मेरा गुप्त जीवन- 108
कम्मो ने मेरे हाथ एक दुपट्टे से बाँध दिए और फिर मुझको नंगा करके खड़ा कर दिया और सबसे पहली टोली जिस में जूही भाभी और प्रेमा शामिल थी, ने मिल कर मुझको पीछे से पकड़ा और मुझ को खींचते हुए बेड पर ले गई।
कम्मो ने मेरे हाथ एक दुपट्टे से बाँध दिए और फिर मुझको नंगा करके खड़ा कर दिया और सबसे पहली टोली जिस में जूही भाभी और प्रेमा शामिल थी, ने मिल कर मुझको पीछे से पकड़ा और मुझ को खींचते हुए बेड पर ले गई।
पड़ोसन भाभी, जिन्हें मैं चोद चुका था, उनकी बेटी को अभी पहली बार चोद कर उनके घर छोड़ने जा रहा था तो मेरे मन में तरह तरह के विचार उमड़ रहे थे…
पायल अपने भाइयों के साथ गेम के लिये चली गई लेकिन जाने से पहले उनके नौकर ने उसे जूस में कामोत्तेजक गोली पिला दी जिससे पायल की अन्तर्वासना भड़क उठी…
मैं बहुत गर्म चुदासी थी पर अभी तक चुदी नहीं थी. बस में मेरे साथ एक लड़का जाता था उससे मैं सारी बात कर लिया करती थी. एक दिन बस में उसने मुझे लंड पकड़ा दिया.
मेरी मुलाकात मेरी मामा जी की लड़की रेखा से हुई। हम दोनों काफी समय बाद मिल रहे थे.. रात में जगह कम होने की वजह से हम दोनों को एक ही बिस्तर पर सोना था। यह बात जान कर मैं काफी खुश था.. पर मुझे क्या पता था कि रेखा मुझसे भी ज्यादा खुश होगी।
सब लड़कियों और भाभियों का तो काम हो चुका है अब रह गई सिर्फ वो दो लड़कियाँ। अभी तक तो उनकी ओर से कोई इच्छा नहीं हाज़िर हुई !
पायल अपने भाई से अपनी चूत की सील तुड़वाना चाह रही थी और उधर उसके भाई के दोस्त उसे भरी महफ़िल में नंगी करना चाह रहे हैं। कहानी पढ़ कर देखिए कि क्या होता है…
मुझे आरती नाम की लड़की बहुत पसंद थी, उसे पाने के लिए पूरे गाँव के लड़कों की नजर उसके घर पर लगी रहती है, मस्ती और वासना का रास्ता उसकी चूत से होकर जाता है।
सर्दी की एक रात में अपनी माशूका खुशी की कुंवारी चूत की चुदाई पहली बार की, मैं शहर में पढ़ता था, मेरी प्रेयसी गाँव में थी, कजिन की शादी में गाँव आया तो...
तनु भाभी का सफल गर्भाधान करवाने के लिए कम्मो हम दोनों को लेकर कॉटेज गई और मैंने भाभी को घोड़ी बना कर जोरदार चुदाई करके उनके गर्भाशय में अपना बीज बो दिया.
चाची की चिकनी चूत देख कर मेरा मन ललच गया और मैं चूत चाटने लगा। फ़िर चाची की चुदाई की और उन्हें परम आनन्द दिलाया। चाची की गान्ड की बात करते ही वो बिदक गई।
पुनीत ने पायल को गेम के लिये मनाना था और पायल अपने भाई पुनीत से ही अपनी चूत चटवाई के सपने देख रही थी। सपने में वो पूरी नंगी होकर अपने भाई से अपनी चटवाती है।
कॉलेज गर्ल की चूत चुदाई की यह कहानी मेरी और मेरी कॉलेज की एक क्लासमेट लड़की की है कि कैसे मेरी किस्मत से मुझे उसकी चूत मिल गई... बाद में उसने बताया कि वो अपने कजिन से चुद चुकी थी.
मेरे पड़ोस में एक भाभी रहती हैं.. वो मेरे साथ थोड़ी गंदी बातें करती थीं.. मुझे बार-बार टच करती थीं.. उनके हरेक टच पर मुझे सिहरन होने लगी थी। मैं लगभग रोज उनके नाम की मुठ्ठ मारने लगा और मुठ्ठ मार कर उन्हें चोदने के सपने देखता हुआ सो जाता।
मेरी बुआ के बेटे ने मेरी चूत चोदी, वही घटना कहानी के रूप में अपने चोदू भाई के शब्दों में पेश कर रही हूँ। हम दोनों पास पास सो रहे थे, वो मेरा बदन सहलाने लगा..
पापा के खास दोस्त की पत्नी को चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी. कहानी के दूसरे भाग में चाची खुद मेरे पास आई और मुझे गर्म किया।
एक रात अनुराधा जागरण में गई हुई थी। बच्चे सोए हुए थे.. तो संजय चुपके से सुनीता के कमरे में गया। उसको सोया हुआ पाकर उसके होंठों पर उंगली फेरने लगा। सुनीता ने एकदम से जागते हुए कहा- भाई साहब आप.. इस वक़्त यहाँ क्या कर रहे हो?
मेरे गांव की एक लड़की को मैंने मूतते देखा, उसके मूत की धार देखी, चूत और चूत की चौंच देखी. उसने भी मुझे देख लिया तो उसने अपनी चूत में उंगली करवाई ! बाद में चूत चुदवाई !
नायिका का नाम है आँचल… एक खूबसूरत, हसीं, फूलों की जैसी, एक बार देखने पर बार बार देखने को जी चाहे, ऐसी खूबसूरती जिसे देखकर कोई भी दीवाना हो जाये। आँचल से पहली मुलाकात एक इत्तफ़ाक थी!
मम्मी मेरी ओर पीठ करके ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी थीं.. जिसके काँच में मुझे मम्मी का फ्रंट साइड दिखाई पड़ रहा था.. लेकिन मम्मी ने अपना एक हाथ दोनों मम्मों के ऊपर रखा हुआ था जिस कारण मुझे कुछ खास दिखाई नहीं पड़ रहा था।