अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-3
मुझे लगा भी कि अब वो सारा डर छोड़ कर मुझे बाँहों में भर लेगा और मेरे नंगे जिस्म की तारीफ करते ही मुझ पर सवार हो जाएगा, लेकिन वो झिझक रहा था।
मुझे लगा भी कि अब वो सारा डर छोड़ कर मुझे बाँहों में भर लेगा और मेरे नंगे जिस्म की तारीफ करते ही मुझ पर सवार हो जाएगा, लेकिन वो झिझक रहा था।
प्रेषक : राज वानखेड़े (बदला हुआ नाम) दोस्तों मैं हमेशा से अन्तर्वासना का पाठक रहा हूँ। आप लोगों की सच्ची कहानियाँ पढ़ने के बाद मुझे भी लगा कि क्यों न मैं भी अपनी सच्ची कहानी आप को बताऊँ और यह एकदम सच्ची है। बात उन दिनों की है जब मैं 18 साल का था और […]
पैंटी के उतरते ही बिना समय गंवाए ननदोई जी मेरे ऊपर आकर मेरी टाँगों के बीच में लेट गए। ननदोई जी फिर एक हाथ से मेरे दोनों हाथ पकड़े और दूसरे हाथ से अपनी पैंट और अंडरवियर उतारने लगे। मैं डर गई और उनसे रोते हुए उनसे छोड़ने के लिए कहने लगी पर वो कहाँ […]
लेखक : इमरान सलोनी- चल अब जल्दी से घर चल… देर हो रही है। … … पारस- भाभी प्लीज माफ़ कर दो न… अच्छा अब कभी ऐसी गलती नहीं करूँगा…प्रोमिस… सलोनी- अच्छा ठीक है… पर कुछ समय दूर रह… मेरा मूड बहुत ख़राब है… पारस- ओके मेरी प्यारी भाभी… पुचच च च च… … पारस- […]
प्रेषक : अमित मामी दर्द से चिल्ला रही थीं और मस्त चुदवा रही थीं। मामा भी अपना लंड को बिना रोके चोद रहे थे। इतने मे पीछे से कोई ने मुझे आवाज लगाई। मैंने पलट कर देखा तो पीछे निधि खड़ी थी। मैं तो उसे देख कर सहम गया। वो बोली- आप यहाँ क्या कर […]
बदन पर सिर्फ नाम की एक फ्रेंची थी, वो भी काले रंग की जिसमें मेरा गोरा जिस्म और आकर्षक दिख रहा था, चूतड़ों पर भी फ्रेंची आधी चिपकी थी और बाक़ी गांड के चीर में फँसी थी।
मेरा नाम पूजा है। कुछ दिनों पहले ही मैंने अन्तर्वासना डॉट कॉम के बारे में सुना और कुछ कहानियाँ पढ़ी भी ! मैं भी आपके साथ मेरा साथ कई सालों पहले घटी एक घटना के बारे में बताना चाहती हूँ। यह एक सच्ची घटना है जिसमें मेरी एक गलती के कारण मेरी जिंदगी ही बदल […]
मैं उसे दीवाल से लगा कर अपने होठों से उसके होठों को अपनी गिरफ्त में ले चुका था। उसकी मस्त चूचियाँ मेरे सीने से दब कर पिस रही थी। मैंने रसीले होठों को भरपूर चूसा।
राजधानी दिल्ली में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने बाप-बेटी के रिश्ते को शर्मसार कर डाला. 23 साल की युवती ने अपने दो दोस्तों की मदद से अपने पिता की हत्या कर डाली. लेकिन इस हत्या की वजह जानकर आप और हैरान रह जाएंगे. युवती ने बताया कि बाप उसका यौन शोषण करता था. […]
लेखक : इमरान सलोनी- अच्छा अच्छा… अब न तो सपना देख और ना दिखा… जल्दी से घर चल मुझे बहुत तेज सू सू आ रही है… पारस- वाओ भाभी… क्या कह रही ही… आज तो आपको खुले में मुत्ती करवाएँगे… सलोनी- फिर सनक गया तू… मैं यहाँ कहीं नहीं करने वाली… पारस- अरे रुको तो […]
प्रेषक : अमित मेरा नाम अमित है, पटना का रहने वाला हूँ। यह मेरी पहली कहानी है, यह सौ फीसदी सत्य पर आधारित है, आशा है कि आप सभी को पसंद आएगी। बात उन दिनों की है जब मैं कॉलेज की पढ़ाई में बहुत ही मन लगा कर पढ़ता था। उस समय मेरी उम्र करीब […]
भाभी की चूत काफी टाईट थी, मुझे अन्दर-बाहर करने में मजा आ रहा था. मैंने भाभी से इसका राज पूछा, तो वह बोलीं- जब तक किसी चीज़ को काम में नहीं लाओ तो वह नई नई ही रहती है.
मेरा नाम समीर है, यह कहानी मेरी और मेरी दीदी की है, कहानी एकदम सच्ची है। बात तब की है जब मैं दिल्ली अपनी मौसी की लड़की यानि मेरी दीदी के घर गया था। उनका नाम चारू था। धीरे-धीरे मेरी और दीदी की अच्छी पटने लगी और हम खुल कर हर बारे में बातें करने […]
हैलो दोस्तो, मैं आपका नया दोस्त हार्दिक भोपाल से हूँ। मेरी पहली कहानी सुनयना की चूत चुदाई आपने पढ़ी होगी और निश्चित तौर पर आपको और आपके लण्ड और चूतों को बहुत मज़ा भी आया होगा। अब मुख्य बात पर आता हूँ। सुनयना मेरे 8 इंच के लण्ड और मेरी धुआँधार चुदाई की पूरी तरह […]
मैं सोचता हूँ कि अगर मैं लड़की होती, तो चालू बनती, कई आशिक बनाती, स्कूल कॉलेज में बदनाम होती और जब औरत बनती, तो गैर मर्दों से चुदवाती मतलब फुल करेक्टर-लैस होती।
लेखक : इमरान पारस- वाह यार… तुम्हारा काम तो बहुत मजेदार है। लड़का- क्या साहब… बहुत मेहनत का काम है… पारस- वो तो है यार देख मेरे कैसे पसीने छूट गए… और तेरे भी जाने कहाँ कहाँ से, सब जगह से गीला हो गया तू तो… सलोनी- बस अब तो हो गया ना पारस- हाँ […]
दोस्तो, मैं अर्पित सिंह एक बार फिर से अपनी अधूरी प्रेम कहानी की आगे की दास्ताँ ले कर हाज़िर हुआ हूँ। मेरी पिछली कहानियों एक दूसरे में समाये-1 एक दूसरे में समाये-2 एक दूसरे में समाये-3 एवं बेइन्तिहा मुहब्बत को आप सब का इतना प्यार मिला उसका मैं बहुत आभारी हूँ लेकिन आपका गुनहगार भी […]
प्रेषक : केशव शर्मा हैलो दोस्तो, मेरी उम्र 54 वर्ष पब्लिक सेक्टर मैं कार्यरत हूँ। तन-मन से पूर्ण स्वस्थ और मेरा एक सुन्दर सुखी परिवार है। नौकरी और घर-गृहस्थी के जंजाल में फंस कर मैं करीब-करीब यौन सुखों की विविधताओं को भूल सा गया था कि अचानक एक ऐसी घटना हुई कि मैं अपने आप […]
मेरी नई-नई जॉब लगी थी, उस दिन काफी भीड़ थी, ऑटो में एक लड़की मिली, उसका बदन मेरे बदन से छू रहा था तो मैं मौक़ा पाकर उसके बदन पर हाथ फिराने लगा... और फिर...
मैं समझ गया कि आंटी को शायद मुझ पर शक हो गया है। वैसे तो वो भी ये बात बहुत अच्छे से समझती थीं कि चुदाई की भूख ऐसी ही होती है। अगर भूख लगी हो तो इंसान खुद को रोक नहीं पाता। मैंने आंटी के होंठों पर अपने होंठ टिकाए और बोला- मैं वादा […]