहीं हो. भाभी ने बहुत ही ज्यादा एक्सपोज करने वाले कपड़े पहन रखे थे. पढ़ें कि कैसे भाभी ने मुझसे अपनी चूत की प्यास बुझवाई.
कामुकता से भरपूर मेरी माँ को मैंने अपने नौकर से चुत चुदाई कराते देख लिया था. अब मैं उन दोनों पर नजर रखने लगा. और रात में नजर रखने के लिए मैंने एक स्पाई कैमरा खरीद लिया और उसे नौकर के सोने के स्थान यानी रसोई में लगा दिया. पढ़ कर मजा लें मस्त चुदाई की हिन्दी कहानी का!
मेरी चुदाई की हिन्दी कहानी में आपने पढ़ा कि मैं काल गर्ल कैसे बनी. उसके बाद मेरी कम्पनी के बॉस को पटा चला तो वो मेरा फ़ायदा उठाने लगा अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए. एक बार मैं कम्पनी के काम से एक काल पर थी लेकिन फंस गई.
मेरी सेक्स कहानी हिन्दी में मेरी और मेरे कजन की साली की है। मेरा कजन अपनी फैमिली के साथ हमारे घर में रहता था. एक बार उसकी साली रहने आई तो वो मेरे ऊपर फ़िदा हो गई और उसने मुझे अपनी कुंवारी चूत को चोदने का मजा दिया.
रानी का रेशमी साटिन सा बदन मेरे बदन से चिपक के मेरी वासना को अंधाधुंध भड़काए जा रहा था, मेरी सांस तेज़ हो चली थी, माथे पर पसीने की बूंदें उभर आई थीं. मैंने अलका रानी के होंठ छोड़ के उसकी तरफ देखा, वो भी अब गरम हो चली थी, उसने आधी मुंदी हुई मस्त आँखों से मेरी तरफ बड़े प्यार से देखा, दोनों हाथों मेरा चेहरा पकड़ा और फिर अपनी तरफ खींच के मेरे होंठ चूसने लगी.
मेरी चाची जवानी में विधवा हो गयी तो उदास रहने लगी. मैंने उनकी उदासी का कारण जान कर उनकी मदद की, चाची ने मुझे चुदाई करनी सिखाई. आप पढ़ कर मजा लें कि चाची की चूत के बाद मैंने किस की चूत में अपना दूसरा खाता खोला.
अब मेरी हालत ऐसी हो गई थी, जैसे मैं कोई खेलने की वस्तु थी. हर कोई मुझे अपनी गोदी में बैठाना चाहता था और रात को वो सब सच करवाना भी चाहता था, जो कोई भी अय्याश किसी लड़की के साथ करते हैं, मगर सुबह के उजाले में वो मेरी परछाई भी देखना पसंद नहीं करते थे.
मेरे पापा दुबई में रहते हैं तीन साल से... पापा के जिगरी दोस्त कभी कभी हमें मिलने चले आते थे। मैंने जवानी में कदम रखना शुरू ही किया था, मैं स्कूल से वापस आयी अपने घर! तो मैंने क्या देखा और फिर क्या क्या हुआ... पढ़ें इस सेक्स की कहानी में!
मैं अपने ऑफिस के असिस्टेंट की बीवी का दीवाना हुआ पड़ा था, उसे चोदने की फिराक में था, वो करीब करीब सेट हो चुकी थी, चूत चुदाई के लिए तैयार थी पर साली लड़कियों वाले नखरे चोद रही थी...
हम किराये के मकान में रहते थे. मकान मालिक की खूबसूरत और नाज़ुक दिखने वाली बेटी बहुत प्यारी सेक्सी थी. वो मेरे साथ सेट हो गयी थी. मेरी अन्तर्वासना की कहानी पढ़ कर देखें कि क्या हुआ!
सविता भाबी की उम्र 26 साल है. बहुत खूबसूरत लम्बे कद की छरहरी देह है. भाबी फूले चूतड़, तने कसे हुए दूध गोरी नारी, जबरदस्त माल किस्म की चीज हैं.
एक दिन मैं पड़ोसन के घर गई तो उसे उसके पूर्व पति से चुदाई करवाते देख मेरी कामवासना भड़क गई. मैंने अपने दो दोस्तों को फोन किया अपनी चूत चुदवाने के लिए.
मेरी कम्पनी में मैंने अपने असिस्टेंट की बीवी को देखा तो मेरा लंड उसकी चूत का स्वाद चखने के लिए तड़प उठा. मैंने उसकी बीवी पर डोरे डालने शुरू कर दिए. मौक़ा देख कर मैं उसे लंच के लिए एक महंगे रेस्तराँ में ले गया. वहां क्या हुआ? मेरी सेक्सी कहानी पढ़ कर मजा लें!
यह कहानी मेरे एक बार के बस के सफ़र की है. मेरी बहुत सारी फंतासियां हैं, उनमें से एक ये भी थी कि मैं किसी अंजान आदमी से बस में चुदूँ. मुझे अपनी इस फंतासी को पूरा करने का मौका मिला, जब मुझे बस से बंगलोर जाना था. ये पूरी रात का सफ़र था तो मैंने स्लीपर बस में टिकट करा लिया
दोस्तो, हम है तोहार बबिता भौजी। इ अभी तक के सबसे पहिलका भोजपुरी एडल्ट सेक्स स्टोरी बा अन्तर्वासना पे। कैसे हमार बॉस हमरा के प्रमोशन और पैसा देवे के बदले में हमरा साथ अंतरंग सेक्स कईले?
जोश जोश में मैंने पूछा मम्मी से- साली प्रभा, अभी इतना जोश है 38 की उम्र में तो जवानी में कैसे बर्दाश्त करती थी रंडी? वो बोली- साले, जितने तेरे झाँट में बाल नहीं है उससे ज्यादा तो लौड़े लिए हैं मैंने अपनी चूत में।
यह सेक्स कहानी मेरे नीचे काम करने वाले एक जूनियर की पत्नी को चोदने की है; वो मेरा असिस्टेंट था, नया नया ही कम्पनी में आया था. कम्पनी के दीवाली उत्सव में मैंने उसकी पत्नी को पहली बार देखा, तो मेरा लौड़ा उसकी चूत की चाह में फड़क उठा. बहनचोद मदमस्त जवानी थी!
मैं इटावा स्टेशन पर रात में मेरठ वाली ट्रेन का इन्तजार कर रहा था. स्टेशन पहुंच कर पता चला कि ट्रेन 4 घंटे लेट है. सर्दी का मौसम ... मेरे दिमाग़ में सेक्स का ख्याल आने लगा.
मेरे पहले ग्राहक जो मेरी कुंवारी चूत का पहला चोदू था, उसने मुझे मोटी रकम का लालच दिया और शहर से बाहर एक फार्म हाउस पर ले गया. वहां एक सप्ताह तक मैं रही, वहां क्या क्या हुआ?