मूतते हुए कुंवारी बहन की चूत से शर्र शर्र की आवाज
मैं अपने चाचा के घर रहता था तो वहां मैंने उनकी बेटी यानि अपनी चचेरी बहन की अनछुई कुंवारी चूत को कैसे चोदा... इस कहानी में पढ़ कर मज़ा लीजिये!
मैं अपने चाचा के घर रहता था तो वहां मैंने उनकी बेटी यानि अपनी चचेरी बहन की अनछुई कुंवारी चूत को कैसे चोदा... इस कहानी में पढ़ कर मज़ा लीजिये!
पड़ोस की चाची के साथ होली खेलते हुए मेरा हाथ उनके ब्लाउज में घुस गया और फट भी गया. मैं गर्म हो गया लेकिन कुछ नहीं कर सका. फिर मुझे मौक़ा मिला उन्ही चाची के बदन से खेलने का!
फोन पर गलत नम्बर से एक लड़की से दोस्ती हुई, बात होने लगी तो पता चला कि वो शादीशुदा इन्डियन भाभी है. उससे मिलाने की बात हुई तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया.
मैं थोड़ी देर तो दोनों हाथ दिवार पर टिकाये, झुका हुआ, कूंकता हुआ चुदवाता रहा, लेकिन फिर मुझसे रहा नहीं गया। मैंने फिर एक हाथ से अपनी गांड थाम ली।
रचना ने भाभी की गांड के अन्दर क्रीम लगा दी और मेरे लंड में भी क्रीम लगा दी। भाभी की मस्ती बढ़ती ही जा रही थी, वो अपनी उँगली को अपने चूत के अन्दर बाहर कर रही थी।
उसके होंठ काँपने लगे, धड़कनें और तेज हो गई। मैंने उसे अपने आगोश में ले लिया और उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा, साथ ही उसको किस भी करने लगा। हम नंगे होकर एक दूसरे के बदन से खेलने लगे।
और उसने खुद ही अपने मम्मे मेरे आगे कर दिए। मैं भी उसके मम्मों को हल्के हल्के सहलाने लगा और फिर उसके गोल और छोटे कुंवारे चूतड़ों पर भी हाथ फेरने लगा।
मैं थोड़ा झिझका लेकिन फिर घुटनों के बल बैठ कर उसका लण्ड चूसने लगा, उसके लण्ड की खुशबू मेरे नथुनो में भर गई। मैं उसका और उसके लण्ड का दीवाना था।
मैं जोर-जोर से सोनी की चुदाई करने लगा। क्या मौसम था यार.. और ठण्ड का समय.. खुले आसमान में सोनी की चुदाई की गर्मी मैं धकापेल करे जा रहा था.. क्या मस्त मजा आ रहा था।
रचना की भाभी काफी गोरी चिट्टी थी, लाल साड़ी में लो कट ब्लाउज में बड़ी ही सुन्दर लग रही थी। ॠचा भाभी की आँखें बड़ी-बड़ी, नाक तोते की चोंच जैसे नुकीली थी उसकी।
'चूस ले.. आह्ह.. चूस ले.. फिर मौका नहीं मिलेगा अपनी मॉम की चॉकलेटी बुर.. को खा जा रे...बड़ा मज़ा आ रहा है.. ' मॉम मदहोशी में सिसकारियों के बीच बोल रही थीं।
मैं उनके लिंग के ऊपर बैठने उठने लगी जिससे लिंग योनि में अन्दर बाहर होने लगा। मेरी पकड़ कुछ पलों के धक्कों में फिर से मजबूत हो गई और मेरी योनि भी कसने लगी।
यह कहानी दो समलैंगिक लड़कों के सेक्स पर आधारित है। इसमें मैंने पहली बार सामूहिक यौन क्रीड़ा का प्रयोग किया है। अपनी प्रतिक्रिया ज़रूर लिखियेगा। रंगबाज़
मेरी बहन ने बात करना छोड़ दिया तो मैंने देर से घर आना शुरू किया। बहन ने पूछा तो मैंने कह दिया कि मैं तुझसे प्यार करता हूँ, कहीं मैंने कुछ कर दिया तो?
मैं अपनी सलहज को छोड़ने जा रहा था तो रास्ते में भाभी ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रखा, उनके छूते ही मैंने कहा- आपका हाथ कितना गर्म है। उन्होंने कहा- तुम्हारी भाभी भी तो गर्म है।
उनका भीगा गोरा बदन और भी सेक्सी लग रहा था। फिर उन्होंने अपनी बुर के ऊपर साबुन लगाया और मसल-मसल कर साफ़ करने लगीं। बुर के ऊपर काले-काले घने बाल बहुत सेक्सी लग रहे थे..
दोनों भाभियाँ नंगी थी और रश्मि मुझे गैर मर्द से अपनी पहली चूत चुदाई की दास्तान सुनाने लगी कि कैसे उसने पड़ोस के युवा लड़के को अपना नंगा बदन दिखा कर पटाया।
मैं सोनी के बाल पकड़े और उसको दीवार से लगा दिया और फिर उसके प्यारे कोमल होंठों को जोर-जोर से चूसने लगा और कभी-कभी काट भी लेता, उसकी गर्दन पर चुम्बन करने लगा।
बेंगलुरु की एक युवती ने मेल किया, बताया कि वो मुझसे चुदना चाहती है, उसका पति एक साल के लिए अमेरिका गया हुआ है। इस कहानी में उसकी कसी चूत की चुदाई का वर्णन है।
यह कहानी मेरी एक सहेली की है जिसे पढ़ाई का खर्च पूरा करने के लिये अपना बदन बेचना पड़ा। उसने मुझे बताया कि एक पॉश कालोनी में एक आलीशान घर में एक औरत दलाली करती है।