वासना की न खत्म होती आग -1
काफी दिन नीरस बिताने के बाद मेरी सहेली के बताने पर एक रिटायर्ड फौजी से ऑनलाइन दोस्ती हुई तो उसके साथ खुल कर बातें होने लगी और एक दिन उसने मुझे कैम पर खुद को दिखाया.
काफी दिन नीरस बिताने के बाद मेरी सहेली के बताने पर एक रिटायर्ड फौजी से ऑनलाइन दोस्ती हुई तो उसके साथ खुल कर बातें होने लगी और एक दिन उसने मुझे कैम पर खुद को दिखाया.
मैं अपने भैया के साथ किसी के घर गया तो वहाँ एक सुन्दर भाभी मिली। उन्होंने मेरा फ़ोन नम्बर ले लिया और मुझे फ़ोन किया। फ़िर एक रात मुझे अपने घर बुला लिया।
मैं एक गांव में किराये के कमरे में रहता हूँ। मकान मालिक की पुत्रवधू स्वाति मेरी नजरों को भा गई। मैं उसे और उसके यौवन को प्राप्त करना चाहता था।
तभी जेठ धीरे-धीरे चूमते हुए मेरी चूत तक पहुँचे और मेरी चूत पर जीभ घुमाते हुए मेरी चिकनी बुर को बेदर्दी से चाटने लगे। मैं तड़प उठी, मेरी मस्ती से अब जेठ ने भी मेरी चूत के निकलते रस को चाटते हुए जैसे ही मेरी चूत के फांकों को मुँह में भर कर खींचकर चूसा.. मैं दोहरी हो उठी।
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर रखे थे। हम दोनों पूरे पागल हो चुके थे, मैं भूल गया था कि वो मेरी छोटी बहन है, बस अब उसे चोदना ही मेरा लक्ष्य था।
अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ के एक लड़की ने मुझसे मिलने के लिए मेल किया. उसने बताया कि वो चुदना चाहती है लेकिन परिवार की इज्जत के कारण डरती है तो उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है..
मैं मकान मालिक की बच्ची को क्लास में छोड़ने गया तो वहां एक आंटी अपने बच्चे को छोड़ने आई थी, हमारी नजर मिली तो आंटी देख कर नशीले अंदाज में मुस्कुरा दी और मुझसे बात करने लगी!
ऑफिस में एक लड़की की नई जॉइनिंग हुई। हम सभी उससे आकर्षित थे और उसकी ओर मैं तो कुछ ज़्यादा ही था.. सो कुछ ही दिनों में मैंने उसे पटा लिया। बस अब तो उसे चोदना रह गया था।
दोस्तों के साथ गांड मराई का खेल खेलने से मुझे गांड में कुछ लेने की आदत पड़ गई, मैं डिलडो ले आया. एक दिन मैं नंगा हो कर डिलडो गांड में घुसा रहा था कि भाभी ने देख लिया.
एक दिन भाभी ने मुझे मुठ मारते पकड़ लिया. भाभी ने पूछा कि यह काम गर्लफ्रेंड के साथ क्यों नहीं करते. मैंने भाभी से मदद मांगी तो उन्होंने मेरा लंड चूस कर मुझे मज़ा दिया और अपनी चूत भी चटवाई.
मेरी लाइफ में एक लड़की आई। फिर एक दिन उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया और मैंने भी ‘हाँ’ कर दी, हम दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। एक दिन उसने कहा- मैं आज तुम्हारे साथ रूकना चाहती हूँ।
स्वति का बदन दूध की तरह सफेद रंग का था.. उसकी कमर पर कोई भी निशान नहीं था, उसके चूतड़ बिल्कुल साफ और चिकने थे। चूतड़ों के बीच की लकीर साफ नज़र आ रही थी।
मैं नव वर्ष मनाने अपने ममेरे भाई के घर दिल्ली गया. मैंने पड़ोस की एक भाभी को मेरे भाई की तरफ देखा कर मुस्कुराते देखा. भाई ने बताया कि वो उससे चुदवाती है. मुझे भी मौक़ा मिला?
नायर मेरे चूतड़ों को सहलाते हुए बोला- जानेमन वाकयी आप एक गरम और जबरदस्त चुदक्कड़ माल हो.. अगर आप इजाजत दें तो आप की करारी गदराई गांड को भी चोद लूँ।
प्रिय अन्तर्वासना पाठको, जनवरी महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…
उसकी आँखें बंद थीं.. शायद नींद में होने का नाटक कर रही थी। मेरी हिम्मत अब बढ़ गई थी। मैंने उसका लोअर और पैंटी नीचे सरका दी और उसकी योनि का मर्दन अपनी उंगली से करने लगा।
मैं नीचे लेट गया और उसे ऊपर आने को कहा। उसने मेरा कहा माना और मेरे लंड पर बैठ कर लण्ड की सवारी करने लगी। लंड बड़ा होने के कारण उसे पूरा जड़ तक लेने में परेशानी हो रही थी, वो बोली- जल्दी-जल्दी कर लो.. मुझे प्राब्लम हो रही है।
भाभी की आँखें विस्मय से फटी की फटी रह गई और वो थोड़ा शरमाती हुई आगे बड़ी और लंड को अपने हाथों में ले लिया। फिर उन्होंने मेरे लंड के साथ खेलना शुरू कर दिया, कभी लंड के शिखर को देखती थी और कभी उसको ऊपर नीचे करती थी।
'ओ माई गाड.. फिर मुझे रात में किसने चोदा.. और अगर जेठ जी मेरी बात को रोककर यह बात ना कहते.. तो मैं यही बोलने जा रही थी कि रात में मेरी चूत चोदकर फुला दिए हो तो.. अब क्यों मुँह फुलाकर घूम रहे हो.. और अगर मैं ऐसा बोल देती तो क्या होता.. यानि मेरी बुर को नायर ने चोदा.. साला बोला भी नहीं बस मेरी चूत चोदता रहा।'
मैंने रोहित से करीब पूरे हफ्ते बात नहीं की पर पूरे हफ्ते के बाद मेरा जिस्म फिर से उस सुख के लिए तड़पने लगा, मुझे अंदर से सेक्स और सम्भोग की लालसा होने लगी।