निशा की कुँवारी चूत की चुदाई
एक बार ट्रेन में मुझे पुरानी क्लासमेट मिल गई. उससे मिलना जुलना होने लगा. एक बार रात में बारिश हो रही थी, उसने स्टेशन पर मुझे बुलाया वो शिमला से आई थी, वो मेरे साथ मेरे घर आ गई...
एक बार ट्रेन में मुझे पुरानी क्लासमेट मिल गई. उससे मिलना जुलना होने लगा. एक बार रात में बारिश हो रही थी, उसने स्टेशन पर मुझे बुलाया वो शिमला से आई थी, वो मेरे साथ मेरे घर आ गई...
आगरा से लाए गिफ्ट कम्मो पारो को देकर कहा कि आज रात उनकी गान्ड मारूँगा मैं.. दोनों ने हां कर दी. रात को कम्मो को लेकर मैं गार्डन में आया और वहां उसकी गान्ड मारने की सोचने लगा.
अब तक आपने पढ़ा.. अब मेरा सुपाड़ा उसकी उँगलियों से छिप गया था। फिर उसने एक हाथ की मुट्ठी में लण्ड को पकड़ लिया और मोटाई का अंदाजा लगाने लगी। उसने विस्मय से मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा दी। ‘क्या हुआ.. तू कर क्या रही है..?’ मैंने अधीर होकर पूछा। अब आगे.. ‘नाप रही आपका.. […]
मेरे पापा मुझे और मेरे पड़ोसी लड़के को शहर से पेपर दिला कर गाँव वापिस आ रहे थे बाइक पर.. वो लड़का मेरा यार था. मैं बीच में, वो मेरे पीछे बैठा था, मुझे छेड़ने लगा.
अब तक आपने पढ़ा.. मैं बाथरूम में जाकर बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद कर बैठी रही। लगभग 15 मिनट अन्दर बैठने के बाद जैसे ही मैं बाहर आई.. अंकल दरवाजे पर ही खड़े थे। उन्होंने मुझे पकड़ कर फिर अन्दर खींच लिया। वैसे मैं आपको बता दूँ मेरी हाइट 5.5 फीट है और उस […]
सम्पादक एवम् प्रेषक : वरिन्द्र सिंह दोस्तो आज आपको अपने एक पाठक की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मेरे इस पाठक का नाम आकाश है। करीब छह महीने पहले मेरी एक कहानी पढ़ने के बाद उससे फेसबुक पे चैटिंग के जरिये बात हुई। आकाश पहले एक लड़की के नाम से फेसबुक अकाउंट चला रहा था […]
नग्न सुन्दरी- सनी लियोनी, क्रिकेट सुन्दरी- अनुष्का शर्मा गोरी सुन्दरी- यामी गौतम, भारतीय भाभी- अंगूरी, जगत भाभी- सविता भाभी
एक बार चूत चुदाई के बाद मैडम में उषा मैडम की भी चूत चुदाई करने की सिफारिश की जिसे मैंने मान लिया. उसके बाद कम्मो ने मैडम को घोड़ी बना कर उनकी चूत चुदाई कराई ताकि गर्भ रहने की सम्भावना बढ़ जाए!
मैं आरती के कमरे में जाकर पलंग पर पैर नीचे लटका कर बैठ गया, आरती भी कमरे में आ गई और पलंग के पास आकर खड़ी हो गई। मैंने उसकी कमर में हाथ डाल उसके नितम्बों को सहलाता हुआ उसे अपनी गोद में बैठा लिया। वो मेरी तरफ मुँह करके बैठी थी.. उसकी मांसल जांघें मेरी जाँघों पर चढ़ी हुई थीं।
यह बात है मेरी पहली चुदाई की, मेरी कुंवारी चूत की सील पड़ोस के अंकल ने खोली. आंटी को नौवां महीना चल रहा था, अंकल नाईट ड्यूटी पे थे. मैं आंटी के पास सोती थी.
मैंने चुदाई का भरपूर मजा लिया कि पीछे से बारटैण्डर ने मेरी गाण्ड में लण्ड घुसा दिया। तभी उसका एक दोस्त मुझे आगे से चोदने लगा। पूछने पर पता लगा कि मेरी सहेली भी खूब चुदी है।
हाय फ़्रेन्ड्स, मेरा नाम मनीष है। यह मेरी पहली कहानी है तथा पूरी तरह सच्ची है। मेरे साथ ऐसा वाकिया हुआ जिसे मैं आप लोगों को बताना चाहता हूँ। मेरी शादी 8 साल पहले सीमा से हुई थी। सीमा बहुत ही खूबसूरत लड़की है। उसका 34-28-36 का मदमस्त बदन.. किसी को भी कामुक कर दे.. […]
पुनीत और रॉनी मुनिया को उसकी माँ के पास छोड़ कर कुछ पैसे दे कर चले गए, उन्हें जल्दी घर पहुँचना है। गाँव के एक लड़के ने मुनिया को उन दोनों के साथ देख लिया और…
आठ बजे मैं आरती के घर पहुँच गया। उसने गुलाबी रंग की बिना बाँहों वाली सिल्क की नाइटी पहन रखी थी जो सामने से खुलती थी। गीले से बालों का जूड़ा बांध रखा था.. लगता था कि अभी नहाई थी.. नाइटी पारदर्शी तो नहीं थी लेकिन उसमें से उसके मम्मों के साथ साथ घुंडियों का उभार साफ़ दिख रहा था.. लगता था जैसे उसने नीचे कुछ नहीं पहन रखा था।
मैं अपनी भानजी को कई बार चोद चुका था. एक बार मैं उसे अपने घर ले आया और रास्ते भर उसके बदन से छेड़छाड़ करता आया. फिर रात होने पर हम दोनों ही चुदाई को उतावले हो रहे थे.
मैं घर में अकेली लन्ड के लिये तरस रही थी कि सहेली आशिमा का फ़ोन आया और हमारा डिस्को जाने का कार्यक्रम बना। घर से सलवार सूट पहना लेकिन डिस्को में बाथरूम में शॉर्ट स्कर्ट पहन ली… फ़िर पीने का दौर…
टूअर से वापिस आते ही सबसे पहले को कम्मो की चूत में अपने लौड़े से टीका लगाया, फ़िर बताया कि निर्मला मैडम का गर्भाधान करना है… अगले दिन मैडम को घर ले आया और…
मेरी जान तेरी गाण्ड की सील खुल जाने दे.. उसके बाद तू खुद दोनों को एक साथ बुलाएगी.. क्योंकि तुझे आगे और पीछे एक साथ मज़ा मिलेगा और हो सकता है तीसरा भी माँग ले.. मुँह के लिए हा हा हा हा..
मेरे पड़ोस में आंटी की मौत हुई तो मुझे बरसों पुरानी घटना याद आ गई. वो एक बार मेरे घर आई थी तो मैं सिर्फ चड्डी में था. तभी उनका दिन मेरे ऊपर आ गया था शायद...
आरती के शीलभंग की स्मृति मानसपटल पर धारण किये मैं घर पहुँचा और यथाशीघ्र आरती के घर पहुँच गया. उससे मिल कर उसे खुश देख कर जो आत्मसन्तुष्टि मुझे मिली, बता नहीं सकता!