मेरी चालू बीवी-87
मैं दस मिनट तक उसके होंठों को चूसता रहा, मैं लगातार उसके पेट को सहलाते हुए अपना हाथ साड़ी के ऊपर से ही उसके बेशकीमती खजाने, रोज़ी की चूत के ऊपर ले गया और साड़ी के ऊपर से उसकी चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया।
मैं दस मिनट तक उसके होंठों को चूसता रहा, मैं लगातार उसके पेट को सहलाते हुए अपना हाथ साड़ी के ऊपर से ही उसके बेशकीमती खजाने, रोज़ी की चूत के ऊपर ले गया और साड़ी के ऊपर से उसकी चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया।
पूनम मेरा नाम पूनम है। मेरी ऊम्र 28 साल है। मैं तलाकशुदा हूँ। मेरे पति नामर्द थे इसीलिए मैंने उनसे पीछा छुड़ा लिया। मैं एक कोचिंग में बायोलॉजी पढ़ाती थी। हमेशा कोई न कोई कुत्ते की तरह मेरे भरे हुए बदन को घूरा करता था। चाहे वो मेरे छात्र हों या फिर चपरासी या साथी […]
सारिका कंवल हम तीनों काफी थक चुके थे, फिर हमने खुद को पानी से साफ़ करके कपड़े पहने और वापस घर को आ गए। रास्ते में मैंने उनको बताया, “मेरे पति ने मुझे कल वापस बुलाया है।” इस पर विजय को दु:ख हुआ क्योंकि वो मेरे साथ कुछ समय और बिताना चाहता था। पर उसने […]
मैंने अंजलि की तरफ देखा तो उसने अपनी आँखें बंद की हुई थीं, होंठ भींचे हुए थे। मैंने अपनी कमर से थोड़ा दबाव बनाया, पर लंड अंजलि की कुंवारी चूत में इस बार भी नहीं जा पाया। फिर मैंने अपने पैरों से अंजलि के दोनों पैरों को और फैलाया और दुबारा अपनी कमर से दबाव […]
आदित्य शुक्ला दोस्तो, आप सब कैसे हो..! उम्मीद करता हूँ कि सब मस्त होगे ! आप लोग सोच रहे होगे कि यह कहीं स्कूल की चिठ्ठी तो नहीं लिख रहा है, पर ऐसा नहीं है मेरे दोस्तों थोड़ा सा लोकाचार तो करना ही पड़ता है सो मैंने भी कर दिया यार ! खैर… यह सब […]
अब बाक़ी की उम्र गुजारने के लिए मुझे किसी के साथ की जरूरत है, सच्चाई यह भी है कि मैं अपनी यौनेच्छाओं संतुष्टि के लिए बिस्तर में एक महिला चाहता हूँ.
मैंने अपनी पेंटी खोली और अपनी चूत में उंगली करते हुए आनन्द को अपनी चूत चाटने का हुक्म दिया, मैंने रजनी को भी शामिल करते हुए अपनी तरफ खींचा और उसके होंठों का रसपान किया।
अपने चूतड़ों पर मेरा हाथ महसूस करके ही उसका चेहरा पूरा लाल हो गया था और जब मैंने कच्छी के बारे में बात की तब तो उसका चेहरे के साथ-साथ उसका पूरा बदन ही सिमट रहा था।
रोनी राणा मेरा नाम रोनी है और मैं सोहाना, चंडीगढ़ के नजदीक में रहता हूँ। मेरी उम्र 23 साल है। दिखने में लोग मुझे ‘सास बहू’ का ‘करण वीरानी’ कहते हैं। मुझ पर कॉलेज में कई लड़कियां मरती थीं। अब सीधे कहानी पर आता हूँ। हुआ यूं कि कॉलेज में एक लड़की पर मैं बहुत […]
कहानी का पिछला भाग: फुफेरी बहन की सील तोड़ी-2 मैंने कहा- क्यों केवल मोबाइल में चुदाई देखनी है? कहने के साथ ही मैंने अपना हाथ नीचे स्कर्ट के अन्दर डाल दिया, उसने चड्डी नहीं पहनी थी, इसलिए मेरा हाथ सीधे चूत पर ही पहुँच गया। अंजलि बहुत जोर से चिहुंक गई, उसने पूरा जोर लगा […]
सारिका कंवल मैं गर्म होने लगी थी, उधर मेरे सहलाने की वजह से विजय का लिंग भी सख्त हो चुका था। विजय ने तब मेरी टाँगों को फैला कर अपने कमर के दोनों तरफ कर मुझे गोद में उठा लिया। उसने मेरी दोनों जाँघों को पकड़ कर सहारा दिया और मैं उसके गले में दोनों […]
अब उसके चेहरे पर एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी... वो कल की तरह ही खुलने लगी थी... कभी लगता था कि उसको पटाने में समय लगेगा और कभी यह लगता था कि वो तैयार है... बस साड़ी उठाओ और डाल दो लण्ड।
इरफ़ान मैंने उसका हाथ अपने लंड पर और भींच दिया। उसने कहा- मामू, भाई का तो बहुत छोटा है? मैंने उसके हाथ से अपने लंड को सहलाते हुए कहा- अलीफ़ा वो अभी छोटा है इसलिए है, जब वो मेरी तरह बड़ा हो जायेगा तब उसका भी ऐसे ही बड़ा हो जायेगा। अलीफ़ा अब इत्मीनान से […]
जब टिका देते हो इस जगह तुम अपनी जुबान मेरे जिस्म में उठा देते हो तुम एक तूफ़ान जी चाहता है बस यूँ ही तुम चूमते रहो प्यार से चाट चाट के मेरी इसे हो जाओ हलकान इसका इलाज बस यही है प्यार से खा जाओ इसे यह तंग मुझे बहुत करती है, करती है […]
सारिका कंवल मैं अगले दिन उठी और अपने भाई और भाभी से कहा- आज दोपहर में मैं सुधा और विजय के साथ उनको गाँव दिखाने और गाँव के बारे में बताने के लिए जा रही हूँ तो देर हो जाएगी। मैंने तौलिया और बाकी का सामान साथ ले लिया। मैं घर से निकल ही रही […]
इमरान यह कहानी भी मेरे एक दोस्त शकील की है, उसके कहने पर ही मैंने लिख कर भेजी है। उसी के शब्दों में पेश है आज से तक़रीबन 6 साल पहले की बात है जब मैं अपनी आपा ज़न्नत जहाँ से मिलने के लिए कन्नौज गया था। मेरी आपा की एक बेटी और एक बेटा है। […]
अल्पेश परमार नमस्कार प्रिय पाठक मित्रो, आपके बहुत पत्र मिल रहे हैं, मुझे पढ़ कर बहुत आनन्द आ रहा है। कुछ पाठक मित्रों के सुझाव मुझे काफी पसंद आए। आपके इसी प्रेम से उत्साहित होकर मैं अपनी अगली कहानी लिखने जा रहा हूँ। मित्रों मैं वर्किंग प्रोफेशनल होने की वजह से मुझे दिन भर काफ़ी […]
कहानी का पिछला भाग: फुफेरी बहन की सील तोड़ी-1 तभी अंजलि जल्दी से उठ कर बाथरूम के अन्दर चली गई और दरवाजा बंद कर लिया, तो मैंने प्रिया से मौका देख कर पूछा तो उसने मुस्कराते हुए बताया कि अंजलि को पीरियड आ गया, चूँकि उसको डेट याद नहीं रही, तो पैड वगैरह नहीं थे, […]
उसकी पीठ मेरी ओर थी... उसकी स्कर्ट ऊपर तक हो गई और उसके नंगे चूतड़... कयामत चूतड़... क्या मजेदार गोल गोल चूतड़ थे... पूरे नंगे ही दिख रहे थे... क्योंकि उसकी पैंटी की डोरी बहुत पतली थी जो चूतड़ों की दरार से चिपकी थी।
सारिका कंवल उसने चोदने का मन बना लिया, उसने मुझे खड़े होने को कहा और खुद भी खड़ा हो गया, सुधा ने मेरी योनि पर थूक लगा दिया। मुझसे विजय ने कहा- तुम मेरे लौड़े पर अपना थूक लगाओ ! मैंने लगा दिया। सुधा ने नीचे बैठ कर मेरी एक टांग उठा दी। फिर विजय […]