मोऽ से छल किये जा … सैंयां बे-ईमान-1
लेखक : प्रेम गुरु मेरी यह कहानी मेरी एक महिला ई-मित्र मधु अग्रवाल (सोनू) को समर्पित है —- प्रेम गुरू देखो मीनू ! दरअसल तुम बहुत मासूम और परम्परागत लड़की हो। तुम जिस कौमार्य, एक पतिव्रता, नैतिकता, सतीत्व, अस्मिता और मर्यादा की दुहाई दे रही हो वो सब पुरानी और दकियानूसी सोच है। मैं तो […]